झारखण्ड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण
परिषद, राँची, झारखण्ड
PROJECT RAIL (REGULAR ASSESSMENT FOR
IMPROVED LEARNING)
CM SOE/MODEL SCHOOL/GENERAL
19.09.2024
विषय (Sub.) - Geography
कक्षा (Class) -11
समय (Time) - 90 Min.
पूर्णांक (Marks) - 40
सामान्य निर्देश :-
1. सभी प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य हैं।
2. इस प्रश्न-पत्र में कुल 16 प्रश्न हैं।
3. वस्तुनिष्ठ प्रश्न के लिए 2 अंक, अति लघु
उत्तरीय प्रश्न के लिए 2 अंक, लघु उत्तरीय प्रश्न के लिए 3 अंक और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
के लिए 5 अंक निर्धारित है।
4. गलत उत्तर के लिए कोई ऋणात्मक अंक नहीं
है।
5. वस्तुनिष्ठ प्रश्न 1 से 10 के लिए चार विकल्प
दिए गए है, सही विकल्प (a, b, c, d) का चयन कर उत्तर पुस्तिका में लिखना है।
6. अति लघु उत्तरीय प्रश्न 11 से 12, लघु उत्तरीय
प्रश्न 13 से 14, और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न 15 से 16 का उत्तर अपनी उत्तर पुस्तिका में
लिखना है।
7. परीक्षा की समाप्ति से पहले किसी भी परीक्षार्थी
को परीक्षा कक्ष से बाहर जाने की अनुमति नहीं होगी
SECTION-A (2 × 10 = 20) (Objective Question)
1. कोपेन अपने जलवायु वर्गीकरण में शुष्क जलवायु
के लिए किस अक्षर का प्रयोग किया है?
(a) A
(b) B
(c) C
(d) D
2. उस तत्व की पहचान करें जो जलीय चक्र का
भाग नहीं है?
(a) वाष्पीकरण
(b) वर्षण
(c) जलयोजन
(d) संघनन
3. कोपेन के 'A' प्रकार की जलवायु के लिए निम्न
में से कौन सी दशा होती है?
(a) सभी महीनों में उच्च वर्षा
(b) सबसे ठंडे महीने का औसत मासिक तापमान हिमांक
बिंदु से अधिक
(c) सभी महीनों का औसत मासिक तापमान 18°C से
अधिक
(d) सभी महीनों का औसत तापमान 10°C से नीचे
04. लवणता को प्रति समुद्री जल में घुले हुए
नमक (ग्राम) की मात्रा से व्यक्त किया जाता है-
(a) 100 ग्राम (gm)
(b) 1000 ग्राम (gm)
(c) 10000 ग्राम (gm)
(d) 10 ग्राम (gm)
05. पृथ्वी तथा चंद्रमा के न्यूनतम दूरी को
क्या कहते हैं?
(a) अपसौर
(b) उपसौर
(c) उपभू
(d) अपभू
06. कोपेन ने 'Am' अक्षर किस जलवायु के लिए
प्रयोग किया है?
(a) उष्णकटिबंधीय मानसून
(b) उष्णकटिबंधीय आद्र
(c) उष्णकटिबंधीय आद्र एवं शुष्क
(d) भूमध्यसागरीय
07. विश्व में सबसे अधिक लवणता वाले जल क्षेत्र
कौन सा है?
(a) मृत सागर
(b) महान लवण झील
(c) हिंद महासागर
(d) वान झील
08. किस दिन पृथ्वी सूर्य के सबसे निकटतम होती
है तथा उस दिन को क्या कहते हैं?
(a) 4th जुलाई, अपसौर
(b) 3rd जनवरी, उपसौर
(c) 4th जून, उपसौर
(d) 3rd फरवरी, अपसौर
09. महाद्वीपीय ढाल की औसत गहराई निम्नलिखित
के बीच होती है-
(a) 200-2000 मीटर (metre)
(b) 2000-20,000 मीटर (metre)
(c) 20-200 मीटर (metre)
(d) 2-20 मीटर (metre)
10. 'क्योटो प्रोटोकॉल' की उदघोषणा कब की गई थी ?
(a) 2006
(b) 1990
(c) 2020
(d) 1997
SECTION-B (2×2=4) (Very Short Answer Question)
11. वायुमंडल में उपस्थित कोई भी दो ग्रीनहाउस गैसों का नाम लिखिए
?
उत्तर :- कार्बन
डाइऑक्साइड, क्लोरो फ्लोरोकार्बन, मीथेन, नाइट्रस ऑक्साइड, ओजोन इत्यादि।
12. विश्व का सबसे बड़ा महाद्वीपीय शेल्फ कहा स्थित है तथा इसकी चौड़ाई
कितनी है?
उत्तर :- आर्कटिक
महासागर में साइबेरियन शेल्फ विश्व का सबसे बड़ा महाद्वीपीय शेल्फ है। जिसकी चौड़ाई
1500 किलोमीटर है।
SECTION - C(2×3=6) (Short Answer Question)
13. उपसौर तथा अपसौर के बीच क्या अंतर है?
उत्तर :- उपसौरः
जब पृथ्वी सूर्य के सबसे निकटतम होती है, तो उस स्थिति को उपसौर कहते हैं। यह प्रत्येक
वर्ष 3rd जनवरी को होता है। इस दिन पृथ्वी तथा सूर्य के बीच लगभग 14.70 करोड़ किलोमीटर
की दूरी रहती हैं।
अपसौरः-
जब पृथ्वी सूर्य के अधिकतम दूरी पर होती है, तो उस स्थिति को अपसौर कहते हैं। यह
प्रत्येक साल 4th जुलाई को होती है। इस दिन पृथ्वी तथा सूर्य के बीच की दूरी लगभग
15.21 करोड़ किलोमीटर होती है।
14. कोपेन के उष्णकटिबंधीय आद्र जलवायु का वर्णन करें ?
उत्तर :- कोपेन
महोदय ने उष्णकटिबंधीय आर्द्र जलवायु को अंग्रेजी के बड़ा 'A' अक्षर द्वारा प्रस्तुत
किया। यह जलवायु कर्क रेखा और मकर रेखा के बीच पाई जाती है। जहां सभी महीनों का औसत
तापमान 18°C से अधिक होता है। इस जलवायु में वार्षिक तापांतर बहुत कम तथा वर्षा अधिक
होती है। इस जलवायु को तीन भागों में बांटा जाता है, जिनके नाम है-
(i)
उष्णकटिबंधीय आर्द्र जलवायु Af
(ii)
उष्णकटिबंधीय मानसून जलवायु Am
(iii)
उष्णकटिबंधीय आर्द्र एवं शुष्क Aw
SECTION - D (2×5= 10) (Long Answer Question)
15. जलवायु को प्रभावित करने वाले कौन-कौन से कारक है? संक्षेप में
वर्णन कीजिए।
उत्तर :- पृथ्वी
पर सभी जगह एक समान जलवायु नहीं पाई जाती है। जलवायु विभिन्न कारकों से प्रभावित होती
है, जो निम्नलिखित है-
(i)
अक्षांशः- धरातल पर ताप का वितरण अक्षांश के अनुसार होता
है। भूमध्य रेखा पर सूर्य की किरणें लंबवत पड़ती है, अतः इन क्षेत्रों में तापमान अधिक
रहता है तथा ध्रुवों की ओर किरणें तिरछी होती है, अतः यहां तापमान कम होता है। अर्थात
विषुवत रेखा से ध्रुवों की ओर जाने पर तापमान कम होता जाता है।
(ii)
समुद्र तल से ऊंचाई:- किसी स्थान की समुद्र तल से
ऊंचाई जलवायु को प्रभावित करती है। समुद्र तल से जैसे-जैसे ऊंचाई की ओर जाते हैं, तापमान
भी कम होता जाता है क्योंकि ऊंचाई पर जाने से वायु वायरल होती जाती है। यही कारण है
की ऊंचाई पर स्थित क्षेत्र ठंडे होते हैं।
(iii)
पर्वतों की दिशा:- पर्वतों की दिशा जलवायु को
प्रभावित करती है। ये पर्वत जब किसी क्षेत्र में ठंडी हवाओं को आने से रोकते हैं, तो
वह क्षेत्र अत्यधिक ठंड होने से बच जाता है। इसी तरह जब ये पर्वत समुद्री हवाओं को
रोकने का काम करती है तो उस क्षेत्र में ये वर्षा लाने का काम करती है। इस
तरह पर्वतों की दिशा जलवायु को प्रभावित करती है।
(iv)
समुद्री प्रभावः- समुद्र के निकटता और दूरी जलवायु को प्रभावित
करती है। जो स्थान समुद्र के नजदीक होते हैं उनकी जलवायु सम रहती है तथा जो स्थान
समुद्र से दूर होते हैं, वहां की जलवायु विषम होती है। महासागरीय धाराएं भी अपने
निकटवर्ती क्षेत्रों को प्रभावित करती है।
(v)
पवनों की दिशाः- गर्म स्थानों की ओर से आने वाली हवाएं
उष्ण होती है तथा ठंडी हवाएं तापमान को कम कर देती है। इसी तरह समुद्र से आने वाली
हवाएं वर्षा कराती है जबकि स्थल से आने वाली हवाएं शुष्क होती है।
16. महासागरीय अधस्तल के चार प्रमुख भागों को वर्णन करें ?
उत्तर :- महासागरीय
अधस्तल को चार प्रमुख भार्गो में बांटा जाता ह, जो निम्नलिखित है-
(i)
महाद्वीपीय शेल्फ
(ii)
महाद्वीपीय ढाल
(iii)
गहरे समुद्री मैदान
(iv)
महासागरीय गर्त
(i)
महाद्वीपीय शेल्फः- यह प्रत्येक महाद्वीप का
विस्तृत सीमांत होता है, जो अपेक्षाकृत उथले समुद्र तथा खाड़िया से घिरा होता है। यह
महासागर का सबसे उथला भाग होता है, जिसकी औसत ढाल प्रवणता 1 या उससे भी कम होती है।
महासागरीय शेल्फ की औसत चौड़ाई 80 किलोमीटर होती है। आर्कटिक महासागर में साइबेरियन
शेल्फ विश्व में सबसे बड़ा है जिसकी चौड़ाई 1500 किलोमीटर है।
(ii)
महाद्वीपीय ढाल :- महाद्वीपीय ढाल महाद्वीपीय
शेल्फ और महासागरीय बेसिन को जोड़ती है। इसकी शुरुआत वहां होती है जहां महाद्वीपीय
शेल्फ की तली तीव्र ढाल में परिवर्तित हो जाती है। इसकी औसत ढाल प्रवणता 2° से 5 तक
पाई जाती है। इसकी औसत गहराई 200 मीटर से 3000 मीटर के बीच होती है। इसी प्रदेश में
कैनियन एवं खाईयां दिखाई देती है।
(iii)
गभीर सागरीय मैदानः- गभीर सागरीय मैदान महासागरीय
बेसिनो के मंद ढाल वाले क्षेत्र होते हैं। ये विश्व के सबसे चिकन तथा सबसे सपाट भाग
है। इनकी गहराई 3000 मीटर से 6000 मीटर के बीच होती है। ये मैदान महीन कणों वाले अवसादो
जैसे मृत्तिका एवं गाद से ढके होते हैं।
(iv)
महासागरीय गर्तः- ये महासागरों के सबसे गहरे भाग होते हैं।
ये गर्त अपेक्षाकृत खड़े किनारो वाले संकीर्ण बेसिन होते हैं। अपने चारों ओर की महासागरीय
तली की अपेक्षा ये 3 से 5 किलोमीटर तक गहरे होते हैं। ये महाद्वीपीय ढाल के आधार तथा
द्वीपीय चापो के पास स्थित होते हैं एवं सक्रिय ज्वालामुखी तथा प्रबल भूकंप वाले क्षेत्र
से संबंधित होते हैं। यही कारण है कि ये प्लेटो के संचालन के अध्ययन के लिए काफी महत्वपूर्ण
है।
अभी तक लगभग 57 गर्त को खोजा गया है, जिसमें से 32 प्रशांत महासागर में, 19 अटलांटिक महासागर में एवं 6 हिंद महासागर में है।
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