शिक्षक एवं शिक्षा पदाधिकारियों द्वारा राज्य की शिक्षा व्यवस्था में सुधार हेतु विभिन्न प्रकार के निर्देश दिए गए। (Different types of instructions were given by teachers and education officers to improve the education system of the state.)

शिक्षक एवं शिक्षा पदाधिकारियों द्वारा राज्य की शिक्षा व्यवस्था में सुधार हेतु विभिन्न प्रकार के निर्देश दिए गए।

दिनांक 29.12.2022 को प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों एवं क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारियों की बैठक में राज्य के शिक्षा सचिव महोदय, प्राथमिक शिक्षा निदेशक महोदय, माध्यमिक शिक्षा निदेशक महोदय, झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक महोदया एवं अन्य पदाधिकारियों द्वारा राज्य की शिक्षा व्यवस्था में सुधार हेतु विभिन्न प्रकार के निर्देश दिए गए।

जिसकी मुख्य बातें संक्षेप मे निम्न  प्रकार हैं : -

1. 20 मार्च 2023 तक वर्ग 3 के सभी बच्चे पढ़ना सीख जाएं अर्थात एक भी बच्चा non reader नहीं रहे।

2.सभी बच्चों के शैक्षणिक बुनियाद को मजबूत करना है।

3.विद्यालय में समुदाय की सहभागिता हो।

4.SMC की बैठकों में बच्चों के पठन-पाठन की चर्चा की जाए।

5.FLN किट विद्यालयों में खोले जाएं और बच्चे इसका उपयोग करें।

6.शिक्षकों के द्वारा किए गए  best practices को शेयर किया जाए। पदाधिकारियों के द्वारा किए गए best practices को भी शेयर किया जाए ।

7.विद्यालयों का सतत अनुश्रवण किया जाए ।

8. FLN किट का प्रयोग किया जाए।

9. ज्ञानसेतु एवं FLN के वर्क बुक में नियमित अभ्यास कराया जाए।

10. शिक्षक नियमित रूप से विद्यालय में उपस्थित रहे एवं अधिकांश समय बच्चों के पठन-पाठन में लगाएं ।

11.विद्यालय के वर्ग कक्ष में मोबाइल लेकर ना जाएं प्रधानाध्यापक के पास ऑफिस में जमा रहे।

12. सेवानिवृत्त होने वाले शिक्षक 6 माह पूर्व ही पेंशन पेपर भरें ताकि सेवानिवृत्ति के दिन ही सारे दावे का निपटारा किया जा सके।

13. शिक्षक प्रतिदिन बायोमेट्रिक उपस्थिति बनाएं। जनवरी 2023 से बायोमेट्रिक उपस्थिति के आधार पर वेतन / मानदेय देय होगा।

14. पदाधिकारी प्रतिदिन शिक्षक उपस्थिति को चेक करें।

15. प्रतिदिन निश्चित रूप से छात्र उपस्थिति बनाई जाए।

16. SDMIS में सभी बच्चों की एंट्री कर ली जाए।

17. evv पर जनवरी 2023 से MDM का रिपोर्ट प्रतिदिन चढ़ाया जाए ।

18.अब तक केवल 82 प्रतिशत शिक्षकों के द्वारा ही शिक्षक उपस्थिति ई विद्यावाहिनी में बनाई जाती है, हाजिरी नहीं बनाने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की जाए।

 19.ई विद्यावाहिनी पोर्टल से सेवानिवृत्त/ मृत शिक्षकों के नाम  हटाया जाए ।

20. विद्यालय जाकर मोबाइल को 2 मिनट स्थिर रखें इसके बाद ही हाजिरी बनाएं।

21. जहां भी ICT/SMART CLASS/TAB LAB  लगे हैं, वे शत प्रतिशत चालू रहे, इस पर विशेष ध्यान दिया जाए ।22.स्मार्ट क्लास में एलसीडी/ टीवी को ब्लैकबोर्ड के ऊपर न लगाया जाए।

23. रूटीन में स्मार्ट क्लास को डाला जाए।

24. शिक्षकों के सभी प्रकार के दावे यथा वेतन /पेंशन /अर्जित अवकाश /जीपीएफ /प्रोन्नति/ संपुष्टि इत्यादि समय पर दिए जाएं।

25.सभी शिक्षक /पदाधिकारी अपने स्वास्थ्य के लिए सुबह का एक घंटा अपने लिए दें ।

26.अपने वेतन एवं मासिक व्यय को योजनाबद्ध तरीके से यापित करना सीखे ताकि कभी भी आर्थिक कठिनाई न हो ,साथ ही बचत करने की आदत भी डालें।

27. अपने कर्तव्य और परिवार दोनों पर ध्यान देना आवश्यक है। कर्तव्य (ड्यूटी) के साथ-साथ पारिवारिक जिम्मेदारियों को भी निभाना है। परंतु इन जिम्मेदारियों के कारण कर्तव्य (duty) में बाधा उत्पन्न न हो।

28.अपने कर्तव्य के अनुसार ही अच्छे पोशाक में रहे ।

29.अपने कर्तव्य एवं जीवन में टाइम मैनेजमेंट करना सीखें।

30. अपने जिम्मे में प्राप्त सभी कार्यों का डिस्पोजल तुरंत और नियमानुसार करें।

31. लाइब्रेरी के बुक्स को रस्सी में टांग कर न रखें बल्कि वे सुव्यवस्थित तरीके से बुक सेफ/ टेबल/ रेक एक पर रखे जाएं ।

32. बच्चों को लाइब्रेरी के बुक्स issue किए जाएं, विशेषकर शुक्रवार, शनिवार या लंबी छुट्टियों के पहले निश्चित रूप से बच्चों को पुस्तकालय के पुस्तक दिए जाएं।

33. बच्चों को फोर्स फीडिंग कराना है अर्थात जोर लगाकर पढ़ने के लिए प्रेरित करना है।

34. शिक्षक लेसन प्लान निश्चित रूप से बनाएं ,प्रधानाध्यापक द्वारा प्रतिदिन इस पर हस्ताक्षर किया जाए।

35.खेल सामग्री निश्चित रूप से खरीदा जाय , खेल सामग्री के साथ-साथ बच्चों का ट्रैक सूट और बूट भी खरीदा जाए।

36. 3 बजे छुट्टी होने के बाद खेल की घंटी लगाई जाए और इसका दायित्व बाल संसद को दिया जाए।

37. बाल विवाह पर रोक लगाई जाए।बाल विवाह के बारे में बच्चों को जागरूक किया जाए ।इसके कानूनी पक्ष की जानकारी, सजा इत्यादि के बारे में भी जागरूक किया जाए।

38.SNA अकाउंट की ट्रेनिंग सभी शिक्षकों को दिया जाए ताकि वे स्वयं SNA में मेकर के रूप में कार्य कर सकें।

39. किसी भी स्थिति में बिल बीआरसी में जमा न किया जाए बल्कि प्रधानाध्यापक इसे स्वयं PFMS पोर्टल में लोड करें।

40. गनी बैग की राशि को सरस्वती वाहिनी के खाता में वापस जमा किया जाए ।

41.जर्जर भवन को विद्यालय प्रांगण  से हटाने की कार्रवाई की जाए।

42. आउट ऑफ स्कूल बच्चों पर विशेष ध्यान दिया जाए और ध्यान रहे कि किसी भी स्थिति में बच्चे आउट ऑफ स्कूल न हो जाए ।

43.आउट ऑफ स्कूल बच्चों की ट्रेनिंग अवश्य दी जाए।

 44. KGBV में आवश्यक सुधार किया जाए।

45.पदाधिकारीगण inspection of school Vs visit to school का अंतर समझें।

46. Teeachers Vs child minders का अंतर समझें।

 47. tuition centers Vs schools का अंतर समझे ।

48. हर हालत में सरकारी विद्यालयों को प्राइवेट स्कूल से अच्छे बनाने होंगे।

49. सरकारी विद्यालयों में प्रति बच्चा प्रतिवर्ष 1.58 लाख रुपए खर्च हो रहे हैं इसीलिए इन बच्चों की पढ़ाई पर विशेष ध्यान दिया जाए।

50. स्कूल कैंपस को साफ सुथरा रखा जाए।

 51. विद्यालयों में बेसिक फैसिलिटी आवश्यक रूप से रहे।

 52. स्कूल आवर में कोई भी बच्चा, स्कूल से बाहर न पाया जाए।

53. बाल संसद को मजबूत किया जाए।

54. टीचर्स द्वारा प्राप्त कंप्लेन को पदाधिकारी गण ससमय हल करें।

55. कंप्लेन का एक रजिस्टर रखा जाए ।

56. BEEO ऑफिस के सारे रिकॉर्ड को अपडेट किया जाए।

 इत्यादि

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