सांख्यिकी का अर्थ, परिभाषा एवं क्षेत्र (MEANING, DEFINITION AND SCOPE OF STATISTICS)

सांख्यिकी का अर्थ, परिभाषा एवं क्षेत्र (MEANING, DEFINITION AND SCOPE OF STATISTICS)
यह तो सर्वविदित ही है कि आज विश्व प्रगति की ओर अग्रसर है। वैज्ञानिक उन्नति के कारण आर्थिक उन्नति और समृद्धि हमारा लक्ष्य बन गया है। आर्थिक समृद्धि का आधार सुनियोजित आर्थिक विकास है। सांख्यिकी विज्ञान का योगदान इस महान कार्य में प्रशंसनीय है। योजना-बद्ध आर्थिक विकास के लिये हमें अंकों का ज्ञान होना परमावश्यक है। मनुष्य, चाहे वह कितना ही तीक्ष्ण बुद्धि वाला क्यों न हो, सभी बातों को याद नहीं रख सकता। वह अपने जीवन में घाटेत महत्वपूर्ण घटनाओं को तो फिर भी याद रख सकता है, किन्तु अंकों का स्मरण रखना तो अत्यन्त ही दुष्कर है। इसीलिए समय-समय पर मानव-जीवन के विभिन्न पहलुओं से संबंधित अंकों को लिख लिया जाता है जो भविष्य में तुलनात्मक अध्ययन के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध होते हैं। आज जब हम राष्ट्रीय आय, औद्योगीकरण, परिवहन के विकास आदि की बात करते हैं तो हमारा पथ-प्रदर्शन अंक ही करते हैं। मनुष्य के ज्ञान व अनुभव का अंकों में यह लिखित रूप ही हमारी सभ्यता व हमारे विकास का आधार है। यहीं से सांख्यिकी का प्रारम्भ होता है। सांख्यिकी का प्रारम्भ सांख्यिकी का जन्म राष्ट्रीय संगठन के साथ-साथ हुआ। जैसे-जैसे पुरातन …