Class-XI Hindi Antra 3. हरिशंकर परसाई - टार्च बेचनेवाले
Class-XI Hindi Antra 3. हरिशंकर परसाई - टार्च बेचनेवाले
Class-XI Hindi Antra 3. हरिशंकर परसाई - टार्च बेचनेवाले पाठ्यपुस्तक आधारित प्रश्नोत्तर प्रश्न 1. लेखक ने टार्च बेचने वाली कम्पनी का नाम 'सूरज छाप' ही क्यों
रखा ? उत्तर
: सूर्य प्रकाश फैलाता है और अन्धकार दूर करता है, टार्च भी अन्धकार दूर करके प्रकाश
फैलाती है। टार्च बेचने वाला जीवन निर्वाह के लिए टार्च बेचता था। वह टार्च की विशेषता
बताता है। यह अन्धकार दूर करती है, मार्ग दिखाती है। घर में व्याप्त अन्धकार को दूर
करती है। प्रकाश फैलाने का कार्य करने के कारण ही उसने अपनी कम्पनी का नाम सूरज छाप
रखा। प्रश्न 2. पाँच साल बाद दोनों दोस्तों की मुलाकात किन परिस्थितियों
में और कहाँ होती है ? उत्तर
: एक शाम को एक शहर के मैदान में दोनों की मुलाकात हुई। मैदान में खूब रोशनी थी और
लाउडस्पीकर लगे थे। एक मंच था जो बहुत सजा हुआ था। मंच पर सुन्दर रेशमी वस्त्र धारण
किए हुए एक भव्य पुरुष बैठे हुए थे और प्रवचन कर रहे थे। प्रवचन करने वाला भव्य पुरुष
टार्च बेचने वाले का मित्र था। जब वह मंच से उतर कर कार में बैठने लगा तो टार्च बेचने
वाला उसके पास पहुँचा। भव्य पुरुष ने उसे पहचान कर अपने साथ कार में बैठा लिया। इस
प्रकार दोनों की मुलाकात हुई। प्रश्न 3. पहला दोस्…