बैंकिंग-AD AS- संतुलन - गुणक - समस्याएं स्मरण रख (Remember an Banking-Equilibrium-Multiplier-Problems)

बैंकिंग-AD AS- संतुलन - गुणक - समस्याएं स्मरण रख (Remember an Banking-Equilibrium-Multiplier-Problems)
बैंकिंग-AD AS- संतुलन - गुणक - समस्याएं स्मरण रख (Remember an Banking-Equilibrium-Multiplier-Problems)
YouTube :   https://bit.ly/30nJhNx Economics+ app :  https://bit.ly/3dH3bJD Deepak Page :  https://bit.ly/2YDJhax Telegram :  https://t.me/drgp12 6. बैंकिंग – वाणिज्यिक बैंक तथा केंद्रीय बैंक ☼  वाणिज्यिक बैंक (Commercial Bank): यह एक वित्तीय संस्था है जो लोगों से जमाएँ स्वीकार करने तथा उन्हें ऋण देने का कार्य करती है। ☼  सभी वित्तीय संस्थाएँ वाणिज्यिक बैंक नहीं होती (All Financial Institutions are not Commercial Banks): सभी वाणिज्यिक बैंक वित्तीय संस्थाएँ होती हैं किंतु सभी वित्तीय संस्थाएँ वाणिज्यिक बैंक नहीं होती। एक वित्तीय संस्था वाणिज्यिक बैंक तब बनती है जब वह निम्नलिखित दोनों कार्य संपन्न करे: (a) लोगों से जमाएँ स्वीकार करे और (b) उन्हें उधार दे। ☼  वाणिज्यिक बैंकों के कार्य (Functions of Commercial Banks): (i) वाणिज्यिक बैकों के मुख्य कार्य (Primary Functions of Commercial Banks) (a) जमा स्वीकार करना (सावधि जमा, माँग जमा, बचत जमा, आवर्ती जमा) (b) ऋण देना (नकद साख, ओवर ड्राफ्ट, माँग ऋण, अल्प अवधि ऋण) (c) साख निर्माण (ii) वाणिज्यिक बैंकों के गौण कार्य (Secondary Functions of Commercial Banks…