Class IX सामाजिक विज्ञान सेट -2 मॉडल प्रश्नपत्र 2021-22 Term-2

Class IX सामाजिक विज्ञान सेट -2 मॉडल प्रश्नपत्र 2021-22 Term-2

 झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, राँची (झारखंड)

Jharkhand Council of Educational Research and Training, Ranchi

(Jharkhand)

द्वितीय सावधिक परीक्षा - 2021 2022

Second Terminal Examination - 2021-2022

मॉडल प्रश्नपत्र

Model Question Paper

सेट-2 (Set-2)

वर्ग- 9

विषयसामाजिकविज्ञान

पूर्णांक-40

समय - 1:30 घंटे

सामान्यनिर्देश (General Instructions) -

 परीक्षार्थी यथासंभव अपने शब्दों में उत्तर दीजिए |

 कुल प्रश्नों की संख्या 19 है।

 प्रश्न संख्या 1 से प्रश्न संख्या 7 तक अति लघुत्तरीय प्रश्न हैं। इनमें से किन्हीं पाँच प्रश्नों के उत्तर अधिकतम एक वाक्य में दीजिए। प्रत्येक प्रश्न का मान 2 अंक निर्धारित है।

 प्रश्न संख्या 8 से प्रश्न संख्या 14 तक लघुत्तरीय प्रश्न हैं। इनमें से किन्हीं 5 प्रश्नों के उत्तर अधिकतम 50 शब्दों में दीजिए। प्रत्येक प्रश्न का मान 3 अंक निर्धारित है।

 प्रश्न संख्या 15 से प्रश्न संख्या 19 तक दीर्घ उत्तरीय प्रश्न हैं। इनमें से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर अधिकतम 150 शब्दों में दीजिए। प्रत्येक प्रश्न का मान 5 अंक निर्धारित है।

खण्ड - अ - अतिलघुउत्तरीय प्रश्न

1. नात्सी पार्टी का संस्थापक कौन था?

उत्तर: एडोल्फ हिटलर

2. झूम या घुमंतू खेती किसे कहते हैं?

उत्तर: झूम कृषि एक आदिम प्रकार की कृषि है जिसमें पहले वृक्षों तथा वनस्पतियों को काटकर उन्हें जला दिया जाता है और साफ की गई भूमि को पुराने उपकरणों (लकड़ी के हलों आदि) से जुताई करके बीज बो दिये जाते हैं। कुछ वर्षों तक (प्रायः दो या तीन वर्ष तक) जब तक मिट्टी में उर्वरता विद्यमान रहती है इस भूमि पर खेती की जाती है। इसके पश्चात् इस भूमि को छोड़ दिया जाता है जिस पर पुनः पेड़-पौधें उग आते हैं। अब अन्यत्र जंगली भूमि को साफ करके कृषि के लिए नई भूमि प्राप्त की जाती है और उस पर भी कुछ ही वर्ष तक खेती की जाती है। इस प्रकार यह एक घुमंतू कृषि है जिसमें थोड़े-थोड़े समय के अंतर पर खेत बदलते रहते हैं।

3.निर्धनता की परिभाषा लिखें।

उत्तर: निर्धनता की परिभाषा निर्धनता वह स्थिति या स्तर है जहां पर व्यक्ति की आय इतनी कम हो जाती है कि वह व्यक्ति अपनी आधारभूत जरूरतों को भी पूरा करने में सक्षम नहीं होता है।

4. भुखमरी से आप क्या समझते हैं?

उत्तर: विटामिन, पोषक तत्वों और ऊर्जा अंतर्ग्रहण की गंभीर कमी को भुखमरी कहते हैं। यह कुपोषण का सबसे चरम रूप है। अधिक समय तक भुखमरी के कारण शरीर के कुछ अंग स्थायी रूप से नष्ट हो सकते हैं और अंततः मृत्यु भी हो सकती है।

5. भारतीय संविधान के द्वारा नागरिकों को कितने प्रकार के मौलिक अधिकार प्राप्त है ?

उत्तर: भारत का संविधान छह मौलिक अधिकार प्रदान करता है:

समता का अधिकार (अनुच्छेद 14-18)

स्वतंत्रता का अधिकार (अनुच्छेद 19-22)

शोषण के विरुद्ध अधिकार (अनुच्छेद 23-24)

धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार (अनुच्छेद 25-28)

संस्कृति और शिक्षा संबंधी अधिकार (अनुच्छेद 29-30)

संवैधानिक उपचारों का अधिकार (अनुच्छेद 32)

6. आदर्श आचार संहिता क्या है?

उत्तर: भारतीय निर्वाचन आयोग की आदर्श चुनाव आचार संहिता (Model Code of Conduct) राजनीतिक दलों एवं प्रत्याशियों के लिये बनायी गयी एक नियमावली है जिसका पालन चुनाव के समय आवश्यक है। चुनाव आयोग चुनाव से पहले इसके लागू होने की घोषणा करता है और चुनाव के बाद इसके समाप्त होने की।

7. प्राकृतिक वनस्पति का क्या अर्थ है?

उत्तर: प्राकृतिक वनस्पति का मतलब है वह वनस्पति जो मनुष्य द्वारा विकसित नहीं की गयी है । यह मनुष्यों से मदद की जरूरत नहीं है और जो कुछ भी पोषक तत्व इन्हें चाहिए, प्राकृतिक वातावरण से ले लेते है।

8. नात्सीवाद की मुख्य विशेषताएँ क्या थीं?

उत्तर: नात्सीवाद की प्रमुख विशेषताएँ

1. यहूदी नस्ल सबसे घटिया नस्ल है तथा संसार की अन्य सभी नस्लें यहूदी और जर्मन के बीच की नस्लें हैं।

2. हिटलर का मानना था कि लोगों को बसाने के लिए ज्यादा से ज्यादा इलाकों पर कब्जा करना जरूरी है। इससे मातृदेश का क्षेत्रफल भी बढ़ेगा और नए इलाकों में जाकर बसने वालों को अपने जन्म स्थान से सम्बन्ध बनाए रखने में कोई समस्या नहीं आएगी।

3. वह पूर्व में जर्मनी की सीमाओं को फैलाना चाहता था ताकि सारे जर्मनों को भौगोलिक दृष्टि से एक ही जगह इकट्ठा किया जा सके।

4. नात्सीवाद के अनुसार राज्य सबसे ऊपर है। लोग राज्य के लिए हैं न कि राज्य लोगों के लिए।

5. नात्सीवाद लोकतंत्र तथा साम्यवाद को जड़ से मिटा देना चाहता था।

6. नात्सीवाद युद्ध तथा शक्ति के प्रयोग को राज्य के विस्तार के लिए आवश्यक मानता था।

7. नात्सीवाद के अनुसार ब्लाँड, नीली आँखों वाले नॉर्डिक जर्मन आर्य सर्वश्रेष्ठ नस्ल है। उसे अपनी शुद्धता बनाए रखनी चाहिए तथा उसे ही पूरी दुनिया पर वर्चस्व स्थापित करने का हक है।

खण्ड - ब- लघुउत्तरीय प्रश्न

9. वनों का जीविका से किस प्रकार का संबंध है?

उत्तर: वनों की हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है। वन बाढ़ तथा भूमि कटाव से रोकथाम करता है। वनों से हमे कई प्रकार के खाने के समान मिलते है। वनों कई प्रकार के पशु पक्षी रहते है। वन नही रहने पर ये पशु पक्षी भी विलुप्त हो सकते है।

10. 'निर्धनता रेखा में समय और स्थान के साथ परिवर्तन होता है', उदाहरण के साथ कथन का समर्थन करे।

उत्तर: जो लोग अपनी बुनियादी सुविधा जैसे रोटी, कपड़ा, मकान की जरूरत को भी नही पूरा कर पाते है, उसे निर्धनता रेखा से नीचे माना जाता है। पर समय और स्थान के साथ इस रेखा में परिवर्तन होता रहता है क्योंकी हर जगह अलग- अलग लोग रहते है। उदहारण के लिये अमरीका में निर्धनता रेखा भारत में मान्य निर्धनता रेखा से काफी ऊपर है।

11. कौन लोग खाद्य असुरक्षा से अधिक ग्रस्त हो सकते हैं?

उत्तर: (i) अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ी जातियों के कुछ वर्गों (इनमें से निचली जातियाँ) का या तो भूमि का आधार कमज़ोर होता है या फिर उनकी भूमि की उत्पादकता बहुत कम होती है, वे खाद्य की दृष्टि से शीघ्र असुरक्षित हो जाते है।

12. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के बारे में बताएं।

उत्तर: भारत का राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग एक स्वायत्त विधिक संस्था है। इसकी स्थापना 12 अक्टूबर 1993 को हुई थी। इसकी स्थापना मानवाधिकार सरक्षण अधिनियम, 1993 के अन्तर्गत की गयी। यह आयोग देश में मानवाधिकारों का प्रहरी है। यह सविंधान द्वारा अभिनिश्चित तथा अन्तरराष्ट्रीय सन्धियों में निर्मित व्यक्तिगत अधिकारों का संरक्षक है। यह एक बहु सदस्यीय निकाय है। इसके प्रथम अध्यक्ष न्यायमूर्ति रंगनाथ मिश्र थे। वर्तमान में (2021)न्यायमूर्ति अरुण कुमार मिश्रा इसके वर्तमान अध्यक्ष के पद पर आसीन है। इसके अध्यक्ष व सदस्यों का कार्यकाल 3 वर्ष या 70 वर्ष (जो भी पहले पूर्ण हो जाए)। इसके अध्यक्ष व सदस्यों की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा एक गठित समिति की सिफारिश पर होती है। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग का गठन पेरिस सिद्धान्तों के अनुरूप है जिन्हें अक्तूबर, 1991 में पेरिस में मानव अधिकार संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिए राष्ट्रीय संस्थानों पर आयोजित पहली अन्तरराष्ट्रीय कार्यशाला में अंगीकृत किया गया था तथा 20 दिसम्बर, 1993 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा संकल्प 48/134 के रूप में समर्थित किया गया था।

13. भारत में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव की क्या क्या चुनौतियाँ हैं?

उत्तर: स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए चुनौतियां

भारत में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों की चुनौतियों में शामिल हैं:

(I) उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों की धन शक्ति

(ii) राजनीतिक मैदान में प्रवेश करने वाले आपराधिक तत्व

(iii) पारिवारिक राजनीति

(iv) नीतियों और व्यवहार में पार्टियों की समानता

(v) नुकसान छोटे दल और निर्दलीय उम्मीदवार।

14. भारत में वर्षा कि मात्रा पूर्व से पश्चिम की ओर घटती जाती है। क्यों?

उत्तर: प्रायद्वीपीय भारत की आकृति त्रिभुजाकार है जिसके कारण मानसून दो भागो में बाँट जाता है-

(i) अरब सागर शाखा

(ii) बंगाल की खाड़ी शाखा

आर्द्रता से युक्त बंगाल की खाड़ी शाखा तीव्र गति से उत्तर-पूर्व में प्रवेश करती है और वहाँ पर स्थित पहाड़ियों से टकराकर घनघोर वर्षा प्रदान करती हैं। यहाँ ऊँचे पर्वतों है जिसके कारण मानसून पवनें पश्चिम में गंगा के मैदान की तरफ मुड़ जाती है। जैसे-जैसे ये पवनें पश्चिम की तरफ बढ़ती हैं, वैसे-वैसे इनकी आर्द्रता कम हो जाती है। यही कारण है की उत्तर भारत में पूर्व से पश्चिम की ओर वर्षा की मात्रा घटती जाती है।

खण्ड स दीर्घउत्तरीय प्रश्न

15. नात्सियों ने जनता पर पूरा नियंत्रण हासिल करने के लिए कौन-कौन से तरीके अपनाएँ?

उत्तर: सन् 1933 में जर्मनी का चांसलर बनने के बाद हिटलर ने राज्य एवं जनता पर नात्सियों के माध्यम से पूर्ण नियंत्रण हासिल करने के लिए निम्नलिखित तरीके अपनाए –

1. विशेषाधिकार अधिनियम, मार्च 1933 द्वारा संसद के समस्त अधिकार हिटलर को देकर राज्य में तानाशाही स्थापित कर दी गई।

2. नात्सी पार्टी और उससे जुड़े संगठनों के अलावा सभी राजनीतिक पार्टियों और नेयनों पर पाबंदी लगा दी गई।

3. अर्थव्यवस्था, मीडिया, सेना और न्यायपालिका पर राज्य का पूर्ण नियंत्रण स्थापित हो गया ।

4. पूरे समाज को नात्सियों के हिसाब से नियंत्रण और व्यवस्थित करने के लिए विशेष निगरानी और सुरक्षा दस्ते गठित किए गए।

16. निम्नलिखित पर टिप्पणी लिखें:

क) न्यूनतम समर्थित कीमत

उत्तर: न्यूनतम समर्थन मूल्य सरकार (भारतीय खाद्य निगम) द्वारा किसानों को उनकी उपज के लिए दिया मूल्य है जो कि सरकार द्वारा पहले ही घोषित किया जा चुका होता है। न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि से विशेष तथा खाद्यान्नों के अधिशेष वाले राज्यों के किसानों को अपनी भूमि पर मोटे अनाजों की खेती समाप्त कर धान और गेहूं उपजाने के लिए प्रेरित किया है, जबकि मोटा अनाज गरीबों का प्रमुख भोजन है।

ख) बफर स्टॉक

उत्तर: भारत सरकार द्वारा खाद सुरक्षा की पूर्ति हेतु बफ़र स्टॉक का निर्माण किया गया है। बफ़र स्टॉक सरकार द्वारा गेहूं और चावल का अधिप्राप्त भंडार है। सरकार द्वारा खरीदा गया यह अनाज किसी आपदा के समय वितरित कर दिया जाता है। सरकार द्वारा उसका निर्माण कम कीमत पर समाज के गरीब वर्गों में अनाज के वितरण के लिए किया जाता है।

ख) निर्गम कीमत

उत्तर: सरकार द्वारा जब गरीबों को बाज़ार से कम कीमत पर अनाज का वितरण किया जाता है तो इस कीमत को निर्गत कीमत कहते हैं ।

17. भारतीय संविधान में वर्णित मौलिक अधिकारों कि व्याख्या करें?

उत्तर:

1. समानता का अधिकार - इसका अर्थ है कि भारत में जाति, वर्ण, जन्म, नस्ल, लिंग, जन्म स्थान आदि आधार पर राज्य किसी भी नागरिक के साथ भेदभाव नहीं करेगा।

2. स्वतंत्रता का अधिकार- भारत के सभी नागरिकों को विचार प्रकट करने, भाषण देने और अपने तथा अन्य व्यक्तियों के विचारों के प्रचार की स्वतंत्रता प्राप्त है। शांतिपूर्ण और बिना किसी शस्त्रों के सभा, जुलूस या प्रदर्शन आयोजित करने की स्वतंत्रता प्राप्त है।

3. शोषण के विरुद्ध अधिकार- इस अधिकार के तहत कोई भी व्यक्ति किसी का शोषण नही कर सकता है। जैसे हरिजनों, स्त्रियों और भूमिहीन कृषकों का शोषण नहीं किया जा सकता।

4. धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार- यहां प्रत्येक व्यक्ति को अपना धर्म का प्रचार प्रसार करने का अधिकार प्राप्त है। कोई भी व्यक्ति किसी भी धर्म को मान सकता है। उसे अपना धर्म चुनने का अधिकार प्राप्त है।

5. सम्पत्ति का अधिकार- भारतीय संविधान द्वारा नागरिकों को सम्पत्ति का अधिकार दिया गया है। किसी भी व्यक्ति को उसके संपत्ति से अलग नहीं किया जा सकता है।

6. सांस्कृतिक तथा शिक्षा सम्बन्धी अधिकार- भारत के सभी नागरिकों को संस्कृति और शिक्षा सम्बन्धी अधिकार प्रदान किये गये हैं। नागरिकों के प्रत्येक वर्ग को अपनी भाषा, लिपि और संस्कृति को सुरक्षित रखने का अधिकार है

7. संवैधानिक उपचारों का अधिकार- इस अधिकार का यह अर्थ है कि नागरिक अपने अधिकारों को लागू करने के लिए सर्वोच्च न्यायालय तथा उच्च न्यायालयों की शरण ले सकते हैं ।

18. शीत ऋतु कि अवस्था एवं उनकी विशेषताएं बताएं।

उत्तर: भारत में शीत ऋतु मध्य नवंबर में उत्तरी भारत से आरंभ होती है और फरवरी तक रहती है। इस ऋतु की विशेषताओं अथवा अवस्था का वर्णन इस प्रकार है:

(क) तापमानः इस मौसम में सूर्य दक्षिणी गोलार्ध में मकर रेखा पर सीधा चमकता है। इसीलिए भारत के दक्षिणी भागों से उत्तर की ओर तापमान लगातार घटता जाता है। चेन्नई का औसत तापमान 24°-25° से० होता है, जबकि उत्तरी भारत में यह 10-15° से० के बीच होता है।

(ख) वायु का दबाव: संपूर्ण उत्तरी भारत में तापमान में गिरावट के कारण उच्च वायुदाब का क्षेत्र पाया जाता है। परिणामस्वरूप हमारे देश के उत्तरी-पश्चिमी भागों में 1020 मिलीबार की समदाब रेखा द्वारा प्रति-चक्रवात की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। देश के दक्षिणी भागों तथा समुद्र तटीय क्षेत्रों में निम्नदाब वाली 1013 मिलीबार की समदाब रेखा गुज़रती है। कभी-कभी देश के पश्चिमी तथा उत्तर-पश्चिमी भागों में निम्नदाब के केंद्र बन जाते हैं। उन्हें पश्चिमी विक्षोभ अथवा चक्रवात कहा जाता है।

(ग) पवनें: इस समय मध्य तथा पश्चिमी एशिया के क्षेत्रों में उच्चदाब का केंद्र बन जाता है। वहाँ की शुष्क तथा शीत पवनें उत्तर-पश्चिमी भागों से देश के अंदर प्रवेश करती हैं। इससे पूरे विशाल मैदानों का तापमान काफ़ी नीचे गिर जाता है। 3 से 5 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से बहने वाली इन पवनों के द्वारा शीत लहर का जन्म होता है। इस ऋतु में देश के ऊपर जेट वायुधाराओं का प्रभाव भी रहता है। ये धाराएँ धरातल से तीन किलोमीटर की ऊँचाई के बाद ऊपरी मंडल में बहुत तेज़ गति से चलती हैं। इन पवनों के मार्ग में हिमालय पर्वतों के आ जाने के कारण यह 'जेट' धारा दक्षिणी एवं उत्तरी भागों में बँट जाती है। इनमें से दक्षिणी 'जेट' धारा देश की जलवायु को प्रभावित करती है। इसी धारा के कारण भूमध्य सागरीय चक्रवात भारत में आते हैं।

(घ) वर्षाः सर्दियों में देश के दो भागों में वर्षा होती है। देश के उत्तरी-पश्चिमी भागों में पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान, जम्मू-कश्मीर व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में औसत 20 से 25 सें०मी० तक चक्रवातीय वर्षा होती है। हिमाचल प्रदेश, कश्मीर, कुमाऊँ की पहाड़ियों में हिमपात होता है। दूसरी ओर तमिलनाडु तथा केरल के कुछ भागों में उत्तरी-पूर्व मानसून से पर्याप्त वर्षा होती है।

(ङ) मौसमः सर्दियों में मौसम सुहावना होता है। दिन मुख्य रूप से गर्म (सम) तथा रातें ठंडी होती हैं। कभी-कभी रात के तापमान में गिरावट आने के कारण सघन कोहरा भी पड़ता है। मैदानी भागों में शीत लहर के प्रभाव के कारण तुषार (Frost) पड़ता है।

19. दिए गए भारत के मानचित्र पर पर्वतीय वन को छायांकित करें।

उत्तर:

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