प्रकट अधिमान सिद्धांत (Revealed preference Theory)
प्रश्न - प्रकट अधिमान
सिद्धांत की सहायता से उपभोक्ता के संतुलन की व्याख्या कीजिए ? → प्रकट अधिमान सिद्धांत या माँग का उद्घाटित
अधिमान सिद्धांत की आलोचनात्मक समीक्षा कीजिए ? → प्रो. सैम्युलसन ने प्रकट अधिमान सिद्धांत
से किस प्रकार माँग के नियम का व्युत्पादन किया है? व्याख्या करें → कोई वस्तु (सरल या संयुक्त) जिसकी माँग में
केवल मौद्रिक आय मे वृद्धि से सर्वदा वृद्धि होती है, तो केवल मूल्य में वृद्धि
होने से उस वस्तु की माँग निश्चित रूप से संकुचित होगी। व्याख्या करे? उत्तर - उपभोक्ता के व्यवहार के उद्घाटित या प्रकट अधिमान सिद्धांत
का प्रतिपादन 1948 मे सुप्रसिद्ध अमेरिकी अर्थशास्त्री सैम्युलसन ने अपनी पुस्तक
'Foundation of Economic Analysis' में किया है। मार्शल के उपयोगिता विश्लेषण तथा
हिक्स एवं एलेन के तटस्थता वक्र विश्लेषण में अनेक त्रुटियाँ है जिनके चलते उन्हें
उपभोक्ता के व्यवहार के विश्लेषण का सही सिद्धांत नहीं माना जा सकता। मार्शल का
उपयोगित विश्लेषण उपयोगिता की संख्यात्मक माप की धारणा पर आधारित है लेकिन
अर्थशास्त्रियों का विचार है कि उपयोगिता की संख्यात्मक माप नहीं की जा सक…