माल्थसवाद (MALTHUSION THEORIES)

माल्थसवाद (MALTHUSION THEORIES)
माल्थसवाद (MALTHUSION THEORIES)
प्राचीन भूगोलविद्वानों अर्थात् प्रकृतिवादियों, वाणिकवादियों तथा अन्य समकालीन विचारकों ने जनसंख्या के जो सिद्धान्त प्रस्तुत किए थे वह समय के साथ-साथ बढ़ती जनसंख्या की वजह से अनुपयुक्त दिखाई देने लगे। जनसंख्या वृद्धि की वजह से आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक समस्याओं को देखते हुए लोग इस बात से असहमत थे कि राज्य को जनसंख्या वृद्धि को प्रोत्साहित करना चाहिए। तीव्र गति से बढ़ती हुई जनसंख्या को नियंत्रित करने के विभिन्न उपायों पर लोगों का ध्यान आकर्षित होने लगा था। वह स्थिति उत्पन्न हो गयी थी कि देश को सम्पन्न बनाने वाली जनसंख्या की वृद्धि की भौतिक नियंत्रणों की क्रियाशीलता में सामान्यतया कमी होगी और मनोवानिक नियंत्रण क्रियाशील होने लगेंगे। विभिन्न विचारक जनसंख्या वृद्धि के अच्छे एवं बुरे परिणामों से विश्व को सचेत करने में प्रयत्नशील थे। इसी मध्य माल्थस के पिता के मित्र विलियम गाडविन ने अपनी पुस्तक 'Political Justice' में विज्ञान एवं समाज की उन्नति पर पूर्ण विश्वास व्यक्त करते हुए जनसंख्या के सम्बन्ध में एक बड़ा ही आशापूर्ण चित्र प्रस्तुत करते हुए बताया कि जनसंख्या से लाभ ही है, हानि नहीं…