12th Sanskrit 13. योगस्य वैशिष्ट्यम् JCERT/JAC Reference Book
12th Sanskrit 13. योगस्य वैशिष्ट्यम् JCERT/JAC Reference Book 13.
योगस्य वैशिष्ट्यम्
(योग की विशेषता) अधिगम-प्रतिफलानि 1. विद्यार्थी सरलसंस्कृतभाषया कक्षोपयोगीनि वाक्यानि वक्तुं
समर्थ अस्ति। (विद्यार्थी सरल संस्कृत भाषा में कक्षा में उपयोगी वाक्यों
को बोलने में समर्थ होते हैं।) 2. कक्षातः बहि दैनन्दिन जीवनो-पयोगीनि वाक्यानि वदति। (कक्षा से बाहर दिन-प्रतिदिन जीवन उपयोगी वाक्यों को बोलते
हैं) 3. पठित्वा अपठितगद्यांशं तदाधारितप्रश्नानामुत्तरप्रदाने
सक्षमः अस्ति। (अपठित गद्यांश को पढ़कर उन पर आधारित प्रश्नों के उत्तर
देने में सक्षम होते हैं।) पाठ परिचय- प्रस्तुत पाठ पतंजलि योग सूत्र पर आधारित है। जिसमें योगाभ्यास
के माध्यम से जीवन को संयमित बनाने के लिए शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक रूप से विशिष्ट
उपायों का उल्लेख किया गया है तथा योग के विभिन्न स्वरूपों का सलक्षण वर्णन किया गया
है। प्रस्तुत पाठ का संवाद के माध्यम से रोचक रूप में विवेचन किया गया है। पाठ में
निहित विषय वस्तु छात्रों के बहुमुखी विकास के लिए अत्यंत उपयोगी है। पाठांश:- (कक्षायाः दृश्यम् अद्य कक्षा विशेषरूपेण सुसज्जिता अस्ति।
भित्तिषु योगविषयस्य विविध-चित्राणि सज्जितानि सन्ति।) स्वप्निलः - बलरामा अद्य …