12th अंतरा (ऐच्छिक) 2. संजीव = आरोहण

12th अंतरा (ऐच्छिक) 2. संजीव = आरोहण
12th अंतरा (ऐच्छिक) 2. संजीव = आरोहण
आरोहण प्रश्न 1. यूँ तो प्रायः लोग घर छोड़कर कहीं न कहीं जाते हैं, परदेश जाते हैं, किन्तु घर लौटते समय रूप सिंह को एक अजीब किस्म की लाज, अपनत्व और झिझक क्यों घेरने लगी? उत्तर : रूपसिंह हिमांग पहाड़ की तलहटी में स्थित माही गाँव का रहने वाला था। एक पर्वतारोही कपूर साहब उससे प्रसन्न होकर उसे मंसूरी ले गए थे। वहाँ रूपसिंह ने पर्वतारोहण विभाग में चार हजार रुपये मासिक की नौकरी कर ली थी। अब पूरे ग्यारह वर्ष बाद वह कपूर साहब के बेटे शेखर कपूर के साथ अपने गाँव लौट रहा था। पिछले ग्यारह साल से रूपसिंह का सम्पर्क अपने गाँव तथा परिवार के लोगों के साथ नहीं था। उसे यह भी पता नहीं था कि उसके माता-पिता जीवित भी हैं या नहीं, उसका भाई कहाँ है, उसकी प्रेमिका शैला का क्या हुआ, उसे कुछ भी पता नहीं था। कोई उससे पूछेगा कि वह इतने साल कहाँ रहा और अब लौटकर क्यों आया है, तो वह क्या उत्तर देगा-यह भी वह समझ नहीं पा रहा था। इस कारण उसको अपने गाँव लौटने में अपनत्व का भाव तो था, किन्तु लज्जा और झिझक का अनुभव भी हो रहा था। शेखर कपूर का साथ होना रूपसिंह की लज्जा और झिझक का दूसरा कारण था। प्रश्न 2. पत्थर की जाति से लेखक क…