12th 4. आय और रोजगार के निर्धारण Macro Economics JCERT/JAC Reference Book

12th 4. आय और रोजगार के निर्धारण Macro Economics JCERT/JAC Reference Book
12th 4. आय और रोजगार के निर्धारण Macro Economics JCERT/JAC Reference Book
4.1 प्रस्तावना ☞ आय और रोजगार की उपलब्धता सभी अर्थव्यवस्था की प्राथमिकता होती है। ☞ किसी भी अर्थव्यवस्था में आय तथा रोजगार विभिन्न कारकों से प्रभावित होती है। ☞ इन व्यापक आर्थिक कारकों के अंतर्संबंधों को परिभाषित कर सरकार नीतियां बनाती हैं। ☞ परंपरावादी अर्थशास्त्री जे.बी. से. के बाजार के नियम पूर्ति स्वयं मांग का सृजन करती है पर दृढ़ विश्वास रखते थे। ☞ उनकी मान्यता थी कि अर्थव्यवस्था में आय और रोजगार के लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु सरकार के हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं है। बल्कि हमेशा पूर्ण रोजगार की स्थिति रहती है ☞ परंतु 1930 के दशक की आर्थिक मंदी ने इन मिथकों को तोड़ दिया। ☞ अर्थशास्त्री कीन्स ने 1936 में अपनी प्रकाशित पुस्तक द जनरल थ्योरी में में एक नई विचारधारा प्रस्तुत की। यह विचारधारा वर्तमान समय में सभी सरकारों के लिए महत्वपूर्ण है। ☞ कीन्स के अनुसार किसी भी अर्थव्यवस्था में आय और रोजगार का निर्धारण सामूहिक मांग (AD) तथा सामूहिक पूर्ति (AS) के संतुलन द्वारा होता है। ☞ अर्थव्यवस्था का संतुलन बिंदु AD = AS (सामूहिक मांग सामुहिक पूर्ति) सामूहिक मांग या समग्र मांग (AD) ☞ एक अर्थव्यवस्था के समस्त क्षेत्रों…