माँग वक्र (Demend curve)
प्रश्न :- आप मांग के नियम की कैसे निर्धारित (व्युत्पादन) कर सकते है ? अनधिमान वक्रो की सहायता से व्याख्या
करें? उत्तर
:- माँग वक्र से हमलोग भली भाँति
परिचित है। परन्तु यह माँग वक्र मार्शल की इस धारणा के आधार पर खींचा जाता है कि
उपयोगिता को नापा जा सकता है और मुद्रा की सीमात उपयोगिता स्थिर रहती है। अनधिमान वक्र की पद्धति में माँग की इन
अवास्तविक मान्यताओं के बिना भी व्युत्पत्ति की जाती है। मांग वक्र वह वक्र है जो यह बताती है कि एक पदार्थ
विभिन्न कीमतों पर कितनी मात्रा में खरीदा जाता है। इसमें यह मान लिया जाता है कि
उपभोक्ता की रुचियां , आ य तथा अन्य पदार्थों की कीमते पूर्ववत् रहती है। यदि
गम्भीरता से विचार किया जाये तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि किसी पदार्थ के लिए व्यक्ति
का मांग वक्र किसी न किसी
रूप में उस पदार्थ के लिए उसके कीमत उपभोग वक्र ( P rice
C onsumption Curve) से सम्बंधित होगा। ये दोनों वक्र समान जानकारी देते हैं । अन्तर केवल यह है कि माँग वक्र यह जानकारी अधिक उपयोगी
रूप से देता है। कीमत-उपभोग वक्र (PCC) के आधार पर माँग वक्र किस प्रकार
व्युत्पादित किया जा सकता है, यह रेखाचित्र द्वारा स्पष्ट…