Class XII (History) 4. Thinkers, Beliefs and Buildings: Cultural Development
4. विचारक, विश्वास और इमारतें : सांस्कृतिक विकास
Class XII (History) 4. Thinkers, Beliefs and Buildings: Cultural Development 4.
विचारक, विश्वास और इमारतें : सांस्कृतिक विकास उत्तर दीजिए (लगभग 100-150 शब्दों में) प्रश्न 1. क्या उपनिषदों के दार्शनिकों के विचार नियतिवादियों तथा भौतिकवादियों
से भिन्न थे ? अपने जवाब के पक्ष में तर्क दीजिए। उत्तर:
हाँ, मेरे विचार से उपनिषदों के दार्शनिकों के विचार नियतिवादियों और भौतिकवादियों
से भिन्नता रखते थे जो अग्रलिखित बिन्दुओं से स्पष्ट हैं- (i)
नियतिवादियों एवं भौतिकवादियों के विचार: नियतिवादियों के अनुसार मनुष्य के सुख-दुःख
पूर्व निर्धारित कर्मों के अनुसार होते हैं जिन्हें संसार में परिवर्तित नहीं किया
जा सकता अर्थात् इन्हें घटाया या बढ़ाया नहीं जा सकता। यद्यपि बुद्धिमान लोगों का यह
विश्वास है कि वह सद्गुणों एवं तपस्या के माध्यम से अपने कर्मों से मुक्ति प्राप्त
कर लेगा, परन्तु यह सम्भव नहीं है क्योंकि मनुष्य को कर्मानुसार सुख-दुख भोगना ही पड़ता
हैं। इसी
प्रकार भौतिकवादियों का मत है कि संसार में दान देना, यज्ञ करना अथवा चढ़ावा जैसी कोई
वस्तुएँ नहीं होती हैं। दान देने का सिद्धान्त झूठा व खोखला है। मनुष्य के मरने के
पश्चात् कुछ भी शेष नहीं बचता है। मूर्ख हो या विद्वान दोनों ही मर…