जनसंख्या की व्यावसायिक संरचना (Occupational Structure)

जनसंख्या की व्यावसायिक संरचना (Occupational Structure)
जनसंख्या की व्यावसायिक संरचना (Occupational Structure)
देश अथवा क्षेत्र की अर्थव्यवस्था की प्रवृत्ति, प्रकार, आर्थिक विकास के स्तर आदि की जानकारी प्राप्त करने के लिए किया जाता है। यद्यपि किसी भी राष्ट्र में क्षेत्रीय आधार पर भिन्न-भिन्न भौतिक, सामाजिक और आर्थिक कारकों के कारण व्यवसायगत वैविध्य मिलता है। परिणामस्वरूप क्षेत्रीय व्यवसायगत वैविध्य अथवा विभिन्नता का कारणयुक्त तुलनात्मक अध्ययन, क्षेत्र के सम्पूर्ण नियोजन के लिए ठोस आधार प्रस्तुत करता है। इसके लिए जनसंख्या की व्यावसायिक संरचना को अध्ययन आवश्यक हो जाता है। इन प्राथमिक संसाधनों के प्रयोग का व्यापारीकरण प्रमुख रूप से व्यवसायों की विविधता को निर्धारित करता है। औद्योगिक तथा प्राविधिक विकास भी कई तरह के व्यवसायों को विकसित करते हैं। कभी-कभी राजनीतिक प्रणालियाँ भी व्यवसायों की संरचना को नियंत्रित करती हैं। मानवीय विज्ञानों में सामाजिक-आर्थिक विकास के मापदण्ड के रूप में व्यावसायिक संरचना के अध्ययन को प्रयोग में लाया जाता है। सभ्यता के विकास स्तर का निश्चित व्यवसायगत विभिन्नता के आधार पर कुछ विशेष ज्ञान प्राप्त करते हैं। उपरोक्त अध्ययन के आधार पर स्पष्ट किया जा सकता है कि व्यवसायगत वैविध्य…