प्रो. बॉमोल का बिक्री अधिकतम सिद्धांत (Baumol's Sales Maximisation Model)
प्रो. बॉमोल का बिक्री अधिकतम सिद्धांत (Baumol's Sales Maximisation Model)
प्रश्न -
प्रो. बॉमोल का बिक्री अधिकतम मॉडल का आलोचनात्मक व्याख्या करे? उत्तर - प्रो .
बॉमोल का कहना है कि किसी भी
फर्म का अन्तिम उद्देश्य लाभ को नहीं बल्कि बिक्री को अधिकतम करना होता है। उनका
विचार है कि फर्म अपनी बि क्री को इसलिए
बढ़ाने का प्रयत्न नहीं करती कि वे अपनी परिचालन कुशलता तथा लाभों के उद्देश्यों
को प्राप्त करना चाहती है, बल्कि एक व्यापारी के लिए "बिक्री स्वयं में एक
उद्देश्य बन गई है " । बिक्री-अधिकतम से बॉमोल का तात्पर्य बिक्री की भौतिक
मात्रा को अधिकतम करने से नहीं बल्कि बिक्री से प्राप्त कुल आय से है। प्रो. डब्ल्यू. जे. बॉमोल 1958 में प्रकाशित पुस्तक
" O n the Theory of Oligopoly, Economics,
new Series" में
लिखते है कि " मेरी परिकल्पना है कि अल्पाधिकारी विशिष्ट रूप से न्यूनतम लाभ प्रतिबन्ध की
शर्ते के साथ अपनी बि क्री को अधिकतम
करने का प्रयत्न, करते है। न्यूनतम उचित स्वीकार्य लाभ के स्तर का निर्धारण एक
प्रमुख विश्लेषणात्मक समस्या है तथा मै यहाँ केवल यही सुझाव दूंगा कि यह
दीर्घकालीन तथ्यो द्वारा निर्धारित किया जाता है। लाभ इतना अधिक अवश् य होना चाहिए जो वर्तमान…