12th JAC Economics Model Paper Solution 2022-23

12th Economics Model Paper Solution 2022-23

झारखण्ड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् रॉची, झारखण्ड

वार्षिक इन्टरमीडिएट परीक्षा 2023

मॉडल प्रश्न पत्र (विषयनिष्ठ)

कक्षा 12

विषय - अर्थशास्त्र

समय- 1:30 घंटे

पूर्णांक 40

सामान्य निर्देश :

> परीक्षार्थी यथासंभव अपने शब्दों में उत्तर दीजिए।

> कुल प्रश्नों की संख्या 19 है।

> प्रश्न संख्या 1 से 7 तक अति लघु उत्तरीय प्रश्न है। इनमें से किन्हीं पाँच प्रश्नों के उत्तर एक शब्द या एक वाक्य में दीजिए। प्रत्येक प्रश्न का मान 2 अंक निर्धारित है।

> प्रश्न संख्या 8 से 14 तक लघु उत्तरीय प्रश्न है। किन्हीं पाँच प्रश्नों का उत्तर अधिकतम 150 शब्दों में दीजिए। प्रत्येक प्रश्न का मान 3 अंक निर्धारित है।

> प्रश्न संख्या 15 से 19 तक दीर्घ उत्तरीय प्रश्न है। इनमें से किन्हीं तीन प्रश्नों का उत्तर अधिकतम 250 शब्दों में दीजिए। प्रत्येक प्रश्न का मान 5 अंक निर्धारित है।

खंड- A अतिलघुतरीय प्रश्न

निम्नलिखित में से किन्हीं पाँच प्रश्नों के उत्तर दीजिए। (2 अंक 5 = 10 अंक) .

1. व्यष्टि अर्थशास्त्र को परिभाषित कीजिए ।

उत्तर - व्यष्टि अर्थशास्त्र अर्थशास्त्र की वह शाखा जो अर्थव्यवस्था के छोटे भागो एवं व्यक्तिगत आर्थिक इकाइयों जैसे एक उपभोक्ता एक उत्पादक एक परिवार एक फर्म एक उद्योग आदि का आर्थिक अध्ययन करती है व्यष्टि अर्थशास्त्र कहलाती है।

2. बाजार से आप क्या समझते हैं?

उत्तर - "बाजार एक ऐसा संयंत्र है जिसके द्वारा क्रेताओं तथा विक्रेताओं को इकट्ठा किया जाता है, इसका स्थान निश्चित होना जरूरी नहीं है।

3. एकाधिकार का अर्थ लिखिए।

उत्तर - अंग्रेजी के मोनोपोली शब्द का अर्थ एक विक्रेता से होता है। अंग्रेजी के मोनो का अर्थ है एक और पोली का अर्थ है विक्रेता। अतएव एकाधिकार बाजार की वह स्थिति है जिसमें किसी वस्तु या सेवा का केवल एक ही उत्पादक होता है तथा उस वस्तु का कोई निकटतम प्रतिस्थापन्न नहीं होता।

4. एकाधिकार में कीमत एवं सीमांत लागत के बीच कैसा संबंध होता है?

उत्तर - कीमत तथा सीमांत लागत के बीच का अंतर जितना अधिक होगा एकाधिकारी शक्ति भी अपनी अधिक होगी इसके विपरीत यह अंतर जितना कम होगा उतना ही एकाधिकारी शक्ति का स्तर भी कम होगा।

P > MC

5. आर्थिक एजेंट से आप क्या समझते है? उदाहरण दीजिए।

उत्तर - आर्थिक इकाई अथवा आर्थिक एजेंट से हमारा तात्पर्य उन व्यक्तियों अथवा संस्थाओं से है, जो आर्थिक निर्णय लेते हैं। वे उपभोक्ता हो सकते हैं जो यह निर्णय लेते हैं कि क्या और कितना उपभोग करना है। वे वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादक भी हो सकते हैं जो यह निर्णय लेते हैं कि क्या उत्पादन करना है और कितना करना है।

6. सरकारी बजट से आप क्या समझते हैं?

उत्तर - सरकारी बजट आने वाले वित्तीय वर्ष के लिए सरकार की अनुमानित प्राप्तियों और व्यय का एक वार्षिक वित्तीय विवरण होता है।

7. आयात प्रतिस्थापन से क्या तात्पर्य है?

उत्तर - आयात प्रतिस्थापन का अर्थ आयात की जाने वाली वस्तुओं का देशी उत्पादन द्वारा प्रतिस्थापन करना है अर्थात् जो वस्तुएँ हम विदेशों से मँगवाते हैं, उन्हें देश में ही उत्पादित करना है। आयात प्रतिस्थापन निर्यात प्रोत्साहन की भाँति भारतीय अर्थव्यवस्था के आत्मनिर्भर विकास के लिए बहुत आवश्यक है। निर्यात प्रोत्साहन द्वारा विदेशी मुद्रा अर्जित करते हैं, जबकि आयात प्रतिस्थापन द्वारा विदेशी मुद्रा की बचत करते हैं।

खंड-B लघूत्तरीय प्रश्न

निम्नलिखित में से किन्हीं पाँच प्रश्नों के उत्तर दीजिए। (3 अंक • 5 = 15 अंक)

8. किसी वस्तु की माँग को प्रभावित करने वाले कारकों की व्याख्या कीजिए ।

उत्तर - माँग को प्रभावित या निर्धारित करने वाले तत्त्व

(1) आय में परिवर्तन :- जब लोगों की आय बढ़ जाती है तो उनकी क्रय शक्ति बढ़ जाती है और वस्तुओं की मांग बढ़ जाती है ।आय के घटने से कम वस्तुओं की मांग होने लगती है।

(2) मूल्य में परिवर्तन :- सामान्यता कीमत के कम होने पर वस्तुओं की मांग बढ़ती है और कीमत के बढ़ जाने पर वस्तुओं की मांग घट जाती है।

(3) जनसंख्या में परिवर्तन :- जनसंख्या के बढ़ने पर समस्त वस्तुओं की पहले की तुलना में मांग बढ़ जाती है और जनसंख्या के घट जाने पर मांग कम हो जाती है।

(4) जलवायु तथा मौसम में परिवर्तन :- वर्षा के मौसम में छाते तथा बरसाती की मांग होती है । जाड़ा में ऊनी कपड़ों की तथा गर्मी में कूलर ,ठंडे पेय पदार्थों की मांग बढ़ती है।

(5) अनुमान में परिवर्तन :- जब किसी कारण से भविष्य में किसी वस्तु के न मिलने का अनुमान होने लगता है तो अधिक कीमत पर भी अधिक मांग होती है।

(6) आय के वितरण में परिवर्तन (7) आदत , रुचि एवं फैशन में परिवर्तन (8) विज्ञापन

9. अल्पकालीन उत्पादन फलन एवं दीर्घकालीन उत्पादन फलन में अंतर स्पष्ट कीजिए।

उत्तर - अल्पकालीन एवं दीर्घकालीन उत्पादन फलन के बीच निम्नलिखित अन्तर पाया जाता है:

a. अल्पकालीन उत्पादन फलन के अन्तर्गत एक उत्पादक के पास इतना कम समय होता है कि वह एक साथ उत्पादन के सभी साधनों में परिवर्तन नहीं कर सकता, अतः उत्पादन की प्रक्रिया में कुछ साधनों को स्थिर रखकर एक या एक से अधिक साधनों में ही परिवर्तन किया जाता है ।

दीर्घकालीन उत्पादन फलन के अन्तर्गत उत्पादक के पास पर्याप्त समय रहता है फलतः वह वांछित उत्पादन प्राप्त करने के लिए उत्पादन के सभी साधनों में परिवर्तन कर सकता है अर्थात् वह उत्पादन के पैमाने को ही बदल सकता है ।

b. अल्पकालीन उत्पादन फलन के अन्तर्गत एक उत्पादक अपनी वस्तु की पूर्ति को केवल एक सीमा तक ही परिवर्तित कर सकता है, जबकि दीर्घकालीन उत्पादन फलन में पूर्ति को माँग के अनुरूप बढ़ाया अथवा घटाया जा सकता है ।

c. अल्पकालीन उत्पादन फलन में समय की कमी के कारण साधनों का आपसी संयोग-अनुपात बदल जाता है, जबकि दीर्घकालीन उत्पादन फलन में साधनों में एक साथ समान अनुपात में वृद्धि अथवा कमी की जाती है ।

d. अल्पकालीन उत्पादन फलन के अन्तर्गत उत्पादन के परिवर्तनशील साधनों की कीमतें स्थिर नहीं रहती हैं । माँग एवं पूर्ति के अनुसार कीमतें कम या अधिक हो सकती हैं । दीर्घकालीन उत्पादन-फलन में उत्पादित वस्तु की कीमत एवं उत्पादन के विभिन्न साधनों की कीमतों को स्थिर मानकर चला जाता है ।

e. अल्पकालीन उत्पादन फलन ‘परिवर्तनशील अनुपातों का नियम’ है जबकि दीर्घकालीन उत्पादन फलन ‘पैमाने के प्रतिफल का नियम’ है ।

f. अल्पकालीन उत्पादन फलन वास्तविक है, इसे देखा जा सकता है जबकि दीर्घकालीन उत्पादन फलन को किसी नियम के रूप में नहीं देखा जा सकता है ।

10. बाजार की शक्तियों का वर्णन कीजिए।

उत्तर - बाजार शक्ति को एकाधिकार शक्ति भी कहा जाता है। एक प्रतिस्पर्धी फर्म एक "मूल्य लेने वाला" है। इस प्रकार, एक प्रतियोगी फर्म के पास किसी वस्तु की कीमत में परिवर्तन करने की क्षमता नहीं होती है। प्रत्येक प्रतिस्पर्धी फर्म बाजार के सापेक्ष छोटी होती है, इसलिए कीमत पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। दूसरी ओर, बाजार की शक्ति वाली फर्मों को "मूल्य निर्माता" भी कहा जाता है।

प्राइस टेकर = एक प्रतिस्पर्धी फर्म जिसके पास किसी वस्तु की कीमत निर्धारित करने की क्षमता नहीं है।

प्राइस मेकर = बाजार की शक्ति के साथ एक गैर-प्रतिस्पर्धी फर्म, जिसे एक अच्छे की कीमत निर्धारित करने की क्षमता के रूप में परिभाषित किया गया है।

एक एकाधिकार को मूल्य निर्माता माना जाता है, और वह उस उत्पाद की कीमत निर्धारित कर सकता है जिसे वह बेचता है। हालांकि, एकाधिकार उपभोक्ता की इच्छा और अच्छी खरीद करने की क्षमता से विवश है, जिसे मांग भी कहा जाता है।

एकाधिकारी के कीमत पर पूर्ण नियंत्रण से यह अभिप्राय नहीं है कि एकाधिकारी वस्तु की कितनी भी मात्रा को किसी भी कीमत पर बेच सकता है। एकाधिकारी जब किसी वस्तु की कीमत को एक बार निर्धारित कर देता है तो मांगी गई मात्रा पूरी तरह से क्रेताओं  पर निर्भर करती है।

यदि क्रेता या अनुभव करते हैं की कीमत अधिक है तो वस्तु की कम मात्रा मांगी जाती है। इसके विपरीत यदि वे अनुभव करते हैं कि कीमत कम है तो वस्तु की अधिक मात्रा मांगी जाती है। इसलिए एकाधिकारी द्वारा निर्धारित कीमत तथा उसके द्वारा बेची जाने वाली मात्रा या उसके उत्पादन की मांगी गई मात्रा में विपरीत संबंध है।

एकाधिकारी फर्म का मांग वक्र

चित्र में Dm एकाधिकारी के उत्पादन की मांग वक्र है जो ऊपर से नीचे की ओर झुकी होती है।

जब एकाधिकारी OP कीमत निर्धारित करता है तो मांगी गई मात्रा OQ है। इसके विपरीत यदि वह कीमत कम करके OP1 कर देता है तो मांगी गई मात्रा बढ़कर OQ1 हो  जाती है। इससे यह सिद्ध हो जाता है कि एकाधिकारी की मांग वक्र नीचे की ओर झुकी होती है अर्थात वह कम कीमत पर अधिक मात्रा बेच सकता है।

11. राष्ट्रीय आय की गणना की उत्पाद विधि का वर्णन कीजिए।

उत्तर - इसे औद्योगिक उद्गम विधि या शुद्ध उत्पाद विधि भी कहा जाता है। इस पद्धति के अनुसार वस्तुओं एवं सेवाओं की कुल वार्षिक उत्पत्ति में कच्चे माल की कीमत, चल एवं अचल पूंजी का प्रतिस्थापन व्यय, अचल पूंजी की घिसावट एवं मरम्मत का व्यय तथा कर एवं बीमा का व्यय निकाल कर जो शुद्ध राष्ट्रीय उत्पादन बचता है उसे ही राष्ट्रीय आय कहते हैं। इसी शुद्ध राष्ट्रीय उत्पादन को उत्पत्ति के साधनों के बीच बांटा जाता है। यद्यपि यह पद्धति लंबी एवं कठिन है तथापि आय की गणना के लिए मुख्यत: इसी का प्रयोग किया जाता है।

12. मुद्रा के किन्हीं तीन मुख्य कार्यों का उल्लेख कीजिए ।

उत्तर - प्रो. किनले ने मुद्रा के कार्यो को निम्नलिखित तीन वर्गो में विभाजित किया है -

(A) प्राथमिक या मुख्य कार्य :- इसे आधारभूत अथवा मौलिक कार्य भी कहते हैं।

मुद्रा के मुख्य कार्य दो है -

1. विनिमय का माध्यम :- वस्तु विनिमय प्रणाली की एक मुख्य कठिनाई यह थी कि उनमें आवश्यकताओ के दोहरे संयोग का अभाव पाया जाता था। मुद्रा ने इस कठिनाई को दूर कर दिया है। आज किसी वस्तु को बेचकर मुद्रा प्राप्त कर ली जाती है और उस मुद्रा से आवश्यकतानुसार बाजार में वस्तुएं खरीदी जाती है। अर्थात मुद्रा विनिमय का माध्यम है।

2. मूल्य का मापक :- मुद्रा लेखे की इकाई के रूप में मूल्य का मापदंड करती है लेखे की इकाई से अभिप्राय यह है कि प्रत्येक वस्तु तथा सेवा का मूल्य मुद्रा के रूप में मापा जाता है। मुद्रा के द्वारा सभी वस्तुओं तथा सेवाओं के मूल्य अथवा कीमतों को मापा जा सकता है तथा व्यक्त किया जा सकता है।

(B) गौण अथवा सहायक कार्य :- इस श्रेणी में उन कार्यों को सम्मिलित करते हैं जो प्राथमिक कार्यों के सहायक है। इसमें निम्न कार्य है -

1. स्थगित भुगतानो का मान :- जिन लेन-देनो का भुगतान तत्काल न करके भविष्य के लिए स्थगित कर दिया जाता है उन्हें स्थगित भुगतान कहा जाता है। मुद्रा को स्थगित भुगतानो का मान इसलिए माना गया है क्योंकि - (क) अन्य किसी वस्तु की तुलना में इसका मूल्य स्थिर रहता है (ख) इसमें सामान्य स्वीकृति का गुण पाया जाता है (ग) अन्य वस्तुओं की तुलना में यह अधिक टिकाऊ है (घ) स्थगित भुगतानो के मान के रूप में कार्य करके मुद्रा पूंजी निर्माण में सहायक होती है।

2. मूल्य का संचय :- मुद्रा के मूल्य संचय से अभिप्राय यह है कि मुद्रा को वस्तुओं तथा सेवाओं के लिए खर्च करने का तुरंत कोई विचार नहीं है। प्रत्येक व्यक्ति अपनी आय का कुछ भाग भविष्य के लिए बचाता है। इसे ही मूल्य का संचय कहा जाता है। मुद्रा के रूप में मूल्य का संचय करना सरल होता है क्योंकि (क) मुद्रा को सब लोग स्वीकार कर लेते हैं (ख) मुद्रा के मूल्य में अधिक कमी या वृद्धि नहीं होती है (ग) मुद्रा का संग्रह सरलता से किया जा सकता है (घ) मुद्रा के रूप में बचत करने में बहुत कम स्थान की आवश्यकता होती है।

3.  मूल्य का हस्तांतरण :- मुद्रा मूल्य के हस्तांतरण का कार्य करती है, क्योंकि इसके माध्यम से कोई व्यक्ति अपनी क्रय शक्ति दूसरे को दे सकता है अथवा एक स्थान पर अपनी अचल संपत्ति को बेच कर दूसरे स्थान पर संपत्ति खरीद सकता है।

(C) आकस्मिक कार्य :- मुद्रा के आकस्मिक कार्य निम्नलिखित है

(a) सामाजिक आय का वितरण (b) साख निर्माण का आधार (c) अधिकतम संतुष्टि का माप (d) राष्ट्रीय आय का वितरण (e) शोधन क्षमता की गारंटी (f) पूंजी की तरलता में वृद्धि।

13. समग्र मांग के घटकों को लिखिए।

उत्तर - कुल ( समग्र) मांग, वह कुल व्यय है जो लोग एक वित्तीय वर्ष की अवधि के दौरान वस्तुओं और सेवाओं के खरीदने पर खर्च करने की योजना बनाते हैं। ध्यान देने वाली बात यह है कि समग्र मांग (AD) को मापने समय हम सदा लोगों द्वारा किए जाने वाले आयोजित व्यय या  प्रत्याशित व्यय के संदर्भ में बात करते हैं।

कुल मांग के प्रमुख घटक निम्नलिखित हैं -

1. निजी उपभोग व्यय (C) :- इसमें देश के गृहस्थो/परिवारो द्वारा एक लेखा वर्ष में, सभी वस्तुओं तथा सेवाओं के लिए की गई मांग को शामिल किया जाता है।

2. निजी निवेश मांग (I) :- इससे अभिप्राय निजी निवेशकर्ताओं द्वारा पूंजी पदार्थों की खरीद पर करने वाले व्यय से है।

3 सरकारी व्यय (G) :- इसमें सरकारी उपभोग में व्यय तथा सरकारी निवेश व्यय दोनों शामिल होते हैं। सरकारी उपभोग व्यय से अभिप्राय है सैन्य/सुरक्षा प्रयोग के लिए वस्तुओं के उपभोग की खरीद पर खर्च/सरकारी निवेश व्यय से अभिप्राय है सड़कों,डैमो तथा पुलो के निर्माण पर किया जाने वाला व्यय।

4. शुद्ध निर्यात (X - M ) :- विदेशियों द्वारा हमारी वस्तु के लिए किए गए व्यय को अर्थव्यवस्था में कुल व्यय (समग्र मांग) मे जोड़ा जाता है, जबकि आयात पर किए जाने वाले व्यय को घटाया जाता है। अतः X - M (शुद्ध निर्यात) को समग्र मांग (AD) में जोड़ा जाता है।

अतः समग्र मांग के प्रमुख तत्त्व है -

AD = C + I + G + ( X- M) [ खुली अर्थव्यवस्था में ]

or,  AD = C + I  [ बन्द अर्थव्यवस्था में ]

जहां ,AD = समग्र मांग , C = निजी उपभोग व्यय , I = निजी निवेश व्यय ,

G = सरकारी व्यय, X - M = शुद्ध निर्यात

चित्र में, AD वक्र का बारे से दाये ऊपर की ओर बढ़ना इस बात को दर्शाता हैं कि जैसे-जैसे आय / रोजगार की मात्रा बढ़ती जाती है, कुल मांग भी बढ़ती जाती है।

14. यदि MPC का मान 0.75 है, तो गुणक का मान ज्ञात कीजिए ।

उत्तर - MPC = 0.75

`\therefore K=\frac1{1-MPC}` 

`=\frac1{1-0.75}=\frac{100}{0.25}=4`

खंड - C दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

निम्नलिखित में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए। (5 अंक 3 = 15 अंक) *

15. निम्नलिखित तालिका से माँग की कीमत लोच की गणना कीजिए।

वस्तु की कीमत

वस्तु की माँग मात्रा

5

20

4

30

उत्तरP=5    P1=4    

Q=20,   Q1=30

P= P-P= 4-5= -1  

 Q = Q1 -Q =30-20=10

`E_d=(-)\frac{\Delta Q}Q\times\frac P{\Delta P}`

`E_d=(-)\frac10{20}\times\frac{5}{-1}` `=\frac5{2}=2.5`

अत: Ed =2.5, मांग की लोच इकाई से अधिक है।

16. सीमांत उत्पाद और औसत उत्पाद में संबंध की व्याख्या किजिए।

उत्तर-औसत उत्पादन (AP)

परिवर्तन साधन के प्रति इकाई उत्पादन को औसत उत्पादन कहा जाता है

AP = `\frac{TP}L`

सीमांत उत्पादन (MP) :- परिवर्तनशील साधन की एक अतिरिक्त इकाई और लगाने से कुल उत्पादन में जो वृद्धि होती है, उसे सीमांत उत्पादन कहते हैं।

MP = TPn – TPn-1   or , `\frac{\Delta TP}{\Delta L}` 

औसत उत्पाद और सीमांत उत्पाद के बीच एक दिलचस्प संबंध होता है। हम इसे निम्नानुसार सारांशित कर सकते हैं:

1. जब औसत उत्पाद बढ़ रहा होता है, तो सीमांत उत्पाद औसत उत्पाद से ऊपर होता है।

2. जब औसत उत्पाद घट रहा होता है, तो सीमांत उत्पाद औसत उत्पाद से नीचे होता है।

3. अधिकतम औसत उत्पाद पर, सीमांत और औसत उत्पाद एक दूसरे के बराबर होते हैं।

17. पूर्ण प्रतियोगिता में एक फर्म का संतुलन की व्याख्या किजिए ।

उत्तरसंतुलन के दो शर्त है  

 (1) MR=MC

(2) MC की रेखा MR रेखा को नीचे से ऊपर जाते हुए काटे ।

चित्र में, E1 बिन्दु पर संतुलन नहीं हो सकता क्योंकि यहां केवल एक ही शर्त पुरा हो रहा है। E बिन्दु पर फर्म संतुलन पर होगा क्योंकि यहा दोनों शर्ते की पूर्ति हो रही है।

हम जानते हैं की

π = R – C

जहां ,   π = लाभ , R = आय , C = लागत

We find first derivatives with Respect to X

`\frac{d\pi}{dx}=\frac{dR}{dx}-\frac{dC}{dx}`

लाभ अधिकतम करने पर ;`\frac{d\pi}{dx}=` 0

`or,\frac{dR}{dx}=\frac{dC}{dx}`

 MR = MC

We find Second derivatives With Respect To X

`\frac{d^2\pi}{dx^2}=\frac{d^2R}{d^2x}-\frac{d^2C}{d^2x}`

लाभ अधिकतम करने पर ; `\frac{d^2\pi}{dx^2}`< 0

`or,\frac{d^2R}{d^2x}-\frac{d^2C}{d^2x}<0`

`or,\frac{d^2R}{d^2x}<\frac{d^2C}{d^2x}`

`or,\frac{d^2C}{d^2x}>\frac{d^2R}{d^2x}`

`or,\frac d{dx}\left(\frac{dC}{dx}\right)>\frac d{dx}\left(\frac{dR}{dx}\right)`

अतः , Slope of (MC) > Slope of (MR)

18.निम्नलिखित आँकड़ों से शुद्ध मूल्य वृद्धि की गणना कीजिए ।

 

लाख रुपये में

a) विक्रय

200

b) कच्चे माल का क्रय

50

c) अंतिम स्टॉक

15

d) प्रारम्भिक स्टॉक

10

e) अचल पूँजी का उपभोग

10

उत्तर -  शुद्ध मूल्य वृद्धि = विक्रय - कच्चे माल का क्रय + स्टॉक में परिवर्तन (अंतिम स्टॉक – प्रारंभिक स्टॉक) - अचल पूँजी का उपभोग

 = 200 - 50 + (15 - 10 ) - 10 = 200 - 60 + 5 = 205 - 60 = 145 लाख रुपये

19. मुद्रा की पूर्ति से क्या तात्पर्य है? भारतीय रिजर्व बैंक के द्वारा प्रकाशित मुद्रा की पूर्ति की वैकल्पिक माप को परिभाषित कीजिए। (1+4 )

उत्तर - "किसी समय विशेष पर मुद्रा की पूर्ति (supply of money) कुल मुद्रा की वह मात्रा होती है जो उस समय विशेष पर चलन में होती है। यह लोगों के पास नकद मुद्रा (नोट व सिक्के) के रूप में होती है। इसमें व्यापारिक बैंकों के पास चालू खातों में मांग जमा राशि भी सम्मिलित की जाती है।

भारत में मुद्रा की पूर्ति की भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा चार वैकल्पिक परिभाषाएँ दी गई हैं नामत: M1, M2, M3 और M4

जो इस प्रकार हैं।

M1 = C + DD + OD

M2 = M1 + डाकघर बचत बैंकों में बचत जमाएँ ।

M3 = M1 + वाणिज्यिक बैंकों की निवल आवधिक जमाएँ

M4 = M3 + डाकघर बचत संस्थाओं में कुल जमाएँ (राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्रों को छोड़कर)

जहाँ, C = जनता के पास करेंसी

DD = माँग जमाएँ।

OD = रिजर्व बैंक के पास अन्य जमाएँ

इसे M1 को संकुचित मुद्रा तथा M3 को व्यापक मुद्रा कहा जाता है?

झारखण्ड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् राँची, झारखंड

वार्षिक इन्टरमीडिएट परीक्षा 2023

मॉडल प्रश्न पत्र (MCQ)

कक्षा 12

विषय - अर्थशास्त्र

समय- 1:30 घंटे

पूर्णांक 40

सामान्य निर्देश :

> कुल 40 प्रश्न हैं।

> सभी प्रश्नों के उत्तर अनिवार्य हैं।

> प्रत्येक प्रश्न के लिए एक अंक निर्धारित है।

> प्रत्येक प्रश्न के चार विकल्प दिए गए हैं। सही विकल्प का चयन कीजिए।

> गलत उत्तर के लिए कोई अंक नहीं काटे जाएंगे।

1. अर्थव्यवस्था की किस समस्या का संबंध उत्पादन की तकनीक के चयन से है?

(a) क्या उत्पादन करें?

(b) कितनी मात्रा में उत्पादन करें?

(c) कैसे उत्पादन करें?

(d) किसके लिए उत्पादन करें?

2. कुल उपयोगिता अधिकतम होती है, जब सीमांत उपयोगिता का मान ......... होता है।

(a) शून्य

(b) ऋणात्मक

(c) धनात्मक

(d) न्यूनतम

3. सामान्यतः एक उदासीनता वक्र होता है-

(a) वृत्ताकार

(b) 'U' आकार का

(c) मूल बिन्दु की ओर उत्तल

(d) मूल बिन्दु की ओर अवतल

4. सामान्यतः एक माँग वक्र की ढाल होती है-

(a) धनात्मक

(b) ऋणात्मक

(c) पहले धनात्मक फिर ऋणात्मक

(D) पहले ऋणात्मक फिर धनात्मक

5. एक सरल रेखा माँग वक्र के मध्य बिन्दु पर माँग की कीमत होती है।

(a) शून्य

(b) एक

(c) एक से अधिक

(d) एक से कम

6. निम्न में से किस वक्र का आकार उल्टा U आकार का होता है?

(a) औसत स्थिर लागत

(b) औसत परिवर्ती लागत

(c) सीमांत लागत

(d) औसत उत्पाद

7. उत्पादन फलन Q= ALαKβ में पैमाने का प्रतिफल की माप है-

(a) α + β

(b) α - β

(c) α x  β

(d) α / β

8. जब सीमांत लागत, औसत लागत से कम होती है, तब औसत लागत-

(a) घटती है।

(b) न्यूनतम होती है।

(c) बढ़ती है।

(d) अधिकतम होती है।

9. उत्पादन की मात्रा में परिवर्तन करने पर किस लागत में परिवर्तन नहीं होता है?

(a ) औसत स्थिर लागत

(b) औसत परिवर्ती लागत

(c) सीमांत लागत

(d) कुल स्थिर लागत

10. निम्नलिखित में से किस बाजार में एक फर्म कीमत स्वीकारक होता है?

(a) एकाधिकार

(b) एकाधिकृत प्रतियोगिता

(c) पूर्ण प्रतियोगिता

(d) अल्पाधिकार

11. एक पूर्णप्रतियोगी फर्म के संतुलन के लिए निम्न में से कौन सा विकल्प सही है?

(a) MR = MC

(b) MR - MC = 0

(c) MR MC = 1

(d) इनमें से सभी

12. निम्नलिखित रेखाचित्र से पूर्ति की लोच के किस मान की माप होती है ? 

(a) शून्य

(b) एक से कम

(c) एक से अधिक

(d) एक

13. इकमुश्त कर लगाने से किसी वस्तु की पूर्ति पर क्या प्रभाव होता है?

(a) पूर्ति कम हो जाती है।

(b) पूर्ति में वृद्धि होती है।

(c) पूर्ति अपरिवर्तित रहती है।

(d) पूर्ति शून्य हो जाती है।

14. अन्य बातें समान रहने पर किसी वस्तु की माँग में वृद्धि होने से बाजार संतुलन पर प्रभाव होगा?

(8) संतुलन कीमत में कमी एवं संतुलन मात्रा में वृद्धि होगी।

(b) संतुलन कीमत में वृद्धि एवं संतुलन मात्रा में कमी होगी।

(c) संतुलन कीमत एवं संतुलन माग में वृद्धि होगी।

(d) संतुलन कीमत एवं संतुलन मात्रा में कमी होगी।

15. आधिक्य माँग की स्थिति में कीमत में प्रवृत्ति होती है-

(a) कमी होने की

(b) वृद्धि होने की

(c) शून्य होने की

(d) अपरिवर्तित रहने की

16. आधिक्य पूर्ति की स्थिति होती है जब-

(a) D > S

(b) D < S

(c) D = S

(d) D=S=0

जहाँ D = माँग (Demand) और S = पूर्ति (Supply)

17. अन्य बातें समान रहने पर, किसी वस्तु की पूर्ति में कमी होने से बाजार संतुलन पर क्या प्रभाव होगा?

(a) संतुलन कीमत में कमी एवं संतुलन मात्रा में वृद्धि होगी ।

(b) संतुलन कीमत में वृद्धि एवं संतुलन मात्रा में कमी होगी।

(c) संतुलन कीमत एवं संतुलन मात्रा में वृद्धि होगी।

(d) संतुलन कीमत एवं संतुलन मात्रा में कमी होगी।

18. एकाधिकार में अधिकतम कुल आगम के उत्पादन स्तर पर वस्तु की माँग की कीमत लोच कितनी होती है?

(a) 0

(b) 1

(c) 1 से कम

(d) 1 से अधिक

19. द्वयाधिकार में विक्रेताओं की कितनी संख्या होती है?

(a) 1

(b) 4

(c) 3

(d) 2

20. निम्न में किस बाजार में विभेदीकृत वस्तुओं का उत्पादन होता है?

(a) एकाधिकार

(b) एकाधिकृत प्रतियोगिता

(c) पूर्ण प्रतियोगिता

(d) इनमें से सभी

21. 'द जेनरल थ्योरी ऑफ इम्प्लॉइमेन्ट इन्टरेस्ट एण्ड मनी' नामक पुस्तक के लेखक कौन हैं?

(a) अल्फ्रेड मार्शल

(b) एडम स्मिथ

(c) जे. एम. केन्स

(d) जे. एन. केन्स

22. GDP और NDP में क्या संबंध है?

(a) GDP = NDP - मूल्यह्रास

(b) GDP = NDP x मूल्यह्रास

(c) GDP = NDP + मूल्यह्रास

(d) NDP = GDP + मूल्यह्रास

23. निम्न में किस वस्तु के निर्माण में गेहूँ एक मध्यवर्ती वस्तु है?

(a) चपाती

(b) बिस्कुट

(c) ब्रेड

(d) इनमें से सभी

24. किसी वर्ष GDP की गणना में निम्न में से किस मद के मूल्य को शामिल नहीं किया जाएगा?

(a) नई कार का मूल्य

(b) प्रयुक्त कार का बिक्री मूल्य

(c) शिक्षक का शिक्षण शुल्क

(d) ब्रेड का मूल्य

25. निम्नलिखित में से किस विधि से जीडीपी की गणना की जा सकती है?

(a) मूल्य वृद्धि विधि

(b) आय विधि

(c) व्यय विधि

(d) इनमें से सभी

26. सन् 2016 में किए गए विमुद्रीकरण में किस मूल्य के नोट को बाजार प्रचलन से बाहर किया गया था?

(a) 50 रुपये एवं 100 रुपये

(b) 100 रुपये एवं 500 रुपये

(c) 500 रुपये एवं 1000 रुपये

(d) 500 रुपये एवं 200 रुपये।

27. निम्न में कौन सा एक कार्य केन्द्रीय बैंक का नहीं है?

(a) मुद्रा निर्गमन

(b) साख नियंत्रण

(c) जनता से जमा स्वीकार करना

(d) सरकार का बैंक

28. भारत का एक केन्द्रीय बैंक है-

(a) भारतीय स्टेट बैंक

(b) सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया

(c) भारतीय रिजर्व बैंक

(d) बैंक ऑफ इंडिया

29. निम्नलिखित में सबसे तरल मुद्रा कौन सी है?

(a) M1

(b) M2

(c) M3

(d) M4

30. उपभोग फलन C = A + bY में प्रेरित उपभोग है-

(a) A

(b) b

(c) C

(d) bY

31. MPC + MPS = ………..

(a) 0

(b) 2

(c) 1

(d)

32. निम्न रेखाचित्र में स्वायत निवेश की रेखा है-

(a) AB

(b) OX

(c) CD

(d) EF

33. किसी अर्थव्यवस्था में यदि MPS = 0.4 है तो गुणक का मान क्या होगा?

(a) 1

(b) 0.4

(c) 0.6

(d) 2.5

34. निम्न में से प्रत्यक्ष कर का एक उदाहरण कौन सा नहीं है?

(a) उपहार कर

(b) संपत्ति कर

(c) वस्तु एवं सेवा कर

(d) आयकर

35. निम्न में से सार्वजनिक वस्तु का एक उदाहरण कौन सा है ?

(a) कार

(b) सड़क

(c) चॉकलेट

(d) कपड़ा

36. भारत में GST कब लागू किया गया?

(a) 1991

(b) 2016

(c) 2017

(d) 1947

37. राजस्व व्यय एवं राजस्व प्राप्तियों के अंतर को क्या कहा जाता है?

(a) राजकोषीय घाटा

(b) प्राथमिक घाटा

(c) व्यापार घाटा

(d) राजस्व घाटा

38. व्यापार संतुलन क्या है?

(a) आयात और निर्यात का अंतर

(b) निर्यात और आयात का अंतर

(c) आयात और निर्यात का योग

(d) निर्यात और आयात का गुणनफल

39. यदि कोई भारतीय किसी चीनी मोबाईल कंपनी को खरीदता है तो इस लेन-देन को भारत के भुगतान संतुलन में कहाँ दर्ज किया जाएगा?

(a) चालू खाते के डेबिट मद में

(b) चालू खाते के क्रेडिट मद में

(c) पूँजी खाते के डेबिट मद में

(d) पूँजी खाते के क्रेडिट मद में

40. निम्नलिखित में से कौन सा मद भुगतान संतुलन के चालू खाते का एक घटक है?

(a) प्रत्यक्ष निवेश

(b) विदेशी ऋण

(c) विदेशी सहायता

(d) वस्तुओं का निर्यात

Class 12th Model Question Solution

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