पाठ्यपुस्तक से अभ्यास प्रश्न
प्रश्न 1. नीचे दिए गए चार विकल्पों में से सही उत्तर को चुनिए
(i) निम्न में से किस प्रकार की बस्तियाँ सड़क, नदी या नहर के किनारे
होती हैं
(क)
वृत्ताकार
(ख)
चौक पट्टी
(ग) रेखीय
(घ)
वर्गाकार।
(ii) निम्न में से कौन-सी एक आर्थिक क्रिया ग्रामीण बस्तियों की मुख्य
आर्थिक क्रिया है-
(क) प्राथमिक
(ख)
तृतीयक
(ग)
द्वितीयक
(घ)
चतुर्थ।
(iii) निम्न में से किस प्रदेश में प्रलेखित प्राचीनतम नगरीय बस्ती
रही है
(क)
ह्वांगहो की घाटी
(ख) सिन्धु घाटी
(ग)
नील घाटी
(घ)
मैसोपोटामिया।
(iv) 2006 के प्रारम्भ में भारत में कितने मिलियन सिटी थे
(क) 40
(ख)
41
(ग)
42
(घ)
43.
(v) विकासशील देशों की जनसंख्या के सामाजिक ढाँचे के विकास एवं आवश्यकताओं
की पूर्ति में कौन-से प्रकार के संसाधन
सहायक हैं
(क)
वित्तीय
(ख)
मानवीय
(ग)
प्राकृतिक
(घ) सामाजिक।
प्रश्न 2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए
(i) आप बस्ती को कैसे परिभाषित करेंगे?
उत्तर:
बस्ती से अभिप्राय उस मानव अधिवास से है जिसमें एक से अधिक मकान होते हैं और जहाँ लोग
सारा कार्य एक निर्मित क्षेत्र के भीतर ही करते हैं। ये सामान्यतया दो प्रकार की होती
हैं
1.
ग्रामीण एवं 2. नगरीय बस्तियाँ।
(ii) स्थान ( साइट) एवं स्थिति (सिचुएशन) के मध्य अन्तर बताइए।
उत्तर:
स्थान (साइट) एवं स्थिति (सिचुएशन) के मध्य अन्तर
क्र०सं० |
बस्तियों के स्थान (साइट ) |
बस्तियों की स्थिति (सिचुएशन ) |
1. |
बस्ती के स्थान / स्थल से तात्पर्य उस वास्तविक भूमि से है जिस पर बस्ती विकसित हुई है। |
बस्ती की स्थिति से तात्पर्य उस बस्ती के आस-पास के गाँवों के सम्बन्ध में उसकी स्थिति बताना होता है। |
2. |
बस्ती का स्थान कोई मैदानी भाग, पहाड़ी क्षेत्र, नदी का किनारा अथवा एक तालाब या झील हो सकता है। |
बस्ती की स्थिति का अध्ययन प्राकृतिक पर्यावरण तथा सांस्कृतिक विरासत के सन्दर्भ में भी किया जा सकता है। |
(iii) बस्तियों के वर्गीकरण के क्या आधार हैं?
उत्तर:
बस्तियों के वर्गीकरण के आधार निम्नलिखित हैं
👉
जनसंख्या का आकार, तथा
👉
प्रकार्य अथवा आर्थिक आधार।
इन
दो आधारों के अनुसार बस्तियाँ दो प्रकार की होती हैं
👉
ग्रामीण बस्तियाँ, एवं
👉
नगरीय बस्तियाँ।।
(iv) मानव भूगोल में मानव बस्तियों के अध्ययन का औचित्य बताएँ।
उत्तर:
मानव बस्तियों का अध्ययन मानव भूगोल का आधार है इसलिए मानव भूगोल में बस्तियों का अध्ययन
आवश्यक हो जाता है, क्योंकि किसी विशेष प्रदेश में बस्तियों का प्रारूप मनुष्य और पर्यावरण
के सम्बन्धों को प्रदर्शित करता है। मानव बस्तियाँ वह स्थान हैं जहाँ मनुष्य स्थायी
रूप से रहता है।
प्रश्न 3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 150 शब्दों से अधिक में न दीजिए
:
(i) ग्रामीण एवं नगरीय बस्ती किसे कहते हैं? उनकी विशेषताएँ बताएँ।
उत्तर:
ग्रामीण बस्ती-वे बस्तियाँ जो भूमि से सीधी तथा काफी नजदीकी से जुड़ी होती हैं, ‘ग्रामीण
बस्तियाँ’ कहलाती हैं। इन बस्तियों के लोग मुख्यत: प्राथमिक व्यवसाय में लगे होते हैं।
ग्रामीण
बस्ती की विशेषताएँ
👉
ग्रामीण बस्ती में लोग मुख्यत: कृषि तथा पशुपालन पर निर्भर करते हैं।
👉
इनका आकार छोटा होता है।
👉
इनमें आधुनिक सुविधाओं का अभाव होता है।
👉
इनमें जनसंख्या घनत्व काफी कम होता है।
👉
इन बस्तियों में मकान बिखरे हुए होते हैं।
नगरीय
बस्ती – वे बस्तियाँ जो गैर-कृषिगत क्रियाकलापों जैसे उद्योग, व्यापार, परिवहन, प्रशासनिक
तथा सामुदायिक सेवाओं सम्बन्धी कार्यों में लगी रहती हैं, ‘नगरीय बस्तियाँ’ कहलाती
हैं।
नगरीय
बस्ती की विशेषताएँ
👉
नगरीय बस्ती में लोगों का व्यवसाय निर्माण उद्योग, व्यापार तथा प्रशासन होता है।
👉
इनका आकार बड़ा होता है।
👉
नगरों में परिवहन, चिकित्सा, शिक्षा आदि सेवाओं की अधिक सुविधाएँ प्राप्त होती हैं।
👉
इनमें जनसंख्या घनत्व काफी अधिक होता है।
👉
इन बस्तियों में आवास पास-पास होते हैं।
(ii) विकासशील देशों में नगरीय बस्तियों की समस्याओं का विवेचन कीजिए।
उत्तर:
विकासशील देशों में नगरीय बस्तियों की समस्याएँ विकासशील देशों में नगरीय बस्तियों
की प्रमुख समस्याएँ निम्नलिखित हैं
1.
मलिन बस्तियों में वृद्धि – बड़े नगरों का आकार मुख्यत: ग्रामीण जनसंख्या का नगरों
की ओर प्रवास है। ये लोग रोजगार की तलाश में नगरों की ओर प्रस्थान करते हैं। नगर में
अनियमित, अनियोजित तथा अनियन्त्रित रूप से मलिन बस्तियाँ बनने लगती हैं। बड़े नगरों
में यह समस्या विशेष रूप से उत्पन्न हो जाती है।
2.
नगरीय विस्तार – जैसे ही नगरों की जनसंख्या बढ़ती है वे चारों ओर बाहर की ओर फैलते
हैं और कृषि योग्य भूमि का हरण करते हैं। वृहद् नगरों के आस-पास उपनगर बन जाते हैं।
इस तरह नगर और अधिक विस्तृत हो जाते हैं।
3.
सुगम यातायात की समस्या – नगरों में अनियमित बस्तियों के फैलाव से अनेक समस्याएँ उत्पन्न
हो गई हैं। इनमें से एक प्रमुख समस्या सुगम यातायात की समस्या भी है। नगरों में बढ़ती
भीड़ को परिवहन की आवश्यकता होती है, जिससे यातायात प्रभावित हो जाता है।
4.
प्रदूषण – नगरों के अनियमित तथा अनियोजित विकास से विभिन्न प्रकार के प्रदूषणों का
विकास होता है।
5.
अन्य समस्याएँ – उपर्युक्त समस्याओं के अलावा नगरीय बस्तियों में कुछ अन्य समस्याएँ
भी पायी जाती हैं; जैसे-सीवर प्रणाली, शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, बेरोजगारी, सामाजिक
प्रदूषण आदि।
अन्य परीक्षाउपयोगी महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
दीर्घउत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. ग्रामीण बस्तियों के प्रतिरूप का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
ग्रामीण बस्तियों के प्रतिरूप ग्रामीण बस्तियों का प्रतिरूप यह दर्शाता है कि मकानों
की स्थिति किस प्रकार एक-दूसरे से सम्बन्धित है। गाँव की आकृति और आकार को प्रभावित
करने वाले कारकों में गाँव की स्थिति, समीपवर्ती स्थलाकृति एवं क्षेत्र का भू-भाग प्रमुख
स्थान रखते हैं।
1.
विन्यास के आधार पर इसके मुख्य प्रकार हैं – मैदानी ग्राम, पठारी ग्राम, तटीय ग्राम,
वन ग्राम एवं मरुस्थलीय ग्राम आदि।
2.
कार्य के आधार पर इसके मुख्य प्रकार हैं – कृषि ग्राम, मछुआरों के ग्राम, लकड़हारों
के ग्राम, पशुपालक ग्राम आदि।
3. बस्तियों के आधार पर – ग्रामीण बस्तियों के प्रतिरूप उनकी आकृति, पर्यावरण तथा संस्कृति के द्वारा निर्धारित होते हैं। इन बस्तियों के मुख्य प्रतिरूप कई प्रकार की ज्यामितिक आकृतियाँ होती हैं; जैसे
(i)
रैखिक प्रतिरूप — इस प्रकार की बस्तियों में मकान सड़कों, रेल लाइनों, नदियों, नहरों,
घाटी के किनारे या तटबन्धों पर स्थित होते हैं।
(ii)
आयताकार प्रतिरूप – ग्रामीण बस्तियों का यह प्रतिरूप समतल क्षेत्रों अथवा चौड़ी अन्तरा
पर्वतीय घाटियों में पाया जाता है। इसमें सड़कें आयताकार होती हैं जो एक-दूसरे को समकोण
पर काटती हैं।
(iii)
वृत्ताकार प्रतिरूप – इस प्रतिरूप के गाँव झीलों व तालाबों आदि क्षेत्रों के चारों
तरफ बस्ती बस जाने से विकसित होते हैं।
(iv)
तारे के आकार का प्रतिरूप – जहाँ कई मार्ग आकर एक स्थान पर मिलते हैं और उन मार्गों
के सहारे मकान बन जाते हैं, वहाँ तारे के आकार की बस्तियाँ विकसित होती हैं।
(v)
‘टी आकार’,’वाई आकार’,’क्रॉस आकार के प्रतिरूप – ‘टी’ के आकार की बस्तियाँ सड़क के
तिराहे पर विकसित होती हैं, जबकि ‘वाई’ आकार बस्तियाँ उन क्षेत्रों में पायी जाती हैं
जहाँ पर दो मार्ग आकर तीसरे मार्ग से मिलते हैं। ‘क्रॉस’ आकार की बस्तियाँ चौराहों
पर प्रारम्भ होती हैं जहाँ चौराहे से चारों दिशा में बसाव आरम्भ हो जाता है।
(vi)
दोहरा प्रतिरूप – नदी पर पुल या फेरी के दोनों तरफ इन बस्तियों का विस्तार होता है।
प्रश्न 2. ग्रामीण बस्तियों की समस्याओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
ग्रामीण बस्तियों की समस्याएँ ग्रामीण बस्तियों की प्रमुख समस्याएँ निम्नलिखित हैं
1.
पेयजल का अभाव – संसार के अधिकतर गाँवों में पेयजल की गम्भीर समस्या है। महिलाओं व
बच्चों को कई-कई किमी दूर से पानी लाना पड़ता है। रेगिस्तानी और पर्वतीय भागों में
पेयजल की समस्या अत्यधिक गम्भीर है।
2.
जलवाहित रोग – पेयजल की गुणवत्ता ठीक न होने से जलवाहित रोग जैसे हैजा, पीलिया आदि
फैलते हैं।
3.
बाढ़ और सूखा – दक्षिण एशिया के देशों के गाँव बाढ़ और सूखे दोनों की ही मार सहने को
अभिशप्त हैं। सिंचाई के अभाव में सूखा पड़ने पर फसलों को भारी हानि होती है।
4.शौचालयों
और कचरे की समस्या – गाँव में शौचालयों के न होने से महिलाओं को अधिक कठिनाई उठानी
पड़ती है। वे इसी कारण अनेक रोगों का शिकार हो जाती हैं। गाँवों में कचरे की निपटान
की कोई सुचारु व्यवस्था नहीं है।
5.
मानव और पशु एक साथ – पशुओं को और उनके चारे को अपने घर में या घर के अति निकट घेर
में रखना किसान की मजबूरी है, लेकिन इससे अनेक रोगों के फैलने का खतरा बना रहता है।
6.
परिवहन और संचार साधनों का अभाव – गाँव में पक्की सड़कों का अभाव है। टेलीफोन सविधा
सभी गाँवों में नहीं है, अत: आपातकाल में गाँव शेष दुनिया से कट जाते हैं। अनेक गाँव
वर्षा ऋतु में सम्पर्कविहीन बने रहते हैं।
7.स्वास्थ्य
और शिक्षा का अभाव – गाँवों में स्वास्थ्य और शिक्षा का अभाव है। यदि कहीं सुविधा है
भी तो उसका स्तर बहुत घटिया है।
प्रश्न 3. ग्रामीण बस्तियों की अवस्थिति को प्रभावित करने वाले कारकों
की व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
‘ग्रामीण बस्तियों की अवस्थिति को प्रभावित करने वाले कारक निम्नलिखित हैं
1.
जल की उपलब्धता – सामान्यतया ग्रामीण बस्तियाँ जलस्रोतों के समीप स्थित होती हैं, क्योंकि
वहाँ जल आसानी से उपलब्ध हो जाता है।
2.
भूमि – मनुष्य बसने के लिए उस स्थान का चयन करता है जहाँ की भूमि खेती के लिए उपयुक्त
व उपजाऊ हो। किसी भी क्षेत्र में प्रारम्भिक अधिवासी उपजाऊ एवं समतल क्षेत्रों में
ही बसते थे।
3.
उच्च भूमि के क्षेत्र – बस्तियाँ बसाने के लिए मनुष्य ऊँचे क्षेत्रों को इसलिए चुनता
है कि वहाँ पर बाढ़ के समय होने वाले नुकसान से बचा जा सके और मकान व जीवन सुरक्षित
रह सके।
4.
गृह निर्माण सामग्री – मनुष्य अपनी बस्तियाँ वहाँ बसाता है जहाँ आसानी से लकड़ी, पत्थर
आदि प्राप्त हो जाते हैं। प्राचीन गाँवों को वनों को काटकर बनाया गया था, क्योंकि वहाँ
लकड़ी बहुतायत में थी।
5.
सुरक्षा – राजनीतिक अस्थिरता, युद्ध या पड़ोसी समूहों के उपद्रवी होने की स्थिति में
गाँवों को सुरक्षात्मक पहाड़ियों एवं द्वीपों पर बसाया जाता था। भारत में अधिकतर दुर्ग
ऊँचे स्थानों अथवा पहाड़ियों पर बने हुए हैं।
प्रश्न 4. नगरीय बस्तियों के वर्गीकरण के आधारों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
नगरीय बस्तियों के वर्गीकरण का आधार नगरीय बस्तियों के वर्गीकरण के आधार निम्नलिखित
हैं
1.
जनसंख्या का आकार – नगर को परिभाषित करने के लिए अधिकतर देशों में जनसंख्या को मुख्य
आधार माना है, लेकिन जनसंख्या का मापदण्ड भिन्न-भिन्न देशों में भिन्न-भिन्न है। उदाहरणत:
डेनमार्क, स्वीडन तथा फिनलैण्ड में किसी बस्ती को नगर कहलाने के लिए 250 व्यक्तियों
की जनसंख्या ही पर्याप्त है। आइसलैण्ड में नगर होने के लिए न्यूनतम जनसंख्या 300 व्यक्ति
होने चाहिए। भारत में न्यूनतम 5,000 तथा जापान में 30,000 व्यक्तियों की बस्ती को ही
नगर कहा जाता है।
2.
व्यावसायिक संरचना – कुछ देशों जैसे भारत में जनसंख्या के आकार के अतिरिक्त कुछ आर्थिक
गतिविधियों को नगरीय बस्तियाँ परिभाषित करने का मापदण्ड बनाया जाता है। उदाहरणतः भारत
में किसी बस्ती को नगर तभी कहा जाता है जब वहाँ कम-से-कम 75 पुरुषों का श्रमिक बल ऐसे
कार्यों में लगा हो जो कृषि से सम्बन्धित न हो।
3.
प्रशासनिक निर्णय – नगरों को प्रशासनिक आधार पर ही पारिभाषित किया जाता है। उदाहरणत:
भारत में वे सभी स्थान जहाँ पर नगरपालिका, कैन्टोनमेन्ट बोर्ड, कॉर्पोरेशन तथा नोटिफाइड
टाउन एरिया कमेटी हैं, नगर कहलाते हैं।
प्रश्न 5. नगरीय बस्तियों के प्रकार का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
नगरीय बस्तियों के प्रकार नगरीय बस्तियों के प्रमुख प्रकार निम्नलिखित हैं
1.
नगर – नगर की संकल्पना को गाँव के सन्दर्भ में आसानी से समझा जा सकता है। नगर और गाँव
को अलग करने के लिए न तो हमेशा जनसंख्या का आकार ही अकेला मापदण्ड होता है और न ही
नगरों और गाँवों के कार्यों की विषमता सदैव स्पष्ट होती है। नगर गाँव से बड़ी एक ऐसी
संहत बस्ती होती है जिसमें जन-समुदाय नगरीय जीवन व्यतीत करता है।
2.
शहर — किसी प्रदेश के अनेक नगरों में से अग्रणी नगर को शहर कहा जाता है। स्पष्ट है
कि कोई भी नगर तभी शहर का दर्जा प्राप्त करता है जब वह स्थानीय और प्रादेशिक स्तर पर
अपने प्रतिस्पर्धी अनेक नगरों को पछाड़ देता है। शहर न केवल नगरों से आकार और जनसंख्या
में बड़े होते हैं, बल्कि उनके आर्थिक कार्य भी अधिक और जटिल होते हैं।
3.
मिलियन सिटी — विश्व में दस लाख की जनसंख्या वाले शहरों की संख्या निरन्तर बढ़ रही
है। सन् 1950 तक विश्व में मिलियन सिटी कहे जाने वाले शहरों की संख्या 80 थी। इसके
बाद लगभग हर 30 साल बाद दस लाख की जनसंख्या वाले शहरों की संख्या तीन गुनी हो गई।
4.
सन्नगर – ‘सन्नगर’ शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग पैट्रिक गिडिज ने सन् 1915 में किया था।
सन्नगर विशाल और सतत नगरीय क्षेत्र होता है जो अलग-अलग नगरों या शहरों के आपस में मिल
जाने से बनता है। . आर्थिक विकास और जनसंख्या प्रसार के परिणामस्वरूप किसी नगर के आसन्न
नगरों का सम्मिलन ‘सन्नगर’ कहलाता है। मानचेस्टर, ग्रेटर लन्दन, शिकागो, टोकियो एवं
ग्रेटर मुम्बई सन्नगर के उदाहरण हैं।
5.
विश्वनगरी ( मेगापोलिस) – यह यूनानी शब्द ‘मेगालोपोलिस’ से बना है जिसका अर्थ होता
है’विशाल नगर’। मेगा सिटी’ शब्दावली का प्रयोग सर्वप्रथम जीन गौटमैन ने उस आबाद क्षेत्र
के लिए किया था जो इस समय दक्षिणी हैम्पशायर से उत्तरी वर्जीनिया तक फैला हुआ है। यह
एक बड़ा महासागरीय प्रदेश होता है जिससे सन्नगरों का समूह और जनसंख्या का सतत विस्तार
पाया जाता है।
लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. भारत में कब कोई बस्ती ‘नगर’ कहलाती है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
भारतीय जनगणना विभाग उन सभी आवासीय इकाइयों को नगर की श्रेणी में वर्गीकृत करता है
जहाँ नगरपालिका या कॉर्पोरेशन या कैंटोनमेण्ट बोर्ड या नोटिफाइड टाउन एरिया कमेटी हो।
उपर्युक्त विशेषता के बिना भी कोई आवासीय नगर कहलाता है यदि वह इकाई निम्नलिखित शर्तों
को पूरा करती हो
👉
उसकी जनसंख्या 5,000 से अधिक हो।
👉
वहाँ जनसंख्या का घनत्व 400 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी हो।
👉
कम-से-कम 75 प्रतिशत पुरुषों का श्रमिक बल गैर-कृषि कार्यों में संलग्न हो।
प्रश्न 2. संहत बस्तियों की विशेषताएँ बताइए।
उत्तर: संहत बस्तियों की निम्नलिखित विशेषताएँ हैं
👉
संहत बस्तियाँ नदी घाटियों तथा उपजाऊ समतल मैदानों में विकसित होती हैं।
👉
इन बस्तियों में बहुत सारे मकान एक साथ बने होते हैं। यहाँ मकान एक-दूसरे से सटे हुए
होते हैं।
👉
इन बस्तियों का आकार भूमि की उपजाऊ क्षमता तथा निकटवर्ती क्षेत्र में उपलब्ध प्राकृतिक
संसाधनों की मात्रा पर निर्भर करता है।
👉
इन बस्तियों के निवासी सामूहिक जीवन व्यतीत करते हैं।
प्रश्न 3. प्रकीर्ण बस्तियों के लक्षणों पर प्रकाश डालिए।
उत्तर:
प्रकीर्ण बस्तियों के निम्नलिखित लक्षण हैं
👉
प्रकीर्ण बस्तियाँ प्राय: पर्वतीय, पठारी तथा उच्च भूमियों के क्षेत्र में बिखरी हुई
पायी जाती हैं।
👉
ऐसी बस्तियों में दो-तीन घर होते हैं क्योंकि ये बस्तियाँ विरल जनसंख्या वाले क्षेत्रों
में विकसित होती हैं।
👉
खेत बड़े-बड़े होते हैं।
👉
इन घरों को प्रायः कृषि भूमि या कई बार खाली भूमि अलग करती है।
प्रश्न 4. प्रशासनिक नगर पर टिप्पणी लिखिए।
उत्तर:
प्रशासनिक नगर-ये नगर प्रशासनिक केन्द्र होते हैं। राष्ट्रीय स्तर पर देशों की राजधानियाँ;
जैसे-नई दिल्ली, मनीला, मास्को, बीजिंग, पेरिस, लन्दन आदि तथा राज्य स्तर पर उनकी राजधानियाँ;
जैसेचण्डीगढ़, गांधीनगर, भोपाल इत्यादि प्रशासनिक नगरों के उदाहरण हैं। ऐसे नगरों में
संसद भवन या विधानसभा भवन तथा बड़ी संख्या में सरकारी इमारतें व सरकारी आवास होते हैं।
प्रश्न 5. अनधिकृत/अवैध बस्ती की प्रमुख विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:
अनधिकृत/अवैध बस्ती की विशेषताएँ
भौतिक
विशेषताएँ — इन अवैध बस्तियों में जमीन के गैर-कानूनी कब्जे के कारण न्यूनतम जरूरी
सुविधाएँ भी नहीं पायी जातीं। इन बस्तियों में जलापूर्ति, स्वच्छता, बिजली, सड़कें,
नालियों, स्कूलों व स्वास्थ्य केन्द्रों का अभाव होता है।
सामाजिक
विशेषताएँ — इन बस्तियों में मुख्यतः निम्न आयु वर्ग के लोग निवास करते हैं।
वैधानिक
विशेषताएँ – इन बस्तियों के लोगों के पास भू-स्वामित्व का अभाव होता है।
प्रश्न 6. एक स्वस्थ शहर कैसा होना चाहिए? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार एक स्वस्थ शहर में निम्नलिखित सुविधाएँ होनी चाहिए
👉
‘स्वच्छ’ एवं ‘सुरक्षित’ वातावरण।
👉
सभी निवासियों की आधारभूत आवश्यकताओं को पूरा करना।
👉
स्थानीय प्रशासन में समुदाय की भागीदारी।
👉
सभी के लिए आसानी से उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाएँ।
प्रश्न 7. यू०एन०डी०पी० की नगर रणनीति की प्राथमिकताओं को समझाइए।
उत्तर:
यू०एन०डी०पी० की नगर रणनीति की प्राथमिकताएँ
👉
शहरी निर्धनों के लिए और अधिक मकानों का निर्माण किया जाए।
👉
शहरों में सभी को शिक्षा, प्राथमिक स्वास्थ्य, स्वच्छ जल एवं सफाई के प्रबन्ध जैसी
सुविधाएँ प्रदान की जाएँ।
👉
बुनियादी सेवाओं और सरकारी सुविधाओं तक महिलाओं की पहुँच में सुधार किया जाए।
👉
ऊर्जा के उपयोग एवं परिवहन के वैकल्पिक तन्त्र को उन्नत किया जाए।
👉
वायु प्रदूषण को कम किया जाए।
अतिलघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. बस्ती किसे कहते हैं?
उत्तर:
घरों के समूह को बस्ती कहते हैं। यह ग्राम, नगर या शहर हो सकता है।
प्रश्न 2. नगर और ग्रामों में मूलभूत अन्तर क्या है?
उत्तर:
नगर और ग्रामों में मूलभूत अन्तर लोगों के व्यवसाय में है।
प्रश्न 3. उपनगर क्या है?
उत्तर:
बड़े नगरों के समीप छोटे-छोटे से नगर बस जाते हैं, जिन्हें ‘उपनगर’ कहा जाता है।
प्रश्न 4. स्थल से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
स्थल से अभिप्राय उस वास्तविक भूमि से है जिस पर कोई बस्ती बसी हुई है।
प्रश्न 5. बस्ती की स्थिति से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
बस्ती की स्थिति से तात्पर्य आस-पास के गाँवों या शहरों के सन्दर्भ में उसकी अवस्थिति
को बताना है।
प्रश्न 6. आर्थिक कार्यों की प्रकृति के आधार पर बस्तियों के कितने
प्रकार हैं?
उत्तर:
आर्थिक कार्यों की प्रकृति के आधार पर बस्तियाँ दो प्रकार की होती हैं
1.
ग्रामीण बस्तियाँ, एवं 2. नगरीय बस्तियाँ।
प्रश्न 7. ग्रामीण बस्ती से क्या आशय है?
उत्तर:
ग्रामीण बस्ती से आशय उस बस्ती से है जिसके निवासी अपने जीवन-यापन के लिए भूमि विदोहन
पर निर्भर करते हैं। अधिकांश ग्रामीण बस्तियों के अधिकांश निवासी कृषि कार्यों में
संलग्न रहते हैं।
प्रश्न 8. संहत बस्तियों से क्या आशय है?
उत्तर:
संहत बस्तियाँ वे होती हैं जिनमें मकान एक-दूसरे के समीप बनाए जाते हैं।
प्रश्न 9. प्रकीर्ण बस्तियों से क्या आशय है?
उत्तर:
प्रकीर्ण बस्तियों में मकान दूर-दूर होते हैं तथा प्रायः खेतों के द्वारा एक-दूसरे
से अलग होते हैं।
प्रश्न 10. नगर क्या है?
उत्तर:
नगर ऐसे सघन व स्थायी बसे मानवीय अधिवास होते हैं जिनमें गैर-कृषिगत क्रियाकलापों जैसे
उद्योग, व्यापार, परिवहन, प्रशासनिक तथा सामुदायिक सेवाओं सम्बन्धी कार्यों की प्रधानता
मिलती है।
प्रश्न 11. नगरीकरण की प्रक्रिया क्या है?
उत्तर:
कुल जनसंख्या नगरीय जनसंख्या के अनुपात में वृद्धि को नगरीकरण की प्रक्रिया कहते हैं।
प्रश्न 12. प्रतिरक्षा नगर क्या है?
उत्तर:
प्रतिरक्षा नगरों में देश के सैनिकों के निवास, अभ्यास तथा प्रशिक्षण की व्यवस्था होती
है। इन्हें कैंटोनमेण्ट अथवा संक्षेप में कैंट कहा जाता है; जैसे-दिल्ली छावनी, मेरठ
छावनी आदि।
प्रश्न 13. मलिन बस्ती का क्या अर्थ है?
उत्तर:
मलिन बस्तियाँ अनधिकृत बस्तियों से अलग होती हैं। मलिन बस्तियाँ वे आवासीय क्षेत्र
होते हैं जहाँ भौतिक और सामाजिक परिस्थितियाँ अत्यन्त दयनीय होती हैं। भारत में धारावी
(मुम्बई) एशिया की सबसे बड़ी मलिन बस्ती है।
प्रश्न 14. अवैध बस्ती से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
निजी भूमि खरीदने के स्थान पर जब लोग किसी और की जमीन अथवा खाली पड़ी सार्वजनिक भूमि
पर घर बना लेते हैं तो ऐसी बस्ती ‘अवैध बस्ती’ कहलाती है।
प्रश्न 15. नगरीय बस्तियों के प्रकार बताइए।
उत्तर: नगरीय बस्तियों के प्रकार हैं
1.
नगर
2.
शहर
3.
मिलियन सिटी
4.
सन्नगर
5.
विश्वनगरी।
बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. नदी घाटियों तथा उपजाऊ मैदानों में पायी जाने वाली ग्रामीण
बस्तियाँ किस प्रारूप की होती
(a)
प्रकीर्ण
(b) संहत
(c)
रैखिक .
(d)
गोलाकार।
प्रश्न 2. पर्वतीय, पठारी तथा उच्च भूमि के क्षेत्रों में पायी जाने
वाली बस्तियाँ किस प्रारूप की होती हैं
(a)
संहत
(b)
गोलाकार
(c) प्रकीर्ण
(d)
रैखिक।
प्रश्न 3. ‘कैम्ब्रिज नगर’ प्रसिद्ध है
(a)
उद्योग के लिए
(b) शिक्षण संस्थानों के लिए
(c)
आमोद-प्रमोद के लिए
(d)
धार्मिक स्थानों के लिए।
प्रश्न 4. भारत में नगरीय बस्ती के लिए जनसंख्या घनत्व कितना होना चाहिए
(a)
250 व्यक्ति/प्रति वर्ग किमी
(b)
300 व्यक्ति/प्रति वर्ग किमी
(c)
350 व्यक्ति/प्रति वर्ग किमी
(d) 400 व्यक्ति/प्रति वर्ग किमी।
प्रश्न 5. 250 से अधिक जनसंख्या वाली बस्ती को किस देश में नगरीय बस्ती
कहा जाता है
(a)
डेनमार्क
(b)
स्वीडन
(c)
फिनलैण्ड
(d) ये सभी।
प्रश्न 6. निम्नलिखित में से किस प्रदेश में प्रलेखित प्राचीनतम नगरीय
बस्ती रही है
(a)
ह्वांगहो घाटी
(b) सिन्धु घाटी
(c)
नील घाटी
(d)
मैसोपोटामिया की घाटी।
प्रश्न 7. सन्नगर का उदाहरण है
(a)
शिकागो
(b)
टोकियो
(c)
ग्रेटर मुम्बई
(d) ये सभी।
प्रश्न 8. धार्मिक नगर हैं
(a)
मक्का
(b)
मथुरा
(c)
अजमेर
(d) ये सभी।
प्रश्न 9. खनन नगर है
(a)
खेतड़ी
(b)
झरिया
(c)
कूलगार्डी
(d) ये सभी।
प्रश्न 10. धारावी स्थित है
(a) मुम्बई में
(b)
दिल्ली में
(c)
कोलकाता में
(d)
अहमदाबाद में।
मानचित्र कार्य
प्रश्न 1. विश्व के मानचित्र में वाणिज्य पशुधन के क्षेत्र को प्रदर्शित
कीजिए। .
उत्तर:
प्रश्न 2. विश्व के मानचित्र में चलवासी पशुचारण के क्षेत्र को प्रदर्शित
कीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 3. विश्व के मानचित्र में आदिकालीन निर्वाह (स्थानान्तरी) कृषि
के क्षेत्र को प्रदर्शित कीजिए
उत्तर:
प्रश्न 4. विश्व के मानचित्र में विस्तृत वाणिज्य अनाज कृषि के क्षेत्र
को प्रदर्शित कीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 5. विश्व के मानचित्र में मिश्रित कृषि के क्षेत्र को प्रदर्शित
कीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 6. विश्व के मानचित्र में डेटरी कृषि के क्षेत्र को प्रदर्शित
कीजिए |
उत्तर:
प्रश्न 7. विश्व के मानचित्र में 200 से अधिक एवं 1 से कम जनसंख्या
घनत्व वाले क्षेत्रों को प्रदर्शित कीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 8. विश्व के मानचित्र में निम्नांकित को प्रदर्शित कीजिए
(i)
लाल सागर तथा भूमध्यसागर को जोड़ने वाली नौ-परिवहन नहर।
(ii)
प्रशान्त महासागर तथा अटलाण्टिक महासागर को मिलाने वाली नौ-परिवहन नहर।
(iii)
यूरोप का आंतरिक जलमार्ग।
(iv)
उत्तरी अमेरिका का आन्तरिक जलमार्ग।
उत्तर:
(i)
स्वेज नहर
(ii)
पनामा नहर
(iii)
राईन जलमार्ग
(iv) सेण्ट लॉरेन्स जलमार्ग।
प्रश्न 9. संसार के मानचित्र में निम्नलिखित हवाई पत्तनों को प्रदर्शित
कीजिए
(1)
शिकागो, (2) न्यूयार्क, (3) मांट्रियल, (4) ब्यूनस आयर्स, (5) रियोडिजेनेरो, (6) पेरिस,
(7) जोहान्सबर्ग, (8) केपटाउन, (9) जेनेवा, (10) लेनिनग्राद, (11) मास्को, (12) ताशकंद,
(13) बीजिंग, (14) शंघाई, (15) टोकियो, (16) कोलकाता, (17) दिल्ली, (18) हांगकांग,
(19) सिंगापुर, (20) पर्थ।
उत्तर:
प्रश्न 10. विश्व के मानचित्र में निम्नांकित को प्रदर्शित कीजिए
(i)
ट्रांस साइबेरियन रेलवे लाइन का पश्चिमी अन्तिम स्टेशन।
(ii)
ट्रांस साइबेरियन रेलवे लाइन का पूर्वी अन्तिम स्टेशन।
(iii)
ट्रांस कनेडियन रेलवे लाइन का पश्चिमी अन्तिम स्टेशन।
(iv)
ट्रांस कनेडियन रेलवे लाइन का पूर्वी अन्तिम स्टेशन।
(v)
ऑस्ट्रेलियाई पार महाद्वीपीय रेलमार्ग का पश्चिमी अन्तिम स्टेशन।
(vi)
ऑस्ट्रेलियाई पार महाद्वीपीय रेलमार्ग का पूर्वी अन्तिम स्टेशन।
उत्तर:
(i)
सेन्ट पीटर्सबर्ग
(ii)
ब्लाडिवोस्टक
(iii)
बैंकूवर
(iv)
हैलीफैक्स
(v)
पर्थ
(vi) सिडनी।
प्रश्न 12. विश्व के मानचित्र में निम्नांकित को प्रदर्शित कीजिए
(i)
रूहर क्षेत्र, (ii) सिलिकन घाटी, (iii) अप्लाशियन क्षेत्र, (iv) वृहत् झील क्षेत्र।
उत्तर:
परीक्षाउपयोगी महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
1.
मनुष्य का मूलभूत आवश्यकताएँ - भोजन, वस्त्र एवं आवास
है।
2. बस्ती या अधिवास - आवासों के उस संगठित निवास
स्थान को कहते है जिसमें रहने के लिए भवनों, रास्ते, गलियों को सम्मिलित किया जाता
है। इसमें छोटा सा पुरवा या मेगापोलीस हो सकता है।
3. बस्ती दो प्रकार के होते हैं - ग्रामीण बस्ती
(2) नगरीय बस्ती
4. ग्रामीण बस्ती - भारत के संदर्भ में ग्रामीण बस्तियों
में
(i)
75% जनसंख्या प्राथमिक आर्थिक क्रियाकलाप करते
हैं।
(ii)
जनसंख्या 5000 से कम हो
(iii)
इसका प्रशासन ग्राम पंचायत होगा।
5. नगरिय बस्ती - भारत के संदर्भ में
(i)
75% जनसंख्या द्वितीयक, तृतीयक या चतुर्थक क्रियाकलाप करेंगे।
(ii)
जनसंख्या 5000 से अधिक होगा
(iii)
इसका प्रशासन नगर पंचायत, नगर परिषद, छावनी या नगर निगम होता है।
6. प्रकीर्ण या एकाकी बस्ती - ऐसे बस्तियों में घर अलग-अल
होते है जैसे USA के कृषि फर्म हाउस ।
7. सघन / सहंत बस्ती - ऐसे बक्तियों में घर आपस
में सटे होते हैं। खासकर गंगा के मैदानी भागों में ऐसी बस्तियों की अधिकता है।
8. अपखंडित बस्तियां - ऐसी बस्तियाँ गाँव के सीमा
के भीतर बसाव बिखरा हुआ होता है। जैसे झारखण्ड के आदिवासी बस्तियां, डेल्टाई प्रदेश
की बस्तियां etc.
9. पुखा / नगला (Hamlet)- इसमें गांव का आकार अपेक्षाकृत
छोटा होता है।
10. ग्रामीण अधिवास का प्रतिरूप - रेखीय, त्रिज्याकार,
वृताकार, तीरनूमा, तारानूमा, आयताकार, पंखाकार आदि होते हैं।
11. बाजार गाँव (Market village) - कृषि आवश्यकताओं
को पूरा करने के लिए कृषि वस्तुओं की खरीद बिक्री होती है।
12. कस्बा (Town) - कस्बा प्राय: सड़क या रेलवे स्टेशन के
किनारे पाया जाता है, निकटवर्ती गांवों का मुख्य केन्द्र होता है। यहाँ पर यातायात
सेवाऐं, डाकघर, बैंक, पुलिस चौकी, स्कूल, हॉस्पीटल मनोरंजन के स्थान होते हैं। झारखण्ड
के प्राय: सभी प्रखण्डों मुख्यालय जो ग्रामीण क्षेत्र में है, कह सकते हैं।
13. महानगर (Millioncity) - यह नगरों में अग्रणी होते हैं,
प्रमुख वित्तीय संस्थान, प्रशासकीय कार्यालय, यातायात के बृहत केन्द्र होते है। इसकी
जनसंख्या दस लाख से अधिक होती हैं। जनगणना 2011 के अनुसार भारत में 53 दस लाखी नगर
है। झारखण्ड में - धनबाद, जमशेदपुर, तथा राँची दश लाखी नगर है।
14. विश्व-नगर (megopolis) - इस शब्द का प्रथम प्रयोग
जीन गोट मै ने किया था। एक विशाल नगर में कई सन्नगर मिले होते है। भारत के संदर्भ में
दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता को कह सकते हैं। विश्व में - टोक्यो, न्यूयार्क, बिजींग, लन्दन
etc.
15. दो-दो उदाहरण
(i)
खनन नगर - धनबाद, रानीगंज
(ii)
औद्योगिक नगर - जमशेदपुर, कानपुर
(iii)
प्रशासनिक नगर - राँची, दिल्ली
(iv)
छावनी / गैरिसन नगर/ कैण्ट - रामगढ़, वाराणसी
(v)
मनोरंजन / पर्यटन नगर- शिमला, मसूरी,
(vi)
शिक्षा केन्द्र नगर- वाराणसी, तिरुपति,
(vii)
परिवहन नगर - दीन दयाल उपाध्याय नगर, मुम्बई
16.
एशिया की सबसे बड़ी मलीन / गंदी / स्लम बस्ती - धारावी
है।
17.
'टुण्ड्रा प्रदेश में एस्किमों बर्फ के घर बनाते है जिसे इग्लू
कहते हैं।