Class 11th Economics PROJECT RAIL (JCERT) GENERAL SCHOOL Weekly Test Answer Key

Class 11th Economics PROJECT RAIL (JCERT) GENERAL SCHOOL Weekly Test Answer Key

Class 12th Economics PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 12.06.2025

झारखण्ड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, राँची

PROJECT RAIL (04.08.2025)

 SECTION - A (6x1=6) (वस्तुनिष्ठ प्रश्न)

1. अर्थशास्त्र का धन संबंधित दृष्टिकोण किसने प्रस्तुत किया?

(A) एल्फ्रेड मार्शल

(B) रॉबिंसन

(C) सैम्यूलसन

(D) एडम स्मिथ

2. यदि किसी दूसरे व्यक्ति द्वारा एकत्रित आंकड़ों का प्रयोग प्रगणक अपनी अध्ययन के लिए करती है, तो प्रगणक के लिए वह आंकड़े कहलाएंगे-

(A) प्राथमिक आंकड़े

(B) द्वितीयक आंकड़े

(C) उपर्युक्त दोनों

(D) इनमें से कोई नहीं

3. वर्ग 10 - 20 तथा 30-40 में उच्च वर्ग सीमा कौन कौन सी है-?

(A)10,20

(B) 20,40

(C) 20,30

(D) 30,40

4. स्वतंत्रता पूर्व संध्या भारतीय जन सामान्य की आजीविका और सरकार की आय का मुख्य स्रोत क्या था ?

(A) उद्योग

(B) कृषि

(C) सेवा

(D) संचार

5. औद्योगिक नीति प्रस्ताव 1956 को पंचवर्षीय योजना का आधार बनाया गया था?

(A) प्रथम पंचवर्षीय योजना

(B) द्वितीय पंचवर्षीय योजना

(C) तृतीय पंचवर्षीय योजना

(D) चतुर्थ पंचवर्षीय योजना

6. निम्नलिखित में से कौन नई आर्थिक नीति का एक अंग नहीं है?

(A) उदारीकरण

(B) निजीकरण

(C) विकेंद्रीकरण

(D) वैश्वीकरण

SECTION - B (4x2=8) (लघु उत्तरीय प्रश्न)

7. चयन की समस्या से आप क्या समझते हैं?

उत्तर - चयन की समस्या एक आर्थिक समस्या है। हमारी आवश्यकता है या इच्छाएं असीमित है, जबकि उन आवश्यकताओं की पूर्ति के साधन सीमित हैं। इस इस प्रकार सीमित संसाधनों से और सीमित आवश्यकताओं को पूरा करना संभव नहीं होता है, जिससे संसाधनों का वैकल्पिक प्रयोग चयन की समस्या उत्पन्न करता है।

8. प्राथमिक व द्वितीयक आंकड़ों में अंतर स्पष्ट करें।

उत्तर - प्राथमिक आंकड़े वे आंकड़े हैं, जिसे अनुसंधानकर्ता अपने उद्देश्य के अनुसार पहली बार विभिन्न स्रोतों से एकत्रित करता है। प्राथमिक आंकड़े मौलिक होते हैं।

जबकि द्वितीयक आंकड़े वे आंकड़े होते हैं, जिसे पहले ही अन्य व्यक्तियों या संस्थाओं द्वारा एकत्रित जाता है और अनुसंधानकर्ता या प्रयोगकर्ता अपनी सुविधा के लिए इसे प्रयोग करता है। द्वितीयक आंकड़े मौलिक नहीं होते हैं। है।

9. स्वतंत्रता के बाद भारत में भू सुधार के लिए अपनाई गई नीतियां कौन कौन सी थी?

उत्तर - भारत में भू सुधार के लिए स्वतंत्रता के पश्चात विभिन्न नीतियां अपनाई गई, उनमें से कुछ प्रमुख निम्नलिखित हैं :-

(i) मध्यस्थोंनियंत्रण/का उन्मूलन (बिचौलियों)

(ii) भूमि की उच्चतम सीमा तक उचित प्रयोग को बढ़ावा देना

(iii) चकबंदी

10. नई आर्थिक नीति से आपका क्या अभिप्राय है?

उत्तर - नई आर्थिक नीति तत्कालीन भारत सरकार द्वारा सन में शुरू की गई एक महत्वपूर्ण 1991 आर्थिक सुधार थी। इसका उद्देश्य भारतीय अर्थव्यवस्था को आर्थिक संकट से उबारने हेतु अर्थव्यवस्था को अधिक खुला, प्रतिस्पर्धी और वैश्विक अर्थव्यवस्था के साथ जोड़ना था।

नई आर्थिक नीति के तीन प्रमुख तत्व हैं - उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण।

SECTION - C (2x3=6) (दीर्घ उत्तरीय प्रश्न)

11. स्वतंत्रता प्राप्ति के समय भारतीय अर्थव्यवस्था के पिछड़ेपन के क्या कारण थे । कारणों की संक्षिप्त व्याख्या

उत्तर: स्वतंत्रता के समय भारतीय अर्थव्यवस्था अत्यंत पिछडी थी। इस पिछड़ेपन के अनेक कारण हैं, जिनमें कुछ प्रमुख निम्नलिखित हैं-

(i) कृषि का पिछड़ापन

(ii) औद्योगिक पिछड़ापन

(iii) आधारभूत संरचना का अभाव

(iv) कृषि पर अत्यधिक निर्भरता

(v) जनसंख्या वृद्धि

(vi) अशिक्षा और गरीबी

12. प्राथमिक आंकड़ों से आप क्या समझते हैं? इसके संकलन की विधियों का संक्षिप्त वर्णन करें।

उत्तर: प्राथमिक आंकड़े वे आंकड़े हैं जिसे अनुसंधानकर्ता अपने उद्देश्य के अनुसार पहली बार विभिन्न स्रोतों से एकत्रित करता रता है। प्राथमिक आंकड़े मौलिक होते है।

प्राथमिक आंकड़ों के संकलन या एकत्रित करने की विभिन्न विधियां है, जिसमें से कुछ प्रमुख  निम्नलिखित हैं :-

(i) प्रत्यक्ष व्यक्तिगत अनुसंधान

(ii) अप्रत्यक्ष मौखिक अनुसंधान

(iii) स्थानीय स्रोतों या संवाददाताओं से सूचना प्राप्ति

(iv) प्रश्नावली के माध्यम से सूचना संग्रह

PROJECT RAIL (06.10.2025)

 SECTION - A (6x1=6) (वस्तुनिष्ठ प्रश्न)

1. कृषि साख का गैर-संस्थापक स्रोत है-

A) प्राथमिक सहकारी साख समितियां

B) व्यापारिक बैंक

C) महाजन

D) क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक

2. निम्न श्रृंखला से मध्यिका ज्ञात कीजिए |

10, 30, 7, 9, 18, 20, 28, 40,

A) 21

B) 19

C) 20

D)

3. मानव पूँजी निर्माण का प्रमुख स्रोत क्या है?

A) शिक्षा में निवेश

B) कार्य के दौरान प्रशिक्षण

C) स्वास्थ्य में निवेश

D) उपर्युक्त सभी

4. एक श्रृंखला में माध्य 10 एवं मध्यिका 11 है तब श्रृंखला का बहुलक कितना होगा?

A) 10

B) 13

C) 12

D) 11

5. आंकड़ों को स्तम्भों एवं पंक्तियों में एक व्यवस्थित रूप में करने को क्या कहा जाता है?

A) वर्गीकरण

B) सारणीयन

C) बहुलक

D) विस्तार

6. निम्न में से किसे ग्राफ द्वारा आकलन नहीं किया जा सकता है -

A) माध्य

B) मध्यिका

C) बहुलक

D) विस्तार

SECTION-B (4x2=8) B (4x2=8) (लघु उत्तरीय प्रश्न)

7. एक सारणी के विभिन्न भागो के बारे में लिखें।

उत्तर - सारणीयन का विभिन्न भाग निम्मलिखित है।

सारणी संख्या, शीर्षक, शीर्ष टिप्पणी, पंक्ति शीर्षक, स्तम्भ शीर्षक, मुख्य भाग, पाद टिप्पणी, स्रोत

8. समातंर माध्य के किन्ही दो गुणों का उल्लेख करें।

उत्तर - समांतर माध्य के गुण

A. सरलता

B. सभी पदों पर आधारित है

C. बीजाणतीय विवेचना योग्य

D. तुलनीयता का आधार

9. मानव पूंजी निर्माण के बारे में आप क्या जानते हैं?

उत्तर - मानव पूंजी निर्माण का आश्रय है मानव संसाधन में शिष्य को वढावा देने के लिए निवेश करना, समाज को स्वस्थ रखने के लिए स्वास्थ्य सेवा मे निवेश करना एवं कार्यदक्षता बढाने हेतु कार्य के दौरान प्रशिक्षण देना

10. NABARD का पूरा नाम क्या है एवं इसकी स्थापना कब हुई थी?

उत्तर - NABARD- National Bank for Agriculture and Rural Development

राष्ट्रिय कृषि एवं ग्रामिण विकास बैंक इसकी स्थापना 1 जुलाई 1982 में हुई थी ।

SECTION - C (2x3=6) (दीर्घ उत्तरीय प्रश्न)

11. मानव पूंजी एवं भौतिक पूँजी में किन्ही तीन अंतर को स्पष्ट करें?

उत्तर - मानव पूंजी एवं भौतिक पूँजी में अंतर निम्नलिखित हैं

मानव पूंजी

भौतिक पूंजी

1."मानव पूंजी देश की मानवीय कौशल एवं नवाचार करता है

1. भौतिक पूंजी देश की उत्पादन क्षमता को प्रदर्शीत करता है

2. मानव पूजी का निरतर प्रयोग से दहता बढता है

2. भौतिक पूनी की मिस्तर प्रयोग से दक्षता घटता है

3. मानव पूंजी अस्पर्श है

3. मानव पूंजी स्पर्श है

12. जैविक खेती के कोई तीन गुणों का वर्णन करें।

उत्तर - जैविक खेती का गुण-

A. यह पर्यावरण अनुकूल है |

B. यह धरणीय खेती प्रणाली पर आधारित है |

C. इसमें बीमारीयों का प्रकोप कम रहता है |

D. यह ग्रामिण तकनीकी पर आधारित है ।

PROJECT RAIL (03.11.2025)

 SECTION - A (6x1=6) (वस्तुनिष्ठ प्रश्न)

1. यदि दो चरों के बीच सहसंबंध गुणांक 1 है तो इन दो चरों के बीच कैसा सहसंबंध है ?

a. धनात्मक सहसंबंध

b. ऋणात्मक सहसंबंध

c. पूर्णतया धनात्मक सहसंबंध

d. पूर्णतया ऋणात्मक सहसबंध

2. कार्ल पियर्सन सहसंबंध गुणांक का उपयोग कब नहीं किया जाता है?

a. चरों के बीच रैखीय संबंध हो

b. चरो के बीच गैर रेखीय संबंध हो

c. चरों के बीच धनात्मक सहसंबंध हो

d. चरों के बीच ऋणात्मक सहसंबंध हो

3. सरल सहसंबंध के अंतर्गत अध्ययन किये जाने वाले दोनों चरों में कैसा संबंध पाया जाता है?

a. घनात्मक

b. ऋणात्मक

c. कोई संबंध नहीं

d. उपरोक्त सभी

4. सकल घरेलू उत्पाद में योगदान देनेवाले सभी कार्यकलापों को हम क्या कहते हैं?

a. आर्थिक क्रियायें

b. गैर आर्थिक क्रियाये

c. a और b दोनों

d. इनमें से कोई नहीं

5. महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम कब लागू किया गया ?

a. 2000

b. 2002

c. 2006

d. 2010

6. निम्न में से किस क्षेत्र में अधिक महिलायें कार्यरत हैं?

a. प्राथमिक क्षेत्रक

b. द्वितीयक क्षेत्रक

c. तृतीयक क्षेत्रक

d. चतुर्थक क्षेत्रक

Short Answer Type 4x 2 = 8

7. सहसंबंध क्या है?

उत्तर - एक ऐसी सांख्यिकिय विधि या तकनीक जो दो या दो से अधिक चरों के बीच के सबंध की गणना करती है, सहसंबंध कहलाती है।

8. श्रमिक जनसंख्या अनुपात की परिभाषा दें।

उत्तर- यदि हम भारत में कार्य कर रहे सभी श्रमिकों की संख्या को देश की जनसंख्या से भाग कर उसे 100 से गुणा कर दे तो हमें श्रमिक जनसंख्या अनुपात प्राप्त हो जाएगा।

श्रमिक जनसंख्या अनुपात = (कार्यबल /कुल जनसंख्या) X 100

9. बेरोजगारी की अवधारणा को समझाइये।

उत्तर- बेरोजगारी वह अवस्था है जब व्यक्ति में काम करने की योग्यता, काम करने की क्षमता और काम करने की इच्छा रहते हुए भी प्रचलित मजदूरी दर पर उस व्यक्ति को रोजगार नहीं मिल पाता है। एक धारणा के अनुसार अर्थशास्त्री उसे बेरोजगार मानते हैं जिसे आधे दिन की अवधि में एक घंटे का रोजगार भी नहीं मिल पाया हो। बेरोजगारी भारत की एक प्रमुख आर्थिक व सामाजिक समस्या है, जब देश के योग्य श्रमबल को इच्छा रहते हुए भी अपनी आवश्यकता अनुसार रोजगार नहीं मिलता।

10. स्पीयरमैन का कोटि सहसंबंध किस प्रकार कार्ल पियरसन के सहसंबंध गुणांक से अधिक लाभप्रद है ?

उत्तर - स्पीयरमैन का कोटि सहसंबंध समकों के चरम मूल्य से प्रभावित नहीं होता। इसलिए समंकों में यदि कुछ चरम मूल्य है, तो स्पीययमैन का कोटि सहसंबंध का उपयोग अधिक लाभप्रद होता है।

Long Answer Type 2 x3 = 6

11. X और Y के बीच सहसबंध की गणना करें तथ तथा उनके संबंध पर टिप्पणी करें

X

-3

-2

-1

1

2

3

Y

9

4

1

1

4

9

उत्तर :-

X

Y

A=6

dx

A=15

dy

dx2

dy2

dxdy

-3

9

-4

8

16

64

-32

-2

4

-3

3

9

9

-9

-1

1

-2

0

4

0

0

1

1

0

0

0

0

0

2

4

1

3

1

9

3

3

9

2

8

4

64

16

 

 

Σdx=-6

Σdy=22

Σdx2=34

Σdy2=146

Σdxdy=-22

`r=\frac{-22-6{\frac{-6}6}.{\frac{22}6}}{6\sqrt{{\frac{34}6}-\left(\frac{-6}6\right)^2}\sqrt{\frac{146}6-\left(\frac{22}6\right)^2}}`

r= 0

चूंकि का r का मान शून्य है है अतः X और Y के बीच रैखिय सहसंबंध नहीं है।

12. भारत में अनौपचारिक क्षेत्र के श्रमिकों को कौन कौन सी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

उत्तर- 10 से कम मजदूरों को रोजगार देनेवाले निजी उद्यम, असंगठित या अनौपचारिक क्षेत्र कहलाते हैं। इसके अंतर्गत छोटे किसान, छोटे व्यवसायी, स्वनियोजित व्यक्ति एवं अनियत मजदूर इत्यादि शामिल हैं। भारत के 94 प्रतिशत श्रमिक इस क्षेत्र में कार्यरत है। इनकी कुछ मुख्य समस्यायें निम्नलिखित है।

a. सामाजिक सुरक्षा सुविधाओं का अभाव : इस क्षेत्र में काम कर रहे श्रमिकों को बीमा, पेशन, ग्रेच्युटी और भविष्यनिधि जैसी सामाजिक सुरक्षा उपायों की सुविधा नहीं मिल पाती है। जिससे उन्हें आपातकाल एवं सेवानिवृति के आर्थिक जोखिमों का सामना करना पड़ता है।

b. कम एवं अनियमित आय : अनौपचारिक क्षेत्र के श्रमिकों को कम वेतन प्राप्त होता है, जो उनके और उनके परिवार के रोजमर्रा के खर्चों को पूरा भी नहीं कर पाता। उनको मिलनेवाला वेतन अनियमित होता है।

c. रोजगार सुरक्षा का अभाव : असंगठित वर्ग के कर्मियों को असुरक्षित रोजगार शर्तों का सामना करना पड़ता है। उन्हें बिना क्षतिपूर्ति के कभी भी काम से निकाल दिया जा सकता है।

d. असुरक्षित कार्यस्थिति : सामाजिक सुरक्षा सुविधाओं के अनुपस्थिति में इस वर्ग के श्रमिकों का कार्यक्षेत्र में अनुचित व्यवहार, लंबी कार्य अवधि एवं अन्य प्रकार के शोषण का सामना करना पड़ता है। यह अवस्थायें उन्हें अपने कौशलों को विकसित करने से से रोक देता है।

e. संगठन का अभाव : इस क्षेत्र के मजदूरों को अपने अधिकारों को रक्षा करने के लिए असरदार संगठन एवं कानूनी संरक्षण के लिए उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाता।

इस प्रकार हम देख सकते हैं कि असंगठित क्षेत्रों के मजदूरों को विभिन्न प्रकार की चुनौतियों को सामना करना पड़ता है जो उनके रोजगार की गुणवत्ता को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यही कारण है कि अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन इस क्षेत्र के श्रमिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण प्रयास कर रही है।

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