12th Hindi Elective अंतरा भाग 2 पाठ- 10 कवित/सवैया

12th Hindi Elective अंतरा भाग 2 पाठ- 10 कवित/सवैया
12th Hindi Elective अंतरा भाग 2 पाठ- 10 कवित/सवैया
प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book) Class - 12 Hindi Elective पाठ- 10 कवित/सवैया कवि परिचय केशवदास का जन्म बेतवा नदी के तट पर स्थित ओरछा नगर में हुआ ऐसा माना जाता है। ओरछा पति महाराज इंद्रजीत सिंह उनके प्रधान आश्रय दाता थे जिन्होंने 21 गांव उन्हें भेंट में दिए थे। उन्हें वीर सिंह देव का आश्रय भी प्राप्त था। वे साहित्य और संगीत धर्म शास्त्र और राजनीति ज्योतिष और वैद्यक सभी विषयों के गंभीर अध्येता थे। केशवदास की रचना में उनके तीन रूप आचार्य महाकवि और इतिहासकार दिखाई पड़ते हैं। आचार्य का आसन ग्रहण करने पर केशवदास को संस्कृत की शास्त्रीय पद्धति को हिंदी में प्रचलित करने की चिंता हुई जो जीवन के अंत तक बनी रही। केशवदास ने ही हिंदी में संस्कृत की परंपरा की व्यवस्था पूर्वक स्थापना की थी। उनके पहले भी रीति ग्रंथ लिखे गए पर व्यवस्थित और सर्वांगपूर्ण ग्रंथ सबसे पहले उन्होंने प्रस्तुत किए। उनकी प्रमुख प्रमाणिक रचनाएं हैं- रसिक प्रिया, कवि प्रिया, 'रामचंद्रिका, वीरसिंह देव चरित, विज्ञान गीता, जहांगीर जस चंद्रिका आदि। रतन बावनी का रचनाकाल अज्ञात है किंतु उसे उनकी सर्वप्रथम …