नव माल्थसवाद (NEO-MALTHUSION THEORIES)
नव- माल्थसवाद ,
माल्थस के अनुयायियों द्वारा चलाया गया वह आन्दोलन है जो परिवार नियोजन तथा
सन्तति-निग्रह के कृत्रिम उपाय अपनाकर जनसंख्या को सीमित रखने पर जोर देता है।
नव-माल्थसवादी सहवास के आनन्द को नष्ट किए बिना गर्भ-निरोध के कृत्रिम उपायों
(पिल्स, कण्डोम आदि का प्रयोग) तथा गर्भपात एवं ऑपरेशन आदि के भी समर्थक हैं। उनके
अनुसार किसी भी शारीरिक, रासायनिक, यात्रिक तथा शल्य चिकित्सात्मक ढंग से किसी
स्वस्थ्य स्त्री-पुरूष के समागम पर भी गर्भ रहने में बाधा पहुँचाना ही सन्तति
निग्रह है। इस तरह, माल्थस के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी कहे जाने वाले ये विचारक
माल्थस द्वारा बतायी गयी जन्म-वृद्धि संबंधी सम्भावनाओं में तो विश्वास करते थे,
परन्तु वे माल्थस के विपरीत गर्भ निरोध के कृत्रिम साधनों के समर्थक हैं। इस तरह
के स्वावलम्बियों की धारणा थी कि कामेच्छा पर किसी प्रकार का अन्यथा प्रभाव पड़े
बिना यदि सत्नानोत्पादन कम हो सके तो सन्तति-निग्रह की कृत्रिम विधियों का खुलकर
प्रयोग किया जाना चाहिए। वस्तुतः इस युग का प्रारम्भ डॉ० ड्रिसडेल द्वारा रचित
पुस्तक 'सामाजिक विज्ञान के तत्व' के प्रकाशन के पश्चात् मे…