Class-XI Hindi Antra 16. नरेंद्र शर्मा - नींद उचट जाती है
Class-XI Hindi Antra 16. नरेंद्र शर्मा - नींद उचट जाती है पाठ्यपुस्तक आधारित प्रश्नोत्तर प्रश्न 1. कविता के आधार पर बताइये कि कवि की दृष्टि में बाहर का अँधेरा
भीतरी दुःस्वप्नों से अधिक भयावह क्यों है? उत्तर
: कविता 'नींद उचट जाती है' में कवि नरेन्द्र शर्मा ने नींद उचट जाने का कारण वे दुःस्वप्न
बताए हैं जो मनुष्य को भयभीत करके सोने नहीं देते। लेकिन विचारशील व्यक्ति समाज में
व्याप्त अव्यवस्था, शोषण-उत्पीड़न और अज्ञानता को बुरे सपनों से भी अधिक भयानक मानता
है। यह वह बाहरी अँधेरा है जो व्यक्ति के मन को बुरे भय से व्याप्त कर देता है। वह
इन कारणों को दूर करने का प्रयत्न करने में अपने आपको असमर्थ पाता है लेकिन मनुष्य
के भीतरी दुःख और कष्टों से ज्यादा बाहर व्याप्त दुःख है। कवि की दृष्टि से बाहर का
अँधेरा भीतरी दुःस्वप्नों से ज्यादा भयानक इसीलिए है। प्रश्न 2. अन्दर का भय कवि के नयनों को सुनहली भोर का अनुभव क्यों नहीं
होने दे रहा है? उत्तर
: कवि समाज में व्याप्त पिछड़ेपन, जागरूकता के अभाव के कारण निराश और चिंताग्रस्त है।
कवि की यह मन:स्थिति उसे चैन से सोने भी नहीं देती। दःस्वप्न देखकर उसकी नींद उचट जाती
है। वह स करवटें बदलता रहता है। उसके हृदय …