रिजर्व बैंक के कार्य (Functions of the Reserve Bank)
प्रश्न - देश के केन्द्रीय बैंक के रूप में
रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के मुख्य कार्यों का वर्णन कीजिए?
उत्तर - भारत का केंद्रीय बैंक रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया है जिसकी
स्थापना 1 अप्रैल 1935 ई को की गई। इसके पूर्व केंद्रीय बैंक का कार्य इंपीरियल
बैंक करता था लेकिन उसके कार्य संतोषप्रद नहीं थे। सन् 1927 ई० में
हिल्टन यंग कमीशन ने भारत के केन्द्रीय बैंक के रूप में रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया की
स्थापना की सिफारिश की थी। अन्त में 1934 ई० में रिजर्व बैंक ऑफ
इण्डिया ऐक्ट पास किया गया जिसके फलस्वरूप 1935 ई० में रिजर्व बैंक
की स्थापना हुई। 1 जनवरी 1949 ई० में इसका राष्ट्रीयकरण कर लिया गया और इसका पूर्ण नियंत्रण एवं स्वामित्व
सरकार के हाथो में चला गया।
बैंक के प्रत्येक क्षेत्र जैसे - बम्बई कलकत्ता मद्रास एवं दिल्ली में स्थानीय
प्रबन्ध के लिए चार स्थानीय बोर्ड है। प्रत्येक स्थानीय बोर्ड में 5 सदस्य है जिन्हें केन्द्रीय
सरकार वर्षो के लिए नियुक्त करती है। स्थानीय बोर्ड केन्द्रीय बोर्ड को सलाह
देते है तथा उसके द्वारा सौंपे गये कार्यो का सम्पादन करते है। रिजर्व बैंक
का मुख्य कार्यालय बम्बई में है।
रिजर्व बैंक के कार्य -
रिजर्व बैंक के कार्यों को मुख्यतः दो वर्गो में विभाजित
किया जा सकता है -
(A) केन्द्रीय बैंकिंग सम्बन्धी कार्य
रिजर्व बैंक के केन्द्रीय बैंकिंग सम्बन्धी कार्य
निम्नलिखित है:-
(1) पत्र-मुद्रा जारी करना- देश में एक
रुपये के नोट को छोड़कर अन्य सभी नोटों को जारी करने का एकमात्र अधिकार रिजर्व
बैंक को है। नोट जारी करने का काम रिजर्व बैंक का निर्गम विभाग करता है । नोटों के
भुगतान के लिए रिजर्व बैंक के गवर्नर द्वारा प्रतिज्ञा की जाती है फिर भी जनता का
विश्वास बनाये रखने के लिए इस बैंक को अपने खजाने में कम से कम 200 करोड़
रुपये का कोष अवश्य रखना पड़ता है। इसमे 115 करोड़ रुपये का सोना होना आवश्यक है।
शेष कोष रिजर्व बैंक विदेशी प्रतिभूतियो के रूप में रख सकता है।
(2) सरकार के बैंकर के रूप में कार्य करना - रिजर्व
बैंक सरकार के बैंकर के रूप में कार्य करता है। इस सम्बंध में इसके निम्नलिखित
कार्य है:-
i. केन्द्रीय
तथा राज्य सरकारों की जमा अपने पास रखने तथा उसके आदेशानुसार भुगतान करता है। जमा
रकम पर ब्याज नही दिया जाता है।
ii. यह सरकार के लिए सार्वजनिक ऋण
प्राप्त करने की व्यवस्था करता है।
iii. यह सरकारी प्रतिभूतियो का क्रय-विक्रय करता है तथा विदेशी विनिमय
का प्रबन्ध करता है।
iv. रिजर्व बैंक सरकार को अल्पकालीन ऋण देता है जिसे 'Ways
and Means Advanced कहा जाता है।
v. रिजर्व बैंक सरकारी करो से प्राप्त रकम को एकत्रित करने
तथा कोषों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजने का काम करता है।
(3) बैंको
का बैंक - रिजर्व बैंक ऑफ इण्डिया देश के अन्य बैंको के प्रति बैंक का कार्य करता
है। बैंकों के बैंक के रूप में रिजर्व बैंक अन्य बैंकों के प्रति वह सब कार्य करता
है जो कोई बैक अपने ग्राहको के प्रति करता है।
(4) विनिमय दर में स्थिरता रखना - रिजर्व
बैंक रूपये की विनिमय दर में स्थिरता बनाये रखने का काम करता है। इसके लिए वह
विदेशी विनिमय की खरीद बिक्री करता है। युद्धकालीन तथा अन्य परिस्थितियों में
रिजर्व बैंक रुपये के बाह्य मूल्य में स्थायित्व लाने के लिए सरकारी नीति के
अनुसार विभिन्न तरीको द्वारा विनिमय नियंत्रण का भी काम करता है।
(5) सारव नियंत्रण - रिजर्व
बैंक देश मे सारव नियंत्रण का भी कार्य करता है। इसके लिए वह साख नियंत्रण के
परिमाणात्मक एवं गुणात्मक तरीके अपनाता है।
(6) समाशोधन गृहों की व्यवस्था - बैंकों
के कार्यों को सुचारू रूप से चलाने के लिए रिजर्व बैंक समाशोधन - गृहों की
व्यवस्था करता है। कुछ स्थानो पर रिजर्व बैंक स्वयं समाशोधन गृहो का कार्य करता है
और शेष स्थानो में वह स्टेट बैंक द्वारा इसकी व्यवस्था करवाता है।
(7) कृषि वित्त की व्यवस्था - रिजर्व
बैंक कृषि वित्त के लिए एक अलग विभाग की स्थापना करता है जिसे कृषि साख विभाग कहते
है। इस विभाग के निम्नलिखित कार्य है:-
i. कृषि
के लिए साख की व्यवस्था करना
ii. कृषि
साख से सम्बन्धित समस्याओं के बारे में अनुसंधान करना।
iii. कृषि साख के संबंध में रिजर्व बैंक, राज्य सरकारी
बैंक एवं अन्य बैंकों की क्रियाओ में समन्वय स्थापित करना।
(8) औधोगिक
वित्त की व्यवस्था - रिजर्व बैंक औधोगिक वित्त की व्यवस्था करने का भी कार्य
करता है। इसके लिए वह औधोगिक वित्त प्रदान करने वाली विभिन्न संस्थाओं की स्थापना
में सक्रिय सहयोग देता है। इन संस्थाओ में औधोगिक वित्त निगम, राज्य वित्त निगम,
औधोगिक विकास बैंक आदि के नाम उल्लेखनीय है।
(9) बैंकिंग सम्बन्धी प्रशिक्षण- रिजर्व बैंक
बैंकिंग सम्बंधी प्रशिक्षण की भी व्यवस्था करता है। इसके लिए उसने देश में
ट्रेनिंग कॉलेज खोल रखे है।
(10) आर्थिक सूचनाएं एवं आंकडे एकत्र करना तथा उन्हें
प्रकाशित करना- रिजर्व बैंक देश के विभिन्न आर्थिक सूचनाएं एकत्र करने,
उनपर अनुसंधान करने तथा उन्हें प्रकाशित करने का भी काम करता है। रिजर्व बैंक
मुद्रा को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजने का भी काम करता है।
(B) साधारण बैंकिंग सम्बन्धी कार्य :-
रिजर्व बैंक के साधारण बैंकिंग सम्बन्धी कार्य निम्नलिखित
हैं :-
(1) जमा स्वीकार करना- रिजर्व बैंक
केन्द्रीय सरकार, राज्य सरकारों, बैंको तथा अन्य संस्थाओं से जमा स्वीकार करता है
लेकिन उन पर व्याज नहीं देता। यह निजी व्यक्तियों से जमा स्वीकार नही करता ।
(2) ऋण देना- रिजर्व बैंक केन्द्रीय सरकार तथा राज्य सरकारो को मांग पर
भुगतान किया जाने वाला ऋण तथा अधिक से अधिक 90 दिन
की अवधि के लिए ऋण देता है। यह निजी व्यक्तियों को ऋण नहीं देता।
(3) ऋण लेना- यदि रिजर्व बैंक चाहे तो भारत के किसी अनुसूचित बैंक अथवा
किसी विदेशी केन्द्रीय बैंक से ऋण ले सकता है। इसके लिए शर्त यह है कि यह ऋण 30
दिनों से अधिक की अवधि के लिए नयी होगा तथा इसकी रकम रिजर्व बैंक की हिस्से पूँजी
से अधिक नहीं होनी चाहिए।
(4) व्यापारिक
एवं वाणिज्यिक बिलो का क्रय विक्रय करना- विनिमय बिलों का क्रय-विक्रय
भारतीय रिज़र्व बैंक व्यापारिक बिलों का क्रय-विक्रय व उनकी कटौती का कार्य करता
है, लेकिन उनकी परिपक्वता अवधि 90 दिन से कम होनी चाहिए।
(5) कृषि बिलों का क्रय-विक्रय- रिजर्व बैंक भारत में लिखे गये अधिक
से अधिक 15 महीनो की अवधि के कृषि बिलों का क्रय विक्रय करता है तथा उनकी पुनः कटौती
भी करता है।
(6) विदेशी प्रतिभूतियो का क्रय विक्रय- रिजर्व बैंक भारत के
बाहर दूसरे देशों के उन प्रतिभूतियो की भी खरीद बिक्री कर सकता है जिनका भुगतान खरीदने
की तारीख से 10 वर्षों के अन्दर हो जाता है।
(7) बहुमूल्य धातुओं का क्रय विक्रय - रिजर्व बैंक सोना-चाँदी
तथा सोने के सिक्को की भी खरीद बिक्री करता है।
(8) सरकारी प्रतिभूतियो का क्रय विक्रय- रिजर्व बैंक केन्द्रीय
तथा राज्य सरकारों की प्रतिभूतियों का भी क्रय विक्रय करता है
(9) बैंक ड्राफ्ट जारी करना- रिजर्व बैंक अपनी शाखाओं पर बैंक
ड्राफ्ट भी जारी करता है।
(10) विदेशी केन्द्रीय बैंको एवं संस्थाओं से व्यवहार- रिजर्व
बैंक अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के सदस्य राष्ट्रों के केन्द्रीय बैंको मे
खाता खोल सकता है, उनसे एजेन्सी का सम्बन्ध स्थापित कर सकता है, उनके एजेन्ट के रूप में कार्य कर सकता है तथा अन्तर्राष्ट्रीय बैंक के
साथ लेन-देन कर सकता है।
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