Class 11th HINDI "ELECTIVE" PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 10.08.2024

Class 11th HINDI "ELECTIVE" PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 10.08.2024

Class 11th HINDI "ELECTIVE" PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 10.08.2024

झारखण्ड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् राँची झारखण्ड

PROJECT RAIL

(REGULAR ASSESSMENT FOR IMPROVED LEARNING)

GENERAL SCHOOL (10.08.2024)

विषय: HINDI "ELECTIVE"

समय 1 घंटा 30 मिनट

कक्षा-11 पूर्णाक -40

सामान्य निर्देश :-

1. सभी प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य हैं।

2. इस प्रश्न-पत्र में कुल 16 प्रश्न हैं।

3. वस्तुनिष्ठ प्रश्न के लिए 2 अंक, अतिलघु उत्तरीय प्रश्न के लिए 2 अंक, लघु उत्तरीय प्रश्न के लिए 3 अंक और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न के लिए 5 अंक निर्धारित है

4. गलत उत्तर के लिए ऋणात्मक अंक नहीं हैं।

5. वस्तुनिष्ठ प्रश्न 1 से 10 के लिए चार विकल्प दिए गए हैं। सहीं विकल्प (क.ख. ग.घ) का चयन कर उत्तर अपनी उत्तर पुस्तिका में लिखना है

6. लघु उत्तरीय प्रश्न 11 से 16 तक का उत्तर अपनी उत्तर पुस्तिका में लिखना है।

7. परीक्षा की समाप्ति से पहले किसी भी परीक्षर्थी को परीक्षा कक्ष से बाहर जाने की अनुमति नहीं होगी।

SECTION 'A' (2X10=20) वस्तुनिष्ठ प्रश्न

1. हँसी की चोट" किनकी रचना है?

क) सूरदास

ख) प‌द्माकर

ग) कवि देव

घ) तुलसीदास

2. "साँसनी ही सौं समीर गयो अरू, आँसुन ही सब नीर गयो ढरि"। प्रस्तुत पंक्ति किस रस का उदाहरण है?

क) संयोग श्रृंगार रस

ख) विप्रलंभ श्रृंगार रस

ग) हास्य रस

घ) करूण रस

3. सुमित्रा नंदन पंत का जन्म कब हुआ था?

क) 1900 ई0

ख) 1889 ई०

ग) 1880 ई०

घ) 1905 ई०

4. "दीप शिखा-सा ज्वलित कलश" में "दीप शिखा-सा" में कौन सा अलंकार है?

क) रूपक अलंकार

ख) उत्प्रेच्छा अलंकार

ग) उपमा अलंकार

घ) यमक अलंकार

5. "अंडे के छिलके" किस विधा की रचना है?

क) नाटक

ख) एकांकी

ग) कहानी

घ) लघुकथा

6. "अंडे के छिलके" में कितने पात्र है?

क) चार पात्र

ख) छः पात्र

ग) सात पात्र

घ) तीन पात्र

7. "हुसैन की कहानी अपनी जुबानी" आत्मकथा में मकबूल फिदा हुसैन का उनके पिता ने कहाँ दाखिला करवाया था?

क) दून पब्लिक स्कूल में

ख) सूरत बोर्डिंग स्कूल में

ग) बड़ोदा बोर्डिंग स्कूल में

घ) इनमें से कोई नहीं

8. "टॉर्च बेचने वाला" रचना में टॉर्च किस कम्पनी का था?

क) चाँद छाप

ख) तारा छाप

ग) डीजल छाप

घ) सूरज छाप

9. जब संचार-प्रक्रिया में संचारक और प्राप्तकर्ता एक ही व्यक्ति हो तो इस प्रकार के संचार को क्या कहतें है?

क) अंतर वैयक्तिक संचार

ख) अंतः वैयक्तिक संचार

ग) समूह संचार

घ) जनसंचार

10. "आवारा मसीहा" के रचनाकार कौन है?

क) मोहन राकेश

ख) प्रेमचंद

ग) विष्णु प्रभाकर

घ) रांगेय राघव

SECTION 'B' (2X2=4) अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

11. सुमित्रानंदन पंत की दो रचनाओं के नाम लिखें?

उत्तर - क) वीणा  ख) चिदंबरा

12. टॉर्च बेचने वाला' शीर्षक पाठ लेखक कौन है? और यह रचना किस विद्या की है।

उत्तर - "हरिशंकर परसाई", व्यंग्य रचना'

SECTION 'C' (2X3=6) लघु उत्तरीय प्रश्न

13. "मकबूल फिदा हुसैन" को उसके पिता ने बोर्डिंग स्कूल में दाखिला क्यों करवा दिया?

उत्तर - मकबूल के पिता उनसे बहुत अधिक प्रेम करते थे। मकबूल के दादा जी की मृत्यु के बाद मकबूल के पिता को उनकी चिंता सताने लगी उन्होंने सोचा कि उनका पुत्र किसी शोक में ना चला जाए इसीलिए उन्होंने उसे बोर्डिंग स्कूल भेज दिया ताकि वह दूसरे बच्चों के साथ रहे और उसका मन भी लग जाए।

14. जन संचार के वर्तमान में प्रचलित रूप कौन कौन से और इनमें सबसे प्रमुख कौन है और क्यों?

उत्तर - जनसंरचार के वर्तमान मे प्रचलित रूप निम्न है – समाचारपत्र, पत्रिकाएँ, रेडियो ,टेलीविजन,सिनेमा , इंटरनेट

इन सभी जनसंचार के र्वतमान प्रचालित रूपो मे इंटरनेट सबसे प्रमुख है क्योकि सारे जनसंचार के प्रचालित रूप एक इंटरनेट मे ही प्राप्त हो जाते है।

SECTION 'D' (2X5=10) दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

15. भीतर के अँधेरे की टॉर्च बेचने और सूरज छाप टॉर्च बेचने के धंधे में क्या फर्क है? "टॉर्च बेचने वाला" पाठ के आधार पर बताइए।

उत्तर - भीतर के अँधेरे कि टॉर्च बेचने और सूरज छाप टार्च बेचने के धंधे में बहुत अंतर है रात के अँधेरे मे लोगो को विभिन्न परेशानियों का सामना करना पडता है जिस टॉर्च का प्रकाश ही दूर कर सकता है। इसलिए एक दोस्त लोगों को रात का भय दिखाकर अँधेरे से बचने के लिए सूरज छाप टॉर्च बेचता है और पैसे कमाता है। इसी प्रकार दूसरा दोस्त अपने प्रवचन से लोगों के अंदर ज्ञान का प्रकाश चलाता है वह लोगों को अज्ञानता के अँधेरे से दूर कर उन्हें ज्ञान के प्रकाश के मार्ग पर चलने का प्रेरणा देता है इसी प्रकार वह लोगों से पैसा कमाता है। दूसरा दोस्त का धंध ज्यादा चलता है, क्योंकि हमारे देश में अंधविश्वासी लागों की कमी नहीं है। हमारे देश में एक बडी संख्या में ऐसे लोग भी है जो लोगों की इसी अंधश्रद्धा और अंधविश्वास का फायदा उठाते है और खुद ऐशो आराम की जिंदगी जीते है।

16. सप्रसंग व्याख्या करें:

"चाहत उठ्योई उठि गई सो निगोड़ी नींद,

सोए गए भाग मेरे जानि वा जगन में।

आँख खोलि देखौं तौ न घन है, न घनश्याम,

वेई छाई बूँदें मेरे आँसू हवै, दृगन में।।"

उत्तर - सप्रंसग व्याख्या- प्रसंग - प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्य पुस्तक अंतरा भाग-1 (ऐच्छिक) में से कलिंत कववर देव द्वारा रचित कवित " सपना" से लिया गया है। इस पर में गोमियों के स्वप्न में श्री कृष्ण के आगमन का वर्णन है।

व्याख्याः- कवि कहते हे कि गोपियाँ स्वप्न में खोयी हुयी है और वह देखती है कि सारे आसमान को काले काले बादलों ने घेर रखा है और झर-झर करती हुयी बूंदे बरस रही हैं। ऐसे समय में श्री कृष्ण आकर उनके संग में झुला झुलने के लिए निवेदन करते है जिसे सुनकर वह फूली नही समाती। पर जैसे ही वह झुला झूलने के लिए उठना चाहती है कि उसकी नींद खुल जाती है, उसका स्वप्न टूट जाता है। अब वह देखती है कि प्रत्यक्ष में न तो श्याम है और न ही आसमान में काले बादल। बस केवल उसकी आँखों में आँसू के बूंदे शेष रह गयी है।

काव्य सौंदर्यः- यहाँ प्रकृति का बडा सरस वर्णन है "जानि वा जगन" "न धन है, न घनश्याम" में अनुप्रास अलंकार का प्रयोग हुआ है।

प्रत्येक छंद में 31 वर्ण होने के कारण यह कवित्त छंद है, श्रृंगार रस की सुंदर प्रस्तुति है साथ ही ब्रज भाषा का अनुपम पुट है।

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