बचत संभाव्य के रूप में अदृश्य बेरोजगारी (Disguised Unemployment as a Saving Potential)

बचत संभाव्य के रूप में अदृश्य बेरोजगारी (Disguised Unemployment as a Saving Potential)
बचत संभाव्य के रूप में अदृश्य बेरोजगारी (Disguised Unemployment as a Saving Potential)
अदृश्य बेरोजगारीका अर्थ (MEANING OF DISGUISED UNEMPLOYMENT) अदृश्य बेरोजगारी का वास्तविक अर्थ है कि तकनीकों और उत्पादक साधनों के दिए हुए होने पर कृषि में श्रम की सीमांत उत्पादकता शून्य है। इसलिए यह सम्भव है कि फार्म का कुल उत्पादन घटाए बिना कुछ अतिरेक श्रम कृषि से हटा लिया जाए। यह अधिकतर अति जनसंख्या वाले अल्पविकसित देशों की महत्त्वपूर्ण विशेषता है। इस प्रकार की बेरोजगारी वहां पाई जाती है, जहाँ वैकल्पिक अथवा पूरक रोजगार के अवसरों के अभाव में बहुत अधिक श्रमिक कृषि में लगे हों। उदाहरण के लिए, यदि किसी फार्म की काश्त में सात व्यक्ति लगे हैं, जिसे कि पाँच काश्त कर सकते थे, तो इसका मतलब है कि सातों के सातों श्रमिक पूर्ण रूप से काम पर नहीं लगे हैं। इसका अर्थ है कि दो श्रमिक फार्म के उत्पादन में कोई योगदान नहीं देते और उनकी सीमात उत्पादकता है। प्रोफेसर ए० के० सेन अदृश्य बेरोजगारी की इस व्याख्या से सहमत नहीं हैं। वह पूछते हैं कि "यदि श्रम की सीमांत उत्पादकता, काफी हद तक, शून्य है तो श्रम नियुक्त ही क्यों किया जाता है?" श्रम तथा श्रम-समय में भेद न कर सकने से यह गड़बड़ पैदा होती है। सेन…