Class 11th Hindi (Core) PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 19.12.2024

Class 11th Hindi (Core) PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 19.12.2024

Class 11th Hindi (Core) PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 19.12.2024

झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, रांची

(Jharkhand Council of Educational Research and Training, Ranchi)

PROJECT RAIL 19.12.24

(REGULAR ASSESSMENT FOR IMPROVED LEARNING)

विषय - हिंदी (कोर)

कक्षा-11 समय - 90 मिनट पूर्णांक-40

सामान्य निर्देश:-

1. सभी प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।

2. इस प्रश्न पत्र में कुल 10 वस्तुनिष्ठ प्रश्न और 5 विषयनिष्ठ प्रश्न है।

3. प्रत्येक वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के लिए 2 अंक एवं विषयनिष्ठ प्रश्नों के लिए 4 अंक निर्धारित है।

4. गलत उत्तर के लिए कोई ऋणात्मक अंग नहीं है।

5. परीक्षा की समाप्ति से पहले किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा कक्षा से जाने की अनुमति नहीं होगी।

खण्ड- क (बहुविकल्पीय प्रश्न) 10 x 2 = 20

निम्नांकित कविता को ध्यान पूर्वक पढ़ें तथा दिए गए चार प्रश्नों के सही विकल्प को चुने -

हे भूख ! मत मचल

प्यास, तड़प मत

हे नींद ! मत सता

क्रोध, मचा मत उथल-पुथल

हे मोह! पाश अपने ढील

लोभ, मत ललचा

हे मद! मत कर मदहोश

ईर्ष्या, जला मत

ओ चराचर! मत चूक अवसर

आई हूँ संदेश लेकर चन्न मल्लिकार्जुन का

1. प्रस्तुत कविता की कवयित्री कौन है ?

(क) निर्मला पुतुल

(ख) महादेवी वर्मा

(ग) अक्क महादेवी

(घ) मीराबाई

2. प्रस्तुत कविता में कवयित्री ने क्या संदेश दिया है?

(क) सामाजिक कार्य करना

(ख) राजनीतिक कार्य करना

(ग) धार्मिक कार्य करना

(घ) इंद्रियों पर नियंत्रण रखना

3. ईश्वर को पाने के लिए कवयित्री क्या त्यागने की बात करती है ?

(क) लोभ

(ख) मोह

(ग) अहंकार

(घ) इनमें से सभी

4. चन्न मल्लिकार्जुन शब्द का क्या अर्थ है ?

(क) इंद्र

(ख) विष्णु

(ग) शिव

(घ) अर्जुन

5. 'सबसे खतरनाक' कविता के कवि पाश का मूल नाम क्या है ?

(क) अवतार सिंह गिल

(ख) अवतार सिंह संधू

(ग) धनपत राय

(घ) सुमित्रा नंदन पंत

6. कवि पाश का जन्म कब हुआ था ?

(क) 1950

(ख) 1960

(ग) 1955

(घ) 1970

7. 'सबसे खतरनाक' कविता किस प्रकार की रचना है ?

(क) छंद युक्त रचना

(ख) छंद मुक्त

(ग) व्यंगपूर्ण रचना

(घ) श्रृंगार परक रचना

8. कवि ने जमी बर्फ किसे कहा है ?

(क) आंख को

(ख) मोहब्बत को

(ग) नफरत को

(घ) मुँह को

9. 'मुर्दा शांति से भर जाना' क्या होता है ?

(क) सबसे आसान

(ख) सबसे कठिन

(ग) सबसे खतरनाक

(घ) सबसे श्रेष्ठ

10. एक अच्छा स्ववृत्त (बायोडाटा) किस प्रकार का होता है

(क) वृत्त की तरह

(ख) चुंबक की तरह

(ग) त्रिभुज की तरह

(घ) घन की तरह

खण्ड-ख (2 x2 = 4)

11. कवयित्री के अनुसार मनुष्य ईश्वर की प्राप्ति कैसे कर सकता है ?

उत्तर - मनुष्य अपने इंद्रियों को वश में कर ईश्वर की प्राप्ति कर सकता है।

12. चाँद को खतरनाक क्यों कहा गया है ?

उत्तर - चाँद इतनी हत्याओं का चश्मदीद गवाह है परंतु फिर भी शांत है। इसलिए चाँद को सबसे खतरनाक कहा गया है।

खण्ड- ग (2 x 3 = 6)

13. कवयित्री ने ईश्वर से भीख मांगने की प्रार्थना क्यों की है ?

उत्तर - कवयित्री ईश्वर की भक्ति सच्चे मन से करना चाहती है। ईश्वर की सच्ची भक्ति के लिए भक्त का अहंकार रहित होना आवश्यक है | उसे किसी सांसारिक वस्तु का स्वामी नहीं होना चाहिए। उसके पास अपना कुछ भी नहीं होना चाहिए। अपने मन के घमंड को मिटाने के लिए कवयित्री चाहती है कि ईश्वर उसे भीख मँगवाये

14. 'मुर्दा शांति से भर जाना' तथा 'हमारे सपनों का मरना' का अर्थ क्या है ?

उत्तर - मुर्दा शांति से भर जाना अर्थात निष्क्रिय होना यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें मनुष्य अन्याय के खिलाफ आवाज नहीं उठाता है | सपनों का मरना अर्थात इच्छाएं समाप्त हो जाना। ऐसे विचार होने से मनुष्य के अंदर नई सोच तथा नए अविष्कार करने की क्षमता समाप्त हो जाती है।

खण्ड-घ (2 x 5 = 10)

15. स्ववृत्त लेखन क्या है? स्ववृत्त लेखन के तीन महत्वपूर्ण बिंदुओं को लिखें |

उत्तर - स्ववृत्त एक विशेष प्रकार का लेखन है, जिसमें व्यक्ति विशेष के बारे में किसी विशेष प्रयोजन को ध्यान में रखकर सिलसिलेवार ढंग से सूचनाएँ संकलित की जाती है। स्ववृत्त नियुक्तिकर्ता के मन में उम्मीदवार के प्रति अच्छी और सकारात्मक धारणा उत्पन्न करता है। एक अच्छा स्ववृत्त किसी चुंबक की तरह होता है। जो नियुक्तिकर्ता को आकर्षित कर लेता है। नौकरी में सफलता के लिए योग्यता के साथ-साथ स्ववृत्त निर्माण की कला में निपुणता भी आवश्यक है।

स्ववृत्त की महत्वपूर्ण बिंदु निम्नलिखित हैं-

1. स्ववृत्त (वायोडाटा) में ईमानदारी होना चाहिए ।

2. इसमें किसी प्रकार के झूठे दावे या अतिशयोक्ति से बचना चाहिए ।

3. स्ववृत्त में अपने व्यक्तित्व ज्ञान और अनुभव के सबल पहलुओं पर जोर देना कभी नहीं भूलना चाहिए।

4. स्ववृत्त में अलंकारिक भाषा का प्रयोग नहीं होना चाहिए।

5. स्ववृत्त की भाषा- शैली सरल, सीधी, सटीक और साफ होनी चाहिए यह अधिक लंबा नहीं होना चाहिए।

6. स्ववृत्त साफ सुथरे ढंग से अंकित या कंप्यूटर मुद्रित होना चाहिए।

16. कवयित्री चन्न मल्लिकार्जुन का क्या संदेश लेकर आई हैं

उत्तर - कवयित्री शिव की अनन्य भक्त है। वह संसार में शिव का संदेश प्रचारित करना चाहती है। ईश्वर भक्ति में ही प्राणी की मुक्ति है | शिव करुणामयी तथा संसार का कल्याण करने वाले हैं। जो प्राणी सच्चे मन से उसकी भक्ति करता है, वे उसे मुक्ति प्रदान करते हैं। प्राणी को जीवन में अवसर बार-बार नहीं मिलता अतः उसे इस अवसर को नहीं छोड़ना चाहिए

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