झारखण्ड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, राँची
PROJECT RAIL (REGULAR ASSESSMENT FOR IMPROVED LEARNING)
CM SOE/MODEL SCHOOL/GENERAL (27.07.2024)
विषय - हिदी (कोर) समय 90 मिनट
कक्षा 12 पूर्णांक - 40
सामान्य निर्देश :-
1. सभी प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
2 इस प्रश्न-पत्र में कुल 16 प्रश्न है।
3. वस्तुनिष्ठ प्रश्न के लिए 2 अंक, अति लघु उत्तरीय प्रश्न के लिए
2 अंक, लघु उत्तरीय प्रश्न के लिए 3 अंक और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न के लिए 5 अंक निर्धारित
है।
4. गलत उत्तर के लिए कोई ऋणात्मक अंक नहीं है।
5. वस्तुनिष्ठ प्रश्न 1 से 10 के लिए चार विकल्प दिए गए है, सही विकल्प
(a, b, c, d,) का चयन कर उत्तर पुस्तिका में लिखना है।
6. लघु उत्तरीय प्रश्न 11 से 12, लघु उत्तरीय प्रश्न 13 से 14, और दीर्घ
उत्तरीय प्रश्न 15 से 16 का उत्तर अपनी उत्तर पुस्तिका में लिखना है।
7. परीक्षा की समाप्ति से पहले किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा कक्ष
से बाहर जाने की अनुमति नहीं होगी।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न - 2x10 = 20 अंक खण्ड अ
1. कवि हरिवंश राय की कविता निम्न में से कौन सी है?
(क) उषा
(ख) आत्मपरिचय
(ग) बादल राम
(घ) पतंग
2. कवि को कैसा संसार पसंद नहीं है ?
(क) अपूर्ण
(ख) पूर्ण
(ग) सम्पूर्ण
(घ) इनमें से कोई नहीं
3. हरिवंश राय बच्चन राय का जन्म कब हुआ था ?
(क) 1907
(ख) 1908
(ग) 1919
(घ) 2007
4. "जल्दी-जल्दी " में कौन सा अलंकर है ?
(क) पुनरुक्ति प्रकाश
(ख) अनुप्रास
(ग) यमक
(घ) उत्प्रेक्षा
5. पक्षी किसकी चिंता में बेचैन हो उठती है ?
(क) बच्चे
(ख) घोंसले
(ग) रात
(घ) भोजन
6. "भक्तिन" कहानी के कहानीकार कौन हैं?
(क) फणीश्वरनाथ रेणु
(ख) महादेवी वर्मा
(ग) ममता कालिका
(घ) प्रेमचंद
7. भक्तिन किसकी कन्या है ?
(क) धोबिन
(ख) कुम्हारिन
(ग) गोपालिका
(घ) मोदियाइन
8. मुद्रण का आरम्भ किस देश में हुआ था?
(क) भारत
(ख) जापान
(ग) चीन
(घ) इंग्लैंड
9. भारत में पहला छापाखाना कब लगाया गया?
(क) 1555 ई.
(ख) 1556 ई.
(ग) 1557 ई.
(घ) 1560 ई.
10. समाचार लेखन के कितने ककार होते हैं?
(क) चार
(ख) पांच
(ग) छह
(घ) तीन
खण्ड ब अति लघु उत्तरीय प्रश्न 2x2 = 4 अंक
11. शीतल वाणी में आग के होने का क्या अभिप्राय
है ?
उत्तर :- कवि के कहने का अभिप्राय यह है कि
वह वाणी की कोमलता, मधुरता और शीतलता का पक्षधर है। वह अपनी बात कोमल वाणी में
कहता है किन्तु इस कोमल वाणी में उसके हृदय की वेदना छिपी है। यही वह आग है जिसे
कवि ने शीतल वाणी के माध्यम से व्यक्त करना चाहा है।
12. बच्चे किस बात की आशा में नीड़ों
से झांक रहे होंगे?
उत्तर :- बच्चों को लगता है शाम ढल आयी है। उनके माता-पिता अब उनके लिए भोजन लेकर आते ही होगें। अतः वे अपने माता-पिता को देखने के लिए नीड़ों से झाँक रहे हैं। माता-पिता से उनका मिलन हो जाएगा तथा उनके पेट की आग भी शांत हो जाएगी। इस तरह नीडों से झाँकना उनकी प्रतीक्षा को दर्शाता है।
खण्ड स लघु उत्तरीय प्रश्न 2x3= 6 अंक
13. महादेवी वर्मा का जीवन परिचय लिखें
उत्तर :-
नाम : महादेवी वर्मा
जन्म वर्ष : 1907
जन्म-स्थान : फर्रुखाबाद
माता का नाम : श्रीमती हेमरानी देवी
पिता का नाम : श्री गोविंदसहाय वर्मा
पति : डॉक्टर स्वरूप नारायण मिश्रा
प्रारंभिक शिक्षा : इंदौर
उच्च शिक्षा : प्रयाग
प्रसिद्धि : कवयित्री, लेखिका
भाषा : खड़ी बोली
जीवनकाल : 80 वर्ष
कविताएँ : निहार, रश्मी, नीरजा, संध्यागीत, प्रथम आयाम, सप्तपर्ण,
दीपशिक्षा आदि।
कहानियाँ : अतीत के चलचित्र पथ के साथी, मेरा परिवार, संस्मरण. संभाषण,
के रेहाये, आदि।
मृत्यु : 11 सितंबर, 1987
14. भक्तिन अपना वास्तविक नाम लोगों से क्यों छुपाती थी?
उत्तर :- लक्ष्मी नाम होने के बाद भी वह कंगाल है। लोगों द्वारा इस
नाम को बुलाना उसे स्वयं का उपहास लगता है। अतः वह अपने असली नाम को छुपाना चाहती
है।
खण्ड द दीर्घ उत्तरीय प्रश्न 2x5 10 अंक
15. अपने विद्यालय के वार्षिकोत्सव पर एक प्रतिवेदन तैयार कीजिए।
उत्तर :-
गत 23 जनवरी, 2024 को हमारे विद्यालय का वार्षिकोत्सव हुआ। नगर के प्रसिद्ध
समाजसेवी श्री श्याम बहादुर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। इस वर्ष विद्यालय में
काफी उत्साह देखा गया। विद्यालय को पूरी तरह सजाया-सँवारा गया। ठीक 11.00 बजे
कार्यक्रम आरंभ हुआ। पहले एन.सी.सी., स्काउट तथा बैंड के छात्रों ने
स्वागत-कार्यक्रम प्रस्तुत किए। फिर मलखंभ, ड्रिल, डंबल, लेजियम के आकर्षक
कार्यक्रम हुए। तत्पश्चात मंच के कार्यक्रम प्रारंभ हुए। विद्यालय के छात्रों ने
मंत्रमुग्ध करनेवाले अभिनय और गीत प्रस्तुत किए। प्राचार्य महोदय ने विद्यालय की
प्रगति की रिपोर्ट पेश करते हुए विज्ञान के छात्रों के लिए नई प्रयोगशाला की कमी
का उल्लेख किया। प्राचार्य के भाषण के बाद मुख्य अतिथि ने कार्यक्रम की भूरि-भूरि
प्रशंसा की ध्वनि से गूँज उठा। मुख्य अतिथि ने प्रतिभाशाली छात्रों को चहुँमुखी
उन्नति की दिशा में बढ़ने की प्रेरणा दी तथा उनके प्रोत्साहन के लिए कई
पुरस्कार-योजनाएँ शुरू करने की भी घोषणा की। अंत में इस वर्ष के पुरस्कार-विजेताओं
को मुख्य अतिथि के हाथों से पुरस्कृत किया गया। इस प्रकार यह कार्यक्रम सोल्लास
संपन्न हुआ।
16. आज की शिक्षा के बदलते स्वरुप पर एक फीचर लिखिए ।
उत्तर :-
प्रस्तावना
आज का युग सूचना और तकनीक का युग है। इस युग
में शिक्षा का स्वरूप भी लगातार बदल रहा है। पारंपरिक शिक्षा पद्धति से हटकर नई
तकनीकों का उपयोग करके शिक्षा प्रदान की जा रही है।
बदलते स्वरूप के कारण
☞ तकनीकी का विकास: इंटरनेट,
स्मार्टफोन और अन्य गैजेट्स ने शिक्षा के तरीके को पूरी तरह बदल दिया है। ऑनलाइन
शिक्षा, ई-लर्निंग और मूक शिक्षण जैसे नए तरीके सामने आए हैं।
☞ वैश्वीकरण: वैश्वीकरण के कारण
दुनिया एक छोटे से गांव की तरह हो गई है। अब छात्रों को विश्व स्तर पर
प्रतिस्पर्धा करनी होती है, इसलिए शिक्षा को भी वैश्विक स्तर पर विकसित किया जा
रहा है।
☞ व्यक्तिगत विकास पर जोर: अब शिक्षा
का उद्देश्य केवल ज्ञान देना नहीं है, बल्कि छात्रों के व्यक्तित्व का सर्वांगीण
विकास करना है।
☞ कौशल विकास पर जोर: आज के समय में
केवल ज्ञान ही काफी नहीं है, बल्कि छात्रों में विभिन्न प्रकार के कौशल का विकास
करना भी जरूरी है। जैसे कि- संचार कौशल, समस्या समाधान कौशल, रचनात्मक सोच आदि।
आज की शिक्षा की विशेषताएं
☞ अधिक इंटरैक्टिव: आज की शिक्षा अधिक
इंटरैक्टिव है। छात्र शिक्षक के साथ-साथ अन्य छात्रों के साथ भी बातचीत कर सकते
हैं।
☞ अधिक लचीली: आज की शिक्षा अधिक
लचीली है। छात्र अपने समय और अपनी गति से पढ़ सकते हैं।
☞ अधिक व्यावहारिक: आज की शिक्षा अधिक
व्यावहारिक है। छात्रों को सिद्धांतों के साथ-साथ उनके व्यावहारिक अनुप्रयोग भी
सिखाए जाते हैं।
☞ अधिक व्यक्तिगत: आज की शिक्षा अधिक
व्यक्तिगत है। प्रत्येक छात्र की अलग-अलग जरूरतों और क्षमताओं को ध्यान में रखकर
शिक्षा प्रदान की जाती है।
आज की शिक्षा के चुनौतियां
☞ डिजिटल डिवाइड: सभी छात्रों के पास
इंटरनेट और अन्य तकनीकी उपकरणों तक पहुंच नहीं है।
☞ शिक्षकों का प्रशिक्षण: सभी शिक्षक
नई तकनीकों के उपयोग में कुशल नहीं हैं।
☞ परीक्षा प्रणाली: परीक्षा प्रणाली
अभी भी पारंपरिक तरीकों पर आधारित है।
☞ ध्यान भंग: सोशल मीडिया और अन्य
डिजिटल उपकरणों के कारण छात्रों का ध्यान भंग होता है।
निष्कर्ष
आज की शिक्षा में बहुत बदलाव आ रहा है। नई
तकनीकों का उपयोग करके शिक्षा को अधिक रोचक और प्रभावी बनाया जा सकता है। हालांकि,
कुछ चुनौतियां भी हैं जिनका समाधान करना जरूरी है। शिक्षा के क्षेत्र में लगातार
नए प्रयोग और सुधार किए जा रहे हैं। आने वाले समय में शिक्षा का स्वरूप और भी अधिक
बदलेगा।
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