झारखण्ड
शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, राँची (झारखण्ड)
द्वितीय
सावधिक परीक्षा (2021 2022)
मॉडल
प्रश्न पत्र सेट - ( 1 )
कक्षा-9 |
विषय - हिन्दी (ए) |
समय- 1 घंटा 30 पूर्णांक 40 मिनट |
पूर्णांक-40 |
सामान्य
निर्देश:-
→
परीक्षार्थी यथासंभव अपनी ही भाषा शैली में उत्तर दें |
→ इस
प्रश्न पत्र के तीन खण्ड हैं | सभी खण्ड के प्रश्नों का उत्तर देना अनिवार्य
→ सभी
प्रश्न के लिए निर्धारित अंक उसके सामने उपांत में अंकित है।
→ प्रश्नों
के उत्तर उसके साथ दिए निर्देशों के आलोक में ही लिखें |
→
2 अंक के प्रश्नों के उत्तर लगभग 20 शब्दों में, 3 अंक के प्रश्नों के उत्तर लगभग 50 शब्दों में, 5 अंक के प्रश्नों के उत्तर लगभग 100 शब्दों में
एवं 6 अंक के प्रश्नों के उत्तर लगभग 150 शब्दों मे दें |
खंड - क (अपठित बोध)
नीचे
दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में दीजिए
:-3x2 = 6
दैनिक
जीवन में हम अनेक लोगों से मिलते हैं, जो विभिन्न प्रकार के काम करते हैं सड़क पर ठेला
लगाने वाला, दूध वाला, नगर निगम में सफाई कर्मी, कार्यालय कर्मी, स्कूल अध्यापक हमारे
सहकर्मी और कई अन्य लोग । शिक्षा, वेतन, परंपरागत चलन और व्यवसाय के स्तर पर कुछ
लोग निम्न स्तर पर कार्य करते हैं, तो कुछ उच्च स्तर पर वास्तव में पद महत्वपूर्ण नहीं
होता बल्कि कार्य के प्रति समर्पण और ईमानदारी से किये गए कार्य में पारदर्शिता ही
महत्वपूर्ण होती है । इस संदर्भ में गांधी जी से अच्छा और उत्कृष्ट उदाहरण किसका
दिया जा सकता है, जिन्होंने अपने हर कार्य को गरिमामयी माना । उन्होंने अपने
सहयोगियों को श्रम की महिमा बतलाई । दक्षिण अफ्रीका में भारतीयों के लिए संघर्ष
करते हुए उन्होंने सफाई करने जैसे कार्य को भी कभी नीचा नहीं समझा और इसी कारण
स्वयं उनकी पत्नी कस्तुरबा से भी उनके मतभेद हो गये | बाबा आमटे ने भी समाज द्वारा
तिरस्कृत कुष्ठ रोगियों की सेवा में अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर दिया | सुंदरलाल
बहुगुणा ने अपने प्रसिद्ध "चिपको आंदोलन" के माध्यम
से पेड़ों को संरक्षण प्रदान किया | इनमें से किसी ने भी कभी कोई सत्ता प्राप्त नहीं
की, बल्कि अपने जनकल्याणकारी कार्यों से लोगों के दिलों में शासन किया और अमर हो गए।
प्रश्न 1. गाँधीजी की पत्नी का क्या नाम था ?
उत्तर:
कस्तुरबा गाँधी
प्रश्न 2. दैनिक जीवन में लोगों को हम कौन कौन से कार्य करते हुए देखते
हैं ?
उत्तर:
दैनिक जीवन में कुछ लोग निम्न स्तर पर कार्य करते हैं, तो कुछ उच्च स्तर पर करते है।
प्रश्न 3. बाबा आमटे और सुन्दर लाल बहुगुणा अपने किन किन कार्यो के
लिए जाने जाते हैं ?
उत्तर:
बाबा आमटे समाज द्वारा तिरस्कृत कुष्ठ रोगियों की सेवा तथा सुन्दर लाल बहुगुणा
"चिपको आंदोलन" के माध्यम से पेड़ों को संरक्षण प्रदान करने करने के लिए
जाने जाते है।
खंड- ख (पाठ्यपुस्तक)
प्रश्न
4. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दें - 4 x 3 = 12
(क) बालिका मैना ने सेनापति हे को अपने कौन-कौन से तर्क देकर महल की
रक्षा के लिए प्रेरित किया ?
उत्तर: बालिका
मैना ने सेनापति 'हे' को महल की रक्षा करने के लिए निम्नलिखित तर्क दिए:-
(1)
अंग्रेज़ों के दोषी नाना साहब हैं। मकान का इसमें क्या दोष है?
(2)
यह स्थान मैना को बहुत प्रिय है।
(3)
अंत में मैना ने सेनापति 'हे' को अपना परिचय देकर कहा कि वो उनकी पुत्री 'मेरी' की
सहेली है।
(ख) महादेवी वर्मा उर्दू फ़ारसी क्यों नहीं सीख पाई?
उत्तर:
लेखिका की उर्दू-फ़ारसी में बिल्कुल रुचि न होने के कारण वह उससे सीख नही पायीं। इसलिए
लेखिका को बचपन में उर्दू पढ़ाने के लिए जब मौलवी रखा गया और वह जब घर में आए तो लेखिका
चारपाई के नीचे छिप गई।
(ग) कोयल की कूक सुनकर कवि की क्या प्रतिक्रिया थी ?
उत्तर:
कोयल की कूक सुनकर कवि को ऐसा लगता है जैसे कोयल उसके लिए कोई संदेशा लेकर आई है, संदेशा
शायद अति महत्वपूर्ण है इसलिए कोयल ने सुबह होने का भी इन्तजार नहीं किया।
(घ) "बच्चे काम पर जा रहे हैं" कविता के आधार पर कवि क्या
बतलाना चाह रहा है ?
उत्तर:
कवि यहाँ उन सामाजिक व आर्थिक परिस्थितियों की ओर हम सबका ध्यान आकषिर्त कराना चाहते
हैं जिनके कारण बच्चे अपना बचपन खो देते हैं। उनकी शिक्षा नहीं हो पाती तथा वे बाल
मज़दूरी करने पर विवश हो जाते हैं। कवि बताना चाहते हैं कि आर्थिक तंगी के कारण बच्चों
को मजदूरी करनी पड़ती है।
(ङ) सखी ने गोपी से कृष्ण का कैसा रूप धारण करने का आग्रह किया था
?
उत्तर:
सखी गोपी से वही सब कुछ धारण करने के लिए कहती है जो कृष्ण धारण करते हैं, सखी ने गोपी
से आग्रह किया था कि वह कृष्ण के समान सर पर मोरपंखों का मुकुट धारण करें। गले में
गुंजों की माला पहने। तन पर पीले वस्त्र पहने। हाथों में लाठी थामे और पशुओं के संग
विचरण करें।
(च) मैना जड़ पदार्थ मकान को बचाना चाहती थी पर अंग्रेज उसे नष्ट करना
चाहते थे | क्यों ?
उत्तर:
मैना अपने मकान की बचाना चाहती थी क्योंकि यह मकान उसे बहुत प्रिय था। यह उसकी पैत्रिक
धरोहर थी । अंग्रेज़ उस मकान को नष्ट कर देना चाहते थे क्योंकि यह मकान नानाजी जैसे
और भी क्रांतिकारियों का ठिकाना हो सकता था। नाना जी ने अंग्रेज़ी सरकार को बहुत हानि
पहुँचाई थी तथा अनेक अंग्रेज़ नर-नारियों की हत्या की थी।
प्रश्न
5. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर दें - 2 x 3 = 6
(क ) "रीढ़ की हड्डी" शीर्षक एकांकी के द्वारा लेखक ने समाज
के किन बुराइयों की ओर संकेत किया है ?
उत्तर:
यह शीर्षक एकांकी की भावना को व्यक्त करने के लिए बिल्कुल सही है। इस शीर्षक में समाज
की सड़ी-गली मानसिकता को व्यक्त किया गया है तथा उसपर प्रहार किया है। क्योंकि रीढ़
शरीर का मुख्य हिस्सा होता है, वही उसको सीधा रखने में मदद करता है।
(ख) गरीब आदमी का शमशान नहीं उजड़ना चाहिए ? आशय स्पष्ट करें ।
उत्तर:
गरीब आदमी का श्मशान नहीं उजड़ना चाहिए – इस कथन का आशय यह है कि गरीबों के रहने का
आसरा नहीं छिनना चाहिए। माटीवाली जब एक दिन मजदूरी करके घर पहुँचती है तो उसके पति
की मृत्यु हो चुकी होती है। अब उसके सामने विस्थापन से ज्यादा पति के अंतिम संस्कार
की चिंता होती है, बाँध के कारण सारे श्मशान पानी में डूब चूके होते हैं।
(ग) समाज में महिलाओं को उचित गरिमा दिलाने हेतु आप कौन-कौन से प्रयास
कर सकते हैं ?
उत्तर:
समाज में महिलाओं को उचित गरिमा दिलाने हेतु सबसे पहले उन्हें शिक्षित बनाना जरूरी
है। जब तक महिलाएं शिक्षित नहीं होंगी वे न तो अपना विकास कर सकती है और न ही देश की
प्रगति में अपना सहयोग दे पाएंगी और न ही उनमें आत्मविश्वास पैदा हो पाएगा। किसी भी
व्यक्ति के व्यक्तित्व के प्रभावी होने के लिए उसमें आत्मविश्वास का होना बहुत जरूरी
है। नारी को पुरुष के समान अधिकार और सम्मान दिलाने के लिए समाज को जागरुक किया जाना
चाहिए। महिलाएं किसी भी मायने में पुरुष से कम नहीं है। महिलाओं को आत्मरक्षा के विभिन्न
उपायों एवं कौशल का ज्ञान कराना चाहिए जिससे वह अपनी रक्षा स्वयं करने में समर्थ हो
जाएंगी। महिलाओं के कल्याण के लिए सरकार द्वारा बनाई गई सभी योजनाओं को लागू करवाने
की कोशिश करनी चाहिए और हर एक महिला को उसका फायदा मिलना चाहिए। हमें यह भी याद रखना
चाहिए कि यदि महिलाएं विकसित और उन्नत नहीं है तो देश के उज्जवल भविष्य की कामना नहीं
की जा सकती।
खंड- ग (रचना) 1X5=5
प्रश्न 6. चार दिनों के अवकाश हेतु प्रधानाचार्य को एक आवेदन पत्र लिखें
।
उत्तर:
सेवा
में,
श्रीमान प्रधानाचार्य महोदय
+2 उच्च विद्यालय गोपीकांदर,दुमका
विषय:-चार
दिनों के अवकाश हेतु
महोदय,
मैं
आपके विद्यालय का कक्षा नौवीं का नियमित छात्र हूं। अत्यंत खेद सहित मैं आपको बताना
चाहता हूं कि जब मैं कल विद्यालय से लौट रहा था तब अचानक हुई बारिश में भीगने के कारण
मुझे ज्वर आ गया। चिकित्सक ने मुझे दवा लेने के साथ-साथ चार दिनों की आराम की सलाह
दी है।
अतः
आपसे विनम्र निवेदन है कि आप मुझे चार दिनों की अवकाश देने की कृपा करें। इस कृपा के
लिए मैं आपका आभारी रहूंगा।
आपका
आज्ञाकारी शिष्य
नाम:-राहुल
कुमार
वर्ग:-9वी
रोल
नम्बर-20
अथवा
अपनी छोटी बहन को समय के सदुपयोग की सलाह देते हुए एक पत्र लिखें।
उत्तर:
रांची
लॉज , रांची
28
मई 2022
मेरे
प्रिय बहन अनीता,
मैं
यहां ठीक हूं और आशा करता हूं कि तुम भी वहां कुशल होगी। मुझे तुम्हारे द्वितीय चरण
की परीक्षा के बारे में पता चला, जिसका परीक्षा जून मे है। अब तुम्हारी परीक्षा काफी
नजदीक भी आने लगी है इसलिए मैं तुम्हें यही कहना चाहूंगा कि हमेशा की तरह पढ़ाई को
कल पर मत छोड़ो समय के महत्व को समझो और खूब मेहनत करो अन्यथा तुम्हें पछताना पड़ सकता
है।
मां
पिताजी को मेरा नमस्कार कहना,
तुम्हारा
बड़ा भैया,
राहुल कुमार
प्रश्न
7.दिए गए संकेत बिंदुओं के आधार पर निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबंध लिखें
( शब्द सीमा - 150) 1 x 6= 6
पर्यावरण प्रदूषण - एक गंभीर समस्या
(संकेत बिंदु :अर्थ प्रदूषण के प्रकार प्रदूषण के कारण सुधार के उपाय,
उपसंहार)
उत्तर:
प्रदूषण का अर्थ:-
प्राकृतिक
असुंतलन का ही दूसरा नाम प्रदूषण है। मानवीय हस्तक्षेप से जब प्रकृति के किसी एक घटक
(तत्व) की मात्रा निश्चित मानकों से कम या अधिक हो जाती है, तो प्रकृति में असन्तुलन
उत्पन्न हो जाता है, जिसे प्रदूषण कहा जाता है।पृथ्वी पर प्रदूषण क्यों प्रारम्भ हुआ,
इस सम्बन्ध में विद्वानों में मत वैभिन्य है, किन्तु यह सभी स्वीकार करते हैं कि इसका
एक प्रमुख कारण जनसंख्या विस्फोट है। जैसे-जैस जनसंख्या बढ़ती गई, जंगल कटते गए, नगर
बसते गए, औद्योगीकरण प्रारम्भ हुआ और प्रदूषण की समस्या उत्पन्न हो गई।
प्रदूषण
के प्रकार:-
सामान्यतः
प्रदूषण पांच प्रकार का होता है-
1.
वायु प्रदूषण
2.
जल प्रदूषण
3.
ध्वनि प्रदूषण
4.
मृदा प्रदूषण
5.
रेडियोधर्मी प्रदूषण
इनमें
से प्रत्येक मानव जीवन के लिए हानिकारक है, अतः प्रदूषण के इन प्रकारों के बारे में
जानना और उनकी रोकथाम के लिए उपाय करना परम आवश्यकउपाय
प्रदूषण
से बचने के उपाय:-
प्रदूषण
से बचने के लिए कुछ कारगर उपाय निम्नवत हो सकते हैं
1.
सरकार कानून बनाकर लोगों को प्रदूषण फैलाने से रोके तथा इन कानूनों का उल्लंघन करने
पर कड़े दण्ड का प्रावधान हो ।
2.
अधिक से अधिक वृक्षारोपण किया जाए।
3.
हरे पेड़ों एवं जंगलों की कटाई पर अंकुश लगाया जाए।
4.
उद्योगों को प्रदूषण रोकने वाले यन्त्र लगाने पर ही लाइसेन्स दिया जाए।
5.
नदियों में प्रदूषित पदार्थों को मिलाने वाले उद्योगों पर रोक
लगाई
जाए।
6.
परमाणु रिएक्टरों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जाए जिससे रेडियो एक्टिव प्रदूषण न
फैले।
7.
कीटनाशक दवाइयों एवं रासायनिक खादों का उपयोग कम से कम किया जाए।
8.
पेट्रोल एवं डीजल चालित वाहनों को धीरे धीरे बन्द करके सी. एन. जी. एवं बैटरी चालित
वाहनो को महानगरों में चलाया जाए।
9.
जन जागरण द्वारा प्रदूषण की रोकथाम हेतु सतत प्रयास किए जाएं।
उपसंहार:-
भारत
सरकार ने प्रदूषण की रोकथाम के लिए सन 1974 एवं 1981 में कानून बनाए हैं तथा पर्यावरण
मन्त्रालय भी इस दिशा में सचेष्ट है तथापि प्रदूषण की रोकथाम करना प्रत्येक नागरिक
का कर्तव्य है। विकास की गति को जारी रखते हुए यथासम्भव प्रदूषण से बचा जाए यही हमारा
प्रयास होना चाहिए, तभी हमारी वर्तमान एवं भावी पीढ़ियों का भविष्य सुरक्षित हो सकेगा।
अथवा
कंप्यूटर
एक वरदान (संकेत बिंदु - भूमिका, आविष्कार, उपयोग, दुष्परिणाम, उपसंहार)
अथवा
स्वच्छता
का महत्व (संकेत बिंदु - भूमिका, अर्थ, लाभ, स्वच्छ न रहने के, दुष्परिणाम, उपसंहार)
प्रश्न 8 विद्यालय में स्वच्छता अभियान को लेकर दो मित्रों के बीच हुए
संवादको लिखिए। 1x5= 5
उत्तर:
सुरेश :- और क्या भारत को स्वच्छ रखना सिर्फ भारत सरकार का ही कर्तव्य नहीं है ना,
हम भारतवासियों का भी कर्तव्य है।
श्याम
:- हां सही बात है जरा सोचो अगर सारे भारतीय यह बात ठान ले कि भारत को स्वच्छ रखेंगे
तो गंदगी कहीं नहीं रहेगी। चलो भारत को स्वच्छ बनाएं और प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान
में अपना सहयोग दें।
अथवा
कोरोना महामारी के विषय में दो मित्रों के बीच हुए संवाद को लिखिए।
उत्तर:
राजू:- सुप्रभात मित्र ! कैसे हो ?
दीपक:-
मैं ठीक हूँ। तुम कैसे हो ?
राजू
:- ठीक हूँ, परंतु आजकल पढ़ाई को लेकर चिंतित हूँ।
दीपक
:- हां दोस्त । इस कोरोना महामारी का हमारी शिक्षा को बहुत प्रभावित किया है।
राजू।
:- पढ़ाई के साथ साथ रोजमर्रा की जिंदगी भी
प्रभावित है।
दीपक
:- हां दोस्त, कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। ऐसे में लॉकडाउन खुलने
की उम्मीद नही दिख रही है।
राजू
:- ऑनलाइन पढ़ाई तो कर रहे हो ना।
दीपक
:- हां परंतु स्कूल में पढ़ने की बात ही कुछ और है।
राजू
:- हां मित्र, ये तुम सही कह रहे हो ।
दीपक :- ईश्वर से प्रार्थना है कि जल्द से जल्द ये महामारी हमारे देश से खत्म हो जाये जिससे आम जिंदगी फिर से पहले जैसी हो जाये ।