Jac Board Class 12 Hindi Core Arts 2023 Answer key

Jac Board Class 12 Hindi Core Arts 2023 Answer key

12th Hindi Core अभिव्यक्ति और माध्यम 8. फीचर लेखन

झारखण्ड अधिविद्य परिषद्

ANNUAL INTERMEDIATE EXAMINATION - 2023

HINDI - A ( CORE ) Arts

( Compulsory )

Total Time: 3 Hours 20 minute

Full Marks : 80

सामान्य निर्देश:

इस प्रश्न पुस्तिका में दो भाग हैं - भाग - A तथा भाग -B.

भाग- A में 40 अंक के बहुविकल्पीय प्रश्न हैं जिनके उत्तर अलग से दिये गये OMR उत्तर पत्रक पर चिह्नित करें। भाग-A के उत्तर पहले 2.00 अपराह्न से 3.35 अपराह्न तक हल करेंगे एवं इसके उपरान्त OMR उत्तर पत्रक वीक्षक को 3.35 अपराह्न पर लौटा देंगे । भाग- B में 40 अंक के विषयनिष्ठ प्रश्न हैं जिनके उत्तर अलग से दिये गये उत्तर पुस्तिका पर हल करें। भाग-B के उत्तर के लिए समय 3.40 अपराह्न से 5.20 अपराह्न तक निर्धारित है ।

परीक्षार्थी परीक्षा के उपरान्त प्रश्न पुस्तिका को ले जा सकते हैं।

भाग- A

बहुविकल्पीय आधारित प्रश्न

Class-12

Sub.-Hindi-A (Core)

F.M.-40

Time-1 Hour 30 Min.

निर्देश :

1. सावधानी पूर्वक सभी विवरण OMR उत्तर पत्रक पर भरें।

2. आप अपना पूरा हस्ताक्षर OMR उत्तर पत्रक में दी गई जगह पर करें।

3. इस भाग में कुल 40 बहु-विकल्पीय प्रश्न है।

4. सभी प्रश्नों का उत्तर देना अनिवार्य है। प्रत्येक प्रश्न की अधिमानता 1 अंक निर्धारित है।

5. गलत उत्तर के लिए कोई अंक नहीं काटा जायेगा।

6. OMR उत्तर पत्रक के पृष्ठ 2 पर प्रदत्त सभी निर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़ें तथा उसके अनुसार कार्य करें।

7. प्रत्येक प्रश्न में चार विकल्प दिये गये हैं । इनमें से सबसे उपयुक्त उत्तर को आप अपने OMR उत्तर पत्रक पर ठीक-ठीक गहरा काला करें। केवल नीला या काला बॉल प्वाइंट कलम का ही प्रयोग करें। पेंसिल का प्रयोग वर्जित है।

8. OMR उत्तर पत्रक पर दिये गये निर्देशों का ध्यानपूर्वक पालन कीजिए अन्यथा आपका OMR उत्तर पत्रक अमान्य होगा और उसका मूल्यांकन नहीं किया जायेगा ।

समूह - A

(अपठित बोध)

निम्नलिखित पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढकर प्रश्न संख्या 1 से 4 के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए:

यह जीवन क्या है ? निर्झर है, सस्ती ही इसका पानी है।

सुख-दुख के दोनों तीरों से चल रहा राह मनमानी है ।

कब फूटा गिरि के अंतर से ? किस अंचल से उतरा नीचे ।

किस घाटी से बहकर आया ? समतल में अपने को खींचे।

निर्झर में गति है, जीवन है, वह आगे बढ़ता जाता है।

धुन एक सिर्फ है चलने की अपनी मस्ती में गाता हे 1

1. जीवन की तुलना किससे की गई है ?

(1) निर्झर से

(2) सरोवर से

(3) सागर से

(4) रथ से

2. सुख-दुख के दोनों तीरों पर कौन चल रहा है ?

(1) यौवन

(2) बचपन

(3) जीवन

(4) बुढ़ापा

3. प्रस्तुत पंक्तियों के अनुसार अपनी मस्ती में कौन गाता है ?

(1) समुद्र

(2) निर्झर

(3) आकाश

(4) बादल

4. 'गिरि' का अर्थ है

(1) फूल

(2) पहाड़

(3) चाँद

(4) धरती

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर प्रश्न संख्या 5 से 8 के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए:

प्रकृति माता है इसकी एक-एक प्रक्रिया अनोखी एवं अद्भुत है। इसे केवल जिया जा सकता है; इसकी कोई बौद्धिक व्याख्या संभव नहीं है। यह ऐसी ही है और हमें इसी के अनुरूप जीना है । इसके साथ चलने पर विकास के सोपान चढ़ते हैं और इसके विपरीत चलने पर विनाश के गर्त में गिरते हैं । प्रकृति हमें उठाती भी है और गिराती भी है । यह उठाती है, जब हम इसके नियम-विधान का अनुसरण करते हैं और गिराती है, जब हम इसके अंतहीन शोषण पर उतारू हो जाते हैं । जैसा कि वर्तमान समय में हो रहा है तथा जिसके भीषण परिणाम से हम रूबरू हो रहे हैं। है ।

5. किसकी बौद्धिक व्याख्या संभव नहीं है ?

(1) प्रकृति माता

(2) धरती

(3) गगन

(4) हवा

6. किसके साथ चलने से हमारा विकास होता है ?

(1) मित्र

(2) पति

(3) पत्नी

(4) प्रकृति

7. मनुष्य किसका दोहण कर रहा है ?

(1) पैसे का

(2) पशु का

(3) प्रकृति का

(4) नारी का

8. वर्तमान समय में मनुष्य प्रकृति के साथ कैसा आचरण कर रहा है। ?

(1) विरुद्ध

(2) समानान्तर

(3) विनम्र

(4) अच्छा

समूह - B

( अभिव्यक्ति और माध्यम )

9. पत्राचार किसकी अभिव्यक्ति का सरल तरीका है ?

(1) संकेतों

(2) व्यसनों

(3) विचारों

(4) इन सभी का

10. औपचारिक पत्र में सर्वप्रथम क्या लिखा जाता है ?

(1) पत्र भेजने वाले का पता

(2) सम्बोधन

(3) पत्र क्रमांक

(4) पत्र प्राप्त करनेवाले का पता

11. मुद्रित माध्यमों की सबसे बड़ी विशेषता है।

(1) स्थायित्व

(2) गतिशीलता

(3) श्रव्यता

(4) सांकेतिकता

12. जनसंचार का प्रमुख उद्देश्य क्या है ?

(1) जिज्ञासाओं का समाधान

(2) सूचनाओं को परस्पर बाँटना

(3) विचारों की अभिव्यक्ति

(4) इनमें से सभी

13. 'रिमाइण्डर' को हिन्दी में क्या कहते हैं ?

(1) स्मृति पत्र

(2) अनुस्मारक

(3) मिनट

(4) नोटिस

14. 'संचार' शब्द की उत्पत्ति 'चर' शब्द से हुई है । 'चर' का अर्थ है

(1) चरना

(2) हटना

(3) बढ़ना

(4) चलना

15. फीचर लेखन में कितने आयाम हेते हैं ?

(1) दो

(2) तीन

(3) चार

(4) एक

16. 'प्रार्थना पत्र' में 'आपका विश्वासी' लिखने के बाद किसका हस्ताक्षर होता है ?

(1) प्रेषक का

(2) संपादक का

(3) पत्रकार का

(4) पत्र प्राप्तकर्ता का

17. संपादक को उसके विविध कार्यों में कौन सहायता पहुँचाता है ?

(1) मंत्री

(2) नेता

(3) पाठक

(4) संयुक्त संपादक

18. वर्तमान पत्रकारिता का स्वरूप क्या है ?

(1) अन्तरराष्ट्रीय

(2) राष्ट्रीय

(3) प्रदेशीय

(4) क्षेत्रीय

समूह -C

( पाठ्यपुस्तक )

निम्नलिखित पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर प्रश्न संख्या 19 से 22 के लिए सही विकल् का चयन कीजिए:

नभ में पाँती बँधे बगुलों के पंख,

चुराए लिए जातीं वे मेरी आँखें ।

कजरारे बादलों की छाई नभ छाया,

तैरती साँझ की सतेज श्वेत काया ।

हौले-हौले जाती मुझे बाँध निज माया से ।

19. उपर्युक्त काव्यांश में किसके सौन्दर्य का वर्णन किया गया है ?

(1) सायंकालीन प्रकृति का

(2) प्रातःकालीन प्रकृति का

(3) वसंतकालीन प्रकृति का

(4) हेमन्तकालीन प्रकृति का

20. इन पंक्तियों में कवि ने किस पक्षी का चित्रण किया है ?

(1) बगुला

(2) मोर

(3) बाज

(4) चिड़िया

21. 'होले होले' में कौन सा अलंकार है ?

(1) यमक अलंकार

(2) उपमा अलंकार

(3) पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार

(4) रूपक अलंकार

(22) नभ में छाए बादलों की रंगत कैसी है ?

(1) श्वेत

(2) श्याम

(3) रक्तिम

(4) भूरा

23. भाषा को घुमाने फिराने से बात कैसी हो जाती है ?

(1) पेचीदा

(2) सरल

(3) सौम्य

(4) सहज

24. 'कैमरे में बंद अपाहिज कविता में कौन किसका साक्षात्कार ले रहा है ?

(1) पत्रकार, नेता का

(2) पत्रकार, अधिकारी का

(3) पत्रकार, विकलांग का

(4) पत्रकार, समाजसेवी का

25. "सहर्ष स्वीकारा है" का शाब्दिक अर्थ है

(1) दुख के साथ

(2) खुशी के साथ

(3) घृणा के साथ

(4) क्रोध के साथ

26. कवि कविता की तुलना किससे कर रहा है ?

(1) चिड़िया से

(2) मोर से

(3) कबूतर से

(4) मछली से

27. पतंग उड़ाने वाले बच्चे दिशाओं को किसके समान बजाते हैं ?

(1) ढोलक के समान

(2) वीणा के समान

(3) बाँसुरी के समान

(4) मृदंग के समान

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर प्रश्न संख्या 28 से 31 के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए:

जब उसका सामान कस्टम पर जाँच के लिए बाहर निकाला जाने लगा तो उसे झिरझिरी-सी आयी और एकदम से उसने फैसला किया कि मुहब्बत का यह तोहफा चोरी से नहीं जाएगा, नमक कस्टमबालों को दिखाएगी वह । उसने जल्दी से पुड़िया निकाली और हैंडबैग में रख ली, जिसमें उसका पेसों का पर्स और पासपोर्ट आदि थे। जब सामान कस्टम से होकर रेल की तरफ चला तो वह एक कस्टम अफसर की ओर बढी ।

28. प्रस्तुत पाठ के लेखक कौन हैं ?

(1) महादेवी वर्मा

(2) भवानी प्रसाद मिश्र

(3) जयशंकर प्रसाद

(4) रज़िया सज्जाद ज़हीर

29. प्रस्तुत पाठ में किस देश के विभाजन से उपजे दर्द को अंकित किया गया है ?

(1) भारत-चीन विभाजन

(2) भारत-पाक विभाजन

(3) भारत वर्मा विभाजन

(4) भारत-श्रीलंका विभाजन

30. सफिया को झिरझिरी-सी क्यों आयी ?

(1) पकड़े जाने के डर से

(2) मिलने की खुशी से

(3) नाराज़गी की वजह से

(4) भाई पर गुस्से की वजह से

31. मुहब्बत का तोहफा क्या था ?

(1) चीनी

(2) संतरे

(3) कीनू

(4) नमक

32. भक्तिन किसकी बेटी थी ?

( 1 ) किसान की

(2) गोपालक की

(3) व्यापारी की

(4) जमींदार की

33. बाजार में किसका जादू है ?

(1) रूप का

(2) चुम्बक का

(3) लोहे का

(4) किसी का नहीं

34. चाँद सिंह पहलवान के गुरु का क्या नाम था ?

(1) बावर सिंह

(2) बादल सिंह

(3) वीर सिंह

(4) सूरज सिंह

35. चार्ली चैप्लिन ने अपनी फिल्मों में किन दो रसों का मिश्रण किया है ?

(1) वीर रस और रौद्र रस

(2) श्रृंगार रस और वीर रस

(3) हास्य रस और बीभत्स रस

(4) करुण रस और हास्य रस

36. 'काले मेघा पानी दे' में लड़कों की टोली अपने आपको क्या कहकर बुलाती थी ?

(1) मेढक मंडली

(2) इंदर सेना

(3) बानर सेना

(4) अक्षय सेना

37. सिल्वर वैडिंग के यशोधर पंत किस पद पर थे ?

(1) सेक्शन ऑफिसर

(2) क्लर्क

(3) चपरासी

(4) माली

38. 'जूझ' शीर्षक कहानी का लेखक किससे डरता था ?

(1) दादाजी से

(2) पिताजी से

(3) माताजी से

(4) दादीजी से

39. मोहनजोदड़ो-हड़प्पा से प्राप्त हुई नर्तकी की मूर्ति किस राष्ट्रीय संग्रहालय में रखी हुई हैं?

(1) इस्लामाबाद संग्रहालय में

(2) लाहौर संग्रहालय में

(3) दिल्ली संग्रहालय में

(4) लंदन संग्रहालय में

40. 'डायरी के पन्ने' की लेखिका ऐन फ्रैंक ने किसे संबोधित कर डायरी लिखी है ?

(1) माँ को

(2) बहन को

(3) सहेली को

(4) गुड़िया को

भाग- B

विषयनिष्ठ आधारित प्रश्न

Class-12

Sub.-Hindi-A (Core)

F.M.-40

Time-1 Hour 30 Min

 

निर्देश

1. परीक्षार्थी यथासंभव अपने शब्दों में ही उत्तर दें।

2. कुल प्रश्नों की संख्या 8 है।

3. खण्ड - A में प्रश्न है जो अनुच्छेद पर आधारित है। प्रश्न की अधिमानता 6 अंक है।

4. B में 1 प्रश्न है। प्रश्न संख्या 2 का प्रत्येक उपप्रश्न की अधिमानता 5 अंक निर्धारित है। प्रत्येक उपप्रश्न का उत्तर अधिकतम 100 शब्दों में दीजिए।

5. खण्ड-C मे 4 प्रश्न ( प्रश्न संख्या 3-6) है। प्रश्न प्रत्येक 3 में प्रत्येक 5 अंक के 2 उपप्रश्न है जिनमें से किसी 1 उपप्रश्न का उत्तर लगभग 100 शब्दों में दे।

प्रश्न संख्या 4 में प्रत्येक 3 अंक के 3 उपप्रश्न है जिनमें से किन्ही 2 उपप्रश्नों के उत्तर प्रत्येक 50 शब्दों में देना है। प्रश्न संख्या 5 में प्रत्येक 3 अंक के उपप्रश्न है जिनमें से किन्ही 2 उपप्रश्नों के उत्तर प्रत्येक 50 शब्दों में देना है। प्रश्न संख्या 6 का उत्तर 50 शब्दों में देना है जिसकी अधिमान्यता 2 अंक है।

6. खण्ड -D में दो प्रश्न ( प्रश्न संख्या 7-8 ) है जिनका उत्तर प्रत्येक 50 शब्दों में देना है। प्रश्न संख्या 7 की अधिमानता 3 अंक तथा प्रश्न संख्या 8 की अधिमानता 2 अंक है।

खण्ड - A

( अपठित बोध )

1. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए: 2+2+2=6

बात करने से बड़े-बड़े मसले, अन्तरराष्ट्रीय समस्याएँ तक हल हो जाती हैं। पर संवाद की सबसे बड़ी शर्तें हैं, एक-दूसरे की बातें पूरे मनोयोग से, संपूर्ण धैर्य से सुनी जाएँ । श्रोता उन्हें कान से सुने और मन से अनुभव करे तभी उनका लाभ है, तभी समस्याएँ सुलझने की संभावना बढ़ती है और कम-से-कम यह समझ में आता है कि अगले के मन की परतों के भीतर है क्या ? सच तो यह है कि सुनना एक कौशल है जिसमें हम प्रायः अकुशल होते हैं । दूसरे की बात काटने के लिए, उसे समाधान सुझाने के लिए हम उतावले होते हैं और यह उताबलापन संवाद की आत्मा तक हमें पहुँचने नहीं देता । हम तो बस अपना झंडा गाड़ना चाहते हैं, तब दूसरे पक्ष को झुंझलाहट होती है । वह सोचता है, व्यर्थ ही इसके सामने मुँह खोला । कवि रहीम ने ठीक ही कहा था - "सुनि अठिले लोग सब बाँटि न लैहैं कोय ।" ध्यान और धैर्य से सुनना पवित्र आध्यात्मिक कार्य है और संवाद की सफलता का मूल मंत्र है।

(क) उपर्युक्त गद्यांश के लिए उपयुक्त शीर्षक दीजिए ।

उत्तर : सुनना एक कौशल

(ख) हम संवाद की आत्मा तक प्रायः क्यों नहीं पहुँच पाते ?

उत्तर : दूसरे की बातों को सुनने में हम प्रायः अकुशल होते हैं। जिस कारण दूसरे की बात काटने के लिए उसे समाधान सुझाने के लिए हम उतावले होते हैं। इसी उतावलेपन के कारण हम संवाद की आत्मा तक नहीं पहुंच पाते।

(ग) संवाद की सफलता का मूल मंत्र क्या है ?

उत्तर : ध्यान और धैर्य से सुनना संवाद की सफलता का मूल मंत्र है।

खण्ड - B

( अभिव्यक्ति और माध्यम )

2. निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर दीजिए : 5+5=10

(क) राष्ट्र के निर्माण में युवा शक्ति की भूमिका बताइए ।

उत्तर :

(क) राष्ट्र के निर्माण में युवा शक्ति की भूमिका

किसी भी राष्ट्र के निर्माण में युवा वर्ग एक अहम भूमिका निभाता है। युवा वर्ग शारीरिक और मानसिक रूप से किसी भी कार्य को कुशलतापूर्वक करने में सक्षम होता है। हर व्यक्ति जीवन के इस दौर से गुजरता है। युवाओं को उच्च स्तर की शिक्षा प्राप्त करनी चाहिए और विभिन्न क्षेत्रों में अपना योगदान देना चाहिए।

राष्ट्र को विकसित बनाने में युवा शक्ति का सर्वाधिक योगदान रहा है। राष्ट्र की प्रगति विज्ञान, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य, प्रबंधन और अन्य क्षेत्रों में विकास पर निर्भर होती है। इन सभी मानदंडों को पूरा करने के लिए सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक आधार पर युवा वर्ग का सशक्तिकरण आवश्यक है।

युवाओं को एक सकारात्मक दिशा में निर्देशित किया जाना चाहिए उनके विकास और प्रशिक्षण पर ध्यान दिया जाना चाहिए। उनकी उचित शिक्षा और कौशल विकास से ही उनके काम करने की क्षमता में वृद्धि होती है। युवा वर्ग उत्साह से भरा होता है और उसमें सफलता की ओर अग्रसर होने का हुनर होता है।

आज का युवा राष्ट्र के कल की स्थिति को आकार देता है। इसलिए युवा वर्ग को पर्याप्त अवसर देकर उनकी शक्ति और क्षमता का सदुपयोग किया जाना चाहिए। युवा वर्ग को ज्ञान और कौशल दोनों में निपुण करने की आवश्यकता है जिससे कि राष्ट्र का सर्वांगीण विकास हो सके।

अथवा

"नारी हिंसा की घटनाओं पर एक निबंध लिखिए ।

उत्तर : भारतीय समाज के पुरुष प्रधान होने की वजह से महिलाओं को बहुत अत्याचारों का सामना करना पड़ा है। आमतौर पर महिलाओं को जन समस्याओं से लड़ना पड़ता है उनमें प्रमुख है- दहेज हत्या, यौन उत्पीड़न, महिलाओं से लूटपाट, नाबालिग लड़कियों से राह चलते छेड़छाड़ आदि ।

हिंसा से तात्पर्य हैं किसी को शारीरिक रूप से चोट या क्षति पहुंचाना। किसी को मौखिक रूप से अपशब्द कहकर मानसिक परेशानी देना भी हिंसा का ही रूप है। इससे शारीरिक चोट तो नहीं लगती किंतु मन मस्तिष्क पर गहरा आघात पहुंचता है। बलात्कार, हत्या, अपहरण आदि को आपराधिक हिंसा की श्रेणी में गिना जाता है तथा घर में दहेज के लिए पत्नी से मारपीट, बदसलूकी, यौन शोषण जैसी घटनाएं घरेलू हिंसा का उदाहरण है। लड़कियों से छेड़छाड़, पत्नी को भ्रूण हत्या के लिए मजबूर करना आदि सामाजिक हिंसा के अंतर्गत आते हैं। ये सभी घटनाएं महिलाओं तथा समाज के बड़े हिस्से को प्रभावित कर रही हैं।

महिलाओं के प्रति हो रही हिंसा में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और यह चिंताजनक विषय बन चुका है महिला हिंसा से निपटना सरकार तथा समाज सेवकों के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती है हालांकि महिलाओं को जरूरत है कि वह खुद दूसरों पर निर्भर न रहकर अपनी जिम्मेदारी खुद ले तथा अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो और स्वयं की सुरक्षा कर सके।

(ख) अपने नगर में पेयजल की आपूर्ति को नियमित कराने हेतु नगरपालिका के अध्यक्ष को पत्र लिखिए ।

उत्तर :

सेवा में,

अध्यक्ष,

रांची नगर पालिका, रांची।

विषय- पेयजल की आपूर्ति नियमित करने के संबंध में।

महाशय,

उपरोक्त विषय के संबंध में निवेदन पूर्वक कहना यह है कि आज हमारा मोहल्ला पेयजल की अनियमित आपूर्ति से बहुत परेशान है। हमारे मोहल्ले के अधिकतर चापाकल खराब पड़े हैं। घर के बाहर लगे नलों में भी कई-कई दिनों तक पानी नहीं आता है। अगर पानी आता भी है तो आधे घंटे के लिए ही आता है। पेयजल की कमी के कारण लोग आधी रात से ही पानी भरने के लिए घंटों लाइन में खड़े रहते हैं। कभी-कभी तो पानी भरने के दौरान लोगों में लड़ाई भी हो जाती है।

अतः श्रीमान से नम्र निवेदन है की इस मोहल्ले में पेयजल आपूर्ति नियमित करने की कृपा करें। इस कार्य के लिए हम सभी आपका सदैव आभारी रहेंगे।

धन्यवाद।

भवदीय

आकाश सिंह

हरमू कॉलोनी

(ग) समाचार लेखन के छह ककार कौन-कौन से हैं ?

उत्तर : समाचार लेखन के छह ककार-

किसी समाचार को लिखते हुए मुख्यतः छह सवालों का जवाब देने की कोशिश की जाती है - क्या हुआ, किसके साथ हुआ, कहां हुआ, कब हुआ, कैसे हुआ और क्यों हुआ ?

इस क्या किसके (या कौन), कहां, कब, कैसे और क्यों को छह ककारों के रूप में भी जाना जाता है। किसी घटना समस्या या विचार से संबंधित खबर लिखते हुए इन छह ककारों को ही ध्यान में रखा जाता है।

(घ) अपने मित्र को ग्रीष्म अवकाश साथ व्यतीत करने के लिए निमंत्रित कीजिए ।

उत्तर :

देवघर,

10 मई, 20XX

प्रिय राहुल

सप्रेम नमस्ते!

यहां सब कुशल है और तुम्हें सानंद चाहते हैं। मेरी वार्षिक परीक्षा पूरी हो गई है और तुम्हारी परीक्षा भी समाप्त हो गई होगी। मेरी हार्दिक इच्छा है कि इस बार प्रीष्मावकाश में तुम हमारे यहां आ जाओ। मैंने अपने माता-पिता से इस संबंध में स्वीकृति ले ली है। यहां देवघर में अनेक पर्यटन स्थल है। बैद्यनाथ मंदिर पूरे भारत में प्रसिद्ध है। दोनों मित्र साथ- साथ रहकर ग्रीष्मावकाश का सुखद उपयोग कर सकेंगे। मेरा यह आग्रह अवश्य ही स्वीकार करना। अपने पिता जी एवं माता जी को मेरा प्रणाम कहना।

तुम्हारा स्नेही विनोद

खण्ड C

(पाठ्यपुस्तक )

3. निम्नलिखित में से किसी एक का काव्य-सौंदर्य लिखिए: 5

(क) कथा कही सब तेहि अभिमानी । जेहि प्रकार सीता हरि आनी ।।

तात कपिन्ह सब निसिचर मारे । महा महा जोधा संहारे ।।

दुर्मुख सुररिपु मनुज अहारी भट अतिकाय अकंपन भारी ।।

अपर महोदर आदिक बीरा परे समर महि सब रनधीरा ।।

उत्तर :

भाव सौंदर्य- इस पद्यांश में रावण ने अभिमान के साथ वह सारी कथा कह सुनाई कि कैसे वह सीता का अपहरण कर लाया था। उसने कहा- भाई कुंभकर्ण रामचंद्र के वानरों ने कई राक्षस मार डाले हैं। उन्होंने बड़े-बड़े योद्धाओं का संधार कर डाला है। दुर्मुख, देव शत्रु, नरांतक अतिकाय, अकंपन और महोदर आदि बड़े-बड़े योद्धा रणभूमि में मरे पड़े हैं।

शिल्प सौंदर्य- अवधी भाषा का प्रभावी प्रयोग हुआ है।

महा महा में पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार है।

कथा कही, निसिचर मारे, अपर महोदर, परे समर में अनुप्रास अलंकार है।

(ख) कर यत्न मिटे सब, सत्य किसी ने जाना ?

नादान वही है, हाय, जहाँ पर दाना ।

फिर मूढ़ न क्या जग, जो इस पर भी सीखे ?

मैं सीख रहा हूँ, सीखा ज्ञान भुलाना !

उत्तर :

भाव सौंदर्य - इस पद्यांश में सांसारिकता की भागदौड़ को व्यर्थ बता कर उससे दूर रहने की सलाह दी गई है। कवि के अनुसार जिसे देखो वही नादानी कर रहा है हर कोई धन वैभव भोग सामग्री के पीछे सड़ा हुआ है। कवि सांसारिकता के इस पाठ को भूलने में लगा हुआ है।

शिल्प सौंदर्य- भाषा सरल और सहज है।

प्रश्न शैली के कारण काव्य में सौंदर्य आ गया है।

कर यत्न मिटे सब, सत्य किसी ने न जाना? में अनुप्रास अलंकार है।

4. निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर दीजिए: 3+3=6

(क) समर्थ, शक्तिवान लोग दुर्बल को दूरदर्शन पर क्यों लाते हैं ?

उत्तर : समर्थ शक्तिवान लोग दूरदर्शन के स्वामी हैं। वे दुर्बलों की पीड़ाओं को आम जनता के सामने रखकर अपनी कार्यक्रम को रोमांचक बनाना चाहते हैं ताकि वह इन के माध्यम से पैसा कमा सकें।

(ख) खुद का परदा खोलने से क्या आशय है ?

उत्तर : खुद का पर्दा खोलने का आशय है- खुद के दोषों का प्रकट होना। कवि कहना चाहता है कि जब कोई निंदक बढ़-चढ़कर कवि की निंदा करता है तो वह वास्तव में कवि की निंदा न करके अपनी ही कमजोरी प्रकट करता है। अपनी ही ईर्ष्या प्रकट करके जग हंसाई करवाता है।

(ग) छोटे चौकोने खेत को कागज का पन्ना कहने में क्या अर्थ निहत है ?

उत्तर : कवि अपने कवि कर्म को किसान के कर्म जैसा बताना चाहता है। वह कविता की समानता खेती से करना चाहता है। इसलिए वह कागज के पन्ने को छोटा चौकोना खेत कहता है। जिस प्रकार खेत में ही बीज, जल, रसायन आदि डाले जाते हैं और उसमें से अंकुर, फल, फूल आदि उगते हैं उसी प्रकार कागज के पत्रे पर ही कवि के भाव शब्द, अलंकार, रस आदि के रूप में प्रकट होते हैं।

5. निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर दीजिए: 3+3=6

(क) 'बाजार दर्शन' में कितने ग्राहकों का उदाहरण प्रस्तुत किया गया है तथा उनकी क्या विशेषताएँ हैं ?

उत्तर : बाजार दर्शन में तीन प्रकार की ग्राहकों का उदाहरण प्रस्तुत किया गया है-

लेखक का पहला मित्र- मामूली चीज लेने के लिए बाजार गए थे पर लौटे तो बहुत से बंडल पास थे।

लेखक के दूसरे मित्र- दोपहर के पहले बाजार गए थे किंतु शाम को खाली हाथ घर लौटे। उन्होंने सब कुछ खरीदने के लालच में बाजार से कुछ नहीं खरीदा।

लेखक के पड़ोसी भगत जी- वे बाजार जाते हैं। आंख खोलकर बाजार को देखते हैं किंतु रुकते हैं केवल पंसारी की दुकान पर, जहां से उनको जीरा व नमक खरीदना है। वे वांछित सामान खरीद कर घर लौट आते हैं।

(ख) भक्तिन द्वारा शास्त्र के प्रश्न को सुविधा से सुलझा लेने का क्या उदाहरण लेखिका ने दिया है ?

उत्तर :भक्तिन अपनी समझ में बहुत समझदार है। वह हर बात का अपना ही अर्थ निकाल लेती है और फिर उस पर दृढ़ता से टिकी रहती है। जब भक्तिन ने अपना सिर मुंडवा लिया और महादेवी ने उसे ऐसा करने से रोका तो भक्तिन ने शास्त्रों की दुहाई दी। उसने प्रमाण देते हुए कहा कि शास्त्रों में लिखा है- 'तीरथ गए मुंडाय सिद्ध । यह उक्ति या तो उसकी अपनी गढ़ी हुई थी या लोगों से सुनते-सुनते उसे अपना लिया था।

(ग) जीजी ने 'इंदर सेना' पर पानी फेंके जाने को किस तरह सही ठहराया ?

उत्तर : गांव के कुछ नंग धड़ंग बच्चे कीचड़ में लथपथ होकर गांव वालों से पानी मांगते थे। उनका विश्वास था कि ऐसा करने से इंद्र देवता प्रसन्न होते हैं और वर्षा होती है। इस मंडली को इंदर सेना कहा गया है। जीजी ने इंदर सेना पर पानी फेंकने की परंपरा को बिल्कुल सही ठहराया। उनकी मान्यता थी कि देवता से कुछ पाने के लिए पहले कुछ दान और त्याग करना पड़ता है। यही बात इंदर सेना पर लागू होती है। इंदर सेना लोगों से जल का दान कराके भगवान इंद्र को भेंट करती है तभी भगवान इंद्र अपनी ओर से झमाझम वर्षा करते हैं। एक प्रकार से यह वर्षा की बुवाई है।

6. हरिवंश राय बच्चन अथवा डॉ० हजारी प्रसाद द्विवेदी की किन्हीं दो रचनाओं के नाम लिखिए । 2

उत्तर : हरिवंश राय बच्चन : आत्म परिचय, मधुशाला

       डॉ० हजारी प्रसाद द्विवेदी : सूर साहित्य, कबीर।

खण्ड - D

7. यशोधर बाबू परिवार के बावजूद स्वयं को अधूरा क्यों मानते थे ? 3

उत्तर : यशोधर बाबू का अपना भरा पूरा परिवार होने के बावजूद भी स्वयं को अधूरा मानते हैं। उनके बच्चों ने उन्हें लगभग नकार दिया है वे ना तो बाबूजी का सम्मान करते हैं ना उनसे कोई सलाह लेते हैं। और ना ही उन्हें किसी प्रकार का सहयोग देते हैं। वे यशोधर बाबू की हर आदत और हर चीज को उपेक्षा और तिरस्कार की नजरों से देखते हैं बच्चों का मन रखने के कारण उन्हें साइकिल छोड़नी पड़ती है। फ्रिज और गैस अपनानी पड़ती है। यहां तक की उन्हें उपहार में मिला हुआ गाउन भी अपमान झेल कर पहनना पड़ता है उनमें अब इतनी हिम्मत नहीं रही कि वह बच्चों की किसी बात को मना कर सकें। सच तो यह है कि बच्चे उनके घर पर भी कब्जा कर चुके हैं। उनकी पत्नी बच्चों के साथ मिल चुकी है। इसलिए वे घर में बिल्कुल अकेले और असहाय हो चुके हैं।

अथवा

‘सिन्धु घाटी सभ्यता मूलतः खेतिहर और पशुपालक सभ्यता थी ।' स्पष्ट करें ।

उत्तर : कुछ इतिहासकारों का मानना है कि सिंधु घाटी सभ्यता खेतिहर और पशुपालक सभ्यता ही थी इतिहासकार इरफान हबीब के अनुसार यहां के लोग रवि की फसल का उत्पादन करते थे। कपास, गेहूं, जौ, सरसों और चने की उपज के सबूत खुदाई में मिले हैं। विद्वानों का मानना है कि ज्वार, बाजरा और रागी की उपज भी होती थी। लोग खजूर, खरबूजे और अंगूर उगाते थे। झाड़ियों से बेर जमा करते थे। कपास की खेती भी होती थी। खेती के प्रमाण मिलने के आधार पर यह कहा जा सकता है कि यह सभ्यता खेतिहर और पशुपालक सभ्यता थी।

8. ऐन के परिवार को अज्ञातवास में जाने के लिए क्यों मजबूर होना पड़ा ? 2

उत्तर : द्वितीय विश्व युद्ध के समय हालैंड के पहूदी परिवारों को जर्मनी - के प्रभाव के कारण बहुत सारी यातनाएं सहनी पड़ी थी। इस बीच यहूदियों ने तरह- तरह के कष्ट सहे। गुप्त तहखानों में छिपकर जीवन रक्षा की। शारीरिक और मानसिक कष्ट सहे भुख, गरीबी और बीमारी देखी। उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया। जर्मनी के शासक ने लाखों यहूदियों को मौत के घाट उतार दिया। ऐसे समय में दो यहूदी परिवार एक गुप्त आवास में 2 वर्ष तक छिपे रहे। इनमें एक था फ्रैंक परिवार जो ऐन का परिवार था। हिटलर के यातनाओं से बचने के लिए और अपने जीवन की रक्षा के लिए इन्हें अज्ञातवास में जाने के लिए मजबूर होना पड़ा।

अथवा

'जूझ' शीर्षक कहानी के आधार पर बताएँ कि प्रारंभ में लेखक किस तरह कविताएँ लिखा करता था ।

उत्तर : लेखक अपने मास्टर से प्रभावित होकर कविता करने लगा। मास्टर जी ने अपने दरवाजे की मालती लता पर कविता लिखी थी। लेखक ने मालती लता व कविता दोनों देखी थी। इससे लेखक को लगा कि मैं भी अपने खेतों पर, गांव पर, गांव के लोगों पर कविता लिख सकता हूं। अतः भैंस चराते- चराते फसलों पर या जंगली फूलों पर लेखक भी तुकबंदी करने लगा। उन कविताओं को गुनगुनाता और मास्टर जी को दिखाता। लेखक को कविता लिखने की इतनी धुन लगी कि यदि कागज पेंसिल ना होता तो कंकड़ से पत्थर की शिला पर लिख लेता या लकड़ी के टुकड़े से भैंस की पीठ पर लिख लेता कंठस्थ होने पर उसे पोंछ देता।

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