उपभोक्ता की बचत (Consumer's Surplus)
Q. उपभोक्ता बचत सिद्धांत की आ लो चनात्मक
व्याख्या करे । क्या इसमें सुधार करने में
हिक्स सफल हुए → उपभोक्ता की बचत की धारणा की विवेचना कीजिए इसको मापने में क्या कठिनाइयाँ
है? → मार्शल की उपभोक्ता की बचत धारणा की व्याख्या करे। क्या यह कहना सत्य
है कि हिक्स की उपभोक्ता की बचत धारणा मार्शल की धारणा का सुधार है? उत्तर
:- उपभोक्ता की बचत की धारणा का वैज्ञानिक प्रतिपादन प्रो० मार्शल ने सन् 18 90
ई० में अपनी पुस्तकं Principle of Economics में किया
लेकिन इस धारणा को सर्वप्रथम फ्रांस के इंजीनियर अर्थशास्त्री ड्यूपिट ने 1844 ई० में Relative Utility ( सापेक्षिक उपयोगिता) के नाम से
किया। प्रो० बोर्डिंग ने इसकी व्याख्या B uyers S urplus के नाम से
किया। इस सिद्धांत कि आधुनिक व्याख्या P ro . J.R Hicks ने
उदासीन वक्रो के माध्यम से किया। प्रो० मार्शल के शब्दों में " किसी वस्तु के उपभोग से वंचित रहने के बजाय उपभोक्ता जो
मूल्य देने को तैयार रहता है तथा वास्तव में जो मूल्य वह देता है उसका अंतर ही
संतोष की आर्थिक माफ है। इसे उपभोक्ता बचत कहा जा सकता है।" इसलिए उपभोक्ता की बचत = संभाज्य मूल्य
- वास्तविक मूल्य CS =…