खण्ड
- A
(
प्रश्न संख्या 1 से 7 तक प्रत्येक 2 अंकों का है। इनमें से किन्हीं पाँच प्रश्नों के
उत्तर दीजिए।)
प्रश्न 1. नेशनल असेम्बली में मताधिकार किसने दिया था ?
उत्तर:
फ्रांस में नेशनल असेम्बली चुनने के लिए मतदान का अधिकार कुछ लोगो को ही प्राप्त था।
जो लोग दो तिहाई कर चुकाते थे ,जो सक्रीय नागरिक थे, उन्हें ही मतदान करने का अधिकार
प्राप्त था। महिलाएं मतदान नहीं कर सकती थी।
प्रश्न 2. वन अधिनियम के चलते देश भर में गाँव वालों को कौन कौन-सी
मुश्किलों की सामना करना पड़ा ?
उत्तर:
वन अधिनियम के बाद घर के लिए लकड़ी काटना, पशुओं को चराना, कंद-मूल, फल इकट्ठा करना
आदि रोजमर्रा की गतिविधियाँ गैरकानूनी बन गईं। जलावनी लकड़ी एकत्र करने वाली औरतें विशेष तौर से परेशान रहने लगीं।
प्रश्न 3. पारिस्थितिकी तंत्र किसे कहते हैं ?
उत्तर:
इस पर्यावरण में उपस्थित जैविक समुदाय तथा निर्जीव परिस्थितियों में पारस्परिक क्रिया
तथा पदार्थों का आदान-प्रदान होता है, दूसरे शब्दों में जीवित पौधे और जंतु और इनकी
निर्जीव परिस्थितियां एक दूसरे पर आश्रित है और दोनों मिलकर एक ऐसा स्थाई तंत्र बनाते
हैं जिसके विभिन्न संघटक एक मशीन के पुर्जो की तरह कार्य करते हैं तथा एक समन्वित इकाई
बनाते हैं जिसे पारिस्थितिक तंत्र कहते हैं।
पारिस्थितिक
तंत्र शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम टेंसली नामक वैज्ञानिक ने सन 1935 में किया था टेंसिले
के अनुसार प्रकृति में उपस्थित सजीवों एवं निर्जीव की परस्पर या आपसी क्रियाओं के परिणाम
स्वरूप बनने वाला तंत्र पारिस्थितिक तंत्र कहलाता है।
प्रश्न 4. जैव विविधता का संरक्षण से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर:
जैव विविधता संरक्षण का आशय जैविक संसाधनों के प्रबंधन से है जिससे उनके व्यापक उपयोग
के साथ-साथ उनकी गुणवत्ता भी बनी रहे। चूँकि जैव-विविधता मानव सभ्यता के विकास की स्तम्भ
है इसलिये इसका संरक्षण अति आवश्यक है। जैव-विविधता हमारे भोजन, कपड़ा, औषधीय, ईंधन
आदि की आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका
अदा करती है। जैव-विविधता पारिस्थितिक संतुलन को बनाये रखने में सहायक होती है। इसके
अतिरिक्त यह प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, सूखा आदि से राहत प्रदान करती है। वास्तव
में जैव-विविधता प्रकृति की स्वभाविक संपत्ति है और इसका क्षय एक प्रकार से प्रकृति
का क्षय है। अतः प्रकृति को नष्ट होने से बचाने के लिये जैव-विविधता को संरक्षण प्रदान
करना समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है।
प्रश्न 5. किसी भी क्षेत्र की जलवायु को नियंत्रित करने वाले दो कारकों
के नाम बताइए।
उत्तर:
जलवायु को नियंत्रित करने वाले दो प्रमुख कारक होते हैं- ताप तथा वर्षा। ताप का स्रोत
सूर्य है। सूर्य पृथ्वी से अनन्त दूरी पर है किन्तु वह पृथ्वी को अपने विकिरणों से
कभी तप्त बनाता है तो कभी शीतल। वर्षा भी सूर्य के द्वारा नियंत्रित होती है।
प्रश्न 6. 'अधिकार' किसे कहते हैं ?
उत्तर:
अधिकार का अभिप्राय राज्य द्वारा व्यक्ति को दी गयी कुछ कार्य करने की स्वतन्त्रता
या सकारात्मक सुविधा प्रदान करना है जिससे व्यक्ति अपनी शारीरिक, मानसिक एवं नैतिक
शक्तियों का पूर्ण विकास कर सके।
प्रश्न 7. मानव निर्धनता से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर:
किसी व्यक्ति को निर्धन माना जाता है, यदि उसकी आय या उपभोग स्तर किसी ऐसे 'न्यूनतम
स्तर' से नीचे गिर जाए जो मूल आवश्यकताओं जैसे भोजन, कपड़ा और आवास को पुर्ण करने के
लिए आवश्यक है।
खण्ड
B
(
प्रश्न संख्या 8 से 14 तक प्रत्येक 3 अंकों का है। इनमें से किन्हीं पाँच प्रश्नों
के उत्तर दीजिए।)
प्रश्न 8. हिटलर लोगों को अपने भाषणों में किस प्रकार का आश्वासन देता
था ?
उत्तर:
हिटलर एक जबरदस्त वक्ता था। उसका जोश और उसके शब्द लोगों को हिलाकर रख देते थे। वह
अपने भाषणों में एक शक्तिशाली राष्ट्र की स्थापना, वर्साय संधि में हुई नाइंसाफी,जर्मन
समाज को खोई हुई प्रतिष्ठा वापस दिलाने का आश्वासन देता था। उसका वादा था कि वह बेरोजगारों
को रोजगार और नौजवानों को एक सुरक्षित भविष्य देगा। उसने आश्वासन दिया कि वह देश को
विदेशी प्रभाव से मुक्त कराएगा और तमाम विदेशी ‘साजिशों का मुँहतोड़ जवाब देगा।
प्रश्न 9. घुमंतू कृषि किसे कहते हैं ?
उत्तर:
घुमंतू कृषि एक आदिम प्रकार की कृषि है जिसमें पहले वृक्षों तथा वनस्पतियों को काटकर
उन्हें जला दिया जाता है और साफ की गई भूमि को पुराने उपकरणों (लकड़ी के हलों आदि)
से जुताई करके बीज बो दिये जाते हैं। कुछ वर्षों तक (प्रायः दो या तीन वर्ष तक) जब
तक मिट्टी में उर्वरता विद्यमान रहती है इस भूमि पर खेती की जाती है। इसके पश्चात्
इस भूमि को छोड़ दिया जाता है जिस पर पुनः पेड़-पौधें उग आते हैं। अब अन्यत्र जंगली
भूमि को साफ करके कृषि के लिए नई भूमि प्राप्त की जाती है और उस पर भी कुछ ही वर्ष
तक खेती की जाती है। इस प्रकार यह एक घुमंतू कृषि है जिसमें थोड़े-थोड़े समय के अंतर
पर खेत बदलते रहते हैं।
प्रश्न 10. भारत की जलवायु को प्रभावित करने वाले किन्हीं तीन कारकों
को लिखिए।
उत्तर:
1. अक्षांश: पृथ्वी के गोल आकार के कारण इसे प्राप्त होने वाली सौर ऊर्जा की मात्रा
में अक्षांशों के अनुसार भिन्नता पाई जाती है। जैसे-जैसे विषुवत रेखा से ध्रुवों की
ओर बढ़ते हैं, तापमान घटता जाता है। यही कारण है कि ध्रुवों पर लगभग सालों भर वर्फ
जमा रहता है। जबकि विषुवत वृत के आस-पास हमेशा गर्मी रहती है।
2.
ऊंचाई: पृथ्वी की सतह से जैसे-जैसे ऊंचाई की ओर बढ़ते हैं तापमान घटता जाता है। अमूमन
165 मीटर की ऊंचाई पर 1 डिग्री तापमान में कमी हो जाता है। इस तरह जो स्थान जितना अधिक
ऊंचाई पर होगा वहां तापमान नीचे वाले स्थान की अपेक्षा कम होगा। यही कारण है कि हिमालय
जैसे ऊंचे पर्वतीय चोटियां हमेशा बर्फ से ढकी रहती है एवं ठंड के समय घाटियों में हिमपात
होता है।
3.
वायुदाब: किसी भी क्षेत्र में वायुदाब का संबंध तापमान से होता है। तापमान अधिक होने
पर निम्न वायुदाब तथा तापमान में कमी होने पर उच्च वायुदाब की स्थिति बनती है। हवाएं
उच्च वायुदाब से निम्न वायुदाब की ओर चलती है। यही कारण है कि वर्षा ऋतु में उत्तर
भारत में अधिक तापमान के कारण निम्न विकसित होता है। जिससे उच्च वायुदाब क्षेत्र हिंद
महासागर से निम्न वायुदाब क्षेत्र भारत की ओर हवायें (मानसूनी पवनें) आती हैं और अपने
साथ जलवाष्प लाती है। जिससे भारत में वर्षा होती है। इसी कारण भारतीय जलवायु को मानसूनी
जलवायु भी कहते हैं।
प्रश्न 11. जीव मंडल निचय से क्या अभिप्राय है ? कोई दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
जीवमंडल निचय से अभिप्राय उन बहु-उद्देश्यीय संरक्षित क्षेत्र से यही जहाँ प्रत्येक
पादप एवं जीव प्रजाति को प्रकृतिक वातावरण में संरक्षण प्रदान किया जाता है। इसके दो
उदाहरण इस प्रकार है (i) नंदा देवी (उत्तरांचल) (ii) नीलगिरी (केरल, कर्नाटक तथा तमिलनाडु)
प्रश्न 12. भारत के निर्वाचन आयोग के मुख्य अधिकार क्या क्या हैं ?
उत्तर:
भारत के निर्वाचन आयोग के मुख्य अधिकार-
1.
आयोग के चुनाव संबंधी कार्यों और शक्तियों को तीन श्रेणियों (प्रशासनिक, सलाहकार और
अर्ध-न्यायिक) में विभाजित किया गया है।
2.
आयोग के पास संसद और राज्य विधानसभाओं के मौजूदा सदस्यों पर सलाह देने का अधिकार भी
है जो चुनाव के बाद अयोग्य हो जाते हैं।
3.
यह चुनावों में राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों के लिए एक आदर्श आचार संहिता तैयार करता
है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी अनुचित व्यवहार में शामिल न हो या सत्ता
में बैठे लोग अपने अधिकार का अनुचित रूप से दुरुपयोग न करें।
ECI
की जिम्मेदारियां नीचे विस्तार से सूचीबद्ध हैं : –
→
चुनावी
के क्षेत्रीय क्षेत्रों का निर्धारण।
→
देश
भर के निर्वाचन क्षेत्र।
→
मतदाता
सूची बनाना और अद्यतन करना, साथ ही सभी पात्र मतदाताओं का नामांकन करना।
→
चुनाव
कार्यक्रम और तारीखों को अधिसूचित करना, साथ ही नामांकन कागजी कार्रवाई की समीक्षा
करना।
→
विभिन्न
राजनीतिक दलों को मान्यता देना और उन्हें चुनाव चिन्ह प्रदान करना।
प्रश्न 13. मानव अधिकार क्या है ?
उत्तर:
मानवाधिकार ऐसे मानक हैं जो सभी मनुष्यों की गरिमा को पहचानते हैं और उनकी रक्षा करते
हैं। मानव अधिकार नियंत्रित करते हैं कि कैसे व्यक्तिगत मनुष्य समाज में और एक-दूसरे
के साथ रहते हैं, साथ ही राज्य के साथ उनके संबंध और राज्य के प्रति उनके दायित्व हैं।
मानवाधिकार
कानून सरकारों को कुछ काम करने के लिए बाध्य करता है, और उन्हें दूसरों को करने से
रोकता है। व्यक्तियों की भी जिम्मेदारियां होती हैं: अपने मानवाधिकारों का उपयोग करने
में, उन्हें दूसरों के अधिकारों का सम्मान करना चाहिए। किसी भी सरकार, समूह या व्यक्तिगत
व्यक्ति को ऐसा कुछ भी करने का अधिकार नहीं है जो दूसरे के अधिकारों का उल्लंघन करता
हो।
प्रश्न 14. भारत में निर्धनता रेखा का
आकलन कैसे किया जाता है ?
उत्तर:
भारत में निर्धनता रेखा का आकलन निम्न प्रकार से किया जाता है -
(i)
निर्धनता के आकलन के लिए एक सर्वमान्य सामान्य विधि आय अथवा उपभोग स्तरों पर आधारित
है। किसी व्यक्ति को निर्धन माना जाता है, यदि उसकी आय या उपभोग स्तर किसी को न्यूनतम
स्तर' से नीचे गिर जाये जो मूल आवश्यकताओं के एक दिए हुए समूह को पूर्ण करने के लिए
आवश्यक है।
(2)
भारत में निर्धनता रेखा का निर्धारण करते समय जीवन निर्वाह के लिए खाद्य आवश्यकता,
कपड़ों, जूतों, ईंधन और प्रकाश, शैक्षिक एवं चिकित्सा सम्बन्धी आवश्यकताओं आदि पर विचार
किया जाता है।
(3)
निर्धनता रेखा का आकलन करते समय खाद्य आवश्यकता के लिए वर्तमान सूत्र वांछित कैलोरी
आवश्यकताओं पर भी आधारित हैं। भारत में सवीकृत कैलोरी आवश्यकता ग्रामीण क्षेत्रों में
2400 कैलोरी प्रतिव्यक्ति प्रति दिन एवं नगरीय क्षेत्रों में 2100 कैलोरी प्रतिव्यक्ति
प्रति दिन है।उदाहरण स्वरुप वर्ष 2000 में किसी व्यक्ति के लिए निर्धनता रेखा का निर्धारण
ग्रामीण क्षेत्रों में ₹454 प्रतिमाह किया गया था।
खण्ड
- C
( प्रश्न संख्या 15 से 19 तक प्रत्येक 5 अंकों का है। इनमें से किन्हीं
तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए। )
प्रश्न 15. नात्सियों ने जनता पर पूरा नियंत्रण हासिल करने के लिए कौन
कौन-से तरीके अपनाए ?
उत्तर:
सन् 1933 में जर्मनी का चांसलर बनने के बाद हिटलर ने राज्य एवं जनता पर नात्सियों के
माध्यम से पूर्ण नियंत्रण हासिल करने के लिए निम्नलिखित तरीके अपनाए –
1.
विशेषाधिकार अधिनियम, मार्च 1933 द्वारा संसद के समस्त अधिकार हिटलर को देकर राज्य
में तानाशाही स्थापित कर दी गई।
2.
नात्सी पार्टी और उससे जुड़े संगठनों के अलावा सभी राजनीतिक पार्टियों और नेयनों पर
पाबंदी लगा दी गई।
3.
अर्थव्यवस्था, मीडिया, सेना और न्यायपालिका पर राज्य का पूर्ण नियंत्रण स्थापित हो
गया ।
4.
पूरे समाज को नात्सियों के हिसाब से नियंत्रण और व्यवस्थित करने के लिए विशेष निगरानी
और सुरक्षा दस्ते गठित किए गए।
प्रश्न 16. भारत में होने वाली मानसूनी वर्षा एवं उसकी विशेषताओं का
उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
भारत में होने वाली मानसूनी वर्षा एवं उसकी विशेषता निम्नलिखित है:
(i)
भारत में मानसून अनिश्चित होता है।
(ii)
भारत के विभिन्न स्थानों में वर्ष-प्रतिवर्ष प्राप्त होने वाली वर्षा की मात्रा में
बहुत परिवर्तनशीलता पाई जाती है। ये 15% से 80% तक होती है।
(iii)
मानसून में भारत के सभी भागों में एक समान वर्षा नहीं होती अलग-अलग क्षेत्रों में प्राप्त
होने वाली वर्षा की मात्रा में अंतर पाया जाता है।
(iv)
मानसून और ग्रीष्मकालीन मानसून की अवधि में भी अंतर पाया जाता है।
(v)
लगातार भारी वर्षा के अंतराल के बाद बिना वर्षा वाला शुष्क अंतराल होता है।
(vi)
भारत में होने वाली मानसूनी वर्षा की एक प्रमुख समस्या बाढ़ और सूखा है। एक और लगातार
भारी वर्षा से बाढ़ आ जाती है, वही दूसरी ओर मानसून की विफलताओं के कारण कुछ क्षेत्रों
में सूखा पड़ता है।
प्रश्न 17. संविधान में वर्णित नागरिक के किसी एक मौलिक अधिकार का वर्णन
कीजिए।
उत्तर:
1.
समानता का अधिकार - इसका अर्थ है कि भारत में जाति, वर्ण, जन्म, नस्ल, लिंग, जन्म स्थान
आदि आधार पर राज्य किसी भी नागरिक के साथ भेदभाव नहीं करेगा।
2.
स्वतंत्रता का अधिकार- भारत के सभी नागरिकों को विचार प्रकट करने, भाषण देने और अपने
तथा अन्य व्यक्तियों के विचारों के प्रचार की स्वतंत्रता प्राप्त है। शांतिपूर्ण और
बिना किसी शस्त्रों के सभा, जुलूस या प्रदर्शन आयोजित करने की स्वतंत्रता प्राप्त है।
3.
शोषण के विरुद्ध अधिकार- इस अधिकार के तहत कोई भी व्यक्ति किसी का शोषण नही कर सकता
है। जैसे हरिजनों, स्त्रियों और भूमिहीन कृषकों का शोषण नहीं किया जा सकता।
4.
धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार- यहां प्रत्येक व्यक्ति को अपना धर्म का प्रचार प्रसार
करने का अधिकार प्राप्त है। कोई भी व्यक्ति किसी भी धर्म को मान सकता है। उसे अपना
धर्म चुनने का अधिकार प्राप्त है।
5.
सम्पत्ति का अधिकार- भारतीय संविधान द्वारा नागरिकों को सम्पत्ति का अधिकार दिया गया
है। किसी भी व्यक्ति को उसके संपत्ति से अलग नहीं किया जा सकता है।
6.
सांस्कृतिक तथा शिक्षा सम्बन्धी अधिकार- भारत के सभी नागरिकों को संस्कृति और शिक्षा
सम्बन्धी अधिकार प्रदान किये गये हैं। नागरिकों के प्रत्येक वर्ग को अपनी भाषा, लिपि
और संस्कृति को सुरक्षित रखने का अधिकार है
7.
संवैधानिक उपचारों का अधिकार- इस अधिकार का यह अर्थ है कि नागरिक अपने अधिकारों को
लागू करने के लिए सर्वोच्च न्यायालय तथा उच्च न्यायालयों की शरण ले सकते हैं ।
प्रश्न 18. मौसमी भुखमरी और दीर्घकालिक भुखमरी में भेद कीजिए।
उत्तर:
मौसमी भुखमरी:
(i)
यह कृषि उत्पादन में आई गिरावट से उत्पन्न होता है।
(ii)
पुरे साल काम न मिलने से उत्पन्न होता है |
(iii)
बाढ़, सुखा जैसे आपदाओ से उत्पन्न होता है ।
दीर्घकालिक
भुखमरी :
(i)
हमेशा से कम आय हो तो उस प्रकार कि भुखमरी लगातार बने रहते हैं।
(ii)
वे खाघान्न खरीदने ने असमर्थ होता है ।
(iii)
ऐसी भुखमरी अपयात खुराख से उत्पन्न होता है |
प्रश्न 19. भारत के मानचित्र पर भारत में दक्षिण-पश्चिम मानसून की दिशा को दर्शाइए।