काल्डोर का आर्थिक वृद्धि मॉडल [KALDOR'S MODEL OF ECONOMIC GROWTH]
काल्डोर का आर्थिक वृद्धि मॉडल [KALDOR'S MODEL OF ECONOMIC GROWTH]
प्रश्न :- आर्थिक वृद्धि के काल्डोर मॉडल की संक्षिप्त
विवेचना कीजिए। ☞ अल्प-विकसित देशों के विशेष सन्दर्भ में काल्डोर
वृद्धि मॉडल की विवेचना कीजिए। ☞ काल्डोर वृद्धि मॉडल की समीक्षात्मक विवेचना
कीजिए। उत्तर :- प्रो. निकोलस काल्डोर का आर्थिक वृद्धि मॉडल का सतत् वृद्धि पथ
(Steady-growth path) के पश्चिमी प्रावैगिक विश्लेषण से सम्बन्ध है। यह मॉडल अन्य
वृद्धि मॉडलों से विभिन्न दृष्टियों से अनोखे रूप में अलग है। काल्डोर ने
हैरड-डोमर के आर्थिक वृद्धि मॉडल को तकनीकी विकास फलन (Technical progress
function) तथा पूँजी निवेश के मध्य सम्बन्ध को दृष्टिगत रखते हुए संशोधित किया है।
इस मॉडल का मुख्य उद्देश्य गैर-आर्थिक चरों की प्रकृति को दर्शाना है जो एक
अर्थव्यवस्था के सामान्य उत्पादन स्तर को सुनिश्चित करते हैं। काल्डोर हैरड के उस
ढंग पर विचार करते हैं जिसमें अतिरेक बचतों (Surplus savings) की समस्या का समाधान
आय की ज्यामितिक वृद्धि द्वारा किया जाता है। काल्डोर के अनुसार, प्राविधिक दृढ़ता
के कारण श्रम के बदले में पूँजी के प्रतिस्थापन की सम्भावना सीमित होती है। निवेश
की नई मात्रा प्रौद्योगिकी में परिवर्तन ल…