झारखंड
के सरकारी स्कूल के शिक्षक एक जनवरी से अपने घर या कहीं और से ऑनलाइन- ऑफलाइन हाजिरी
नहीं बना सकेंगे। शिक्षकों को स्कूल परिसर या स्कूल परिधि के 100 मीटर तक की दूरी से
ऑनलाइन हाजिरी बनानी होगी। इसी आधार पर उन्हें जनवरी महीने के वेतन का भुगतान होगा।
जो शिक्षक स्कूल परिसर या सौ मीटर की स्कूल परिधि से ऑनलाइन हाजिरी नहीं बनाएंगे, उन्हें
अब्सेंट कर दिया जाएगा और उनका वेतन काट दिया जाएगा। स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग
ने इसकी तैयारी कर ली है।
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ऑनलाइन अटेंडेंस नहीं तो कटेगा वेतन और मानदेय
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एक जनवरी 2023 से ई विद्या वाहिनी एप में लागू होगा प्रावधान
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सौ मीटर के दायरे के बाहर नहीं बन सकेगी हाजिरी
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इन पंच और आउट पंच करना अनिवार्य
सरकारी
स्कूल सुबह नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक संचालित होते हैं। ऐसे में हर दिन शिक्षकों
को स्कूल आने समय ई-विद्यावाहिनी एप में इन पंच करना होगा, जबकि छुट्टी के बाद जाते
समय आउट पंच करना होगा। शिक्षकों को यह अनिवार्य रूप से करना होगा। इसी आधार पर उनका
महीने के अंत में वेतन या मानदेय बनेगा।
राज्य के प्राथमिक, मिडिल, हाई और प्लस टू स्कूलों में सभी सहायक शिक्षकों से लेकर सहायक अध्यापकों (पारा शिक्षक) तक को ऑनलाइन हाजिरी बनानी होगी। ई-विद्यावाहिनी एप के माध्यम से यह हाजिरी बनानी होगी। ऑनलाइन हाजिरी बनाने के लिए स्कूलों को जीओ फैसिंग से टैग कर दिया गया है। इसमें शिक्षक स्कूल परिसर या 100 मीटर की परिधि में हाजिरी बनाएंगे, तभी बन सकेगा।
अगर शिक्षक स्कूल के 101 मीटर की परिधि से हाजिरी बनाना चाहेंगे तो हाजिरी
नहीं बन सकेगी। वहीं, वैसे स्कूल जहां इंटरनेट कनेक्टिविटी नहीं है, वहां के शिक्षक
स्कूल निर्धारित परिधि में हर दिन समय पर लोकेशन 'भरेंगे और वे जैसे ही इंटरनेट कनेक्टिविटी
वाले क्षेत्र में आएंगे, वह अपलोड हो जाएगा व हाजिरी बन जाएगी।
ई-विद्यावाहिनी में पहली बार जोड़ी गई जियो फेंसिंग की व्यवस्था
राज्य
सरकार यह सुनिश्चित करने जा रही है कि सरकारी स्कूलों में निर्धारित समय तक न केवल
बच्चे, बल्कि शिक्षक भी उपलब्ध रहें। समय पर शिक्षक और बच्चे स्कूल आएं और समय पर ही
स्कूलों में छुट्टी हो। इसे लेकर शिक्षकों को न केवल ई-विद्यावाहिनी पोर्टल पर उपस्थिति
बनाना अनिवार्य होगा, बल्कि उन्हें स्कूल में जाकर ही उपस्थिति बनाना होगा। अपने घर
से या स्कूल से बाहर किसी जगह से उपस्थिति बनाने पर शिक्षक अनुपस्थिति पाए जाएंगे।
इसके
लिए स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने ई- विद्यावाहिनी पोर्टल पर पहली बार जियो
फेंसिंग सिस्टम को जोड़ा है। सभी सरकारी स्कूलों की जियो फेंसिंग की गई है, जिसके तहत
स्कूल या स्कूल के 50 या 100 मीटर की दूरी तक ही शिक्षक ई विद्यावाहिनी पर अपनी उपस्थिति
बना सकेंगे। इससे बाहर उपस्थिति बनाने पर सिस्टम उसे नहीं लेगा। इसे एक जनवरी से लागू
किया जाएगा। इससे पहले एक माह का समय शिक्षकों को नई व्यवस्था को समझने के लिए समय
दिया जाएगा। इस अवधि में स्कूलों में नई व्यवस्था का परीक्षण भी हो सकेगा। नई व्यवस्था
में शिक्षक कनेक्टिविटी का भी बहाना नहीं बना सकेंगे, क्योंकि कनेक्टिविटी नहीं होने
पर भी सिस्टम उसे ले लेगा। बाद में कनेक्टिविटी मिलने पर सिस्टम उसे अपडेट कर लेगा।
शिक्षक जब स्कूल छोड़ेंगे उस समय भी उन्हें ई- विद्यावाहिनी पर पंच करना होगा, जिससे
पता चलेगा कि शिक्षक कबतक स्कूल में रहे।
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एक जनवरी से होगी लागू, इंटरनेट कनेक्टिविटी का नहीं बना सकेंगे बहाना
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समय पर शिक्षक और बच्चे स्कूल आएं और समय पर ही स्कूलों में छुट्टी हो
उपस्थिति नहीं बनाने पर नहीं मिलेगा जनवरी से वेतन
ई-विद्यावाहिनी
पोर्टल के माध्यम से उपस्थिति नहीं बनानेवाले शिक्षकों को जनवरी माह से वेतन भुगतान
नहीं होगा। विभाग ने सभी शिक्षकों को इसकी सूचना अखबार के माध्यम से देगा। इसमें नई
व्यवस्था को अनिवार्य किए जाने की जानकारी दी जाएगी।
होती थी इस तरह की गड़बड़ियां
कुछ
शिक्षक अपने घरों से ही उपस्थिति बना लेते थे। बाद में स्कूल पहुंचते थे। इसी तरह,
निर्धारित समय से पहले स्कूल से निकल जाते थे तथा घर जाकर छुट्टी के समय उसे पोर्टल
पर दर्ज कर देते थे। अब जियो फेंसिंग होने से शिक्षक इस तरह की गड़बड़ियां नहीं कर
सकेंगे।
के. रवि कुमार, सचिव, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, झारखंड सरकार।
शिक्षकों
का ई-विद्यावाहिनी से उपस्थिति बनाना अनिवार्य होगा। पहली बार जियो फेंसिंग की भी व्यवस्था
लागू की जा रही है। इस व्यवस्था से उपस्थिति नहीं बनानेवाले शिक्षकों को जनवरी माह
से वेतन भुगतान नहीं किया जाएगा।
दीपक कुमार
मीडिया प्रभारी दुमका
NMOPS जिन्दाबाद जिन्दाबाद 💪