झारखण्ड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् राँची झारखण्ड
PROJECT RAIL
(REGULAR ASSESSMENT FOR IMPROVED LEARNING)
GENERAL SCHOOL (23.11.2024)
विषय: भूगोल (Geography) Time समय 90 मिनट
Class कक्षा- 12th marks पूर्णांक -40
सामान्य निर्देश :
1.
सभी प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य हैं।
2.
इस प्रश्न पत्र में कुल 16 प्रश्न है।
3 प्रत्येक वस्तुनिष्ठ प्रश्न के लिए 2 अंक, अति लघुउत्तरीय
प्रश्न के लिए 2 अंक, लघुउत्तरीय प्रश्न के लिए 3 अंक एंव दीर्धउत्तरीय प्रश्न के लिए 5 अंक निर्धारित हैं।
4. गलत उत्तर के लिए कोई ऋणात्मक अंक नहीं है।
5. वस्तुनिष्ठ प्रश्न 1 से 10 के लिए चार विकल्प दिए गए है
सही विकल्प A,B,C,D का चयन कर उत्तर पुस्तिका में लिखना है।
6. अति लघुउत्तरीय प्रश्न 11 से 12. लघुउत्तरीय प्रश्न
13 से 14 और दीर्धउत्तरीय प्रश्न 15 से 16 का उत्तर अपनी उत्तर पुस्तिका में लिखना
है।
7. परीक्षा की समाप्ति से पहले किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा
कक्ष से बाहर जाने की अनुमति नहीं होगी।
SECTION-A (2X10=20) Objective Question
(1) निम्नलिखित
में कौन अंतर्राष्ट्रीय व्यापार है ?
a) दो देशों के मध्य व्यापार
b) दो क्षेत्रों के मध्य व्यापार
c) दो प्रांतों के मध्य व्यापार
d) ख एवं ग दोनों
(2) जब आयात निर्यात से अधिक हो जाता है तो क्या होता है?
(क) अनुकूल व्यापार
(ख) बाधा व्यापार
(ग) प्रतिकूल व्यापार
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं
(3) निम्नलिखित महाद्वीपों में से किस एक से विश्व व्यापार का सर्वाधिक
प्रवाह होता है?
(क)
एशिया
(ख) यूरोप
(ग) उत्तरी अमेरिका
(घ) अफ्रीका
(4) संसार के अधिकतम महान पत्तन किस प्रकार वर्गीकृत किए गए हैं?
(क) नौसेना पत्तन
(ख) तेल पत्तन
(ग) विस्तृत पत्तन
(घ) औद्योगिक पत्तन
(5) W.T.O (डब्ल्यू टी ओ) का पूरा नाम क्या है
(क) world tariff organization
(ख) world tax organization
(ग) world trademark organization
(घ) world trade organization
(6) दक्षिण अमेरिकी राष्ट्र में से कौन सा एक देश ओपेक का सदस्य है?
(क) ब्राजील
(ख) पेरू
(ग) चिली
(घ) वेनेजुएला
(7). डब्ल्यू. टी. ओ. का मुख्यालय कहाँ स्थित है ?
(क) न्यूयार्क
(ख) वाशिंगटन डी सी
(ग) जिनेवा
(घ) ऑस्ट्रिया
(8) रेशम मार्ग की अनुमानित दूरी कितनी है?
(क) 5000 कि. मी.
(ख) 6000 कि. मी.
(ग) 4000 कि. मी.
(घ) 7000 कि. मी.
(9) किस वर्ष गैट GATT का रूप बदलकर उसे डब्ल्यू टी ओ (WTO) कर दिया
गया था ?
(क) 1993
(ख) 1995
(ग) 1996
(घ) 1997
(10) वर्तमान में सार्क (SAARC) देशों की संख्या कितनी है?
(क) 6
(ख) 7
(ग) 10
(घ) 8
SECTION - B (2x2=4) (अतिलघु उत्तरीय प्रश्न)
11) वे कौन से दो स्तर हैं जिन पर व्यापार किया जा सकता है?
उत्तर - राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय
दो स्तर हैं जिन पर व्यापार किया जा सकता है।
12) वे कौन से दो देश हैं जो रेशम मार्ग द्वारा आपसे में जुड़े हैं?
उत्तर - इटली (रोम) और चीन देश, रेशम
मार्ग के सहारे एक दूसरे से जुड़े थे ।
SECTION C (2x3=6) लघु उत्तरीय प्रश्न
13) व्यापार को परिभाषित करें
उत्तर - व्यापार को अर्थ है वस्तुओं और सेवाओं का स्वैच्छिक आदान-प्रदान, जहाँ दोनों पक्ष, पारस्परिक रूप से लाभ प्राप्त करते हैं।
14) प्राचीन काल में रेशम मार्ग क्यों महत्वपूर्ण था?
उत्तर - रेशम मार्ग रोम और चीन को जोड़ता था जोकि लगभग 6000 कि.मी. लंबा मार्ग था. व्यापारी भारत, फारस और मध्य एशिया के सहारे चीनी रेशम, रोमन ऊन, अन्य कीमती धातुओं, और मूल्यवान वस्तुओं का परिवहन करते थे।
SECTION D (2x5=10) लघु उत्तरीय प्रश्न
15) पत्तन को पारिभाषित कीजिए। पत्तन का वर्गीकरण उनकी अवस्थिति के आधार पर करें.
उत्तर- पत्तन निर्यात और आयात के लिए वस्तुओं के संग्रहण एवं वितरण का केन्द्र होता है. इन पत्तनों के माध्यम से ही वस्तुओं और यात्रियों का आना-जाना हो पाता है. अवस्थिति के आधार पर पत्तनों के प्रकार -
i)
अंतर्देशीय पत्तन ये पत्तन समुद्री तट से दूर अवस्थित होते हैं.
ये समुद्र से एक नदी अथवा नहर द्वारा ड़े होते हैं. ऐसे पत्तन चौरस तलवाले जहाज या
बजरे द्वारा ही गम्य होते हैं. उदाहरणस्वरूप मानचेस्टर एक नहर से जुड़ा है।
ii)
बाह्य पत्तन ये गहरे जल के पत्तन हैं जो वास्तविक पत्तन
से दूरबने होते हैं. वे जहाज जो बहुत बड़े होते हैं और अपने आकार के कारण उन तक नहीं
पहुँच पाते हैं, को ग्रहण करके पैतृक पत्तनों की सेवाएँ प्रदान करते हैं।
16) अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से देश कैसे लाभ प्राप्त करते हैं?
उत्तर - विभिन्न देशों के बीच वस्तुओं और सेवाओं का लेन-देन अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कहलाता है। इनके निम्नलिखित लाभ इस प्रकार हैं-
*
ऐसा विश्वास किया जाता है कि अंतर्राष्ट्रीय व्यापार द्वाराल दोनों ही देशों को लाभ
प्राप्त होता है।
*
प्राचीन काल से ही अंतर्राष्ट्रीय व्यापार देशों के बीच वस्तुओं और सेवाओं के लेन-
देन का माध्यम बना हुआ है।
*
आज विश्व के कई देश कुछ खास वस्तुओं के निर्माण में विशेषता हासिल कर चुके हैं।
*
भारत में आनेवाली कुछ फसलें जैसे तंबाकू, आलू, टमाटर आदि अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की
ही देन हैं।
•
आज कोई भी देश अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से वंचित नहीं रहना चाहता है।
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