झारखंड
एकेडेमिक काउंसिल (जैक) द्वारा ली जानेवाली मैट्रिक, इंटर की परीक्षा- 2023 मार्च में
होगी। होली के बाद तीसरे सप्ताह में परीक्षा शुरू हो सकती है, जबकि प्रायोगिक (प्रैक्टिकल)
परीक्षा 20 फरवरी के बाद शुरू हो सकती है। प्रैक्टिकल के साथ आंतरिक मूल्यांकन की प्रक्रिया
भी फरवरी में पूरी कर ली जायेगी। दोनों परीक्षा एक टर्म में होगी। परीक्षा का प्रोग्राम
जनवरी में जारी किया जायेगा। मैट्रिक, इंटर की कॉपियों का मूल्यांकन अप्रैल में शुरू
होगा, जबकि मई के अंतिम सप्ताह से 10 जून के बीच रिजल्ट जारी होने की संभावना है, जैक
द्वारा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी गयी है। परीक्षा केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया
अंतिम चरण में है। जिला स्तर से परीक्षा केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया पूरी कर रिपोर्ट
जैक की भेज दी गयी है।
जल्द जारी होगा मॉडल सेट प्रश्नपत्र
मैट्रिक,
इंटर परीक्षा 2023 का मॉडल सेट प्रश्नपत्र तैयार कर लिया गया है। जेसीइआरटी द्वारा
मॉडल- प्रश्नपत्र जैक को भेज दिया गया है। जैक की वेबसाइट पर मॉडल सेट प्रश्नपत्र इस
सप्ताह जारी कर देने की उम्मीद है। मैट्रिक इंटर की परीक्षा एक टर्म में ली जायेगी।
परीक्षा ओएमआर शीट व उत्तरपुस्तिका दोनों पर होगी. परीक्षा में 40 अंक के प्रश्न बहुवैकल्पिक
होंगे। जबकि *40 अंक के अति लघु उत्तरीय, लघु उत्तरीय, दीर्घ उत्तरीय सभी प्रकार के
प्रश्न पूछे जायेंगे।
मुख्य बातें
1.
मार्च के तीसरे सप्ताह में शुरू हो सकती है परीक्षा, प्रैक्टिकल 20 फरवरी के बाद
2.
जैक अगले माह जारी करेगा परीक्षा प्रोग्राम
शिक्षा मंत्री का निर्देश-
गुलाबी से हरा करना है भवन स्कूलों का रंग हरा नहीं किया तो 781 हेडमास्टरों का वेतन रोका
बोकारो में 781 स्कूलों ने अबतक स्कूलों का रंग बदलने का काम शुरू नहीं किया है। जबकि सभी स्कूलों के रंग-रोगन के लिए 13 दिसंबर तक की तिथि निर्धारित थी। इसकी जानकारी मिलने के बाद शिक्षा विभाग ने बोकारो के 781 स्कूलों के हेडमास्टर के दिसंबर माह के वेतन पर रोक लगा दी है। शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निर्देश के बाद अब स्कूल भवनों को हरा व ऑफ व्हाइट रंगना है।
चास में स्कूलों का रंग-रोगन सबसे कमः
चास प्रखंड के 332 में से 250 स्कूलों में रंग-रोगन नहीं हुआ है। वहीं बेरमो में 8, चंदनकियारी के 105, चंद्रपुरा में 32, गोमिया के 106, जरीडीह में 55, कसमार में 38, नावाडीह में 129, पेटरवार में 58 स्कूलों में रंग-रोगन का काम नहीं हुआ है, जबकि फंड मिल चुका है।