झारखण्ड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, राँची
PROJECT RAIL (05.08.2025) GENERAL SCHOOL
कक्षा – 11 विषय - Geography
समय-1 घण्टा
पूर्णांक -20
सामान्य निर्देश :
1. इस प्रश्न-पत्र में कुल 12 प्रश्न हैं। सभी प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य हैं।
2. प्रश्न के प्रकार एवं अंक :
प्रश्न 1 से 6 - वस्तुनिष्ठ प्रश्न 6x1=6
प्रश्न 7 से 10 - लघु उत्तरीय प्रश्न 4x2 = 8
प्रश्न 11 एवं 12 - दीर्घ उत्तरीय प्रश्न 2x3=6
3. प्रश्न संख्या 1 से 6 बहुविकल्पीय प्रकार के हैं। 6 बहुविकल्पीय प्रश्नों में से 2 प्रश्न योग्यता आधारित प्रश्न हैं। प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का है। बहुविकल्पीय प्रकार के प्रश्न 1 से 6 के लिए चार विकल्प दिए गए है, सही विकल्प (a, b, c, d) का चयन कर उत्तर पुस्तिका में लिखना हैं।
4. परीक्षा की समाप्ति से पहले किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा कक्ष से बाहर जाने की अनुमति नहीं होगी।
SECTION - A (6x1=6) (वस्तुनिष्ठ प्रश्न)
(1) निम्नलिखित में से किस ग्रीक विद्वान ने भूगोल शब्द का प्रयोग किया?
(A)
हिरोड़ोट्स
(B) इरेटोस्थोनिज
(C) गैलेलियो
(D)
अरस्तू
(2) निम्न से कौन सा तत्व वर्तमान वायुमंडल के निर्माण व संशोधन में
सहायक नहीं है?
(A)
सौर पवन
(B)
गैस उत्सर्जन
(C) विभेदन
(D)
प्रकाश संश्लेषण
(3) निम्नलिखित में से कौन सा प्रकोप भूकंप के प्रभाव को दर्शाता है?
(A)
सुनामी
(B)
हिमस्खलन
(C)
धरातलीय विस्थापन
(D) इनमे से सभी
(4) 'महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धांत' किस विद्वान द्वारा दिया गया था?
(A)
एडमंड हेस
(B)
मैक्केंजी पारकर
(C) अल्फ्रेड वेगनर
(D)
अब्राहम आरटेलियस
(5) धरातल पर अपरदन के माध्यम से उच्चावच के मध्य अंतर कम होने वाली
क्रिया को कहते हैं?
(A)
अपक्षय
(B) ताल संतुलन
(C)
पटल विरूपण
(D)
Mass movement (बृहत् संचलन)
(6) 'V' आकार की घाटी
का निर्माण अपरदन के किस दूत के करण होता है?
(A)
हिमानी
(B)
समुद्री तरंग
(C) कार्स्ट
(D) नदी
SECTION - B (2X4=8) SHORT ANSWER QUESTION
(7) प्रकाश वर्ष से आप क्या समझते हैं?
उत्तर - प्रकाश वर्ष दूरी का माप है। एक वर्ष में प्रकाश जितना तय करेगा, वह
एक प्रकाश वर्ष होगा। यह 9.46X 1012 Km
(8) भू-गर्भ की जानकारी के लिए अप्रत्यक्ष साधनो के नाम बताइए ।
उत्तर - अप्रत्यक्ष साधनो के नाम निम्नलिखित हैः-
i) तापमान
ii) दबाव
iii) उल्काएँ
iv) गुरुत्वाकर्षण
v) च्म्बकीय क्षेत्र
vi) घनत्व
vii) भूकंप
(9) अपक्षय तथा अपरदन में क्या अंतर है?
उत्तर - अपक्षय तथा अपरदन में निम्नलिखित अंतर है-
i) अपक्षय स्थैतिक क्रिया है जबकि अपरदन गतिशील क्रिया है।
ii) अपक्षय में टूट-फूट की क्रिया होतिया है जबकि अपरदन में घर्षण की क्रिया
होती है।
iii) अपक्षय के तीन प्रकार होते हैं (भौतिक, रसायनिक तथ जैविक) जबकि अपरदन के
पांच दूत (नदी, हिमानी, कार्स्ट, पवन तथा समुद्री तरंग) होते हैं।
(10) बरखान किसे कहते हैं?
उत्तर - उष्ण शुष्क मरुस्थल में नव-चंद्राकार बालू के टिब्बे जिनकी भुजाएं
पवनों की दिशा में निकली होती है, बरखान कहलाते हैं।
SECTION - C (3X2=6) LONG ANSWER QUESTION
(11) पृथ्वी की आन्तरिक संरचना के बारे में बतलाएं ।
उत्तर - पृथ्वी की आतंरिक संरचना को मुख्यतः तीन भागों में विभाजित किया गया
है-
ⅰ) भू-पर्पटी (क्रस्ट)- यह पृथ्वी की सबसे बाहरी परत है। इसकी मोटाई महाद्वीपों
में ज्यादा और महासागरों में कम होती है।
ii) मेण्टल - यह भू-पर्पटी के नीचे स्थित परत है जिसकी गहराई 2900Km तक होती है। यह मैग्मा
का स्रोत है।
iii) कोर- यह
मेण्टल के नीचे स्थित परत है। यहाँ पर तापमान तथा दबाव सर्वाधिक होता है।
(12) मृदा निर्माण के कौन-कौन से करक हैं?
उत्तर - मृदा निर्माण के निम्नलिखित करक हैं-
i) मूल पदार्थ
ii) स्थलाकृति
iii) जलवायु
iv) जैविक क्रियाएं
v) समय
PROJECT RAIL (07.10.2025
SECTION - A (6x1=6) (Objective questions)
1. निम्नलिखित में से ग्रीनहाउस प्रभाव के लिये उत्तरदायी गैस कौन सी
है ?
(A)
आक्सीजन
(B) कार्बन डाई आक्साइड
(C)
नाइट्रोजन
(D)
हीलियम
2. वायुदाब का मापन किस यन्त्र से किया जाता है?
(A)
थर्मामीटर
(B)
एनिमोमीटर
(C) बैरोमीटर
(D)
इनमें से कोई नहीं
3. जलवाष्प का जल के रूप में बदलना क्या कहलाता है ?
(A) संघनन
(B)
वाष्पीकरण
(C)
उर्ध्वपातन
(D)
वाष्पोत्सर्जन
4. भू-विक्षेपी पवन निम्न में से किन कारकों द्वारा नियंत्रित होती
है?
(A)
दाब प्रवणता तथा घर्षण बल
(B)
घर्षण बल तथा कोरियालिस बल
(C)
दाब प्रवणता, घर्षण बल तथा कोरियालिस बल
(D) दाब प्रवणता, तथा कोरियालिस बल
5. निम्नलिखित दोनों कथनों पर विचार करें तथा सही विकल्प का चयन करें-
कथन-
।: पृथ्वी को सूर्य से प्राप्त ऊष्मा तथा पृथ्वी द्वारा खर्च की गई ऊष्मा बराबर होती
है।
कथन
- II: सूर्य से सम्पूर्ण धरातल पर एक समान ऊष्मा प्राप्त होती है।
विकल्पः
(A) कथन । सही है तथा कथन ।। गलत है
(B)
कथन - II सही है तथा कथन । गलत है
(C)
दोनों कथन सही है
(D)
दोनों कथन गलत है
6. नीचे दो कथन दिये गये है- ये अभिकथन (A) और कारण (R) हैं। दोनों
को ध्यानपूर्वक पढ़िए और सही विकल्प का चयन कीजिए।
अभिकथन
(A): विषुवत वृत्त पर उष्णकटिबंधीय चक्रवात नहीं बनते ।
कारण
(R) : विषुवत वृत्त पर कोरियालिस बल शुन्य होता है।
विकल्पः
(A) (A) एवं (R) दोनों सही है तथा (R), (A) की सही व्यख्या है।
(B)
(A) एवं (R) दोनों सही है तथा (R), (A) की सही व्यख्या नहीं है।
(C)
(A) सही है किन्तु (R) गलत है।
(D)
(A) गलत है किन्तु (R) सही है।
SECTION - B (4x2=6) (Short answer questions)
7. मौसम एवं जलवायु में क्या अंतर है? इनके प्रमुख तत्वों के नाम लीखिए
।
उत्तर - लघु समयावधि के अंतर्गत (दिन, सप्ताह या महीना)
किसी स्थान की वायुमंडलीय दशाओं का योग मौसम कहलाता है जबकि लम्बी समयावधि (30
वर्ष से अधिक) में मौसम संबंधी दशाओं के औसत रूप को जलवायु कहा जाता है ।
मौसम एवं जलवायु के तत्व एक ही है सिर्फ समयावधि का अंतर है
| ये तत्व है -तापमान, वायुदाब, पवन, आर्द्रता, बादल तथा दृश्यता इत्यादि |
8. उपसौर एवं अपसौर क्या है? यह पृथ्वी को
प्राप्त होने वाली सूर्यातप की मात्रा को किस प्रकार प्रभावित करता हैं ?
उत्तर - पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा दीर्घवृत्ताकार पथ पर
करती हुई 4 जुलाई को सूर्य से सर्वाधिक दूरी (15.2 करोड़ किमी) पर होती है, यह
स्थिति अपसौर कही जाती है। इसी प्रकार 3 जनवरी को पृथ्वी सूर्य से सबसे निकट (14.7
करोड़ किमी) होती है, यह स्थिति उपसौर कही जाती है।
पृथ्वी को प्राप्त वार्षिक सूर्यातप 3 जनवरी को 4 जुलाई की
अपेक्षा अधिक होता है । 4 जुलाई को उत्तरी गोलार्ध में ग्रीष्मकाल होता है जबकि
दक्षिणी गोलार्ध में शीतकाल | अपसौर की स्थिति में उत्तरी गोलार्ध में गर्मी की
तीव्रता 7 प्रतिशत कम हो जाती है तथा दक्षिणी गोलार्ध में शीतकाल की तीव्रता 7
प्रतिशत अधिक हो जाती है | इसी प्रकार उपसौर की स्थिति भी दोनों गोलार्धो के
शीतकाल एवं ग्रीष्म काल की तीव्रता को प्रभावित करती है।
9. उष्णकटिबंधीय चक्रवात क्या है? इनके
उत्पत्ति एवं विकास की अनुकूल स्थितियाँ कौन सी है?
उत्तर - उष्णकटिबंधीय चक्रवात, भूमध्यरेखा के उत्तर या
दक्षिण कम से कम 5-30 डिग्री अक्षांश पर गर्म महासागरों में विकसित होते है तथा
पश्चिम की ओर चलकर महाद्वीपों के पूर्वी तट को प्रभावित करते है | तट से आगे
स्थलीय भागों में प्रवेश करते ही कमजोर पड़ने लगते है और नष्ट हो जाते है | इनकी
उत्पत्ति एवं विकास की अनुकूल स्थितियाँ निम्न है -
I. बृहद समुद्रीय
सतह, जहाँ तापमान 27 °C से ज्यादा हो | गर्म जल संघनन की गुप्त ऊष्मा का स्रोत है
जो, चक्रवात को उर्जा प्रदान करता है और नम वायु को ऊपर उठाने में मदद करता है।
II. कोरियालिस बल उपस्थित होना आवश्यक है | यह चक्रवात को
चक्राकार घुमाने में मदद करता है।
III. उर्ध्वाधर पवनों की गति में में अंतर कम होना चाहिये |
चक्रवात के ढांचे को बनाये रखने के लिये जरुरी है ।
IV. समुद्र तल पर निम्न दाब क्षेत्र (चक्रवातीय परिसंचरण)
चक्रवात के प्रारंभ होने के लिये आवश्यक है ।
V. समुद्र तल पर उपरी अपसरण चक्रवात के बने रहने के लिये
आवश्यक है
10. सापेक्षिक आर्द्रता की व्याख्या कीजिए ।
उत्तर - किसी निश्चित आयतन एवं तापमान वाली वायु में उपस्थित वास्तविक
जलवाष्प (निरपेक्ष आर्द्रता) तथा उस वायु की अधिकतम जलवाष्प धारण क्षमता (आर्द्रता
सामर्थ्य) के अनुपात को सापेक्षिक आर्द्रता कहते है | इसे सामान्यतया प्रतिशत में व्यक्त
किया जाता है ।
सापेक्षिक आर्द्रता = (निरपेक्ष आर्द्रता
/ आर्द्रता सामर्थ्य)×100
इसमें परिवर्तन दो प्रकार से होता है
-
I. वाष्पीकरण द्वारा अतिरिक्त जलवाष्प मिल जाये तो सापेक्षिक
आर्द्रता बढ़ जायेगी |
II. तापमान कम हो जाये तो वायु की जलवाष्प
धारण क्षमता घटने से भी सापेक्षिक आर्द्रता बढ़ जायेगी | यदि वायु किसी निश्चित तापमान पर अपनी
जलवाष्प धारण क्षमता के बराबर नमी धारण किये हुये है तो इस हवा को संतृप्त हवा का जाता
है। संतृप्त हवा की सापेक्षिक आर्द्रता 100 प्रतिशत होती है | सापेक्षिक आर्द्रता पर
वर्षण की संभावना निर्भर करती है। अधिक प्रतिशत वर्षण की संभावना तथा कम प्रतिशत शुष्क
मौसम का संकेत है।
SECTION - C (2x3=6) (Long answer questions)
11. वायुमंडल की संरचना का चित्र खीचें तथा क्षोभ
मंडल की प्रमुख विशेषताओं का विवरण दीजिए।
उत्तर - वायुमंडल की संरचना का चित्र
क्षोभमंडल वायुमंडल की सबसे निचली परत
है, जो पृथ्वी की सतह से शुरू होकर औसतन 13 किलोमीटर की ऊंचाई तक फैली हुई है। इसकी
प्रमुख विशेषताएं निम्न हैं-
1. ऊंचाई: क्षोभमंडल की ऊंचाई भूमध्य रेखा पर लगभग 18 किलोमीटर और ध्रुवों पर 8 किलोमीटर
होती है। ग्रीष्मकाल में इसकी ऊँचाई बढ़ जाती है और शीत काल में कम हो जाती है।
2. तापमानः ऊंचाई के साथ तापमान सामान्य ताप पतन दर (प्रत्येक 165 मीटर पर 1°C) से घटता है।
क्षोभसीमा पर यह लगभग -50°C तक पहुंच जाता है। कुछ विशेष दशाओं में निचले क्षोभमंडल
में ऊँचाई के साथ तापमान में वृद्धि भी हो सकती है, यह स्थिति तापीय प्रतिलोमन कही
जाती है।
3. वायुदाबः क्षोभमंडल में वायुदाब ऊंचाई के साथ घटता जाता है।
4. मौसमः क्षोभमंडल वह परत है जहां मौसम की सभी घटनाएं होती हैं, जैसे बादल बनना, वर्षा,
ओस, ओला, कुहरा, हवाएं चलना इत्यादि ।
5. द्रव्यमानः क्षोभमंडल में वायुमंडल का लगभग 75-80% द्रव्यमान मौजूद है।
6. संवहनः क्षोभमंडल में ऊर्ध्वाधर मिश्रण और संवहन होता है। गर्म हवा ऊपर उठती है और ठंडी
हवा नीचे उतरती है। यह प्रक्रिया तापमान को विनियमित करने में मदद करती है।
7. जलवाष्पः क्षोभमंडल में अधिकांश जलवाष्प मौजूद होता है, जो बादलों और वर्षा के लिए आवश्यक
है।
8. क्षोभसीमाः क्षोभमंडल एक परत से अलग होता है जिसे क्षोभसीमा कहा जाता है।
यह वह बिंदु है जहां तापमान घटना बंद हो जाता है और फिर समतापमंडल (stratosphere) में
बढ़ना शुरू हो जाता है।
9. जैविक क्रियाः मानव सहित समस्त जीवों एवं वनस्पतियों का अस्तित्व इस मंडल
में होने वाली मौसमी घटनाओं के कारण संभव हो पाता है।
12. तापमान के वितरण को प्रभावित करने वाले
कारक कौन-कौन से है? वर्णन कीजिए।
उत्तर - किसी भी स्थान का तापमान निम्नलिखित कारकों द्वारा प्रभावित
होता है -
1. अक्षांशः भूमध्य रेखा के पास के क्षेत्रों में
सूर्य की किरणें सीधी पड़ती हैं, जिससे तापमान अधिक होता है। जैसे-जैसे हम ध्रुवों
की ओर बढ़ते हैं, सूर्य की किरणें तिरछी होती जाती हैं, जिससे तापमान कम होता जाता
है।
2. ऊंचाई: चूँकि वायुमंडल पार्थिव विकिरण द्वारा
नीचे से ऊपर गर्म होता है अतः ऊंचाई बढ़ने के साथ तापमान घटता है। समुद्र तल से
1000 मीटर की ऊंचाई पर तापमान लगभग 6.5 डिग्री सेल्सियस कम हो जाता है।
3. समुद्र से दूरीः जल, स्थल खंड की अपेक्षा धीरे-धीरे
गर्म होता है और धीरे-धीरे ठंडा होता है अतः समुद्र के समीपवर्ती क्षेत्रों में तापान्तर
कम मिलता है | समुद्र से दूर के भागों में तापांतर अधिक हो जाता है |
4. वायुमंडलीय परिसंचरणः समस्त ग्रहीय हवाएं, वायु राशियाँ
तथा स्थानीय पवनें तापमान का मिश्रण कर इसके वितरण को प्रभावित करती है | गर्म हवा
के द्रव्यमान वाले क्षेत्र उच्च तापमान का अनुभव करते हैं, जबकि ठंडी हवा के द्रव्यमान
वाले क्षेत्र कम तापमान का अनुभव करते हैं।
5. महासागरीय धाराएँ: गर्म महासागरीय धाराएँ तटीय क्षेत्रों
के तापमान को बढ़ाती हैं, जबकि ठंडी धाराएँ तापमान को कम करती हैं।
6. अन्य कारक : बादल, वायुमंडल की पारदर्शिता, वनस्पति, स्थलाकृति, और भूमि उपयोग इत्यादि भी तापमान को प्रभावित कर सकते हैं।