प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)
Class - 11
अर्थशास्त्र (Economics)
5. ग्रामीण विकास
पाठ के मुख्य बिन्दु
*
ग्रामीण विकास सामान्यतः एक व्यापक शब्द है, इसका संबंध मूल रूप से सामाजिक तथा
आर्थिक विकास में पिछड़ रहे ग्रामीण क्षेत्रों के विकास की एक सुनियोजित कार्यविधि
को माना जा सकता है।
*
ग्रामीण क्षेत्रकों में कृषि आजीविका का एक मुख्य साधन है, आज भी भारत की लगभग
दो-तिहाई आबादी कृषि पर आश्रित है।
*
कृषि की निम्न उत्पादकता और इस पर देश की बढ़ती हई जनसंख्या का अत्यधिक दबाब के
कारण सबका निर्वाह भी नहीं हो पता है।
*
ग्रामीण क्षेत्रों की वास्तविक संभाव्यता पाने के लिए भारत की आधारिक संरचना,
जैसे- बैंकिंग, विपणन, भंडारण, परिवहन, संचार आदि के परिमाण और गुणवत्ता में सुधार
की आवश्यकता है।
*
देश में कृषि कार्य में संलग्न लोगों को पशुपालन, मछलीपालन, बागवानी और अनेक
गैर-कृषि कार्यों की ओर उन्मुख कर कृषि के विविधीकरण से न केवल कृषि के जोखिम कम
हुए है बल्कि साथ ही हमारे विशाल ग्रामीण जनसमुदाय को उत्पादक धारणीय आजीविका के नए
विकल्प भी सुलभ हुए हैं।
*
पर्यावरणीय मित्र प्रौद्योगिकी तथा धारणीय उत्पादन प्रक्रिया के रूप में आज जैविक
कृषि का महत्व निरंतर बढ़ता ही जा रहा है।
बहुविकल्पीय प्रश्न
1. भारत के ग्रामीण क्षेत्रकों में आजीविका का मुख्य साधन ……...है।
a.
व्यापार
b.
विनिर्माण
c. कृषि
d.
गैर-कृषि कार्य
2. महात्मा गांधी ने एक बार कहा था कि, भारत की वास्तविक प्रगति का
तात्पर्य शहरी औधौगिक केंद्रों के विकास से नहीं, बल्कि मुख्य रूप से ……...है।
a.
बड़े उद्योगों के विकास से
b.
मॅझोले उद्योगों के विकास से
c. गांवों के विकास से
d.
शहरों के विकास से
3. वर्तमान में भारत की
लगभग ........ जनसंख्या कृषि पर आश्रित है।
a.
एक चौथाई
b.
आधी
c. दो तिहाई
d.
एक तिहाई
4. भारत में सामाजिक बैंकिंग की शुरुआत किस वर्ष हुई है?
a.
1869
b.
1951
c. 1969
d.
1972
5. भारत में सम्पूर्ण ग्रामीण वित्त व्यवस्था के समन्वय के लिए एक शीर्ष
संस्था है-
a.
भारतीय स्टेट बैंक
b.
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया
c.
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
d. राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक
6. राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (NABARD) की स्थापना किस
वर्ष हुई है?
a.
1975
b. 1982
c.
1991
d.
2005
7. साख के अनौपचारिक स्रोत निम्न में से हैं-
a.
महाजन
b.
व्यापारी
c.
रिश्तेदार
d. उपर्युक्त सभी
8. साख के औपचारिक स्रोत निम्न में से है-
a.
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
b.
सहकारी बैंक
c.
भूमि विकास बैंक
d. उपर्युक्त सभी
9. एशिया का विशालतम अनौपचारिक बैंक निम्न में से किसे माना जाता है?
a.
बंधन बैंक
b. कुटुंब श्री
c.
झारखंड क्षेत्रीय बैंक
d.
राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक
10. गैर-कृषि उत्पादक क्रियाकलाप निम्न में से कौन-सा एक है-
a.
पशुपालन
b.
बागवानी
c.
मछलीपालन
d. खाद्य प्रसंस्करण
11. स्वयं सहायता समूहों ने ........के सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका
निभायी है।
a.
बालकों
b. महिलाओं
c.
पुरुषों
d.
महिला व पुरुष दोनों
12. स्वयं सहायता समूह दवारा जरूरतमंद सदस्यों को दिया जाने वाला ऋण
निम्न में से किस कार्यक्रम के अंतर्गत आता है?
a.
लघु साख कार्यक्रम
b. अतिलघु साख कार्यक्रम
c.
दीर्घ साख कार्यक्रम
d.
अतिदीर्घ साख कार्यक्रम
13. गुड़ निर्माण ……. का एक संबद्ध क्रियाकलाप है।
a. कृषि क्षेत्रक
b.
उद्योग क्षेत्रक
c.
सेवा क्षेत्रक
d.
सामाजिक क्षेत्रक
14. भारत में पशुधन की संख्या में सबसे बड़ा अंश निम्न में से किसका
है?
a. मुर्गी पालन
b.
भेड़ और बकरियाँ
c.
मवेशी और भैसें
d.
इनके अतिरिक्त अन्य पशुओं का
15. ऑपरेशन फ्लड का संबंध निम्न में से किससे है?
a.
अनाज के उत्पादन से
b.
फल के उत्पादन से
c.
फूलों के उत्पादन से
d. दूध के उत्पादन से
16. देश के समस्त मत्स्य उत्पादन का अधिकांश भाग निम्न में से किससे
प्राप्त होता है?
a. अंतर्वर्ती क्षेत्रों से
b.
सागरीय क्षेत्रों से
c.
महासागरीय क्षेत्रों से
d.
उपर्युक्त में से कोई नहीं
17. निम्न में से कौन सा एक मत्स्य उत्पादक प्रमुख राज्य नहीं है?
a.
पश्चिम बंगाल
b.
गुजरात
c. उत्तर प्रदेश
d.
केरल
18. भारत में बागवानी क्षेत्रक समस्त कृषि उत्पाद का निम्न में से लगभग
कितना भाग है?
a.
एक चौथाई
b. एक तिहाई
c.
आधी
d.
दो तिहाई
19. भारत का फल-सब्जियों के उत्पादन में विश्व में……..स्थान है।
a.
पहला
b. दूसरा
c.
तीसरा
d.
पाँचवां
20. भारत में सांसद आदर्श ग्राम योजना की शुरुआत कब की गई है?
a.
अक्टूबर 2005
b. अक्टूबर 2014
c.
जुलाई 2016
d.
जनवरी 2020
21. पर्यावरण मित्र प्रौधौगिकी निम्न में से कौन सा एक है?
a.
रासायनिक उर्वरक आधारित कृषि
b.
रासायनिक कीटनाशक आधारित कृषि
c. जैविक कृषि
d.
झूम कृषि
22. भारत में धारणीय विकास का उदाहरण निम्न में से कौन सा एक है?
a.
परंपरागत कृषि
b. जैविक कृषि
c.
झूम कृषि
d.
हरित क्रांति
23. 'हरित स्थिति' प्रमाण चिन्ह का संबंध निम्न में से किससे है?
a.
परंपरागत कृषिजन्य खाद्य पदार्थ से
b. जैविक कृषिजन्य खाद्य पदार्थ से
c.
रासायनिक उर्वरक कृषिजन्य खाद्य पदार्थ से
d.
रासायनिक कीटनाशक कृषिजन्य खाद्य पदार्थ से
24. भारत में सीमांत किसानों की समस्त भूमि देश के कृषि क्षेत्र का
लगभग कितना प्रतिशत है?
a. 20
b.
30
c.
40
d.
50
25. भारत में केंद्रीय कपास शोध संस्थान निम्न में से कहाँ स्थित है?
a.
वाराणसी
b.
अहमदाबाद
c. नागपुर
d.
पटना
अतिलघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
1. भारत में आजीविका का मुख्य साधन क्या है?
उत्तर-
भारत में आजीविका का मुख्य साधन कृषि है।
2. भारत की लगभग कितनी जनसंख्या आजीविका हेतु कृषि पर निर्भर है?
उत्तर-
भारत की लगभग दो-तिहाई या 67% जनसंख्या आजीविका हेतु कृषि पर निर्भर है।
3. आधारिक संरचना के दो उदाहरण लिखें।
उत्तर-
आधारिक संरचना के दो उदाहरण हैं- i) सड़क एवं ii) रेलवे।
4. गैर-कृषि कार्य के दो उदाहरण लिखें।
उत्तर-
गैर-कृषि कार्य के दो उदाहरण हैं- i) खाद्य प्रसंस्करण तथा ii) पर्यटन।
5. ग्रामीण साख के अनौपचारिक या गैर-संस्थागत स्रोत के दो उदाहरण लिखें।
उत्तर-
ग्रामीण साख के अनौपचारिक / गैर-संस्थागत स्रोत के दो उदाहरण हैं-
i)
महाजन और ii) रिश्तेदार।
6. ग्रामीण साख के औपचारिक या संस्थागत स्रोत के दो उदाहरण लिखें।
उत्तर-
ग्रामीण साख के औपचारिक / संस्थागत स्रोत के दो उदाहरण हैं-
i)
व्यवसायिक बैंक और ii) क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक।
7. जैविक कृषि क्या है?
उत्तर-
कृषि-उत्पादन की एक ऐसी तकनीक जो कि पर्यावरण की धारणीयता को बनाए रखने में मदद
करती है, जैविक कृषि कहलाती है।
8. जैविक कृषि के किन्हीं दो लाभों को लिखिए।
उत्तर-
जैविक कृषि के दो लाभ हैं-
i)
इसमें कृषि आगत सस्ते होते हैं।
ii)
जैविक कृषि अधिक स्वास्थ्यकर भोजन उपलब्ध कराती है।
9. जैविक कृषि के किन्हीं दो सीमाओं को लिखिए।
उत्तर-
जैविक कृषि के दो सीमाएं हैं-
i)
प्रारंभिक वर्षों में जैविक कृषि की उत्पादकता, रासायनिक कृषि की तुलना में कम होती
है।
ii)
जैविक उत्पादों के, रासायनिक उत्पादों की तुलना में शीघ्र खराब होने की संभावना होती
है।
10. 'पर्यावरण मित्र प्रौद्योगिकी' क्या है?
उत्तर-
ऐसी तकनीक जो कि पर्यावरण की धारणीयता को बनाए रखने में मदद करती है, पर्यावरण
मित्र प्रौद्योगिकी है। इसका एक उदाहरण- जैविक कृषि है।
लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
1. मानव संसाधनों का विकास से क्या समझते हैं?
उत्तर-
मानव संसाधनों का विकास से तात्पर्य मानव की उत्पादकता में वृद्धि हेतु किए जाने
वाले विकासात्मक कार्यों से है। मानव संसाधनों का विकास के अंतर्गत मुख्यतः
शिक्षा, स्वास्थ्य और कौशल का विकास आदि संबंधी कार्य किए जाते हैं। इसके अंतर्गत
निम्नांकित विकासात्मक कार्य किए जाते हैं-
>
साक्षरता, विशेषकर नारी साक्षरता, शिक्षा।
>
जन-स्वास्थ्य और स्वच्छता।
>
कौशल का विकास।
>
भूमि-सुधार तथा
>
आधारिक संरचना का विकास।
2. आधारिक संरचना का विकास से क्या समझते हैं?
उत्तर-
आधारिक संरचना का विकास, जैसे- सड़क, बिजली, सिंचाई, साख, विपणन, भंडारण, सूचना
एवं संचार तथा परिवहन आदि सुविधाओं का विकास है। देश में ग्रामीण तथा शहरी दोनों
क्षेत्रों की वास्तविक संभाव्यता को पाने के लिए आधारिक संरचना का पर्याप्त विकास
होना आवश्यक है। आधारिक संरचना का विकास किसी क्षेत्र विशेष के विकास-स्तर को
दर्शाता है। जैसे- परिवहन सुविधाओं में ग्रामीण सड़कों के निर्माण सहित राजमार्ग
को पोषक सड़कें बनाना।
3. गैर-कृषि उत्पादक क्रियाकलाप से क्या तात्पर्य हैं?
उत्तर-
कृषि तथा संबंधित क्रियाकलापों के अतिरिक्त किए जाने वाले कार्य, गैर-कृषि उत्पादक
क्रियाकलाप कहलाते हैं। यह ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए वैकल्पिक अवसर
प्रदान कराता है। इसका संबंध प्रायः उद्योग एवं विनिर्माण क्षेत्रक तथा सेवा
क्षेत्रक में की जाने वाली उत्पादक गतिविधियों से है। ये तीव्र ग्रामीण विकास में
अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। गैर-कृषि उत्पादक क्रियाकलाप के कुछ उदाहरण
हैं- खादय-प्रसंस्करण, चर्म -प्रसंस्करण, बैंकिंग, बीमा, परिवहन एवं पर्यटन आदि।
4. कृषि विपणन व्यवस्था से क्या तात्पर्य हैं?
उत्तर
- कृषि विपणन व्यवस्था से तात्पर्य- उस प्रक्रिया से है जो देश भर में उत्पादित
कृषि पदार्थों का संग्रह, भंडारण, प्रसंस्करण, परिवहन, पैंकिंग, वर्गीकरण तथा
वितरण आदि करती है। किसान द्वारा उत्पादित अनाज, फल और सब्जियां आदि जिन्हें हम
रोज खातें हैं। वे सभी देश के अलग-अलग क्षेत्रों से कृषि विपणन व्यवस्था के माध्यम
से ही हम तक नियमित रूप से पहुँचाये जाते हैं। इस प्रकार, कृषि विपणन व्यवस्था
कृषि पदार्थों के उत्पादन से लेकर उसके वितरण आदि को दर्शाती है।
5. भारत में सीमांत किसान कौन हैं?
उत्तर-
छोटे खेतों के स्वामी प्रायः सीमांत किसान कहलाते हैं। भारत में वैसे किसान, जिनके
पास 1 हेक्टेयर से कम कृषि भूमि है; सीमांत किसान कहे जाते हैं। दूसरे शब्दों में,
0.8 हेक्टेयर के छोटे खेतों के स्वामी सीमांत किसान हैं। देश के 78 प्रतिशत किसान,
सीमांत किसान हैं। इस प्रकार, भारत में अधिकांश किसान सीमांत किसान ही हैं। इनकी
समस्त भूमि देश के कुल कृषि भूमि का 20 प्रतिशत भाग है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर
1. ग्रामीण विकास क्या है? इसके मुख्य क्षेत्रों का वर्णन कीजिए।
उत्तर-
ग्रामीण विकास एक व्यापक अवधारणा है। इसका संबंध ग्रामीण भारत के विकास से है।
इसके अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास के लिए योजनाबद्ध तथा समयबद्ध
प्रयास किए जाते हैं। ग्रामीण क्षेत्र में ग्रामीण जीवन की गुणवत्ता में सुधार के
लिए मानवीय एवं प्राकृतिक संसाधनों का सर्वोत्तम प्रयोग किया जाता है। ग्रामीण
विकास मूलतः ग्रामीण अर्थव्यवस्था के उन घटकों के विकास पर ध्यान केंद्रित करने पर
बल देता है जो विकास की प्रक्रिया में पिछड़ गए हैं।
ग्रामीण
विकास का अर्थ- ग्रामीण क्षेत्रों तथा वहाँ निवास करने वाले लोगों के जीवन तथा
आजीविका से जुड़े विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों, जैसे- शिक्षा, जन-स्वास्थ्य,
स्वच्छता, आवास, रोजगार, कुटीर उद्योग, आधारिक संरचना, भूमि-सुधार तथा सामाजिक
कल्याण आदि के द्वारा उनके जीवन-स्तर को ऊँचा उठाने से है।
ग्रामीण
विकास के मुख्य क्षेत्र-
ग्रामीण
विकास के लिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था के जिन क्षेत्रों में नई और सार्थक पहल करने की
आवश्यकता बनी हुई है, वे मुख्य क्षेत्र निम्नांकित प्रकार से हैं-
>
शिक्षा- इसके अंतर्गत लोगों में साक्षरता, विशेषकर
नारी साक्षरता, शिक्षा और कौशल का विकास किया जाता है।
>
स्वास्थ्य- इसके अंतर्गत जन-स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के
क्षेत्र में सुधार हेतु विभिन्न प्रकार की सुविधाएं सुलभ करायी जाती हैं।
>
कौशल- इसके अंतर्गत विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण की
सुविधाएं प्रदान कर मानव संसाधन का विकास किया
जाता है।
>
भूमि-सुधार- भूमि संबंधी संरचनात्मक परिवर्तनों के
द्वारा ग्रामीण क्षेत्र का विकास करने का प्रयास किया जाता है।
>
निर्धनता- इसके अंतर्गत निर्धनता निवारण और समाज के
कमजोर वर्गों की जीवन दशाओं में महत्वपूर्ण सुधर हेतु विशेष उपाय किये जाते हैं।
>
आधारिक संरचना- ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली, सिंचाई,
साख, विपणन, परिवहन सुविधायें, कषि अनुसंधान विस्तार तथा सूचना प्रसार की सुविधाएँ
उपलब्ध कराने से है।
2. जैविक कृषि पर एक टिप्पणी लिखिए।
उत्तर-
कृषि-उत्पादन की एक ऐसी तकनीक जो कि पर्यावरण की धारणीयता को बनाए रखने में मदद
करती है, जैविक कृषि कहलाती है। यह कृषि पर्यावरण मित्र प्रौद्योगिकी अथवा तकनीक
पर आधारित है जिससे पर्यावरण की धारणीयता को बनाए रखने में मदद करती है। इसमें
कृत्रिम उर्वरक, रासायनिक कीटनाशकों का प्रयोग नहीं कर जैविक उर्वरक तथा जैविक
कीटनाशकों का प्रयोग किया जाता है। इसके अंतर्गत फसल चक्र, पशु-खाद, कूड़ा-खाद तथा
प्राकृतिक कीट नियंत्रण आदि का प्रयोग किया जाता है।
जैविक
कृषि की विशेषताएँ-
>
जैविक कृषि में पौधों को पोषण न देकर, भूमि को पोषण दिया जाता है।
>
इसमें कृत्रिम आगतों जैसे- कृत्रिम उर्वरक, रासायनिक कीटनाशकों का प्रयोग नहीं किया
जाता है बल्कि जैविक उर्वरक तथा जैविक कीटनाशकों आदि का प्रयोग किया जाता है, जैसे-
फसल चक्र, पशु-खाद, कूड़ा-खाद तथा प्राकृतिक कीट नियंत्रण आदि का प्रयोग।
>
इसमें फसलों आदि का उत्पादन पर्यावरण मित्र तकनीक पर आधारित होता है।
>
जैविक कृषि एक धारणीय कृषि प्रणाली है। इसके अंतर्गत जैविक संसाधनों का प्रयोग करते
हए भूमि की दीर्घकालीन उपजाऊ शक्ति बनाए रखौ जाती है।
जैविक
कृषि के लाभ -
>
जैविक कृषि पर्यावरण मित्र है।
>
इस कृषि में भूमि की उपजाऊ शक्ति दीर्घकालीन समय तक बनाए रखी जा सकती है।
>
जैविक कृषि में महंगे कृषि आगतों के स्थान पर स्थानीय रूप से बने जैविक आगतों का प्रयोग
किया जाता है।
>
इससे हानिकारक रसायन से मुक्त पौष्टिक अनाजों एवं फलों की प्राप्ति होती है।
>
जैविक कृषि अधिक स्वास्थ्यकर भोजन उपलब्ध कराती है, अतः बीमारियों का प्रकोप कम होता
है।
>
यह छोटे एवं सीमांत किसानों को सस्ती तकनीक एवं सस्ते आगत उपलब्ध कराती है।
>
यह बेरोजगारी की समस्या को हल करने में मदद करती है।
जैविक
कृषि की सीमाएँ
>
जैविक कृषि उत्पाद अपेक्षाकृत महँगे होते हैं, इस कारण इनकी माँग कम होती है।
>
इस कृषि पद्धति में किसानों का भूमि-प्रबंधन में अपेक्षाकृत अधिक समय व्ययतीत होता
है।
>
प्रारंभिक वर्षों में जैविक कृषि की उत्पादकता, रासायनिक कृषि की तुलना में कम होती
है।
>
जैविक उत्पादों के, रासायनिक उत्पादों की तुलना में शीघ्र खराब होने की संभावना होती
है।
>
जैविक कृषि में अधिक श्रम तथा अधिक समय आदि लगने के कारण किसानों की आय पर
प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
3. कृषि विविधीकरण से क्या अभिप्राय है? यह क्यों आवश्यक है?
उत्तर-
कृषि विविधीकरण से अभिप्राय मुख्यतः विभिन्न प्रकार के फसलों को उगाने तथा कृषि की
सहायक गतिविधियों को विस्तारित करने से है। इसके अंतर्गत गैर-खाद्यान्न फसलों
जैसे- सब्जियों, फलों तथा फूलों आदि की खेती की जाती है। इसके अतिरिक्त खेती से
जुड़े अन्य व्यवसाय जैसे- पशुपालन, मुर्गीपालन, मछली पालन, मधुमक्खी पालन तथा
वानिकी से संबंधित कार्य किए जाते हैं। कृषि विविधीकरण के मुख्यतः दो पहलू हैं- एक
पहलू तो फसलों की उत्पादन को प्रणाली में परिवर्तन से संबंधित है। दूसरा पहलू श्रम
शक्ति को खेती से हटाकर अन्य संबंधित कार्यों तथा गैर-कृषि क्रियाकलापों में लगाना
है।
कृषि
विविधीकरण की आवश्यकता- कृषि विविधीकरण की
आवश्यकता इसलिए उत्पन्न हो रहीं है, क्योंकि सिर्फ खेती के आधार पर जीवन-निर्वाह
करने में जोखिम बहुत अधिक हो जाता है। अतः कृषि विविधीकरण के दवारा न केवल खेती से
जोखिम को कम करने में मदद मिलती है बल्कि ग्रामीण जन-समुदाय को उत्पादक और वैकल्पिक
धारणीय आजीविका के अवसर भी उपलब्ध होते हैं।
देश
में हरित क्रांति के फलस्वरूप साठ के दशक में मुख्य रूप से खाद्यान्न फसलों जैसे
गेहूँ तथा चावल कें उत्पादन, उत्पादकता तथा उनके फसली क्षेत्रफल में वृद्धि हुई।
कालांतर में इसका परिणाम यह हुआ कि देश में दलहन, तिलहन तथा अन्य नकदी फसलों के
अंतर्गत क्षेत्रफल कम होता चला गया। इसके परिणामस्वरूप भारत में खेती एक सीमित आय
प्राप्त करने मात्र का साधन बनकर रह गई। ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका को धारणीय
बनाने के लिए कृषि विविधीकरण की आवश्यकता महसूस हुई।
कृषि
विविधीकरण के उद्देश्य - कृषि गतिविधियों के विस्तार
तथा कृषि आधारित अन्य क्षेत्रों में उत्पादन की क्रियाओं में वृद्धि करने के
उद्देश्य से इसकी आवश्यकता महसूस की गई। कृषि विविधीकरण के प्रमुख उद्देश्य
निम्नांकित हैं-
>
फसलों की उत्पादन की प्रणाली में परिवर्तन करना।
>
कृषि में संलग्न श्रम शक्ति को अन्य संबंधित कार्यों तथा गैर-कृषि क्रियाकलापों
में लगाना है।
>
कृषि क्षेत्र में बढ़ते जोखिम एवं दवाब को कम करना।
>
कृषि संबंधी आजीविका को धारणीय बनाना तथा
>
कृषि एवं सहायक क्षेत्र को विस्तारित कर ग्रामीण क्षेत्रों का विकास करना।
इस
प्रकार, ग्रामीण जन-समुदाय को उत्पादक और वैकल्पिक धारणीय आजीविका के अवसर उपलब्ध
कराने के उद्देश्य से देश में कृषि विविधीकरण की आवश्यकता महसूस की गई।
JCERT/JAC प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)
विषय सूची
क्र०स० | अध्याय का नाम |
अर्थशास्त्र में सांख्यिकी | |
1. | |
2. | |
3. | |
4. | |
5. | |
6. | |
7. | |
8. | |
भारतीय अर्थव्यवस्था का विकास | |
1. | |
2. | |
3. | |
4. | |
5. | |
6. | |
7. | |
8. | |