Class 12th ( Economics) Exam useful questions परीक्षा उपयोगी प्रश्न

Class 12th ( Economics) Exam useful questions परीक्षा उपयोगी प्रश्न

Class 12th ( Economics) (Art - Science - Commerce)

परीक्षा उपयोगी प्रश्न (इससे बाहर कुछ भी नहीं)

Group -A (व्यष्टि अर्थशास्त्र)

अध्याय -1( विषय प्रवेश)

1. उत्पादन सम्भावना वक्र क्या है? एक तालिका और चित्र द्वारा स्पष्ट करे

उत्पादन सम्भावना वक्र क्या है? व्याख्या करें।

2. उत्पादन सम्भावना वक्र नतोदर (अवतल) क्यों होती है ? समझाइए

3. व्यष्टिपरक तया समष्टिपरक अर्थशास्त्र में अन्तर स्पष्ट करें।

4. अर्थशास्त्र के जनक कौन है? इनकी किताब का क्या नाम है ?

5. मार्शल के दृष्टिकोन मे अर्थशास्त्र क्या है। इनकी परिभाषा का केन्द्र बिन्दु क्या है?

6. रॉबिन्स के द्वारा दी गई अर्थशास्त्र की परिभाषा का उल्लेख करे

→ अर्थशास्त्र चयन का तर्कशास्त्र है। विश्लेषण करे

7. आर्थिक समस्या क्या है? यह क्यों उत्पन्न होती है

 → चयन की समस्या क्यों उत्पन्न होती है?

   दुर्लभ साधनो के बचतपूर्ण प्रयोग की समस्या क्या है

8. क्या अर्थशास्त्र एक वास्तविक विज्ञान है या आदेशात्मक विज्ञान है? उदाहरण सहित बताए

9. अवसर लागत की परिभाषा दें

10. अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याओं का उल्लेख करे? ये क्यों उत्पन्न होती है

11. पूँजीवादी अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याऐ क्या है? इसके समाधान में कीमत यंत्र की भूमिका की व्याख्या करे

अध्याय - 2 (उपभोक्ता का व्यवहार और मांग)

1 सीमांत उपयोगिता एवं कुल उपयोगिता से आप क्या समझते है

→ सीमांत उपयोगिता एवं कुल उपयोगिता के बीच संबंध बताइए

→ सीमांत उपयोगिता तथा कुल उपयोगिता के बीच क्या संबंध है ?कुल उपयोगिता के साथ क्या होता है जब सीमांत उपयोगिता शून्य हो जाती है ?

2. उपयोगिता की परिभाषा दीजिए

3. उपभोक्ता के संतुलन से आप क्या समझते है? इसकी कौन-कौन सी मान्यताएँ हैं

→ परिमाणात्मक उपयोगिता दृष्टिकोण के अन्तर्गत (1) एक वस्तु तथा (2) दो वस्तुओं के संपर्क मे उपभोक्ता के संतुलन की स्पष्ट व्याख्या को

→ केवल एक वस्तु खरीदने की स्थिति में एक उपभोक्ता संतुलन की स्थिति पर कैसे पहुंचता है? सीमांत उपयोगिता अनुसूची की सहायता से समझाइये

→ उपभोक्ता संतुलन से आप क्या समझते है? उपभोक्ता संतुलन के शर्तों को लिखे

4. आर्थिक वस्तु एवं नि: शुल्क वस्तु के अंतर को उदाहरण की सहायता से समझाइएं

5. सीमांत उपयोगिता ह्रास नियम की व्याख्या करें

सीमांत उपयोगिता ह्रास नियम माँग रेखा के नीचे की ओर झुकने के लिए कैस उत्तरदायी है

6. माँग के नियम का विश्लेषण विस्तार मे करें तथा इसकी सीमाओं का भी उल्लेख करे

→ माँग अनुसूचि तथा उपयुक्त रेखाचित्र की सहायता से माँग के नियम की व्याख्या करें

→ माँग के नियम को बताइए।' अन्य बातों के समान रहने पर' का क्या मतलब है, जिस पर यह नियम आधारित है

→ वस्तु की माँग को प्रभावित करने वाले तत्व कौन-कौन से है

→ माँग के निर्धारक तत्व को बताइए

→ माँग के नियम की व्याख्या करे और इसके अपवादों को लिखे

→ माँग के नियम की अवधारणा को बताएं

7. माँग की रेखा नीचे दाहिनी ओर क्यों झुकती है? इसके कारण बताइए

→ एक उपभोक्ता की माँग के रेखा के दाहिनी ओर खिसकने के तीन कारणों का उल्लेख करे

8. माँग के विस्तार तथा माँग में वृद्धि मे क्या अन्तर है ? स्पष्ट करें

9. माँग के संकुचन तथा माँग में कमी में क्या अन्तर है? स्पष्ट करें

10. व्यक्तिगत माँग अनुसूची तथा बाजार माँग अनुसूची में अंतर बताइए

11. रेखाचित्र की सहायता से किसी वस्तु की माँग पर निम्नलिखित परिवर्तनों के प्रभाव की व्याख्या करे

(क) पूरक वस्तु की कीमत में वृद्धि / कमी

(ख) प्रतिस्थापन वस्तु की कीमत में वृद्धि / कमी

12. माँग की लोच की अवधारणा को स्पष्ट करे? इसे प्रभावित करने वाले कारकों की व्याख्या करें ? इसकी माप किस प्रकार होती है?

13. एक उपभोक्ता किसी वस्तु की कीमत 3रु. प्रति इकाई रहने पर उसकी 40 इकाइयों को खरीदता है। जब कीमत बढ़कर 4रु. प्रति इकाई हो जाती है, तो वह उसकी 30 इकाइयाँ खरीदता है। कुल व्यय प्रणाली द्वारा मांग की लोच की माप करे

14. किसी वस्तु की मांग की लोच 2 है। यदि उसकी मांग में 10% वृद्धि होगी तो मूल्य में प्रतिशत परिवर्तन क्या होगा?

15. निम्नलिखित मांग वक्रो की मांग लोच डिग्री कितनी है

i. OX - अक्ष के समानांतर सीधी रेखा

ii. OY - अक्ष के समानांतर सीधी रेखा

iii. बाएं से दाएं नीचे की ओर ढालू सीधी रेखा के मध्य बिंदु पर

16.  एक उपभोक्ता किसी वस्तु की कीमत 3 रु. प्रति इकाई रहने पर उसकी 40 इकाइयां खरीदता है। जब कीमत बढ़कर 4रु. प्रति इकाई हो जाती है, तो वह उसकी 30 इकाइयां खरीदता है। कुल व्यय प्रणाली द्वारा माँग की कीमत लोच की माप करें?

17. सामान्य और घटिया वस्तुओं के अर्थ बताइए

18. माँग मे कमी/वृद्धि लाने वाले किन्ही तीन कारकों की संक्षेप मे व्याख्या करे

अध्याय - 3 (उत्पादन और लागत)

1. पैमाने के प्रतिफल से क्या समझते है ? व्याख्या करे

→ पैमाने के प्रतिफल की बढ़ती, समान तथा घटती धारणाओं की व्याख्या करे

→ जब सभी आगतो मे अधिक अनुपात में वृद्धि होती है, तो उत्पादन पर पड़ने वाले प्रभाव क्या है।

2. विविध अनुपात के नियम या परिवर्तनशील अनुपात का नियम या चल अनुपात के नियम या साधन के प्रतिफल नियम की सचित्र व्याख्या करे

→ उत्पादन साधन के प्रतिफल से क्या अभिप्राय है? परिवर्ती अनुपात विधि के तीन चरणों का उल्लेख करे

→ ह्मसमान सीमांत प्रतिफल के नियम पर एक टिप्पणी लिखिए

3. निम्न तालिका में एक साधन की MPP दी जा रही है। TPP तथा APP सारणियो की रचना करे

साधन :

1

2

3

4

5

6

MPP :

20

22

18

16

14

6

4. स्थिर और परिवर्ती लागतो मे भेद करे। प्रत्येक के दो उदाहरण दीजिए

5. एक फर्म 20 इकाई उत्पादन कर रही है। इस उत्पादन स्तर पर उसकी ATC तथा AVC क्रमश: 40रू तथा 37 रू है तो फर्म की कुल स्थिर लागते ज्ञात करें

6. यदि एक इकाई उत्पादन स्तर पर TFC 60 रुपये हो तो निम्न तालिका की सभी प्रविष्टियां आंकलित करे। TVC,TFC,AVC,AFC,ATC,MC

उत्पादन :

1

2

3

4

5

6

7

8

TC :

90

105

115

120

135

160

200

260

 7. औसत लागत और सीमांत लागत से संबंध स्पष्ट करें

→ स्पष्ट कीजिए की जब औसत लागत गीर रही है तो क्या सीमांत लागत बढ़ सकती हैं

8. अल्पकालिन लागत वक्रो (MC or AC) 'U' आकार की क्यों होती है

9. एक परिवर्तनशील साधन का प्रतिफल तथा पैमाने के प्रतिफल मे अन्तर स्पष्ट करें

10. दीर्घकाल व अल्पकाल मे भेद कीजिए

11. स्थिर लागत तथा परिवर्तनशील लागत में अन्तर स्पष्ट कीजिए

12. कुल लागत ' की परिभाषा दीजिए

13. निम्न तालिका को पूरा करें

श्रम की ईकाई :

0

1

2

3

4

5

6

7

औसत उत्पाद :

0

15

17

20

18.5

16

13.33

11

कुल उत्पाद :

 

 

 

 

 

 

 

 

सीमांत उत्पाद :

 

 

 

 

 

 

 

 

14. निम्नलिखित तालिका को पूरा करें

उत्पादन की ईकाई :

1

2

3

4

6

6

कुल लागत :

30

37

45

65

80

90

औसत लागत :

 

 

 

 

 

 

सीमांत लागत :

 

 

 

 

 

 

15. औसत स्थिर लागत क्या है / औसत बंधी लागत क्या है

16. Complete the following Schedule

Unite of Labour :

1

2

3

4

5

6

7

8

Total Product :

50

90

120

140

150

150

140

120

Average Product :

 

 

 

 

 

 

 

 

Marginal Product :

 

 

 

 

 

 

 

 

17. निम्नलिखित तालिका से औसत स्थिर, औसत परिवर्तनशील और कुल स्थिर लागत ज्ञात करें

इकाइयां :

0

1

2

3

4

कुल लागत :

80

102

122

140

156

18. निम्नलिखित तालिका को पूरा करें

उत्पादन की ईकाई :

1

2

3

4

5

कुल लागत :

20

32

45

60

80

औसत लागत :

 

 

 

 

 

सीमांत लागत :

 

 

 

 

 

19. एक फर्म के बारे में सूचना दी गई है

उत्पादन की ईकाई :

0

1

2

3

4

5

6

7

कुल लागत :

150

300

420

600

790

1000

1260

1500

कुल स्थिर लागत :

 

 

 

 

 

 

 

 

कुल परिवर्तनशील लागत :

 

 

 

 

 

 

 

 

औसत स्थिर लागत :

 

 

 

 

 

 

 

 

औसत लागत :

 

 

 

 

 

 

 

 

सीमांत लागत :

 

 

 

 

 

 

 

 

20. परिवर्तनशील साधन से आप क्या समझते हैं

21. स्थिर साधन से आप क्या समझते है

22. उत्पादन फलन क्या है

23. एक साधन के प्रतिफल का क्या अर्थ है ? एक साधन का बढता प्रतिफल किस कारण से होता है?

24. वास्तविक लागत क्या है? यह मौद्रिक लागत से किस प्रकार भिन्न हैं

25. माँग की कीमत लोच तथा माँग की लोच मे अन्तर करें।

26. उत्पादन फलन से आपका क्या तात्पर्य है ? इसकी मुख्य विशेषताओं का वर्णन करे

27. उत्पादन सम्भावना वक्र की क्या मान्यताएँ है

अध्याय-4 (आगम, उत्पादक का संतुलन और आपूर्ति वक्र)

1. उत्पादक के संतुलन का क्या अर्थ है।

2. किसी प्रतियोगी फर्म के लिए उत्पादक के संतुलन की शर्त क्या होती है।

 पूर्ण प्रतियोगिता के अन्तर्गत एक फर्म के अल्पकालीन संतुलन की शर्तों की व्याख्या करें।

3. प्रतियोगी फर्म का औसत आगम (AR) सदा सीमांत आगम (MR) के समान क्यों होता है

4. पूर्तिलोच की अवधारणा स्पष्ट करें? निम्नलिखित स्थितियों में पूर्ति वक्र खींचे

(i) Es = 1

(ii) Es < 1

(iii) Es > 1

5. पूर्ति (आपूर्ति) नियम की व्याख्या करे? इसे प्रभावित करने वाले कारक एवं सीमाओ की ब्याख्या करें

→ पूर्ति से आपका क्या अभिप्राय है? पूर्ति के नियम का वर्णन करे

→ वस्तु की पूर्ति के तीन कारकों की सूची बनाएँ या प्रभावित करने वाले कारक बताइए

6. पूर्ति के मात्रा मे वृद्धि (विस्तार) और पूर्ति में वृद्धि के बीच अन्तर स्पष्ट करे

7. पूर्ति के संकुचन और पूर्ति मे कमी के बीच अन्तर स्पष्ट करे

8. एक वस्तु की पूर्ति लोच 0.8 है; यहाँ पूर्ति लोचदार है या बेलोचदार

9. कुल आगम (आय), औसत आगम तथा सीमांत आगम की परिभाषा दे तथा इसके बीच संबंधों की व्याख्या करें

10. पूर्ति की लोच से क्या अभिप्राय है? इसकी माप तथा प्रभावित करने वाले कारक बताएऐ

11. आपूर्ति वक्र को खिसका सकने वाले तीन कारक बताएँ

→ पूर्ति में परिवर्तन से आप क्या समझाते है? पूर्ति में परिवर्तन के तीन कारकों का उल्लेख करे।

12. एक फर्म की माँग वक्र पूर्ण प्रतियोगिता में पूर्णतया लोचदार तथा एकाधिकारिक प्रतियोगिता में कम लोचदार क्यों होती है?

13. एकाधिकारी के औसत आय तथा सीमांत आय वक्र खींचे

14. चाय के मूल्य मे कमी चीनी की माँग को कैसे प्रभावित करती है? चित्र का प्रयोग करे ।

पूरक वस्तु की कीमत में कमी का वस्तु के माँग पर क्या प्रभाव पड़ता है? चित्र  का प्रयोग करें।

15. कॉफी के मूल्य में वृद्धि किस प्रकार चाय की माँग को प्रभावित करती है? चित्र का प्रयोग करें ।

→ प्रतिस्थापक वस्तु की कीमत में वृद्धि का वस्तु के माँग पर क्या प्रभाव पड़ता है?

16. एक वस्तु का मूल्य 10 रु. प्रति इकाई है और उसकी पूर्ति मात्रा 4000 इकाई है। उसकी पूर्ति का मूल्य लोच 2रु. है। वह मूल्य ज्ञात कीजिये जिस पर इसकी पूर्ति मात्रा 6000 इकाई होगी?

17. किसी वस्तु का मूल्य 10 रु. प्रति इकाई है और इस मूल्य पर इसकी पूर्ति की गई मात्रा 500 इकाइयाँ है। यदि इसके मूल्य मे 10 प्रतिशत की कमी होती है और पूर्ति की गई मात्रा घटकर 400 इकाइयाँ हो जाती है तो पूर्ति की मूल्य लोच ज्ञात करें?

18. किसी वस्तु की कीमत 5 रु. प्रति इकाई तथा 600 इकाई की इसकी पूर्ति मात्रा होती है। यदि कीमत बढ़कर 6रु. प्रति इकाई हो जाए तो पूर्ति मात्रा 25% बढ़ जाती है। पूर्ति की कीमत लोच ज्ञात करें?

19. यक्तिगत पूर्ति एवं बाजार पूर्ति मे अंतर बताइए

20. पूर्ति की लोच कितने प्रकार की होती है, कीमत पूर्ति लोच क्या है

अध्याय-5 (पूर्ण प्रतियोगिता में कीमत निर्धारण एवं बाजार संरचना के अन्य प्रारूप)

1. माँग आपूर्ति सारणियों को एक चित्र के माध्यम से बाजार संतुलन का निर्धारण समझाएँ ? मूल्य निर्धारण में माँग और पूर्ति मे कौन अधिक प्रभावशाली होती है। स्पष्ट करें

→ एक उपयुक्त चित्र की सहायता से पूर्ण प्रतियोगी बाजार में किसी वस्तु के संतुलन मूल्य निर्धारण की व्याख्या करे

→ किसी वस्तु की संतुलन कीमत किस प्रकार निर्धारित होती है

एक उपयुक्त चित्र की सहायता से पूर्ण प्रतियोगिता के अन्तर्गत मूल्य निर्धारण को समझाएं

2. अपूर्ण प्रतियोगिता किसे कहते है? इसकी विशेषताओं की व्याख्या करें

3. पूर्ण प्रतियोगिता बाजार से आप क्या समझते है? इसकी मान्यताओं का उल्लेख करें? इसकी विशेषता का उल्लेख करें ? इसके अन्तर्गत मूल्य निर्धारण को समझाएं

4. एकाधिकार से आप क्या समझते है ? इसकी विशेषताओ की व्याख्या करें ? इसके अन्तर्गत मूल्य निर्धारण को समझाइए ? क्या एक एकाधिकारी ऊँची कीमत पर अधिक वस्तुएं बेच सकता है? स्पष्ट करे

5. एकाधिकारी प्रतियोगिता से क्या समझते है? इसकी विशेषता का उल्लेख करें।

6. 'बाजार' की परिभाषा दीजिए?

7. पूर्ण प्रतियोगिता, एकाधिकार प्रतियोगिता तथा एकाधिकार बाजार में अन्तर स्पष्ट करें।

8. निम्नलिखित तालिका से मांग एवं पूर्ति वक्र बनाएं तथा संतुलन बिंदु , कीमत तथा क्रय- विक्रय के मात्रा को बताएं

Price :

6

5

4

3

2

1

0

Demand :

0

20

40

60

80

100

120

Supply :

120

100

80

60

40

20

0

9. एकाधिकार बाजार मे फर्मों की संख्या कितनी होती है?

10. किस प्रकार के बाजार मे वस्तुएँ समरूप होती हैं ?

11. माँग एवं पूर्ति दोनों के परिवर्तन का मूल्य पर क्या प्रभाव पड़ता है?

Group -B (समष्टि अर्थशास्त्र)

अध्याय -1 (समष्टि अर्थशास्त्र एक परिचय)

1. समष्टि अर्थशास्त्र से आप क्या समझते हैं

2. पूर्ण रोजगार के प्रतिष्ठित विचार को स्पष्ट करे

3. रेखाचित्र की सहायता से यह स्पष्ट करे कि आय एवं रोजगार कुल मांग तथा कुल पूर्ति द्वारा किस प्रकार संतुलन निर्धारण करती है ?

→ प्रभावपूर्ण मांग क्या है ? इसे एक रेखाचित्र से स्पष्ट करे

प्रभावपूर्ण मांग की व्याख्या करे। इसके मुख्य निर्णायक तत्व कौन-कौन से है

अध्याय-2 (समष्टि अर्थशास्त्र की रचना और राष्ट्रीय आय लेखांकन)

1. राष्ट्रीय भाग लेखांकन से क्या अभिप्राय है? इसके क्या उपयोग है।

2. आय एवं उत्पाद के चक्रीय या वृत्ताकार प्रवाह का उल्लेख करें

3. दो- क्षेत्रकीय अर्थव्यवस्था में चक्रीय प्रवाह समझाइए

4. तीन- क्षेत्रकीय अर्थव्यवस्था में चक्रीय प्रवाह समझाइए

5. चार - क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था में आय के चक्रीय प्रवाह का सुचित्र वर्णन करे

6. एक अर्थव्यवस्था मे आय के प्रवाह पर आयातो और निर्यातों का क्या प्रभाव पड़ता है

7. निम्न मे दिये गये प्रकार की राष्ट्रीय आय लेखाविधि से क्यो संबंधित नही है

(क) गृहिणी की सेवा (ख) अवैध आय (ग) बेरोजगारी भत्ता (घ) स्वाभाविक दान ( ड.) अप्रत्यक्ष कर (च) निवृत्ति वेतन

अध्याय-3 (राष्ट्रीय आय लेखांकन : अवधारणा और मापन)

1. राष्ट्रीय आय से आप क्या समझते है

2. अन्तर स्पष्ट करें

(अ) घरेलू उत्पाद तथा राष्ट्रीय उत्पाद

(ब) मध्यवर्ती वस्तुएँ तथा अन्तिम वस्तुएँ

(स) साधन आय तथा स्थानान्तर आय

3. प्राथमिक एवं द्वितीयक केन्द्र (क्षेत्र) के बीच अन्तर स्पष्ट करे

4. प्रत्योज्य आय से आप क्या समझते है

5. राष्ट्रीय आय मापने की विधियों की समझाएँ ? राष्ट्रीय आय को मापने में कौन-कौन सी कठिनाइ‌यां उत्पन्न होती है ?

6. बाजार मूल्य पर 'कुल राष्ट्रीय आय 'तथा साधन कीमत पर 'शुद्ध घरेलू आय' के बीच अन्तर स्पष्ट करें

7. दोहरी गणना की समस्या से आप क्या समझते है? इसे कैसे दूर किया जा सकता है

8. घरेलू कारक आय के घटकों को दर्शाएं। राष्ट्रीय आय ज्ञात करने के लिए इसमें क्या जोड़ा जाता है

9. क्या घरेलू उत्पाद, राष्ट्रीय आय की तुलना में बड़ा होता है? कारण दे

10. सकल राष्ट्रीय उत्पाद (GNP) के आकलन में किन कार्यों को अपवर्जित माना गया है ? इसके कारण भी बताइए

11. राष्ट्रीय आय तथा निजी आय मे अंतर बताइए

अध्याय-4 (समष्टि अर्थशास्त्र में समग्र मांग और समग्र आपूर्ति)

1. 'कुल माँग' की परिभाषा दें। इसके प्रमुख तत्व क्या हैं

2. प्रवाह तथा स्टॉक में अन्तर स्पष्ट करें

3. उपभोक्ता फलन की धारणा का उल्लेख करे

उपभोग फलन की अवधारणा का सचित्र वर्णन करे

4. चित्र की सहायता से अल्प रोजगार सन्तुलन की अवधारणा की व्याख्या करें। उसी चित्र पर पूर्ण रोजगार सन्तुलन प्राप्त करने के लिए जरूरी अतिरिक्त निवेश व्यय को दिखाए

5. अर्थव्यवस्था मे निवेश वृद्धि उसके आय के स्तर को कैसे प्रभावित करती है? एक संख्यात्मक उदाहरण की सहायता से समझाइये

6. एक अर्थव्यवस्था मे समग्र माँग में कमी लाने में रिजर्व नकद अनुपात तथा ब्याज दर की भूमिका की व्याख्या कीजिए

7. एक अर्थव्यवस्था में समग्र माँग में कमी लाने में कर और सरकारी व्यय की भूमिका बताइये

8. (क) परम्परावादी विचारधारा तथा (ख) केन्सीयन विचारधारा के अनुसार कुल पूर्ति की अवधारणा की याख्या करे

9. ऐच्छिक बेरोजगारी तथा अनैच्छिक बेरोजगारी से आप क्या समझते है

अध्याय-5 (आय, रोजगार तथा उत्पादन निर्धारण)

1. केन्स के विनियोग गुणक की धारणा का उल्लेख करें

 विनियोग गुणक को परिभाषित करे

  विनियोग गुणक क्या है? यह किस प्रकार सीमांत उपयोग प्रवृत्ति से सम्बन्धित है।

2. किसी अर्थव्यवस्था मे विनियोग व्यय में 400 करोड़ की वृद्धि की जाती है तथा सीमांत उपभोग प्रवृत्ति 0.8 है तो आय एवं बचत में वृद्धि ज्ञात करे

3. निम्नलिखित तालिका से औसत उपभोग प्रवृत्ति और सीमांत बचत प्रवृत्ति निकालिये

 Income :

1000

1200

Consumption :

700

850

 4. जब सीमांत उपयोग प्रवृत्ति का मूल्य 0.8 है, तो गुणक का मान कितना होगा

5. निम्नलिखित तालिका से औसत उपभोग प्रवृत्ति और सीमांत उपयोग प्रवृत्ति  निकालिये

Income :

200

240

Consumption :

150

180

6. निम्नलिखित तालिका को पूरा करें

आय स्तर :

100

200

300

400

उपभोग खर्च :

100

190

275

355

MPC :

 

 

 

 

APC :

 

 

 

 

7. यदि सीमांत उपयोग प्रवृत्ति 0.6 है तथा विनियोग में वृद्धि 100 करोड़ है तो राष्ट्रीय आय में वृद्धि ज्ञात करे

8. सूती वस्त्र उद्योग का अध्ययन समष्टि आर्थिक अध्ययन है या व्यक्ति आर्थिक अध्ययन है

9. निम्नलिखित तालिका को पूरा करे

आय स्तर :

500

600

700

800

900

MPC :

 

 

 

 

 

APC :

 

 

 

 

 

उपभोग व्यय :

300

350

500

600

675

10. अर्थव्यवस्था मे सामान्य उपभोग प्रवृत्ति 0.75 है। यदि अर्थव्यवस्था में निवेश व्यय 2000 करोड़ रु. बढ़ाया जाता है तो कुल आय तथा उपभोग व्यय की गणना करे

11. एक अर्थव्यवस्था मे सीमांत उपयोग प्रवृत्ति 0.8 है। यदि निवेश 400 करोड़ रु. है तो आय और उपभोग व्यय में होने वाली कुल वृद्धि ज्ञात कीजिए

12. आय के संतुलन स्तर की बचत और निवेश वक्र की सहायता से व्याख्या करे

  "निवेश और बचत सदैव समान होते हैं"व्याख्या करे

   एक अर्थव्यवस्था में संतुलन आय अथवा उत्पादन स्तर को रेखाचित्र द्वारा बचत = निवेश दृष्टिकोण का प्रयोग करते हुए व्याख्या करे

13. एक रेखाचित्र की सहायता से स्फीतिक अन्तराल की धारणा की व्याख्या करे । इसे कम करने के दो उपाय बताये।

→ 'माँग आधिक्य' की परिभाषा दीजिए। इसे ठीक करने के उपायों का उल्लेख करे

14. औसत उपभोग प्रवृत्ति और औसत बचत प्रवृत्ति मे क्या संबंध है? क्या औसत 'बचत प्रवृत्ति (APS) का मूल्य ऋणात्मक हो सकता है? यदि हाँ, तो कब ?

15. अधिक माँग किसे कहते है ? उत्पाद तथा कीमतो पर इसका प्रभाव कैसा होता है?

16. सीमांत उपभोग की प्रवृत्ति एवं सीमांत बचत की प्रवृति के बीच सम्बंध की व्याख्या करें

17. सीमांत बचत की प्रवृत्ति की व्याख्या रेखाचित्र के सहारे कीजिए

18. सीमांत उपभोग की प्रवृति और सीमांत बचत की प्रवृति के बीच अंतर को स्पष्ट करें

19. निवेश माँग फलन क्या होता है।

अध्याय -6 (मुद्रा और बैंक व्यवस्था)

1. मुद्रा के कार्यों का संक्षिप्त विवरण दे

  मुद्रा के प्राथमिक, गौण तथा आकस्मिक कार्यों का उल्लेख कर

2. केन्द्रीय बैंक के तीन प्रमुख कार्यों का उल्लेख करे

  केन्द्रीय बैंक से क्या समझते है ? केन्द्रीय बैंक के कार्यों का वर्णन करे

3. साख सृजन से आप क्या समझते है। एक बैंक किस प्रकार सारख का सृजन करता है

4. नकद निधि अनुपात (CRR) तथा वैधानिक तरलता अनुपात (SLR) मे क्या अन्तर है

5. वस्तु विनिमय प्रणाली के दो कमियो का उल्लेख करे। इसे मुद्रा ने किस प्रकार दूर किया

6. व्यावसायिक बैंक के कोई चार मुख्य कार्य बतलाइए। किन्हीं दो का वर्णन करे

→ 'व्यापारिक बैक' की परिभाषा दीजिये। इसके मुख्य कार्यों का उल्लेख कीजिए

→ वाणिज्यिक बैंक से आप क्या समझते है ? वाणिज्यिक बैंको के विभिन्न कार्यों की व्याख्या करे

7. 'मुद्रा' की परिभाषा दे

8. मुद्रा की आपूर्ति क्या होती है

9. केन्द्रीय बैंक द्वारा साख की मात्रा नियंत्रित करने के लिए अपनायी जाने वाली किन्ही तीन विधियों को बतलाइए

10. केन्द्रीय बैंक के 'मुद्रा जारी करने 'के कार्यों की व्याख्या कीजिए

11. बैंक दर में वृद्धि के वाणिज्यिक बैंकों द्वारा किये जाने वाले साख निर्माण पर प्रभाव समझाइए

12. मौद्रिक नीति के उद्देश्यों को बताइए

13. चेक तथा ओवरड्राफ्ट में अंतर बताइए

14. एक केन्द्रीय बैंक और एक व्यापारिक बैंक के अंतर को बताएं

15. मुद्रा का वर्गीकरण कैसे किया जाता है

16. मुद्रा की आदर्श पूर्ति का क्या अर्थ है

अध्याय-7 (सरकारी बजट और अर्थव्यवस्था)

1. सरकारी बजट से आप क्या समझते है? इसके मुख्य तत्व क्या है

2. प्रत्यक्ष कर तथा अप्रत्यक्ष कर के बीच अन्तर स्पष्ट करें। प्रत्येक का एक उदाहरण दे

3. सरकारी बजट में घाटे के वित्त की धारणा का उल्लेख करें

4. विकासात्मक और गैर-विकासात्मक व्यय में अन्तर स्पष्ट करें

  सार्वजनिक (सरकारी ) व्यय का वर्गीकरण करें

5. राजकोषीय घाटे से आपका क्या अभिप्राय है। भारी राजकोषीय घाटे के बजट के क्या प्रभाव होते है

6. संतुलित बजट, आधिक्य बजट और घाटे के बजट के बीच अंतर स्पष्ट करे

7. एक सरकारी बजट मे 'राजस्व घाटे' की अवधारणा की व्याख्या कीजिए

राजस्व घाटे का क्या अर्थ है ? इससे क्या समस्या उत्पन्न होती है

8. प्रगतिशील कर क्या है

9. संतुलित तथा असंतुलित बजट में अंतर बताइए । क्या संतुलित बजट सरकार की उपलब्धि है

10. सरकारी बजट क्या है? इसके किन्ही चार उद्देश्यों का वर्णन करे

अध्याय-8 (विदेशी विनिमय दर : अर्थ और निर्धारण , भुगतान शेष)

1. विदेशी विनिमय के अर्थ को स्पष्ट रूप से समझाएँ

2. विदेशी विनिमय के माँग तथा पूर्ति के चार स्त्रोतों का उल्लेख करे

विदेशी विनिमय दर से आप क्या समहाते है? इसका निर्धारण कैसे होता है

विदेशी मुद्रा बाजार में संतुलन की प्रक्रिया समझाइए

3. लोचशील विनिमय दर प्रणाली के गुण तथा दोषों की व्याख्या करे

4. भुगतान शेष क्या है? यह किस प्रकार व्यापार शेष से भिन्न है

व्यापार संतुलन और भुगतान संतुलन मे क्या अन्तर है।

5. भुगतान शेष खाते की चालू खाते और पूँजी खाते मे अंतर बताये

6. भुगतान संतुलन क्या है ? प्रतिकूल भुगतान संतुलन को ठीक करने के किन्ही चार तरीकों का वर्णन करे

7. भुगतान संतुलन के प्रतिकूल होने के कारणों को बताइए

8. "भुगतान सन्तुलन सदा सन्तुलित रहता है।"- व्याख्या करें

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

1 'कर' की परिभाषा दे

2. समष्टि आर्थिक अध्ययनों के दो उदाहरण दे

3. 'राजकोषीय नीति की परिभाषा दे

4. अर्थव्यवस्था में साख का निर्माण कौन करता है

5. 'शुद्ध राष्ट्रीय उत्पाद' की परिभाषित करे

6. 'पूर्ण रोजगार 'क्या है

7. स्वचालित निवेश' की परिभाषा दीजिए

8. आय के चक्रीय प्रवाह में क्षरण 'और' भरण' की अवधारणाओं की व्याख्या करें

9. आय एवं रोजगार को निर्धारित करने वाली विभिन्न विधियो की विवेचना करे

10. अंतिम ऋणदाता के रूप में केन्द्रीय बैंक क्या करता है

11. प्रतिगामी कर क्या है?

12. निजी विनियोग को प्रोत्साहित करने के विभिन्न उपायों का वर्णन करे

13. औसत बचत प्रवृत्ति (APS) और सीमांत बचत प्रवृत्ति (MPS) मे क्या अंतर है

14. कर क्या है? इसकी दो प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख कीजिए

15. सामान्य कीमत स्तर का अध्ययन किसमे किया जाता है

16. व्यष्टि अर्थशास्त्र और समष्टि अर्थशास्त्र की परस्पर निर्भरता के दो उदाहरण दीजिए

17. व्यापार चक्र को परिभाषित करे

18. घाटे का बजट क्या है? इसके गुण तथा दोषों का उल्लेख करें

19. पूर्ण रोजगार प्राप्त करने की मुख्य विधियों का वर्णन करे

20. 'मुद्रा वह है जो मुद्रा का कार्य करे" कथन की व्याख्या करें

21. प्रत्यक्ष कर क्या है

22. यदि MPc = ½ हो, तो गुणक का मूल्य ज्ञात कीजिए

23. एक अर्थव्यवस्था में विनियोग 1000 करोड़ रूपये से बढकर 1200 करोड़ रुपये हो जाते है, जिससे कुल आय में 800 करोड़ रुपये की वृद्धि होती है। सीमांत उपभोग प्रवृत्ति (MPC) की गणना करे

24. मुद्रा स्फीति की अवधारणा को स्पष्ट करे

25. यदि ∆I = 400 करोड़ रु. और ∆Y = 1600 करोड़ रु., सीमांत उपभोग प्रवृत्ति का मान निकाले ।

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