Class 12th Geography PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 2025

Class 12th Geography PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 2025

Class 12th  Geography PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 11.06.2025

झारखण्ड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, राँची

PROJECT RAIL (11.06.2025)

(REGULAR ASSESSMENT FOR IMPROVED LEARNING) GENERAL SCHOOL

विषय - भूगोल   समय-1 घण्टा

कक्षा – 12        पूर्णांक -20

सामान्य निर्देश :

1. इस प्रश्न-पत्र में कुल 12 प्रश्न हैं। सभी प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य हैं।

2. प्रश्न के प्रकार एवं अंक :

प्रश्न 1 से 6 - वस्तुनिष्ठ प्रश्न 6x1=6.

प्रश्न 7 से 10 - लघु उत्तरीय प्रश्न 4x2 = 8

प्रश्न 11 एवं 12 - दीर्घ उत्तरीय प्रश्न 2x3=6

3. प्रश्न संख्या 1 से 6 बहुविकल्पीय प्रकार के हैं। 6 बहुविकल्पीय प्रश्नों में से 2 प्रश्न योग्यता आधारित प्रश्न हैं। प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का है। बहुविकल्पीय प्रकार के प्रश्न 1 से 6 के लिए चार विकल्प दिए गए है, सही विकल्प (a, b, c, d) का चयन कर उत्तर पुस्तिका में लिखना हैं।

4. परीक्षा की समाप्ति से पहले किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा कक्ष से बाहर जाने की अनुमति नहीं होगी।

SECTION - A (1x6=6) (वस्तुनिष्ठ प्रश्न)

1. संभववाद शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम किस फ़्रांसिसी विद्वान ने किया ?

(A) जीनब्रुश

(B) विडाल - डी - ला स्लाश

(C) लुसियन फैने

(D) हम बोल्ट

2. एन्थ्रोपोज्योग्राफी नामक पुस्तक किसने लिखी ?

(A) कुमारी एलेन चर्चिल सेंपल

(B) विडाल - डी- ला स्लाश

(C) चार्ल्स डार्विन

(D) फ्रेडरिक रेटजेल

3. " रुको और जाओ" शब्द कस सम्बद्ध किस विचारधारा से है।

(A) संभववाद

(B) व्यवहारवाद

(C) नव-निश्चयवाद

(D) निश्चयवाद

4. निम्नलिखित में से किस महाद्वीप में जनसंख्या वृद्धि सर्वाधिक है।

(A) अफ्रीका

(B) एशिया

(C) दक्षिण अमेरिका

(D) यूरोप

5. 100% शहरी जनसंख्या वाला देश कौन है ?

(A) सिंगापूर

(B) थाईलैंड

(C) जापान

(D) इंडोनेशिया

6. किसी क्षेत्र की जनसंख्या परिवर्तन का सूचक होता है ?

(A) आर्थिक प्रगति

(B) सामाजिक उत्थान

(C) ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक पृष्ठ्भूमि

(D) इनमे से सभी

SECTION - B (4x2=8) (लघु उत्तरीय प्रश्न)

1. भूगोल की दो शाखाओं के नाम लिखें ?

उत्तर - भूगोल की दो शाखाएं हैं - (i) भौतिक भूगोल (ii) मानव भूगोल

2. संभववाद क्या है ?

उत्तर - प्रकृति के नियम को समझकर प्रौद्योगिकी का विकास करना तथा प्रकृति को अपने अनुसार ढालना ही संभववाद है।

3. जनसंख्या घनत्व को परिभाषित करें ?

उत्तर - प्रति वर्ग किमी में रहने वाले लोगों की संख्या को जनसंख्या घनत्व कहते हैं।

4. जनसंख्या परिवर्तन के तीन घटक कौन कौन से हैं ?

उत्तर - जनसंख्या परिवर्तन के तीन घटक-जन्मदर, मृत्युदर तथा प्रवास हैं।

SECTION - C (2x3=6) (दीर्घ उत्तरीय प्रश्न)

1. मानव भूगोल के अध्ययन के तीन विचारधाराओं की विशेषताओं का उल्लेख कीजिए ?

उत्तर - मानव भूगोल के अध्ययन के तीन विचार धाराएं निम्न हैं -

(i) निश्वयवादी विचारधारा- इसके अनुसार मनुष्य प्रकृति और पर्यावरण का दास है अर्थात पर्यावरण मनुष्य के क्रियाकलापों को सामाजिक आर्थिक एवं सांस्कृतिक रूप से प्रभावित करता है।

(ii) संभववाद विचारधारा- निश्चयवाद विचारधारा के विरोध स्वरूप एक नई विचारधारा का जन्म हुआ जिसे संभववाद विचारधारा कहते हैं। इनके अनुसार मनुष्य अपनी आवश्यकताओं के अनुसार प्रकृति अथवा पर्यावरण को परिवर्तन कर सकता है। दूसरे शब्दों में हम कर सकते हैं कि मनुष्य प्रकृति या पर्यावरण का दास है तथा पर्यावरण मनुष्य की क्रियाकलापों को प्रभावित करता है।

(iii) नव निश्चयवाद - इस विचारधारा के अनुसार मानव पर प्रकृति का प्रभाव सीमित है, जबकि मानव की क्रियाएं असीमित हैं, जिस कारण मनुष्य ने प्रकृति के प्रभाव को भी सीमित कर दिया। इस विचारधारा का जन्म उस समय हुआ जब ग्रिफिथ टेलर ने रुको और जाओ के सिधान्त का प्रतिपादन किया ।

2. विश्व में जनसंख्या के वितरण और घनत्व को प्रभावित करने वाले कारकों की विवेचना कीजिए ?

उत्तर - विश्व के आसमान जनसंख्या वितरण एवं घनत्व को प्रभावित करने वाले कारकों को निम्न भागों में विभाजित कर अध्ययन कर सकते हैं -

(i) भौतिक कारक - जल की उपलब्धता, भू आकृति, जलवायु, उच्चावच और मृदा

(ii) सामाजिक कारक- धार्मिक एवं सांस्कृतिक स्थल, सामाजिक एवं राजनीतिक सुरक्षा, सामाजिक एवं राजनीतिक स्थिति, परंपरागत विरासत, बेहतर शिक्षा एवं बेहतर स्वास्थ्य

(iii) आर्थिक कारक- खनन, नगरीकरण, औद्योगिकरण, रोजगार की उपलब्धता उपर्युक्त कारकों से विश्व की जनसंख्या का घनत्व एवं वितरण प्रभावित होती है।

PROJECT RAIL (07.07.2025)

SECTION - A (6X1=6) (वस्तुनिष्ठ प्रश्न)

प्रश्न 1. विश्व के 10 सर्वाधिक आबादी वाले देश में विश्व की लगभग कितनी प्रतिशत जनसंख्या निवास करती है?

(A) 40 प्रतिशत

(B) 60 प्रतिशत

(C) 90 प्रतिशत

(D) 10 प्रतिशत

प्रश्न 2. निम्नलिखित में से कौन सा सघन जनसंख्या वाला क्षेत्र है?

(A) विषुवतीय प्रदेश

(B) ध्रुवीय प्रदेश

(C) सहारा

(D) इनमें से कोई नहीं

प्रश्न 3. निम्नलिखित में कौन सा कथन सत्य है ?

(A) एशिया में अधिक स्थानों पर कम लोग एवं कम स्थानों पर अधिक लोग निवास करते हैं।

(B) दक्षिण पूर्व एशिया सघन जनसंख्या वाला क्षेत्र है।

(C) बेरोजगारी प्रतिकर्ष कारक है।

(D) उपर्युक्त सभी

प्रश्न 4. जलोढ़ मैदानी क्षेत्रों में किस प्रकार की बस्तियां मिलती है?

(A) पल्ली बस्तियां

(B) गुच्छित बस्तियां

(C) अर्द्धगुच्छित बस्तियां

(D) एकांकी बस्तियां

प्रश्न 5. निम्नलिखित में कौन सा प्राचीन नगर नहीं है?

(A) प्रयाग

(B) पाटलिपत्र

(c) मदुरई

(D) गाजियाबाद

प्रश्न 6. पर्वतीय क्षेत्रों में किस प्रतिरूप का अधिवास पाया जाता है?

(A) सीढ़ीनुमा

(B) आयताकार

(C) अरीय

(D) तारा

SECTION - B (4x2=8) (लघु उत्तरीय प्रश्न)

प्रश्न 7. सन्नगर से आप क्या समझते हैं?

उत्तर - सन्नगर एक विशाल और नगरीय क्षेत्र है जो दो या अधिक शहरों के परस्पर मिलने से बनता है। यह क्षेत्र जनसंख्या उद्योग और प्रौद्योगिकी में तेजी से विकास करता है। सन्नगर शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम 1915 मैं पैट्रिक गिडीज नामक विद्वान ने किया था।

प्रश्न 8. ग्रामीण अधिवासों के लोग किन आर्थिक क्रियाओं में संलग्न होते हैं?

उत्तर - ग्रामीण अधिवासों के लोग मुख्य रूप से प्राथमिक आर्थिक क्रियाओं जैसे कृषि, पशुपालन, मछली पकड़ना और खनन में संलग्न होते हैं। ग्रामीण अधिवासों के कुछ लोग प्राथमिक क्रियाओं के अलावे द्वितीय और तृतीय क्रियाओं में भी संलग्न होते हैं जैसे कुटीर उद्योग, व्यापार एवं सेवाएं आदि।

प्रश्न 9. अपकर्ष एवं प्रतिकर्ष कारक में अंतर स्पष्ट करें?

उत्तर –

अपकर्ष कारक : अपकर्ष कारक एक स्वैच्छिक प्रवास है जब लोग काम के बेहतर अवसर, रहन-सहन की अच्छी दशाएं, शांति, जीवन एवं संपत्ति की सुरक्षा और अनुकूल जलवायु जैसे कारकों से प्रेरित एवं आकर्षित होकर प्रवास करते हैं।

प्रतिकर्ष कारक : प्रतिकर्ष कारक बेरोजगारी, रहन-सहन की निम्न दशाएं, राजनीतिक उपद्रव, प्रतिकूल जलवायु, प्राकृतिक आपदाएं, महामारियां तथा सामाजिक आर्थिक पिछड़ेपन के कारण लोग बेहतर सुविधाओं वाले क्षेत्रों की ओर प्रवास करते हैं।

प्रश्न 10. जनसंख्या की धनात्मक वृद्धि क्या है?

उत्तर - दो समय अंतराल के बीच जन्म दर, मृत्यु दर से अधिक हो या जब अन्य देशों से लोग स्थायी रूप से उस देश में प्रवास कर जाएं। इसके फलस्वरुप वहां की जनसंख्या अधिक हो जाए तो उसे जनसंख्या की धनात्मक वृद्धि कहते हैं।

SECTION - C (2x3=6) (दीर्घ उत्तरीय प्रश्न)

प्रश्न 11. विश्व में जनसंख्या के असमान वितरण एवं घनत्व को प्रभावित करने वाले कारकों की व्याख्या करें?

उत्तर - विश्व जनसंख्या वितरण और घनत्व को प्रभावित करने वाले कारक-विश्व जनसंख्या वितरण और घनत्व को प्रभावित करने वाले कारकों को सामान्यतः तीन वर्गों में रखा जाता है-

(अ) भौगोलिक कारक

(i) जल की उपलब्धता - जल की उपलब्धता मानवीय जीवन के विविध कार्यों के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण मानी जाती है। यही कारण है कि विश्व की नदी घाटियाँ जहाँ जल की पर्याप्त उपलब्धता मिलती है, विश्व के सर्वाधिक सघन बसे क्षेत्र हैं।

(ii) भू-आकृति- विश्व के समतल मैदानी भाग सामान्यतया सघन बसे मिलते हैं, क्योंकि यह क्षेत्र कृषि फसलों के उत्पादन, सड़क निर्माण तथा उद्योगों की स्थापना के लिए अनुकूल दशाएँ रखते हैं, जबकि पहाड़ी तथा पर्वतीय क्षेत्र इस दृष्टि से अधिक उपयुक्त नहीं होते हैं।

(iii) जलवायु- मृदुल जलवायु दशाएँ रखने वाले क्षेत्र जिनमें अधिक मौसमीय परिवर्तन नहीं होते हैं, सघन रूप से बसे मिलते हैं जबकि अति ठण्डे, अति गर्म मरुस्थलीय क्षेत्र, अधिक वर्षा या विषम जलवायु रखने वाले क्षेत्रों में बहुत कम जनसंख्या मिलती है।

(iv) मृदाएँ- कृषि की दृष्टि से उपजाऊ मिट्टियों वाले क्षेत्र अधिक जनसंख्या को आकर्षित करते हैं जबकि कम उपजाऊ मिट्टी रखने वाले क्षेत्रों में विरल जनसंख्या मिलती है।

(ब) आर्थिक कारक

(i) खनिज- खनिज संसाधनों से सम्पन्न क्षेत्र खनन कार्य के साथ-साथ अनेक उद्योगों को भी अपनी ओर आकर्षित करते हैं, जिसके कारण ऐसे क्षेत्रों में जनसंख्या का अधिक जमाव देखने को मिलता है।

(ii) नगरीकरण - अच्छी नागरिक सुविधाएँ रोजगार को अधिक साधन तथा नगरीय जीवन के आकर्षण में बड़ी संख्या में ग्रामीण जनसंख्या नगरीय क्षेत्रों में आकर बस जाती है।

(iii) औद्योगीकरण- औद्योगिक क्षेत्रों में बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित होते हैं जिसके कारण यह क्षेत्र सघन जनघनत्व वाले क्षेत्र हो जाते हैं।

(स) सामाजिक एवं सांस्कृतिक कारक- धार्मिक तथा सांस्कृतिक महत्व रखने वाले क्षेत्र अधिक सघन बसे होते हैं जबकि सामाजिक व राजनीतिक अशान्ति रखने वाले क्षेत्रों में जनसंख्या घनत्व विरल हो जाता है।

प्रश्न 12. भारत की ग्रामीण बस्तियों के प्रकारों का वर्णन करें?

उत्तर - भारत में मोटे तौर पर चार प्रकार के ग्रामीण बस्तियों पायी जाती है-

क. परिक्षिप्त या एकाकी बस्तियां- ये बस्तियां भारत के मेघालय, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश तथा केरल राज्य के अनेक भागों में पाई जाती है। इन बस्तियों का विकास मुख्य रूप से सुदूर वन क्षेत्रों या छोटी पहाड़ियों के ढालो में अवस्थित खेतों पर या चरागाहों में एकाकी रूप से मिलता है। इन बस्तियों का विकास भूमि संसाधनों की अत्यधिक विखंडित प्रकृति के कारण होता है।

ख. पल्ली बस्तियां - यह बस्तियां भारत में मुख्य रूप से मध्य गंगा मैदान, निम्न गंगा मैदान छत्तीसगढ़ एवं हिमालय की घाटियों में पाई जाती है। बस्तियों के निर्माण का मुख्य कारण इनकी जातीय व्यवस्था के द्वारा उत्पन्न सामाजिक अलगाव से होता है। भारत में इन बस्तियों को पुरवा, पान्ना, पाड़ा, पाली, नगला, आदि स्थानीय स्तर पर विभिन्न नामों से जाना जाता है।

ग. गुच्छित बस्तियां- भारत में इस प्रकार की बस्तियां भारत के अत्यंत उपजाऊ जलोढ मैदानों तथा उत्तरी पूर्वी राज्यों में पायी जाती है। इन वस्तुओं की मुख्य विशेषता यह होती है कि ये बस्तियां सघन या घरों के संहत निर्मित क्षेत्र में पायी जाती है तथा उनके रहन-सहन से स्पष्ट होता है कि इसके समीपवर्ती भागों में कृषि भूमि तथा चरागाह भूमि मिलती है। वस्तियां मुख्य रूप से आयताकार तथा रैखिक प्रतिरूप का निर्माण करते हैं। कई बार सुरक्षा के कारणों से भी गांव में गुच्छित बस्तियां पाई जाती है। जैसे मध्य भारत में बुंदेलखंड क्षेत्र, नागालैंड आदि। राजस्थान में जल की कमी के कारण उपलब्ध संसाधनों के अधिकतम उपयोग ने संहत बस्तियों को अनिवार्य बना दिया है।

घ. अर्द्ध-गुच्छित या विखंडित बस्तियां- इन बस्तियों की मुख्य विशेषता एकांकी बस्ती या किसी बड़े गांव के विखंडन के फलस्वरूप होता है। आमतौर पर जमींदार और अन्य प्रमुख समुदाय मुख्य गांव के केंद्रीय भाग पर आधिपत्य कर लेते हैं जबकि समाज के निचले तबके के लोग और निम्न कार्यों में संलग्न लोग गांव के बाहरी हिस्सों में बसते हैं। भारत में ऐसी बस्तियां गुजरात के मैदान एवं राजस्थान के कुछ भागों में मुख्य रूप से पाई जाती है।

PROJECT RAIL (07.07.2025)

SECTION - A (6X1=6) (वस्तुनिष्ठ प्रश्न)

1) निम्नलिखित में से किस विद्वान ने मानव विकास की अवधारणा प्रस्तुत की ?

A. प्रोफेसर अमर्त्य सेन

B. सेम्पुल

C. डॉ० महबूब-उल-हक

D. रैटजेल

2) प्रारंभिक काल में विकास को मापने के लिए किस मानदंड का उपयोग किया जाता था ?

A. औद्यौगिक विकास

B. कृषि विकास

C. आर्थिक विकास

D. जनसंख्या विकास

3) मानव विकास सूचकांक में कौन सा देश प्रथम स्थान पर है?

A. कनाडा

B. नार्वे

C. आइसलैण्ड

D. ऑस्ट्रेलिया

4) निम्नलिखित में से कौन सी भूमि उपयोग श्रेणी में नहीं है?

A. परती भूमि

B. सीमांत भूमि

C. शुद्ध बोया गया क्षेत्र

D. कृषि योग्य भूमि

5) निम्नलिखित में से कौन सी रबी की फसल है?

A. चावल

B. बाजरा

C. चना

D. कपास

6) भारत का कौन सा राज्य चावल का सबसे बड़ा उत्पादक है?

A. प० बंगाल

B. हरियाणा

C. ओडिशा

D. बिहार

SECTION - B (4x2=8) (लघु उत्तरीय प्रश्न)

7) मानव विकास को परिभाषित करें ?

उत्तर- मनुष्य के जीवन में विकल्पों में वृद्धि तथा गुणात्मक परिवर्तन को मानव विकास कहते है।

8) मानव विकास सूचकांक से आप क्या समझते है ?

उत्तर- मानव विकास सूचकांक मानव विकास में उपलब्धियों को मापता है। यह दर्शाता है कि शिक्षा स्वास्थ्य और जीवन स्तर जैसे मानव विकास के प्रमुख क्षेत्रों में क्या हासिल हुआ। इसका मान 0 से 1 के बीच होता है।

9) भूमि उपयोग को परिभाषित करें ?

उत्तर - विभिन्न प्रकार के भूमि का उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जाता है। इस प्रकार मनुष्य भूमि का उपयोग उत्पादन कृषि के साथ-साथ निवास और मनोरंजन के लिए किया जाता है।

10) फसल चक्र क्या है ?

उत्तर - जब एक ही खेत में बारी-बारी से अलग-अलग फसलें बोई जाती है, तो उसे फसल चक्र कहते है।

Section C (2x3=6) (दीर्घ उत्तरीय प्रश्न)

11) मानव विकास के चार स्तंभों की व्याख्या करें।

उत्तर - मानव विकास के चार घटक हैः-

I. समता- इसका अर्थ है कि लिंग, नस्ल, आय, जाति और पंथ के आधार पर बिना किसी भेदभाव के सभी अवसरों तक समान पहुँच दी जानी चाहिए।

॥. स्ततपोषणीयता- यह अवसरों की उपलब्धता के निरंतर प्रवाह को संदर्भित करता है।

III. उत्पादकता- यह मानव श्रम की उत्पादकता या मानव कार्य के संदर्भ में उत्पादकता को संदर्भित करता है।

IV. सशक्तिकरण- यह उस शक्ति को संदर्भित करता है जो लोगों को चुनाव करने में सक्षम बनाती है।

12) भारत में विभिन्न फसल ऋतुओं की व्याख्या करें।

उत्तर - भारत में मुख्य रूप से तीन फसल ऋतु पाई जाती है-

I. खरीफ फसल- ये फसलें मानसून के आने पर बोई जाती है, यह फसल भरपूर बारिश और गर्म जलवायु पर निर्भर करती है। जैसे-चावल, मक्का, कपास, सोयाबीन खरीफ फसल है।

॥. रबी फसल - यह सर्दियों की फसल के रूप में जाना जाता है। ये मानसून के मौसम के बाद (अक्टूबर से मार्च) तक लगाई जाती है। शुष्क परिस्थियों के कारण इन्हें सिंचाई की आवश्यकता होती है। इनमें गेहूँ, जौ और सरसों जैसे फसल शामिल है।

III. जायद फसल- जायद फसलें रबी और खरीफ मौसम (मार्च से जून) के बीच गर्मियों के दौरान उगाई जाती है। इन्हें उच्च तापमान और पानी की आवश्यकता होती है। इनमें तरबूज, खरबूज, खीरा, करेला, क‌ट्टू जैसे फसल शामिल है।

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