(समय: 3 घंटे 15 मिनट) पुर्णांक : 80
परीक्षार्थियों के लिए निर्देश :
1. यह प्रश्न-पत्र दो खण्डों
में है - खण्ड-अ एवं खण्ड-ब
2. खण्ड-अ में कुल 40 बहुविकल्पीय
प्रश्न हैं। सभी प्रश्न अनिवार्य हैं। प्रत्येक प्रश्न की अधिमानता 1 अंक की है। प्रत्येक
प्रश्न में चार विकल्प दिए गये हैं। इनमें से सबसे उपयुक्त उत्तर को आप अपने OMR उत्तर
पत्रक पर ठीक-ठीक गहरा काला करें। नीला या काला बॉल-प्वाइंट कलम का ही प्रयोग करें।
पेंसिल का प्रयोग वर्जित है। आप अपना पूरा हस्ताक्षर OMR उत्तर पत्रक में दी गयी जगह
पर करें।
3. खण्ड-ब में तीन खण्ड- क,
ख एवं ग है और कुल प्रश्नों की संख्या 19 है। प्रश्न- संख्या 1-7 अतिलघु उत्तरीय प्रकार
के हैं। इनमें से किन्हीं पाँच प्रश्नों के उत्तर अधिकतम एक वाक्य में दीजिए। प्रत्येक
प्रश्न की अधिमानता 2 अंक निर्धारित हैं।
प्रश्न-
संख्या 8-14 लघु उत्तरीय प्रकार के हैं। इनमें से किन्हीं पाँच प्रश्नों के उत्तर
अधिकतम 50 शब्दों में दीजिए। प्रत्येक प्रश्न की अधिमानता 3 अंक निर्धारित हैं।
प्रश्न-
संख्या 15-19 दीर्घ उत्तरीय प्रकार के हैं। इनमें से किन्हीं तीन प्रश्नों के
उत्तर अधिकतम 100 शब्दों में दीजिए। प्रत्येक प्रश्न की अधिमानता 5 अंक निर्धारित
हैं।
4. OMR उत्तर पत्रक के पृष्ठ
2 पर प्रदत्त सभी निर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़ें तथा उसके अनुसार कार्य करें। कृपया
परीक्षा भवन छोड़ने से पहले OMR उत्तर पत्रक वीक्षक को लौटा दीजिए। प्रश्न पुस्तिका
आप अपने साथ ले जा सकते हैं।
खण्ड-अ (वस्तुनिष्ठ प्रश्न)
1. किस समिति
की अनुशंसा पर भारत में प्रथम बार पंचायती राज संस्थाओं का गठन किया गया था ?
(1) अशोक मेहता समिति
(2) गिरधारी लाल व्यास समिति
(3) सादिक अली समिति
(4) बलवंत राय
मेहता समिति
2. निम्नलिखित
में से कौन भारतीय संघीय व्यवस्था की विशेषता नहीं है ?
(1) दोहरी नागरिकता
(2) शक्तियों का विभाजन
(3) स्वतंत्र न्यायिक व्यवस्था
(4) संविधान की सर्वोच्चता
3. भारतीय संविधान
के द्वारा कितने मौलिक अधिकार प्रदान किये गये है?
(1) 5
(2) 6
(3) 7
(4) 8
4. भारतीय संविधान
का कौन-सा अनुच्छेद निर्वाचन के लिए प्रावधान करता है?
(1) अनुच्छेद 320
(2) अनुच्छेद 321
(3) अनुच्छेद 322
(4) अनुच्छेद
324
5. राज्य सभा
में प्रतिनिधित्व होता है
(1) केन्द्र का
(2) राज्यों
का
(3) '1' और '2' दोनों
(4) इनमें से कोई नहीं
6. भारतीय संघीय
व्यवस्था में किसे अधिक शक्तियाँ प्राप्त है ?
(1) केन्द्र को
(2) राज्यों को
(3) जिलों को
(4) इनमें से
कोई नहीं
7. राज्य सभा
में मनोनीत सदस्यों की संख्या है।
(1) 12
(2) 13
(3) 21
(4) 11
8. भारत में
पहला नगर निगम स्थापित किया गया था ?
(1) पटना
(2) मुंबई
(3) मद्रास
(4) कोलकाता
9. किस राज्य
को हाल में विभक्त कर भारत के 29वें राज्य के रूप में तेलंगाना की स्थापना की गयी है
?
(1) आंध्र प्रदेश
(2) तमिलनाडु
(3) केरल
(4) कर्नाटक
10. केन्द्र-राज्य
संबंधों में प्रमुख अड़चनें क्या रही है ?
(1) राज्यपाल की भूमिका
(2) अनुच्छेद 356
(3) राज्यों
की केन्द्र पर निर्भरता
(4) इनमें से सभी
11. भारतीय संविधान
का 73वाँ संशोधन सम्बन्धित है।
(1) ग्राम पंचायत से
(2) पंचायती
राज से
(3) नगरपालिका से
(4) नगर निगम से
12. सर्वोच्च
न्यायालय के न्यायाधीश की नियुक्ति कौन करता है?
(1) प्रधानमंत्री
(2) मंत्रिमंडल
(3) राष्ट्रपति
(4) उप-राष्ट्रपति
13. भारत में
गैर कांग्रेस सरकार के पहले प्रधानमंत्री कौन थे?
(1) चन्द्रशेखर
(2) मोरारजी
देसाई
(3) वी.पी. सिंह
(4) आई. के. गुजराल
14. भारतीय संविधान
का कौन-सा अनुच्छेद संसद के संयुक्त अधिवेषण की अनुमति देता है ?
(1) अनुच्छेद 105
(2) अनुच्छेद
108
(3) अनुच्छेद 111
(4) अनुच्छेद 113
15. निम्नलिखित
में से कौन एक संवैधानिक संस्था नहीं है ?
(1) नीति आयोग
(2) वित्त आयोग
(3) संघ लोक सेवा आयोग
(4) चुनाव आयोग
16. भारतीय संविधान
के किस भाग को संविधान की आत्मा कहा जाता है ?
(1) प्रस्तावना
(2) मौलिक अधिकार
(3) निर्देशक सिद्धांत
(4) इनमें से
कोई नहीं
17. संविधान
सभा के अध्यक्ष कौन थे ?
(1) डा. अम्बेडकर
(2) डा० राजेन्द्र
प्रसाद
(3) डा० राधा कृष्णन
(4) इनमें से कोई नहीं
18. संविधान
द्वारा किस भाषा को राजभाषा का दर्जा दिया गया है?
(1) अंग्रेजी
(2) उर्दू
(3) हिन्दी
(4) हिन्दुस्तानी
19. भारत संयुक्त
राष्ट्र संघ का सदस्य कब बना?
(1) 1945 में
(2) 1947 में
(3) 1950 में
(4) 1952 में
20. किस देश
ने नाटो में अमेरिकी नेतृत्व का विरोध किया?
(1) ब्रिटेन
(2) फ्रांस
(3) पश्चिम जर्मनी
(4) इटली
21. सौराष्ट्र
किस राज्य का अंग है ?
(1) महाराष्ट्र
(2) राजस्थान
(3) कर्नाटक
(4) गुजरात
22. किस देश
के प्रभुत्व से एक ध्रुवीयता कायम हुई ?
(1) रूसी संघ
(2) चीन
(3) फ्रांस
(4) अमेरिका
23. दक्षेस
(सार्क) में कितने देश हैं?
(1) 5
(2) 6
(3) 7
(4) 8
24. सुरक्षा
परिषद में स्थायी सदस्यों की संख्या कितनी है ?
(1) 5
(2) 6
(3) 7
(4) 14
25. पूना पैक्ट
सम्बन्धित था
(1) दलित वर्ग
से
(2) हिन्दू-मुस्लिम एकता से
(3) संवैधानिक विकास से
(4) शैक्षिक सुधार से
26. संयुक्त
राष्ट्रसंघ के चार्टर में कितनी धाराएँ है ?
(1) 111
(2) 112
(3) 115
(4) 120
27. संविधान
के किस अनुच्छेद में केन्द्र और राज्य के बीच विधायी संबंधों का उल्लेख है ?
(1) अनुच्छेद
245-255
(2) अनुच्छेद 240-250
(3) अनुच्छेद 352-360
(4) इनमें से कोई नहीं
28. मुख्यमंत्री
की नियुक्ति कौन करता है?
(1) राष्ट्रपति
(2) प्रधानमंत्री
(3) राज्यपाल
(4) उच्च न्यायालय के मुख्य
न्यायाधीश
29. भारतीय संविधान
में कितने मौलिक कर्तव्य हैं ?
(1) 8
(2) 9
(3) 10
(4) 11
30. राज्यों
के संवैधानिक प्रमुख कौन है ?
(1) राज्यपाल
(2) मुख्यमंत्री
(3) उप-मुख्यमंत्री
(4) विधान सभा के अध्यक्ष
31. कौन संविधान
संशोधन शहरी स्थानीय शासन से जुड़ा है ?
(1) 75वाँ
(2) 74वाँ
(3) 73वाँ
(4) 72वाँ
32. किस देश
का संविधान विश्व का सबसे बड़ा संविधान है ?
(1) यू. एस. ए.
(2) रूस
(3) दक्षिणी अफ्रीका
(4) भारत
33. किस वर्ष
श्रीमती इंदिरा गाँधी ने 'आपात काल' की घोषणा की?
(1) 1975
(2) 1976
(3) 1977
(4) 1974
34. भारतीय संविधान
के किस भाग में राज्य के नीति-निर्देशक तत्त्व निहित है?
(1) भाग II
(2) भाग III
(3) भाग IV
(4) भाग V
35. बजट का संबंध
किस पक्ष के साथ है ?
(1) आय
(2) व्यय
(3) आय एवं व्यय
(4) इनमें से कोई नहीं
36. भारत में
वित्त आयोग का कार्यकाल कितना है ?
(1) पाँच वर्ष
(2) चार वर्ष
(3) छः वर्ष
(4) कोई सीमा नहीं
37. झारखण्ड
विधान परिषद के सदस्यों का कार्यकाल क्या है ?
(1) 6 वर्ष
(2) 5 वर्ष
(3) 4 वर्ष
(4) 7 वर्ष
38. किस भारतीय
राज्य का अपना संविधान है ?
(1) मणिपुर
(2) नागालैण्ड
(3) हिमाचल प्रदेश
(4) जम्मू और
कश्मीर
39. भारत की
पहली महिला राष्ट्रपति कौन थी ?
(1) राबड़ी देवी
(2) सोनिया गाँधी
(3) प्रतिभा
पाटिल
(4) इंदिरा गाँधी
40. ग्राम कचहरी
का प्रधान कौन होता है ?
(1) सरपंच
(2) मुखिया
(3) वार्ड सदस्य
(4) इनमें से कोई नहीं
खण्ड-ब (विषयनिष्ठ प्रश्न)
खण्ड-क (अतिलघु उत्तरीय प्रश्न)
किन्हीं पाँच प्रश्नों
के उत्तर दीजिए। 2 × 5 = 10
1. वारसा संधि
को पूर्वी गठबंधन क्यों कहा गया?
उत्तर - क्योंकि इसमें शामिल
अधिकांश देश पूर्वी यूरोप के थे।
2. बाल्टिक गणराज्य
कौन-कौन से हैं?
उत्तर - एस्टोनिया, लैटविया,
लिथुआनिया ।
3. एन०पी०टी०
का पूरा नाम क्या है? यह संधि किस वर्ष हुयी ?
उत्तर - एन०पी०टी० का पूरा
नाम न्यूक्लियर नॉन प्रोलिफेरेशन ट्रीटी है। यह संधि 1968 में हुयी थी।
4. इंस्ट्रुमेंट
ऑफ एक्सेशन से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर – विभिन्न रजवाड़ों व
रियासतों के शासकों ने भारतीय संघ में विलय के - एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए। इस
सहमति पत्र को ही इंस्ट्रूमेंट ऑफ एक्सेशन कहा गया।
5. नियोजित विकास
से क्या आशय है ?
उत्तर- नियोजित विकास का आशय
कम से कम व्यय द्वारा उपलब्ध साधनों का उपयोग करते हुए पूर्व निश्चित लक्ष्य को प्राप्त
करने से है।
6. चिपको आंदोलन
की मुख्य माँग क्या थी?
उत्तर- चिपको आंदोलन की मुख्य
माँग जंगल की कटाई का कोई भी ठेका बहारी व्यक्ति को नहीं देने तथा स्थानीय लोगों का
जल, जमीन, जंगल जैसे प्राकृतिक संसाधनों पर कारगर नियंत्रण होने को लेकर दी।
7. आपरेशन फ्लड
क्या है ?
उत्तर- आपरेशन फ्लड एक ग्रामीण
विकास कार्यक्रम था जिसके अन्तर्गत दुग्ध उत्पादकों की उत्पादन व वितरण के एक राष्ट्रव्यापी
तंत्र से जोड़ा गया।
खण्ड ख (लघु उत्तरीय प्रश्न)
किन्हीं पाँच प्रश्नों
के उत्तर दीजिए। 3 x 5 = 15
8. भारत के गुटनिरपेक्ष
आंदोलन को किस प्रकार सक्रिय रखा ? उदाहरण देकर समझाइए।
उत्तर-
(i) भारत ने गुटनिरपेक्ष आन्दोलन
में सम्मिलित देशों को भी इस प्रकार के मध्यस्थता के कार्यों में संलग्न रखा।
(ii) भारत ने शीतयुद्ध के दौरान
उन क्षेत्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों को भी सक्रिय बनाए रखने का प्रयास किया जो
अमेरिका व सोवियत संघ के गुट से नहीं जुड़े थे। हमारे तत्कालीन प्रधानमन्त्री पं. जवाहरलाल
नेहरू ने स्वतन्त्र एवं परस्पर सहयोगी राष्ट्रों के एक सच्चे 'राष्ट्रकुल' के ऊपर गहरा
विश्वास जताया ताकि वह शीतयुद्ध को समाप्त करने के प्रयास में एक सकारात्मक भूमिका
का निर्वाह कर सके।
9. सोवियत प्रणाली
की चार सकारात्मक विशेषताएँ बताइए।
उत्तर - सोवियत व्यवस्था
की सकारात्मक विशेषताएँ- समाजवादी सोवियत गणराज्य रूस में हुई सन् 1917 की समाजवादी
क्रान्ति के पश्चात् अस्तित्व में आया, सोवियत प्रणाली की प्रमुख चार विशेषताएं निम्नलिखित
थीं-
(i) सोवियत राजनीतिक प्रणाली
की धुरी कम्युनिस्ट पार्टी थी। इस दल का सभी संस्थाओं पर गहरा नियन्त्रण था।
(ii) सोवियत आर्थिक प्रणाली
योजनाबद्ध एवं राज्य के नियन्त्रण में थी।
(iii) सोवियत संघ में सम्पत्ति
पर राज्य का स्वामित्व एवं नियंत्रण था।
(iv) सोवियत संघ की संचार प्रणाली
बहुत उन्नत थी इसके दूर-दराज के क्षेत्र भी आवागमन की सुव्यवस्थित एवं विशाल प्रणाली
के कारण आपस में जुड़े हुए थे।
10. शॉक थेरेपी
ने अर्थव्यवस्था को किस प्रकार तहस-नहस कर दिया ?
उत्तर - अर्थव्यवस्था का तहस-नहस
होना सन् 1990 में अपनायी गयी शॉक थेरेपी जनता को उपभोग के उस आनन्द लोक तक नहीं ले
गई, जिसका उसने वादा किया था। शॉक थेरेपी से पूरे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था तहस-नहस
हो गयी और जनता को बरबादी की मार झेलनी पड़ी। रूस में पूरा राज्य नियन्त्रित औद्योगिक
ढाँचा चरमरा उठा। लगभग 90 प्रतिशत उद्योगों को निजी हाथों अथवा कम्पनियों को बेच दिया
गया। आर्थिक ढाँचे का यह पुनर्निर्माण चूँकि सरकार द्वारा नियन्त्रित औद्योगीकरण नीति
की अपेक्षा बाजार की शक्तियाँ कर रही थी। इसलिए यह कदम सभी उद्योगों को नष्ट करने वाला
सिद्ध हुआ।
11. सुरक्षा
के तीन पारम्परिक तरीकों को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
(i) निःशस्त्रीकरण- देशों
के मध्य सहयोग में सुरक्षा का सबसे महत्त्वपूर्ण तरीका है-निःशस्त्रीकरण निःशस्त्रीकरण
की माँग होती है कि समस्त राज्य चाहे उनका आकार, शक्ति एवं प्रभाव कुछ भी हो, कुछ विशेष
किस्म के हथियारों का त्याग करें।
(ii) अस्त्र- नियन्त्रण-अस्त्र
नियन्त्रण के अन्तर्गत परमाणु हथियारों को विकसित करने अथवा उनको प्राप्त करने के सम्बन्ध
में कुछ नियम-कानूनों का पालन करना पड़ता है।
(iii) विश्वास बहाली के उपाय
- विश्वास बहाली के उपायों से देशों के मध्य हिंसाचार कम किया जा सकता है। विश्वास
बहाली की प्रक्रिया में सैन्य टकराव एवं प्रतिद्वन्द्विता वाले देश सूचनाओं एवं विचारों
के 'नियमित आदान-प्रदान का फैसला करते हैं।
12. भारत में
चुनाव सफलतापूर्वक नहीं कराए जा सकेंगे? आलोचक ऐसा क्यों मानते थे?
उत्तर- भारत में चुनाव सफलतापूर्वक
सम्पन्न नहीं कराए जाने के पीछे निम्न दो कारण प्रमुख थे-
(i) भारत जनसंख्या व क्षेत्रफल
की दृष्टि से एक बहुत बड़ा देश है। इतने बड़े क्षेत्र व इतनी जनसंख्या के लिए समुचित
चुनाव व्यवस्था करना एक कठिन कार्य था।
(ii) भारत के अधिकांश मतदाता
अशिक्षित थे, जिनसे स्वतंत्र व समझदारी से मताधिकार का प्रयोग किस प्रकार से हो सकेगा,
यह एक बड़ी चुनौती थी।
13. मिश्रित
अर्थव्यवस्था की विशेषता बताइए।
उत्तर-
(i) सार्वजनिक तथा निजी क्षेत्र
-
मिश्रित अर्थव्यवस्था की सबसे प्रमुख विशेषता यह है कि इसमें सार्वजनिक तथा निजी क्षेत्र
दोनों विद्यमान रहते हैं। इन दोनों ही क्षेत्रों के बीच कार्यों का स्पष्ट विभाजन रहता
है।
(ii) लोकतांत्रिक व्यवस्था
—
मिश्रित अर्थव्यवस्था में आर्थिक क्रियाओं का निजी तथा सार्वजनिक क्षेत्र में विभाजन,
लक्ष्यों में निर्धारण, नीतियों का निर्धारण सभी बातों का निर्णय जन-प्रतिनिधियों के
द्वारा लिया जाता है।
(iii) लाभ उद्देश्य - मिश्रित
अर्थव्यवस्था में निजी क्षेत्र की प्रमुख भूमिका रहती है। निजी क्षेत्र द्वारा अपनी
आर्थिक क्रियाओं का संचालन लाभ के उद्देश्य से किया जाता है।
(iv) मूल्य-तंत्र पर नियंत्रण- मिश्रित
अर्थव्यवस्था में 'मूल्य तंत्र' के संचालन को सरकार जन-कल्याण की दृष्टि से स्वयं की
कीमत नीति द्वारा नियंत्रित करती है।
14. सन्
1960 के दशक के अन्त में भारत के आर्थिक विकास में क्या बदलाव आए? वर्णन कीजिए।
उत्तर-
(i) नेहरूजी की मृत्यु के बाद
कांग्रेस-प्रणाली संकट से घिरने लगी।
(ii) इंदिरा गाँधी जन-नेता
बनकर उभरी। उन्होंने फैसला किया कि अर्थव्यवस्था के नियंत्रण और निर्देशन में राज्य
और बड़ी भूमिका निभाएगा।
(iii) सन् 1967 के पश्चात्
की अवधि में निजी क्षेत्र के उद्योगों पर और बाधाएँ आईं। 14 निजी बैंकों का राष्ट्रीयकरण
कर दिया गया।
(iv) सरकार ने गरीबों की भलाई
के लिए अनेक कार्यक्रमों की घोषणा की।
खण्ड-ग (दीर्घ उत्तरीय प्रश्न)
किन्हीं तीन प्रश्नों
के उत्तर दीजिए। 5 × 3 = 15
15. शीतयुद्ध
के वाद के समय में दक्षिण एशिया के देशों की राजनीतिक प्रणाली का वर्णन करें।
उत्तर - शीतयुद्ध के पश्चात्
के समय में इस क्षेत्र के देशों में एवं यहाँ के लोगों में मुख्य प्रवृत्ति लोकतान्त्रिक
राजनीतिक प्रणाली को अपनाने की रही है। यथा-
(i) भारत व श्रीलंका
- भारत व श्रीलंका के स्वतन्त्र होने के पश्चात् से आज तक लोकतान्त्रिक व्यवस्था सफलतापूर्वक
कार्य कर रही है।
(ii) पाकिस्तान और बांग्लादेश
-
शीतयुद्ध के पक्षात् के समय में बांग्लादेश में लोकतन्त्र कायम रहा पाकिस्तान में शीतयुद्ध
के पश्चात् के समय में लगातार दो लोकतान्त्रिक सरकारों का गठन हुआ।
(iii) नेपाल
- नेपाल में अप्रैल 2006 तक संवैधानिक राजतन्त्र था. अप्रैल 2006 में एक सफल जनविद्रोह
हुआ तथा सन् 2008 में राजतन्त्र के खात्मे के साथ लोकतन्त्र की बहाली हुई।
(iv) भूटान -
भूटान भारत का एक पड़ोसी देश है। भूटान में राजतन्त्र व्यवस्था से शासन संचालित हो
रहा था, लेकिन यहाँ के राजा ने भूटान में बहुदलीय लोकतन्त्र स्थापित करने की शुरुआत
कर दी। मार्च 2008 में भूटान में निष्पक्ष चुनाव हुए और राजशाही का अन्त हो गया।
(v) मालदीव - मालदीव
में सन् 1968 तक राजतन्त्रात्मक व्यवस्था कायम रही। सन् 1968 में ही मालदीव एक गणतन्त्रात्मक
देश बना तथा यहाँ अध्यक्षात्मक शासन प्रणाली अपनायी गयी। जून 2005 में मालदीव की संसद
ने बहुदलीय प्रणाली को अपनाने के पक्ष में मतदान किया। मालदीविपन डेमोक्रेटिक पार्टी
(एम.डी.पी.) का मालदीव के राजनीतिक मामलों में दबदबा कायम है।
16. अण्टार्कटिका
महाद्वीपीय क्षेत्र की प्रमुख विशेषताओं, महत्त्व व अंटार्कटिका पर स्वामित्व सम्बन्धी
विवाद को समझाइए।
उत्तर- अंटार्कटिका महाद्वीप
की प्रमुख विशेषताएँ निम्न हैं-
(i) अंटार्कटिका महादेशीय क्षेत्र
का विस्तार करोड़ 40 लाख वर्ग करोड़ किमी में है।
(ii) विश्व के निर्जन क्षेत्र
का 26 प्रतिशत भाग इस महाद्वीप के अन्तर्गत आता है।
(iii) स्थलीय हिम का 90 प्रतिशत
भाग एवं धरती के स्वच्छ जल का 70 प्रतिशत भाग इस महाद्वीप में मौजूद है।
(iv) इस महादेश का 3 करोड़
60 लाख वर्ग किमी तक अतिरिक्त विस्तार समुद्र में है।
(v) यह विश्व का सबसे सुदूर
ठण्डा एवं झंझावाती प्रदेश है। अंटार्कटिका महाद्वीप का महत्त्वअंटार्कटिका महाद्वीप
का महत्त्व निम्नलिखित है- (a) अंटार्कटिका महाद्वीप विश्व की जलवायु को सन्तुलित रखने
में महत्त्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह करता है। (b) इस महाद्वीपीय प्रदेश की आन्तरिक
हिमानी परत ग्रीन हाउस गैस के जमाव का महत्त्वपूर्ण सूचना स्रोत है। (c) इस महाद्वीपीय
प्रदेश में जमी बर्फ से लाखों वर्ष पूर्व के वायुमण्डलीय तापमान का पता लगाया जा सकता
है। (d) इस महाद्वीपीय क्षेत्र में समुद्री पारिस्थितिकी तन्त्र अत्यन्त उर्वर पाया
जाता।
अंटार्कटिका पर स्वामित्व
-
विश्व के सबसे सुदूर ठण्डे एवं झंझावाती महादेश अंटार्कटिका पर किसका स्वामित्व है?
इसके बारे में दो दावे किये जाते हैं। कुछ देश, जैसे- ब्रिटेन, अर्जेन्टीना, चिली,
नार्वे, फ्रांस, आस्ट्रेलिया एवं न्यूजीलैण्ड ने अंटार्कटिका क्षेत्र पर अपने अधिकार
का दावा किया है, जबकि अन्य अधिकांश देशों का मत है कि अंटार्कटिका प्रदेश विश्व की
साझी सम्पदा है और यह किसी भी राष्ट्र के क्षेत्राधिकार में नहीं आता।
17. गठबंधन सरकारों
के उदय के लिए उत्तरदायी कारणों को समझाते हुए इसके प्रभावों को लिखिए।
उत्तर -गठबंधन सरकार के उदय
के कारण निम्नलिखित है-
(1) कांग्रेस के प्रभाव में
कमी-
आजादी के बाद से ही प्रमुख और - शक्तिशाली कांग्रेस पार्टी का प्रभाव 1989 आते-आते
कम होना शुरू हो गया। अतः अनेक राजनीतिक दलों वाले राजनीतिक वातावरण में गठबंधन का
चलन शुरू हुआ।
(2) क्षेत्रीय दलों का प्रभाव
एवं संख्या-1989 में क्षेत्रीय दलों की संख्या बढ़ने के
साथ-साथ उनके प्रभाव में बढ़ोत्तरी को पहचाना जा सकता है। अपनी क्षेत्रीय प्रसार की
सीमा के कारण ऐसे दलों का केन्द्रीय स्तर पर गठबंधन बनाना जरूरी हो जाता है।
(3) दल बदली -
1989 के बाद से ही दल बदली की प्रवृत्ति ने भारतीय राजनीति में अपना रंग दिखाना शुरू
कर दिया था। इस प्रवृत्ति ने भी गठबंधन सरकारों के चलन को बढ़ाया।
गठबंधन की राजनीति के प्रभाव
-
भारत में गठबंधन की राजनीति के प्रमुख प्रभाव निम्नलिखित है-
(i) 1990 के दशक के पश्चात्
कुछ ताकवर पार्टियों व आन्दोलनों का उदय हुआ इन पार्टियों एवं आन्दोलनों ने दलित व
पिछड़े वर्ग (अन्य पिछड़ा वर्ग) का नेतृत्व किया।
(ii) उभरी हुई पार्टियों में
से अनेक ने क्षेत्रीय आकांक्षाओं की भी दावेदारी प्रस्तुत की।
(iii) भारत में गठबंधन की राजनीति
से अनेक क्षेत्रीय दलों ने राज्यों में सरकारें बनाईं तथा केन्द्र सरकार में भी भागीदारी
की।
18. लोकप्रिय
जन आंदोलनों से क्या अभिप्राय है? उन आंदोलनों से कौन-कौन से सबक सीखने को मिले हैं?
उत्तर - लोकप्रिय जन आन्दोलनों
का अभिप्राय वह आन्दोलन जो जनहित या लोगों की किसी सामान्य समस्या या समस्याओं
में प्रायः दलगत राजनीति से अलग चलाये जाते हैं, लोकप्रिय जन आन्दोलन कहे जाते हैं।
उदाहरणार्थं चिपको आन्दोलन, दलित पँथर्स आन्दोलन तथा भारतीय किसान यूनियन आन्दोलन आदि।
जन या सामाजिक आन्दोलनों द्वारा
समस्याओं की अभिव्यक्ति या सामाजिक आन्दोलनों के सबक-
(i) जन आन्दोलन सामाजिक आन्दोलनों
के रूप में जब उन्नति की सीढ़ियों पर चढ़ते हैं तो उनके द्वारा समाज के उन नए वर्गों
की सामाजिक-आर्थिक समस्याओं को अभिव्यक्ति मिलती है जो अपनी परेशानियों को चुनावी राजनीति
के माध्यम से हल नहीं करा पाते।
(ii) समाज के गहरे तनावों तथा
जनता के रोष को एक सार्थक दिशा देकर इन आन्दोलनों ने एक प्रकार से लोकतंत्र की रक्षा
की है। सक्रिय भागीदारी के नए रूपों के प्रयोग में भारतीय लोकतंत्र के जनाधार को बढ़ाया
है।
(iii) इन आन्दोलनों के आलोचक
अक्सर यह तर्क देते हैं कि हड़ताल, धरना व रैली जैसी सामूहिक कार्यवाहियों से सरकार
के कामकाज पर बुरा प्रभाव पड़ता है। उनके अनुसार इस तरह की गतिविधियों से सरकार की
निर्णय प्रक्रिया बाधित होती है और प्रतिदिन की लोकतांत्रिक व्यवस्था भंग होती है।
19. निम्म पर
टिप्पणी लिखिए-
(i) अन्तर्राष्ट्रीय
आण्विक ऊर्जा एजेंसी
(ii) ह्यूमन
राइट्स वाच
उत्तर-
(1) अन्तर्राष्ट्रीय आण्विक
ऊर्जा एजेंसी - सन् 1954 में अमेरिको प्रस्ताव को मंजूरी प्राप्त
हुथी तथा 1956 में आण्विक ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग पर आयोजित संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन
(न्यूयार्क) में 70 देशों की सरकारों द्वारा आइ.ए.ई.ए. (अन्तर्राष्ट्रीय आण्विक ऊर्जा
एजेंसी) के विधान पर हस्ताक्षर किये गए। 27 जुलाई 1957 में यह अभिकरण प्रभावी हो गया
। सन् 2013 के अंत तक इस अभिकरण के सदस्यों की संख्या 162 पर पहुँच चुकी थी। इसका मुख्यालय
विएना में है। यह संयुक्त राष्ट्र का विशिष्ट अभिकरण न होकर संयुक्त राष्ट्र के तहत
एक स्वायत्त संगठन है। अन्तर्राष्ट्रीय आण्विक ऊर्जा एजेंसी का मुख्य उद्देश्य सम्पूर्ण
विश्व में शांति, स्वास्थ्य व समृद्धि के लिए आण्विक ऊर्जा के योगदान को विस्तारित
एवं प्रोत्साहित करना है। यह संगठन यह भी सुनिश्चित करता है कि इस प्रकार की सहायता
का उपयोग कर किसी प्रकार के सैन्य उद्देश्य की पूर्ति न हो।
अन्तर्राष्ट्रीय आण्विक ऊर्जा
एजेंसी के प्रमुख क्षेत्र -
(a) स्वास्थ्य व सुरक्षा मानदंडों
की स्थापना ।
(b) सुरक्षित कार्यक्रम ताकि
आणविक खनिजों का सैनिक उपयोग न हो।
(c) तकनीकी सहायता प्रदान करना
।
(d) नाभिकीय अनुसंधान एवं विकास
में सहायता करना।
(ii) ह्यूमन राइट्स वाच - यह
मानवाधिकारों की वकालत और उनसे सम्बन्धित अनुसंधान करने वाला एक अन्तर्राष्ट्रीय स्वयंसेवी
संगठन है। यह अमेरिका का सबसे बड़ा अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन है। यह समस्त
विश्व की मीडिया का ध्यान मानवाधिकारों के उल्लंघन की ओर खींचता है। इस मानवाधिकार
संगठन की स्थापना वर्ष 1978 में की गयी थी। यह एक गैर लाभकारी, गैर-सरकारी संगठन है।
इसका कार्यालय एम्पायर स्टेट बिल्डिंग न्यूयार्क में है इसका विशिष्ट ध्येय ह्यूमन
राइट है तथा लक्ष्य एक न्याय की आवाज बनाना है। इस संगठन के द्वारा पूरी दुनिया में
90 से अधिक देशों में मानवाधिकारों की रक्षा व संवर्धन के लिए कार्य किया जाता है।