झारखण्ड
शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, राँची
(Jharkhand
Council of Educational Research And Training, Ranchi)
PROJECT
RAIL
(REGULAR
ASSESSMENT FOR IMPROVED LEARNING)
04.11.2023
विषय (sub ) - GEOGRAPHY
कक्षा
(Class) – 11th
समय
( Time ) - 90min.
पूर्णांक
(Marks) -40
सामान्य
निर्देश :-
1.
सभी प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य हैं। (All questions are compulsory)
2.
इस प्रश्न-पत्र में कुल 16 प्रश्न हैं। ( The total no of question is 16. )
3.
वस्तुनिष्ठ प्रश्न के लिए 2 अंक, अति लघु उत्तरीय प्रश्न के लिए 2 अंक, लघु उत्तरीय
प्रश्न के लिए 3 अंक और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न के लिए 5 अंक निर्धारित है। (2 marks
are given for objective question, 2 marks for very short answer question, 3
marks for short answer question and marks for long answer question.)
4.
गलत उत्तर के लिए कोई ऋणात्मक अंक नहीं हैं। ( There is no negative marking for
any wrong answer.)
5.
वस्तुनिष्ठ प्रश्न 1 से 10 के लिए चार विकल्प दिए गए हैं, सही विकल्प (a, b,c,d) का
चयन कर उत्तर पुस्तिका में लिखना है। (Objective question 1 to 10 has four
options, choose the correct option's (a, b, c, d) and write down in the answer
sheet.)
6.
अति लघु उत्तरीय प्रश्न 11 12, लघु उत्तरीय प्रश्न 13 से 14 और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
15 से 16 का उत्तर अपनी उत्तर पुस्तिका में लिखना है। (Write the answers to very
short answer questions 11 to 12 short answer questions 13 to 14, and long
answer questic 15 to 16 in your answer sheet.
7.
परीक्षा की समाप्ति से पहले किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा कक्ष से बाहर जाने की अनुमति
नहीं होगी।(No students shall be allowed to leave the examination hall before
the completion of the exam)
SECTION - A (2x10 = 20 ) (Objective Question )
(1) उस तत्व की पहचान कीजिए जो जलीय चक्र का भाग नहीं है -
(a)
वाष्पीकरण
(b)
वर्षण
(c) जलयोजन
(d)
संघनन
(2) लवणता को प्रति समुद्री जल में घुले हुए नमक की मात्रा से व्यक्त
किया जाता है -
(a)
10 gram
(b)
100 gram
(c) 1,000 gram
(d)
10,000 gram
(3) निम्नलिखित उच्चावचन मण्डल सागरीय बेसिन की विशेषताएँ है -
1.
महाद्वीपीय ढाल
2.
महाद्वीपीय मग्नतट
3. गहरे सागरीय मैदान
4.
महासागरीय गर्त
तट से सागर की ओर जाने पर सही अनुक्रम होता है
(a)
2, 1, 4.3
(b)
1, 2, 4, 3
(c) 2, 1, 3, 4
(d)
1, 2, 3, 4
(4) उच्चतम लवणता मिलती है -
(a)
कैस्पियन सागर में
(b)
मृत सागर में
(c) वॉन झील
(d)
ग्रेट साल्ट झील में
(5) सागैसो सागर स्थित है -
(a)
प्रशान्त महासागर में
(b)
दक्षिणी ध्रुव में
(c)
भूमध्यसागर के पास
(d) अटलांटिक महासागर के मध्य में
(6) वृहत ज्वार के समय सूर्य, चन्द्रमा एवं पृथ्वी की स्थिति होती है
-
(a) एक रेखीय
(b)
आड़ी
(c)
समकोणीय
(d)
कोई नहीं
(7) ज्वार-भाटा के निर्माण के लिए कौन-सा बल उत्तरदायी नहीं है ?
(a)
पृथ्वी की गुरूत्वाकर्षण शक्ति
(b)
सूर्य की गुरूत्वाकर्षण शक्ति
(c)
चन्द्रमा की गुरूत्वाकर्षण शक्ति
(d) कॉरिओलिस बल
(8) स्वेल क्या है ?
(a)
परिवर्तनशील धारा
(b) विकसित तरंग
(c)
सुनामी
(d)
विपरीतगामी लहर
(9) भारत में वन्य जीव सुरक्षा अधिनियम निम्न में से किस वर्ष में पारित
किया गया ?
(a) 1972
(b)
1974
(c)
1976
(d)
1978
(10) जैव-विविधता समृद्ध क्षेत्र है ?
(a) उष्ण कटिबंधीय क्षेत्र
(b)
शीतोष्ण कटिक्षेत्र
(c)
ध्रुवीय क्षेत्र
(d)
महासागरीय क्षेत्र
SECTION B (2x 2 = 4 ) ( Very Short Answer Question )
(11) तरंग या लहर क्या है ?
उत्तर
- सागरीय जल के क्रमिक रूप से उठने व गिरने की क्रिया को तरंग कहा जाता है।
(12) जैव-विविधता क्या है ?
उत्तर-
जैव-विविधता का सम्बन्ध पौधों के प्रकार, प्राणियों तथा सूक्ष्य जीवाणुओं से है, उनकी
आनुवंशिकी और उनके द्वारा निर्मित पारितंत्र से है। संसार में असीमित प्रकार के जीव
है ।
SECTION C (2x3 = 6 ) ( Short Answer Question )
(13) उच्चतादर्शक वक्र क्या है ?
उत्तर
- यह सम्पूर्ण भू-तल के धरातल के सामान्य स्वरूप की रूपरेखा को दर्शानेवाला औसत चक्र
ही उच्चतादर्शक वक्र कहलाता है। इसमें औसत समुद्रतल से ऊँचाई एवं गहराई के सामान्य
स्वरूप को महत्ता दी जाती है ।
(14) हॉटस्पॉट से आप क्या समझते है ?
उत्तर-
ऐसे क्षेत्र जो जैव-विविधता की दृष्टि से अधिक संकट में हैं, उसमें संसाधनों को उपलब्ध
कराने के लिए अन्तर्राष्ट्रीय संरक्षण (IUCN) ने जैव-विविधता हॉट-स्पॉट (Hot spots
) क्षेत्र के रूप में निर्धारित किया गया है।
SECTIOND (2x5 = 10 ) (Long Answer Question )
(15) महाद्वीपीय मग्नतट क्या है ? मानव के लिए इसका क्या महत्व होता
है ?
उत्तर-
महाद्वीपों के चारों ओर सागरीय तट का वह भाग जो जलमग्न है तथा 100 से 100 मीटर तक गहरा
होता है तथा जिसका समुद्र की ओर ढाल प्रवणता 1 या उससे कम होता है, महाद्वीपीय मग्नतट
कहलाता है। यह महाद्वीपों का ही भाग है। महासागरों में इसकी औसत चौड़ाई 80 किमी मानी
जाती है परन्तु जिन तटों के किनारे पर्वत पाए जाते है, वहाँ यह मग्नतट सँकरा होता है।
महाद्वीपीय मग्नतटों की रचना समुद्रतल के ऊपर उठने के कारण होती है। सागरीय अपरदन से
भी इसका निर्माण होता है।
महाद्वीपीय
मग्नतट मानव के लिए अत्यन्त उपयोगी है। यहाँ मछलियों के विशाल भण्डार है। खनिज सम्पदा
की दृष्टि से ये अत्यन्त महत्वपूर्ण है। पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस तथा मँगनीज यहाँ
खनन किए जाने वाले महत्वपूर्ण खनिज हैं।
(16) महासागरीय धाराओं की उत्पति के क्या कारण है ?
उत्तर
- महासागरीय धाराओं की उतपत्ति के कारण -
सागर
का जल हमेशा गतिशील बना रहता है। महासागरों में जल के एक निश्चित दिशा व मार्ग में
होने वाले नियमित प्रवाह को धाराएँ कहते हैं।
(i)
स्थायी पवनें - धरातल पर चलने वाली स्थायी पवनें ही प्रत्यक्ष
और अप्रत्यक्ष रूप से धाराओं को जन्म देती है, क्योंकि विश्व की अधिकांश धाराएँ प्रचलित
पवनों का अनुगमन करती हैं।
(ii)
तापमान में भिन्नता- विषुवत रेखा वर्ष भर सूर्य की किरणें लंबवत्
पड़ती है, इससे महासागरीय जल का तापमान बढ़ जाता है और उसका घनत्व कम हो जाता है। फलतः
विषुवत जलधारा के रूप में जल में गति प्रारंभ हो जाती है।
(iii)
महाद्वीपों का आकार- धाराओं की प्रवाह दिशा पर महाद्वीपों के आकार
तथा बनावट का भी गहरा प्रभाव पड़ता है।
(iv)
जल की लवणता- सागरों का जल खारा होता है। अधिक खारे जल का
घनत्व अधिक हो जाता है। प्रायः कम घनत्व वाले स्थानों से जल अधिक घनत्व वाले स्थानों
की ओर बहता है।
(v) पृथ्वी की परिभ्रमण गति- सागरों में धाराओं का प्रवाह गोलाकार देखा जाता है। धाराओं की यह प्रकृति परिभ्रमण से जुड़ी हुई है। फेरल के नियमानुसार धाराएँ उत्तरी गोलार्द्ध में दायीं ओर तथा दक्षिणी गोलार्द्ध में बायीं ओर मुड़ जाती हैं।
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