History Short Mock Test-2
Full marks-25.
Time:-45 minutes.
Date:-2.12.2023
नोट: सभी प्रश्न का उत्तर अनिवार्य है
प्रश्न संख्या 1 से 16 तक के लिए 1 अंक है
प्रश्न संख्या 17, 18 के लिए दो अंक
प्रश्न संख्या 19 के लिए 5 अंक है
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
1. महाजनपदों की संख्या कितनी थी ?
a.
14
b.12
c. 16
d.
15
2. मगध की प्रारंभिक राजधानी कहां थी?
a.
पाटलिपुत्र
b. राजगृह
c.
वैशाली
d.
इनमें से कोई नहीं
3. अभिलेख के अध्ययन को क्या कहा जाता है ?
a.
मुद्रा शास्त्र
b. अभिलेख शास्त्र
c.
ताम्र शास्त्र
d.
इनमें से कोई नहीं
4. मौर्य वंश की स्थापना किसने की थी ?
a.
चंद्रगुप्त प्रथम
b.
चंद्रगुप्त द्वितीय
c. चंद्रगुप्त मौर्य
d.
समुद्रगुप्त
5. मेगास्थनीज किसके दरबार में आया था?
a.
सेल्यूकस
b. चंद्रगुप्त मौर्य
c.
चंद्रगुप्त प्रथम
d.
इनमें से कोई नहीं
6. इंडिका के लेखक कौन थे ?
a.
विशाखदत्त
b.
चाणक्य
c.
सोमदेव
d. मेगास्थनीज
7. अर्थशास्त्र के लेखक कौन थे ?
a.
अशोक
b. चाणक्य
c.
मेगास्थनीज
d.
इनमें से कोई नहीं
8. अशोक के अधिकांश अभिलेख किस भाषा में है।
a.
ब्राह्मी
b.
आर्माइक
c. प्राकृत
d.
हिंदी
9. बंगाल में एशियाटिक सोसाइटी का गठन कब हुआ ?
a.1783
b.1785
c. 1784
d.
1781
10. अरबों ने सिंध का विजय कब किया ?
a.710
ई
b.712 ई
c.711
ई
d.
713 ई
11. अशोक के कलिंग विजय का उल्लेख किस अभिलेख में मिलता है?
a.
12वां
b.13 वां
c.
14 वां
d.
15वा
12. किसके अभिलेख में भूमि दान का उल्लेख मिलता है ?
a.
अशोक
b.
रुद्रदमन
c. प्रभावती गुप्त
d.
इनमें से कोई नहीं
13. प्रयाग प्रशस्ति के लेखक कौन थे ?
a.
समुद्रगुप्त
b.
चंद्रगुप्त
c. हरि सेन
d.
चाणक्य
14. आहत सिक्का ( पंचमार्क सिक्का) का प्रयोग कब आरंभ हुआ ?
a.540
ईसवी पूर्व
b. 600 ईसवी पूर्व
c.700
ईसवी पूर्व
d.
इनमें से कोई नहीं
15. अशोक के अभिलेख को सर्वप्रथम किसने पढ़ा था ?
a.
कनिंघम
b.
के टेलर
c. जेम्स प्रिंस
d.
इनमें से कोई नहीं
16. भारत का नेपोलियन किसे कहा जाता है ?
a.
राम गुप्त
b.
कुमार गुप्त
c. समुद्रगुप्त
d.
चंद्रगुप्त
लघु उत्तरीय प्रश्न
17. अभिलेख से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर-
अभिलेख उन्हें कहते हैं जो पत्थर धातु या मिट्टी के बर्तन जैसी कठोर सतह पर खुदे
होते हैं
18 अशोक का अभिलेख किन-किन भाषाओं में पाया गया है ?
उत्तर-
अशोक के अभिलेख अधिकांशत तीन भाषाओं में लिखे गए हैं प्रकृति यूनानी और आरामाइक ।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
19. मगध महाजनपद के शक्तिशाली महाजनपद के रूप में उदय के कारणों का
वर्णन करें।
उत्तर-
छठी शताब्दी ईसा पूर्व 16 राज्यों का उदय हुआ जिन्हें महाजनपद के रूप में जाना
जाता है। इसमें से वज्जि, मगध, कौशल, कुरु, पांचाल और अवंति सबसे महत्वपूर्ण
महाजनपद थे। इन महाजनपद में से मगध धीरे-धीरे एक शक्तिशाली महाजनपद के रूप में
उभरता चला गया।
मगध
के उत्कर्ष के कई कारण थे-
भौगोलिक
स्थिति - मगध अपनी विशिष्ट भौगोलिक की स्थिति के
कारण यह चारों ओर से सुरक्षित थी उत्तर में गंगा नदी, पूर्व में सोन नदी, पश्चिम
में चंपा नदी तथा दक्षिण में विंध्याचल इसकी भौगोलिक सुरक्षा सीमा निर्मित करती
थी।
प्राकृतिक
संसाधन - राजगीर के पास लोहे के विशाल भंडार थे
जिससे अस्त्र-शस्त्रों का निर्माण सुगम हुआ। मगध में कोयले के भंडार भी मिले हैं
जो की आधुनिक झारखंड में है।
आर्थिक
कारण - मध्य गंगा के मैदान मध्य भाग में स्थित
होने के कारण मगध राज्य की भूमि उपजाऊ थी। जिससे उत्पादन बढ़ा और परिणाम स्वरुप
व्यापार में वृद्धि हुई। इस प्रकार मगध महाजनपद आर्थिक दृष्टिकोण से संपन्न हुई ।
शक्तिशाली
शासक - बिम्बिसार, अजातशत्रु एवं महापदमनंद जैसे
प्रतापी राजाओं ने मगध महाजनपद को सर्व शक्तिशाली स्वरुप प्रदान किया। मगध प्रथम
राज्य था जिसके पास शक्तिशाली हाथी सेना भी थी।
इस प्रकार हम पाते हैं कि मगध साम्राज्य के उत्कर्ष के लिए विभिन्न परिस्थितियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ऐसी परिस्थितियों अन्य महाजनपद में नहीं थी। जिसके कारण मगध के समानांतर विकास नहीं कर सकी ।