झारखण्ड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, राँची
PROJECT RAIL (05.08.2025) CM SOE & Model School
कक्षा – 11 विषय - Political Science
समय-1 घण्टा
पूर्णांक -20
सामान्य निर्देश :
1. इस प्रश्न-पत्र में कुल 12 प्रश्न हैं। सभी प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य हैं।
2. प्रश्न के प्रकार एवं अंक :
प्रश्न 1 से 6 - वस्तुनिष्ठ प्रश्न 6x1=6
प्रश्न 7 से 10 - लघु उत्तरीय प्रश्न 4x2 = 8
प्रश्न 11 एवं 12 - दीर्घ उत्तरीय प्रश्न 2x3=6
3. प्रश्न संख्या 1 से 6 बहुविकल्पीय प्रकार के हैं। 6 बहुविकल्पीय प्रश्नों में से 2 प्रश्न योग्यता आधारित प्रश्न हैं। प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का है। बहुविकल्पीय प्रकार के प्रश्न 1 से 6 के लिए चार विकल्प दिए गए है, सही विकल्प (a, b, c, d) का चयन कर उत्तर पुस्तिका में लिखना हैं।
4. परीक्षा की समाप्ति से पहले किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा कक्ष से बाहर जाने की अनुमति नहीं होगी।
SECTION - A (6x1=6) (वस्तुनिष्ठ प्रश्न)
(1) संविधान सभा के अध्यक्ष कौन थे ?
(A) के० एम० मुंशी
(B) डॉ० राजेन्द्र प्रसाद
(C) डॉ० भीम राव अम्बेडकर
(D) जवाहरलाल
नेहरु
(2) भारत का संविधान कब लागू हुआ?
(A) 20 नवम्बर 1949
(B) 26 जनवरी 1950
(C) 26 दिसंबर 1949
(D) इनमें से कोई नहीं
(3) संविधान सभा का गठन किस योजना के सिफारिश
पर किया गया?
(A) कैबिनेट मिशन योजना
(B) वेवेल योजना
(C) माउंटबेटन योजना
(D) क्रिप्स योजना
(4) भारतीय संविधान में मौलिक कर्तव्य कितने हैं?
(A) 6
(B) 8
(C) 11
(D) 4
5) संविधान में मौलिक अधिकारों का संरक्षक किसे बनाया गया है?
(A) विधायिका
(B) कार्यपालिका
(C) न्यायपालिका
(D) इनमें से कोई नहीं
(6) भारतीय संविधान में 'राज्य के निति निर्देशक
तत्व' किस देश के संविधान से लिया गया है?
(A) ब्रिटेन
(B) अमेरिका
(C) आयरलैंड
(D) कनाडा
SECTION - B (2X4=8) SHORT ANSWER QUESTION
(7) संविधान को परिभाषित करें ।
उत्तर - संविधान कुछ ऐसे मूलभूत या आधारभूत नियमों का लिखित दस्तावेज है जिसके
आधार पर राज्य (देश) का निर्माण किया जाता है, और उसका शासन चलाया जाता है ।
(8) धर्मनिरपेक्षता से आप क्या समझते है?
उत्तर - भारत का कोई भी नागरिक अपनी इच्छा के अनुसार कोई भी धार्मिक आचरण करने
के लिए स्वतंत्र है।
(9) संविधान की सर्वोच्चता से क्या आशय है?
उत्तर - संविधान की सर्वोच्चता से अभिप्राय यह है कि कोई संस्था या सरकार का
कोई भी अंग जैसे विधायिका, कार्यपालिका व न्यायपालिका संविधान से ऊपर नहीं है। यह
सभी संविधान पर निर्भर रहती है ।
(10) भारत के संविधान में छः मौलिक अधिकार कौन
से हैं?
उत्तर - भारतीय संविधान में छः मौलिक अधिकार इस प्रकार है-
i) समानता का अधिकार
ii) स्वतंत्रता का अधिकार
iii) शोषण के विरुद्ध अधिकार
iv) धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार
v) सांस्कृतिक और शैक्षिक अधिकार
vi) संवैधानिक उपचारों का अधिकार
SECTION - C (3X2=6) LONG ANSWER QUESTION
(11) भारत के संविधान में वर्णित नागरिकों के
मौलिक कर्तव्यों का उल्लेख करें ।
उत्तर - सरदार स्वर्ण सिंह समिति की अनुशंसा पर संविधान के 42वें संशोधन
(1976) के द्वारा मौलिक कर्तव्यों को संविधान में जोड़ा गया जो निम्न हैं-
i) प्रत्येक नागरिक का यह कर्तव्य होगा कि संविधान का पालन करे और उसके
आदर्शों, संस्थाओं, राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रगान का आदर करे ।
ii) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन को प्रेरित करने वाले उच्च
आदर्शों को हृदय में संजोए रखें और उनका पालन करें।
iii) भारत की प्रभुता, एकता और अखंडता की रक्षा करे और उसे अक्षुण्ण रखे ।
iv) देश की रक्षा करे ।
v) भारत के सभी लोगों में समरसता और समान भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करे ।
vi) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परंपरा का महत्त्व समझे और उसका
परिक्षण करे।
vii) प्राकृतिक पर्यावरण की रक्षा और उसका संवर्धन करे ।
viii) वैज्ञानिक दृष्टिकोण और ज्ञान अर्जन की भावना का विकास करे ।
ix) सार्वजनकि सम्पति की रक्षा करे ।
x) व्यक्तिगत एवं सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में उत्कर्ष
की और बढ़ाने का सतत प्रयास करे ।
xi) माता-पिता या संरक्षक द्वारा 6 से 14 वर्ष के बच्चों के
लिए प्राथमिक शिक्षा प्रदान करना । (86वां संशोधन)
(12) भारतीय संविधान की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन
करें।
उत्तर - भारतीय संविधान की प्रमुख विशेषताएं -
i) लिखित संविधान
ii) संघात्मक एवं एकात्मक प्रणाली
iii) वृहत संविधान
iv) एकल नागरिकता
v) संसदीय शासन प्रणाली
vi) शलचीला संविधान
vii) स्वतंत्र सर्वोच्च न्यायालय
PROJECT RAIL (07.10.2025)
SECTION - A (6x1=6) (वस्तुनिष्ठ प्रश्न)
1. भारत में "सार्वभौमिक
वयस्क मताधिकार " का क्या अर्थ है?
(A) भारत में "सार्वभौमिक वयस्क
मताधिकार " का क्या अर्थ है?
(B) केवल पुरुषों को मतदान का अधिकार
(C) केवल करदाताओं को
मतदान का अधिकार
(D) केवल शिक्षित नागरिकों को मतदान
का अधिकार
2. भारत का चुनाव आयोग एक
स्वतंत्र निकाय क्यों होता है?
(A) ताकि वह निष्पक्ष
रूप से चुनाव करा सके
(B) क्योंकि यह संसद के अधीन होता है
(C) क्योंकि यह सरकार का हिस्सा है
(D) क्योंकि यह न्यायपालिका से जुड़ा
है-
3. भारतीय संसदीय प्रणाली
में राष्ट्रपति की स्थिति क्या है?
(A) अमेरिकी राष्ट्रपति के समान
(B) ब्रिटिश सम्राट के
समान
(C) पाकिस्तानी राष्ट्रपति के समान
(D) चीन के प्रधानमंत्री के समान
4. भारत के राष्ट्रपति
को पद से कौन हटा सकता है?
(A) राज्यसभा
(B)लोकसभा
(C) निर्वाचक मंडल
(D) महाभियोग प्रक्रिया
5. "मनुष्य स्वभाव से समान हैं" यह
कथन किसने दिया?
(A) हॉब्स
(B) लॉक
(C) रूसो
(D) लैस्की
6. कौन-सी विचारधारा पुरुषों और महिलाओं के समान
अधिकारों की वकालत करती है?
(A) समाजवाद
(B) उदारवाद
(C) नारीवाद
(D) मार्क्सवाद
SECTION-B लघु उत्तरीय प्रश्न (4x2=8)
7. 'सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार की अवधारणा को
स्पष्ट करें।
उत्तर - सार्वभौमिक मताधिकार (Universal Adult Franchise)
एक लोकतांत्रिक सिद्धांत है, जिसके अंतर्गत प्रत्येक वयस्क नागरिक को वोट देने का
अधिकार प्राप्त होता है, चाहे उसकी जाति, धर्म, लिंग, शिक्षा या संपत्ति की स्थिति
कुछ भारत हर नागरिक जो 18 वर्ष या उससे अधिक आयु का है, उसे चुनाव में वोट देने का
अधिकार है। यह सिद्धांत समानता सुनिश्चित करता है और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में
भागीदारी को बढ़ावा देता है।
8. भारत के चुनाव आयोग की भूमिका क्या है?
उत्तर - भारत का चुनाव आयोग एक संवैधानिक निकाय है जो देश में स्वतंत्र
और निष्पक्ष चुनाव कराता है। यह लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभाओं, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति
के चुनाव आयोजित करता है। यह मतदाता सूची तैयार करता है , आचार संहिता लागू करता है,
राजनीतिक दलों को पंजीकृत करता है चुनाव चिह्न आवंटित करता है और मतदाता जागरूकता फैलाता
है।
9. भारत में संसदीय प्रणाली में राष्ट्रपति की
शक्ति और भूमिका को स्पष्ट करें।
उत्तर - भारतीय संसदीय व्यवस्था में राष्ट्रपति देश का संवैधानिक प्रमुख
होता है। राष्ट्रपति अपने कार्य मंत्रिपरिषद की सलाह पर करते हैं। इनके प्रमुख कार्यों
में संसद को बुलाना और भंग करना, प्रधानमंत्री और अन्य प्रमुख अधिकारियों की नियुक्ति
करना तथा विधेयकों को अपनी स्वीकृति देना शामिल है। राष्ट्रपति अंतरराष्ट्रीय स्तर
पर भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं और सशस्त्र बलों के सर्वोच्च सेनापति भी होते हैं।
10. सामाजिक न्याय के संदर्भ में समानता की अवधारणा
क्या है?
उत्तर - सामाजिक न्याय के संदर्भ में समानता
का अर्थ है कि प्रत्येक व्यक्ति को समान अवसर और व्यवहार मिले, चाहे उसकी जाति, धर्म,
लिंग, आर्थिक स्थिति या पृष्ठभूमि कुछ भी हो। इसका उद्देश्य है कि किसी के साथ भेदभाव
न हो और सभी को अधिकार संसाधन और अवसर समान रूप से उपलब्ध हों।
SECTION-C दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (2x3=6)
11. सामाजिक न्याय के संदर्भ में समानता की अवधारणा
का वर्णन करें।
उत्तर - समानता की अवधारणा इस विचार पर आधारित
है कि समाज में सभी व्यक्तियों को, चाहे पृष्ठभूमि कुछ भी हो, समान और न्यायपूर्ण रूप
से व्यवहार मिलना चाहिए। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि किसी साथ जाति, धर्म,
नस्ल, लिंग या आर्थिक स्थिति के आधार पर भेदभाव न किया जाए। एक सामाजिक रूप से न्यायपूर्ण
समाज में सभी को शिक्षा स्वास्थ्य, संसाधन, रोजगार और अवसरों तक समान पहुंच होनी चाहिए।
सामाजिक न्याय यह सुनिश्चित करता है कि सामाजिक और आर्थिक असमानताएँ व्यक्तियों के
अधिकारों और अवसरों में बाधा न बनें।
उदाहरण के लिए, भारत में संविधान के
अनुच्छेद 14 से 18 तक समानता का अधिकार दिया गया है, जो सभी को सामने समानता और समान
संरक्षण की गारंटी देता है। अनुसूचित जातियों, जनजातियों और अन्य पिछड़े वर्गों के
लिए आरक्षण जैसी विशेष व्यवस्थाएँ भी इसी उद्देश्य से की गई हैं ताकि वंचित वर्गों
को समान अवसर मिल सकें।
इस प्रकार, सामाजिक न्याय में समानता
का अर्थ केवल सभी को एक जैसा व्यवहार देना नहीं है, बल्कि उन लोगों को ऊपर उठाना भी
है जो ऐतिहासिक रूप से पिछड़े रहे हैं, ताकि सभी व्यक्ति गरिमा और सम्मान के साथ जीवन
जी सकें।
12. भारत में संसदीय प्रणाली में राष्ट्रपति की
शक्तियों और कार्यों को समझाएं।
उत्तर - भारत की संसदीय व्यवस्था में राष्ट्रपति
राज्य प्रमुख होते हैं, लेकिन वे प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद की सलाह पर कार्य करते
हैं।
राष्ट्रपति के अधिकारः
a) कार्यकारी अधिकारः प्रधानमंत्री, राज्यपाल, न्यायाधीशों
और अन्य अधिकारियों की नियुक्ति ।
b) सांसदीय अधिकारः संसद का सत्र बुलाना, स्थगित करना,
और विधेयकों पर स्वीकृति देना।
c) न्यायिक अधिकारः दया, क्षमा या स्थगन का अधिकार, विशेष
रूप से मौत की सजा में।
d) सैन्य अधिकार : राष्ट्रपति सशस्त्र बलों के सर्वोच्च
सेनापति होते हैं।
e) आपातकालीन अधिकार : राष्ट्रीय या राज्य आपातकाल घोषित
कर सकते हैं।
राष्ट्रपति के कार्यः
a) संविधानिक कार्यः संविधान का पालन सुनिश्चित करना और
महत्वपूर्ण अधिकारियों की नियुक्ति ।
b) प्रस्तुति कार्यः अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व
करना ।
c) औपचारिक कार्यः संसद सत्र की शुरुआत करना और राष्ट्र को संबोधित करना।