उदारीकरण, निजीकरण एवं भूमण्डलीकरण (LIBERALIZATION, PRIVATIZATION AND GLOBALIZATION)

उदारीकरण, निजीकरण एवं भूमण्डलीकरण (LIBERALIZATION, PRIVATIZATION AND GLOBALIZATION)
उदारीकरण, निजीकरण एवं भूमण्डलीकरण (LIBERALIZATION, PRIVATIZATION AND GLOBALIZATION)
उदारीकरण, निजीकरण एवं भूमण्डलीकरण (LIBERALIZATION, PRIVATIZATION AND GLOBALIZATION) प्रश्न. - भारत सरकार की उदारीकरण, निजीकरण एव वैश्वीकरण की नीति आर्थिक विकास में कहाँ तक सहायक साबित होगी? अथवा. उदारीकरण, निजीकरण तथा वैश्वीकरण की अवधारणा को स्पष्ट कीजिए। अथवा . आर्थिक सुधार कार्यक्रम की आलोचनात्मक व्याख्या उदारीकरण, निजीकरण एवं वैश्वीकरण के सन्दर्भ में कीजिए। अथवा. वैश्वीकरण से क्या तात्पर्य है? वैश्वीकरण का भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभावों की समीक्षा कीजिए। भारत में आर्थिक सुधार का परिदृश्य (PERSPECTIVE OF ECONOMIC REFORM IN INDIA) भारत को स्वतन्त्रता 15 अगस्त, 1947 को मिली थी। उस समय खाद्यान्न एवं अनेक उपभोक्ता वस्तुओं का अभाव था। औद्योगिक उत्पादन एवं औद्योगिक इकाइयों की मात्रा अत्यन्त ही सीमित थी। औद्योगिक संरचना के लिए आवश्यक तत्वों का अभाव था। सामाजिक सुविधाएं भी केवल नाममात्र की थीं। देश की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार कृषि था। अतः सरकार ने 1 अप्रैल, 1951 से आर्थिक नियोजन की नीति अपनायी जिसके अन्तर्गत पंचवर्षीय योजनाएं प्रारम्भ की गई। उद्योगों की स्थापना के लिए लाइसेन्स नीति अपनाई ग…