मानव संसाधन एवं आर्थिक विकास (HUMAN RESOURCE & ECONOMIC DEVELOPMENT)
मानव संसाधन एवं आर्थिक विकास
(HUMAN RESOURCE & ECONOMIC DEVELOPMENT)
मानव संसाधन एवं आर्थिक विकास (HUMAN RESOURCE & ECONOMIC DEVELOPMENT)
भूमिका (Introduction):- एडम
स्मिथ से लेकर आज तक के सभी अर्थशास्त्री मोटे रूप में यह स्वीकार करते हैं कि
मानव संसाधन और आर्थिक विकास में घनिष्ठ सम्बन्ध है। विकसित देशों का इतिहास यह
बताता है कि जनसंख्या बढ़ने से श्रम शक्ति की पूर्ति में वृद्धि हुई और
परिणामस्वरूप औद्योगिक क्रांति को बल मिला जिससे राष्ट्रीय एवं प्रति-व्यक्ति आय
में वृद्धिमान प्रवृत्ति परिलक्षित हुई। इस सन्दर्भ में प्रो. हार्बिसन (Prof.
T.H. Harbinson) ने लिखा है कि पूँजी, प्राकृतिक संसाधन, विदेशी सहायता और
अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार सामान्यतः आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं,
किन्तु मानव संसाधन इन सभी में सर्वोपरि आर्थिक
विकास की प्रक्रिया में मानव संसाधन के महत्व की व्याख्या करते हुए एडम स्मिथ ने
लिखा है कि - प्रत्येक राष्ट्र का वार्षिक श्रम ही वह कोष है, जो मूल रूप से इसे
समस्त अनिवार्यताएँ और जीवन की सुविधाएँ प्रदान करता है। आर्थिक विकास का कोई भी
चरण मानव उद्यमशीलता के अभाव में आगे नहीं बढ़ सकता हैं। आर्थिक विकास का मुख्य
उद्देश्य मानव जाति को ऊँचा जीवन स्तर प्रदान करना, सुसंस्कृत जीवन के अनुकूल
परिस्थितियों …