पुरानी
पेंशन योजना - सरकारी कर्मियों ने
निकाली आभार यात्रा, बोले हेमंत सोरेन
राज्य के कर्मचारियों को बोनस भी देगी सरकार
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि राज्य के
सभी वर्ग-समुदाय के लोगों को हमारी सरकार से काफी अपेक्षाएं हैं। हरेक
वर्ग-सामुदाय की समस्याओं का निदान करने का कार्य हमारी सरकार कर रही है। हमारी
सरकार की ताकत राज्य की सवा तीन करोड़ जनता है। प्रत्येक राज्यवासी के चेहरे पर
मुस्कान हो इस उद्देश्य के साथ राज्य सरकार योजनाबद्ध तरीके से झारखंड को आगे
बढ़ाने का काम रही है। वर्तमान सरकार ने राज्य सरकार के कर्मियों को पुरानी पेंशन
योजना की सौगात दी है। आप सभी कर्मी सरकार के अभिन्न अंग हैं। आप अपने भविष्य की
चिंता न करें बल्कि राज्य की सवा तीन करोड़ जनता की चिंता करें। आपके भविष्य की
चिंता राज्य सरकार कर रही है।
आप सभी सरकार के कर्मी राज्य के सर्वांगीण विकास
में अपना पूरा योगदान समर्पित तथा निस्वार्थ भाव से दें। जब आप राज्य सरकार के साथ
कदम से कदम मिलाकर जनहित का कार्य करेंगे तब एक समय ऐसा भी आएगा जब अन्य
संस्थाओं की तरह राज्य सरकार भी आप को पर्व-त्योहारों में बोनस देने का काम करेगी। उक्त
बातें मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कल कांके रोड रांची स्थित
मुख्यमंत्री आवासीय परिसर में नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्किम, झारखंड के बैनर
तले सरकारी कर्मचारी संघ द्वारा आयोजित आभार एवं पेंशन विजय यात्रा-सह-अभिनंदन
समारोह को संबोधित करते हुए कहीं।
मैं बोलने पर नहीं बल्कि काम करने पर विश्वास रखता हूं
मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी लोग पेंशन के
महत्व को समझते हैं। रिटायरमेंट के बाद आपका जीवन सुखमय तरीके से कटे इसका ख्याल
रखने का कार्य राज्य सरकार ने किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी लोग देख रहे
हैं कि पूरे देश में सरकारी कर्मी पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने के लिए
आंदोलनरत हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक समय था जब आप लोग आंदोलन कर रहे थे और एक
राजनीतिक संगठन का प्रतिनिधि होने के नाते मैं आप लोगों से मिलने गया था और आपकी
बातों को सुना था। आपके प्रति मेरी भावना को आप लोग जानना चाहते थे और मैंने उसी
समय आपसे कहा था कि मैं बोलने पर नहीं बल्कि काम करने पर विश्वास रखता हूं। आपने
देखा कि मेरे नेतृत्व में राज्य में सरकार गठन हुआ तब से ही आप लोगों की मांगों पर
राज्य सरकार ने संज्ञान लेना शुरू कर दिया था। आज सभी के प्रयास से राज्य सरकार आप
सभी विभिन्न संवर्गों के कर्मियों को पुरानी पेंशन योजना से जोड़ने का काम कर
दिखाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आपको व्यापारी के हाथों में नहीं सौंप सकता।
हम एक-एक झारखंड वासियों के हक-अधिकार के लिए लड़ाई लड़ते रहेंगे।
झारखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाना लक्ष्य
मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि कुछ साल और बीतने दीजिए, वह दिन दूर नहीं जब हम सभी लोग मिलकर झारखंड को देश के अग्रणी राज्यों में लाकर खड़ा कर दिखाएंगे। आप सभी लोगों के ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा के बदौलत राज्य सरकार यहां संसाधनों की उपलब्धता बढ़ाने पर बल दे रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आदरणीय गुरुजी के आशीर्वाद से हमारी सरकार जनहित के लिए मजबूती के साथ काम कर रही है।
मुख्यमंत्री का हुआ हार्दिक अभिनंदन..
मौके पर नेशनल मूवमेंट ऑफ पेंशन स्कीम, झारखंड के बैनर तले सरकारी कर्मचारी संघ के लोगों ने मुख्यमंत्री को माला पहनाकर उनका हार्दिक अभिनंदन किया तथा मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया। मुख्यमंत्री ने सभी को धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपका बेटा हेमन्त सोरेन आपके हर दु:ख-तकलीफ में आपके साथ खड़ा है। आपकी समस्याओं का समाधान के लिए पूरी राज्य सरकार खड़ी है। आप सभी का प्यार और आशीर्वाद से मुझे काम करने की ताकत मिलती है। राज्य सरकार द्वारा आप सभी कर्मियों को पुरानी पेंशन योजना बहाल की गई है। मैं आपको एवं आपके परिजनों को अपनी ओर से शुभकामनाएं देता हूं
मुख्यमंत्री
हेमंत सोरेन ने कहा है कि हमने भरोसा दिलाया था. पुरानी पेंशन लागू होगी और सरकार
ने वादा पूरा किया. न सिर्फ कर्मचारियों को बल्कि सभी जरूरतमंदों को पेंशन मिले,
इसके लिए सरकार ने अभियान चलाया और आज पूरे देश में झारखंड ऐसा राज्य है, जहां
सर्वजन पेंशन योजना लागू की गयी है. श्री सोरेन शनिवार को ओल्ड पेंशन स्कीम मिलने
पर निकाली गयी। आभार यात्रा को संबोधित कर रहे थे. कर्मियों ने मोरहाबादी से सीएम
आवास तक आभार यात्रा निकाली. सीएम ने कहा कि सरकार आने वाले दिनों में कर्मचारियों
को बोनस देने का भी काम करेगी, क्योंकि हम झारखंड के बेहतरी के लिए काम करते हैं.
हर एक चेहरे पर मुस्कान हो यह सरकार का लक्ष्य है. आने वाले 15 साल के अंदर झारखंड
को विकास के मामले में देश का अग्रणी राज्य बनाने के लक्ष्य को लेकर सरकार काम कर
रही है. उन्होंने कहा कि दुख, तकलीफ व परेशानियां जीवन में आती-जाती रहती
हैं. लेकिन हर किसी को अपने भविष्य की चिंता रहती है. पुरानी पेंशन योजना लागू होना
जरूरी था. झारखंड के विभिन्न वर्ग व पदों पर कार्यरत कर्मचारी एक लंबे समय से पुरानी
पेंशन बहाल करने के लिए प्रयासरत रहे. मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने कहा कि हम बोलने नहीं,
बल्कि करने में विश्वास करते हैं. मौके पर मुख्यमंत्री के साथ मंत्री मिथिलेश ठाकुर,
सत्यानंद भोक्ता, सांसद विजय हांसदा, आंदोलन के प्रांतीय अध्यक्ष विक्रांत सिंह, प्रदीप
मंडल, दिनेश शुक्ला, उज्जवल . तिवारी, लालेश्वर राम, सुधा शर्मा आदि न मौजूद थे.
पेंशन विजय यात्रा सह अभिवादन समारोह रांची
ढोल-नगाड़ों से गूंज उठा सीएम आवास, लगे नारे
इधर,
नेशनल मूवमेड फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम के बैनर तले कर्मचारियों ने मोराहबादी मैदान से
पुरानी पेंशन योजना लागू होने पर आभार यात्रा निकाली. इसमें शामिल लोग ढोल-मांदर के
थाप पर झूमते हुए, रंग-गुलाल उड़ाते हुए खुशी का इजहार किया. लोग हेमंत सोरेन के प्रति
आभार जताते हुए नारे लगा रहे थे, वहीं कुछ कर्मियों ने हाथ में तख्ती ले रखी थी, जिसमें
लिखा था जो कहते हैं, उसे कर दिखाते हैं, हेमंत सबको भाते हैं. सभी नारे लगाते हुए
मुख्यमंत्री आवास पहुंचे, जहां सीएम के प्रति आभार जताया गया. सीएम ने सबका अभिवादन
स्वीकार किया.
झारखंड में एक दिसंबर 2022 से पुरानी पेंशन लागू
हाथ कंगन को आरसी क्या ??
— Mithilesh Kumar Thakur (@MithileshJMM) September 3, 2022
(मुख्यमंत्री आवास पर ओल्ड पेन्शन स्कीम लागू होने की ख़ुशी में माननीय @HemantSorenJMM जी का आभार व्यक्त करते कर्मचारी बंधुगण) pic.twitter.com/W1DBLFi8zc
हाथ कंगन को आरसी क्या ??
(मुख्यमंत्री
आवास पर ओल्ड पेन्शन स्कीम लागू होने की ख़ुशी में माननीय @HemantSorenJMM जी का आभार
व्यक्त करते कर्मचारी बंधुगण)
ब्रज मोहन यादव कोल्हान प्रभारी सह संगठन सचिव झारखंड राज्य
द्वारा
लिखे शब्द जो पेंशन आभार रैली को संबोधित करते हैं -
सबसे
पहले हमारे कर्मठ, युवा,और कर्मचारी के हितैषी मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन जी का
तहे दिल से आभार।।
हर
साथी को धन्यवाद, सभी सहयोगी का आभार…
गणित
में एक सवाल होता है। घोंघे वाला। वो एक पोल पर चढ़ रहा होता है। कुछ दूर चढ़ता है,
फिर फिसलता है। फिर मेहनत करके चढ़ता है, फिर फिसल जाता है। गणित के कारण इसमें दूरी,
मिनट जैसे मानकों को डाला जाता है ताकि विद्यार्थी उत्तर निकाल सके। जो मानक ऐसे सवालों
में लिखित नहीं होते हैं, वो जीवन जीने के काम आते हैं। लक्ष्य तक पहुँचना और कभी हार
न मानना – ऐसे सवालों के अलिखित मानक होते हैं।
टीम
का उत्साह भी इसके कारण प्रभावित था। कोरोना के महीने में हम अपने सबसे नाजुक दौर से
गुजर रहे थे।
किसी
संघ की छवि उसके कर्मचारियों से ही बनती है।
हालाँकि सत्य यह भी है कि कोई भी संघ किसी अकेले के भरोसे न चला है, न चलेगा।
मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है, लेकिन इसी मीडिया को यह नहीं भूलना चाहिए कि लिखने
वाले, पढ़ने वाले, प्रभावित होने वाले, साथ चलने वाले, हौसला बढ़ाने वाले, सहायता करने
वाले… कंटेंट की दुनिया के लिए ये सभी खंभों की तरह हैं। विपरीत धार में बहते हुए हमने
इस मूल मंत्र को और कस कर पकड़ लिया।
सब
कुछ विपरीत धार में बहने जैसा था। ऐसे में कोई साथ था, तो वो आप थे…आपके भरोसे पर हमारे
NMOPS टीम ने टीम को बताया कि चाहे जो भी हो
परिस्थिति, हमेशा खरा उतरना है।
इस
साल टीम के नए सदस्यों को चुनने, उन्हें ढालने,
यह पूरी प्रक्रिया आसान नहीं रही। समय-घंटे (ऑफिस के तो 8-9 घंटे हो गए, काम
खत्म) देखे बिना काम करना पड़ा। और यह अकेले की बात नहीं थी। टीम के हर एक साथी ने
हर बाधा को पार किया। किसी ने श्रम से, तो किसी ने दिमाग से, किसी ने समय लगाया तो
किसी ने पैसा।
जिन्होंने
संघर्ष के दिनों में साथ बनाए रखा। इन लोगों ने ही खाद-पानी-पसीना देकर तो कभी गुस्सा-पुचकार
से नई पौध भी तैयार की। हमारे जागरूक हर काम पर खरे उतरे हैं, तो उसका श्रेय आप ही
के कंधों पर जाता है।
खैर
हमने लड़ाई जारी रखी। तर्क पर तर्क देते गए, मेल का खेल खेला गया… और जीत हमारी हुई।
संघर्ष
खुशियाँ भी देती हैं, इस बात को भी हमारी टीम ने साबित कर दिखाया। यह दिखाता है कि बाधाएँ आती-जाती रहती हैं, शायद
आगे रहेंगी भी… लेकिन न तो हम झुकेंगे, न ही टूटेंगे। हम लड़ेंगे, हम जीतेंगे!
टीम
छोटी हो या बड़ी, विरोधी एक हो या अनेक, जीत मिले या लड़ते रहें… यह सब हमारे संघर्ष
के साथी हैं। विरोधी को भी संघर्ष का साथी बोलने पर चौंकिए मत।
आप
जब तक हमारे साथ हैं, हमारी लड़ाई चलती रहेगी। लेकिन आपके बिना यह संभव नहीं। आप हमारे
वो स्तंभ हैं, जिसके सहारे हमें लक्ष्य तक पहुँचना है।
“मैं बंदूकें बो रहा हूँ”
भगत
सिंह ने ये कहा था। उम्र तब कम थी। शायद ही पता रहा होगा इसका मतलब भी! दरअसल बो तो
वो आजादी रहे थे। वो भी दूसरों के लिए। आजादी ऐसी, जो खुद वो आँखों से देख नहीं पाए।
मानसिक आजादी वो प्राप्त कर चुके थे, इसमें कोई शक नहीं। समाज में इसी मानसिक आजादी
के बीज बोने का काम करना है – हमें भी, आपको भी।
साल
2022 में जिस चट्टान की तरह आपने हमारा साथ दिया, उसके लिए दिल की गहराइयों से धन्यवाद।
आपका प्यार, आपका सहयोग हमसब और भी बेहतर करेंगे, कुछ नई चीजें भी आपके लिए लाएँगे…
और उम्मीद है कि आपका न सिर्फ साथ होगा बल्कि लक्ष्य तक पहुँचने के लिए सार्थक सहयोग
भी होगा। भरसक कोशिश होगी कि हम गलतियाँ न करें लेकिन मानवीय गलतियों पर रोकने-टोकने-सुधारने
के लिए आप स्वतंत्र हैं। हमारे कोल्हान के पूरे
टीम को एक बार फिर से धन्यवाद, शुक्रिया,
आभार!।उम्मीद करता हूँ कि सभी सकुशल घर पहुंच गए होंगे।
पंकज कुमार सिंह मुख्य समन्वयक के द्वारा विशेष आभार
"पेंशन विजय यात्रा सह अभिनंदन समारोह"
में सम्मिलित विभिन्न विभागों के सभी संगठनों के अध्यक्ष, महासचिव, संगठन के सभी पदाधिकारियों
एवं जुझारू साथियों का एनएमओपीएस झारखंड आभार
प्रकट करता है ।
इस
अभूतपूर्व आयोजन के लिए आपके सहयोग, परिश्रम एवं समर्पण के कारण से ही 03 सितंबर
2022 का य। कार्यक्रम सफल रहा।
विशेषकर
हम उन वरिष्ठ, अभिभावक तुल्य संगठन कर्ताओं के नि:स्वार्थ समर्थन से हम सब अपने आप
को अधिग्रहित हैं जिन्होंने पीढ़ियों के वैचारिक मतभेद को अपनी अगली पीढ़ी के लिए भुला
दिया।
🙏🙏
पंकज कुमार सिंह
मुख्य समन्वयक
🙏🙏
विक्रांत कुमार सिंह
प्रांतीय अध्यक्ष
एनएमओपीएस
झारखंड
"पेंशन
विजय यात्रा सह अभिनंदन समारोह" को सफल बनाने वाले प्रमुख संगठन।
1)झारखंड
राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ
2)
झारखंड माध्यमिक शिक्षक संघ 3)झारखंड प्लस टू शिक्षक संघ 4)अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक
संघ
5)
झारखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ
6)
झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ 7)झारखंड प्रगतिशील शिक्षक संघ 8)उच्च प्राथमिक शिक्षक
संघ
9)
झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ 10)झारखंड अल्पसंख्यक प्राथमिक शिक्षक संघ
11)
झारखंड अल्पसंख्यक माध्यमिक शिक्षक संघ
12)
झारखंड राज्य शिक्षा विभाग अराजपत्रित कर्मचारी संघ
13)
झारखंड शैक्षिक महासंघ (माध्यमिक प्रकोष्ठ )
14)झारखंड
शैक्षिक महासंघ (प्राथमिक प्रकोष्ठ)
15)झारखंड
राज्य चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी संघ
16)झारखंड
राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ
17
)अनुसचिवीयकर्मचारी संघ (समाहरणालय संवर्ग )
18)झारखंड
राज्य अवर वन सेवा संघ
19)झारखंड
वन अराजपत्रित कर्मचारी संघ
20)
झारखंड राज्य औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान कर्मचारी संघ (आईटीआई)
21)
भारतीय वन सेवा संघ( झारखंड इकाई )
22)झारखंड
पशु सेवा चिकित्सा संघ 23)झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन 24)झारखंड पुलिस एसोसिएशन
25)अखिलझारखंड पारा मेडिकल एसोसिएशन
26)
झारखंड राज्य जनसेवक संघ 27)झारखंड राज्य स्वास्थ्य सेवा संघ 28)झारखंड सचिवालय सेवा
संघ 29)झारखंड राज्य कर्मचारी संघ 30)झारखंड चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ
31)डिप्लोमा
अभियंता संघ
32)
झारखंड पावर वर्कर्स यूनियन 33)झारखंड पावर इंजीनियर एसोसिएशन
34)विद्युत
डिप्लोमा अभियंता संघ 35(झारखंड प्रशासनिक सेवा संघ 36)एआईजीसी रेलवे
37)ए
आई एल आर एस ए रेलवे 38)ईसीआर यू रेलवे
39)
झारखंड राज्य राजस्व उप निरीक्षक संघ 40)झारखंड अभियंता सेवा संघ
41)CDPO
सेवा संघ
42)डाक
सेवा संघ
43)
झारखंड सहकारिता सेवा संघ
44)
झारखंड लेखा लिपिक संघ
45)
विभिन्न विश्वविद्यालय शिक्षक संघ
शेष
अन्य संगठनों के साथियों को भी आभार जिनका नाम छूट गया है।
सुनील नायक संगठन सचिव (रांची जोन)
सभी जिला संयोजक महोदय एवं उनकी कार्यकारिणी तथा प्रत्येक प्रखंड संयोजक एवं उनकी कार्यकारिणी के एक-एक कर्मठ और जुझारू सथियों का तहे दिल से आभार, धन्यवाद और पुरानी पेंशन मिलने पर ढेरों बधाइयां।
खास करके तब जब शॉर्ट नोटिस में और कार्य दिवस होने(03/09/2022) के बावजूद इतनी भारी तादाद में "पेंशन विजय यात्रा सह आभार रैली" में शामिल होने के लिए आप उपस्थित हुए
आप सभी साथियों के परिजनों मित्रों को भी ढेरों शुभकामनाएं एवं बधाइयां।💐💐💐💐
आपकी तत्परता ,आपका निस्वार्थ प्रेम, आपका स्नेह, एनएमओपीएस झारखंड को मिला जिसके परिणाम स्वरूप हम अपने लक्ष्य तक बिना किसी क्षती के पहुंच पाए।
आप सबों ने अब तक जो उत्साह विश्वास और आस्था एनएमओपीएस पर जताया है उसे भविष्य में भी बरकरार रखने की आवश्यकता है ,जब तक पेंशन युक्त (01-09-2022)से आच्छादित होने वाला एक भी कर्मचारी रिटायर ना हो जाए और उन्हें वह सारी सुविधाएं मिलनी शुरु ना हो जाए.🤝🤝🤝
काम अभी बाकी है इसीलिए अपनी एकजुटता हमें बनाए रखना
जय NMOPS
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दीपक कुमार
मीडिया प्रभारी दुमका
NMOPS जिन्दाबाद जिन्दाबाद 💪