SAY'S-LAW-OF-MARKETS ('से' का बाजार नियम)
प्रसिद्ध
फ्रैंच अर्थशास्त्री जे. बी. से (Jean Baptiste Say) ने अपनी पुस्तक 'ट्रेट डी
एकनोमिक पोल्टिक' (Traitc D' Economique Politique) में बाजार
सम्बन्धी एक संक्षिप्त नियम का प्रतिपादन किया था। इस नियम को 'से'
का बाजार नियम (Say's Law of Market) कहा जाता है। जे.
बी. 'से' ने यह धारणा व्यक्त की कि “पूर्ति स्वयं अपनी माँग पैदा करती है"
(supply creates its own demand) जिसके कारण अर्थव्यवस्था में
अत्यधिक उत्पादन और बेरोजगारी की समस्या पैदा नहीं होती। यदि
किसी कारण अत्यधिक उत्पादन के कारण श्रमिकों को हटा दिया जाता है और अर्थव्यवस्था
में माँग और पूर्ति एक-दूसरे के समान हो जाते हैं। 'से'
के शब्दों में, “उत्पादन ही वस्तुओं के लिए बाजार पैदा करता है। ज्योंही किसी वस्तु
का उप्पादन होता है, त्याही उसी क्षण से, वह अपने मूल्य की पूरी
मात्रा में अन्य वस्तुओं के लिए बाजार पैदा करता है। दूसरी वस्तु की पूर्ति जितनी
एक वस्तु की माँग के अनुकूल होती है, उतनी कुछ और नहीं।'' संक्षेप में, 'से' के
नियम के अनुसार देश में सामान्य अति उत्पादन एवं सामान्य…