माल्थस के पूर्व जनसंख्या के सिद्धांत (PRE-MALTHUSIAN POPULATION THEORIES)

माल्थस के पूर्व जनसंख्या के सिद्धांत (PRE-MALTHUSIAN POPULATION THEORIES)
माल्थस के पूर्व जनसंख्या के सिद्धांत (PRE-MALTHUSIAN POPULATION THEORIES)
माल्थस के पूर्व जनसंख्या के सिद्धांत (PRE-MALTHUSIAN POPULATION THEORIES) सामान्यतः जनांकिकीय सिद्धान्तों में जनसंख्या को प्रभावित करने वाले विभिन्न तत्वों तथा जनसंख्या के विकास में सहसम्बन्ध का अध्ययन करते हैं। जनसंख्या-विकास की गति पर किसी विशिष्ट परिवेश में मृत्यु-दर,जन्म-दर, अप्रवासी, आवास आदि का क्या प्रभाव है, आदि सम्बन्ध का अध्ययन करते हैं। तथा ये तत्व आर्थिक विकास को किस प्रकार प्रभावित करते हैं तथा आर्थिक विकास से किस प्रकार प्रभावित होते हैं, आदि का अध्ययन करते हैं। जनांकिकी व जनसंख्या से सम्बन्धित माल्थस का सिद्धान्त महत्वपूर्ण माना जाता है। माल्थस से पूर्व-विचारकों के मत:- यद्यपि प्राचीन तथा मध्ययुगीन भारत के आर्थिक एवं जनसंख्या मानन्धी विचार न तो संगठित व क्रमबद्ध रूप में प्राप्त हैं तथा न ही वर्तमान आर्थिक दशाओं में उनका कोई विशेष महत्व है। किन्तु अर्थशास्त्र के विद्यार्थी के लिए उनका अध्ययन ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होना लाभदायक सिद्ध हो सकता है। प्राचीन भारत के आर्थिक विचारों के अध्ययन के लिये हमें प्राचीन दार्शनिकों तथा विद्वानों के ग्रन्थों में उन स्थलों को खोजना प…