Class 11 Economics अध्याय 1. परिचय Question Bank-Cum-Answer Book

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प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)

Class - 11

अर्थशास्त्र (Economics)

1. परिचय

पाठ के मुख्य बिन्दु

* हमारी आवश्यकताएं असीमित हैं, परंतु इन्हें पूरा करने वाली वस्तुओं के उत्पादन में प्रयुक्त होने वाले संसाधन सीमित हैं; यह दुर्लभता ही आर्थिक समस्याओं की जड़ है।

* संसाधनों के वैकल्पिक प्रयोग होते हैं।

* अपनी विभिन्न आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए उपभोक्ताओं द्वारा वस्तुओं का क्रय, उपभोग कहलाता है।

* उत्पादकों द्वारा बाजार में बेचने के लिए वस्तुओं का विनिर्माण उत्पादन कहलाता है।

* राष्ट्रीय आय का मजदूरी, लाभ, किराया तथा ब्याज में विभाजन, वितरण कहलाता है।

* सांख्यिकी के अंतर्गत आँकड़ों का प्रयोग करते हुए आर्थिक संबंधों का पता लगाया जाता है और साथ ही उनकी सत्यता की जाँच की जाती है।

* सांख्यिकीय साधनों का प्रयोग भावी प्रवित्तियों के पूर्वानुमान के लिए किया जाता है।

* सांख्यिकीय विधियाँ आर्थिक समस्याओं का विश्लेषण करने तथा उन्हें हल करने के लिए नीतियों के निर्माण में सहायक होते हैं।

* दुर्लभता - इसका अभिप्राय उपलब्धता में कमी से है। नीति - किसी आर्थिक समस्या को हल करने का उपाय नीति कहलाता है।

बहुविकल्पीय प्रश्न

1. किसने कहा है कि "अर्थशास्त्र जीवन के सामान्य कारोबार के संदर्भ में मनुष्य के अध्ययन से संबंधित है।"

a. एडम स्मिथ

b. एल्फ्रेड मार्शल

c. सैम्यूलसन

d. रॉबिन्सन

2. अपनी विभिन्न आवश्यकताओं की पूर्ति करने हेतु किया जाने वाला क्रय कहलाता है-

a. उत्पादन

b. उपभोग

c. वितरण

d. विनिमय

3. जब व्यक्ति वस्तुएँ खरीदतें हैं, तब वे कहलाते हैं-

a. उत्पादक

b. विक्रेता

c. उपभोक्ता

d. विनिमयकर्ता

4. बाजार में विक्रय हेतु वस्तुओं का विनिर्माण सामान्यतः कहलाता है-

a. उत्पादन

b. विनिमय

c. उपभोग

d. वितरण

5. कोई किसान गेहूँ उपजाता है, यहाँ किसान है-

a. एक उपभोक्ता

b. एक उत्पादक

c. एक वितरणकर्ता

d. एक विनिमयकर्ता

6. श्याम गेहूँ से आटा का विनिर्माण करता है, यहाँ श्याम है-

a. एक उत्पादक

b. एक उपभोक्ता

c. एक वितरणकर्ता

d. एक विनिमयकर्ता

7. जब व्यक्ति स्वयं के लाभ के लिए वस्तुएँ बेचतें हैं, तब वे कहलाते हैं-

a. उत्पादक

b. विक्रेता

c. उपभोक्ता

d. विनिमयकर्ता

8. वैसी क्रियाएं जो धन प्राप्त करने के उद्देश्य से की जाती हैं, कहलाती हैं-

a. असामान्य क्रिया

b. आर्थिक क्रिया

c. गैर- आर्थिक क्रिया

d. विनिमय- क्रिया

9. हमारी आवश्यकताएं या इच्छाएं सामान्यतः होती हैं-

a. सीमित

b. अधिक

c. असीमित

d. अत्यधिक

10. हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति के साधन सामान्यतः होते हैं-

a. अधिक

b. अत्यधिक

c. सीमित

d. असीमित

11. चयन की समस्या सामान्यतः है-

a. एक सामान्य समस्या

b. एक आर्थिक समस्या

c. एक अनार्थिक समस्या

d. एक काल्पनिक समस्या

12. सामान्यतः आर्थिक समस्या की जड़ है-

a. इच्छाएं

b. प्रचुरता

c. अभाव

d. अज्ञानता

13. संसाधनों का ………… प्रयोग, चयन की समस्या को उत्पन्न करता है।

a. सामान्य

b. असामान्य

c. वैकल्पिक

d. अविवेकपूर्ण

14. विभिन्न प्रकार की आर्थिक क्रियाकलापों में संलग्न मनुष्य का अध्ययन है-

a. वाणिज्य

b. गणित

c. अर्थशास्त्र

d. सांख्यिकी

15. आर्थिक क्रियाकलापों के मुख्य भाग हैं-

a. उत्पादन

b. उपभोग

c. वितरण

d. उक्त सभी

16. रमेश भुगतान लेकर अन्य व्यक्तियों को सेवा प्रदान करता हैं, यहाँ रमेश है-

a. एक सेवाधारी

b. एक उद्यमधारी

c. एक समाजसेवी

d. एक सेवाप्रदाता

17. निम्न में सेवाप्रदाता का उदाहरण है-

a. डॉक्टर

b. वकील

c. वाहन चालक

d. उक्त सभी

18. माँ के द्वारा अपने शिशु का लालन-पालन सामान्यतः है-

a. सामूहिक क्रिया

b. एक आर्थिक क्रिया

c. एक गैर-आर्थिक क्रिया

d. एक असामान्य क्रिया

19. शिक्षक द्वारा धन प्राप्त करने हेतु छात्रों को शिक्षा प्रदान करना, निम्न में से है-

a. एक असामान्य क्रिया

b. एक सामाजिक क्रिया

c. एक आर्थिक क्रिया

d. एक गैर-आर्थिक क्रिया

20. निम्न में से मनुष्य के 'आम जीवन के कारोबार' को प्रभावित करते हैं

a. सुनामी

b. भूकंप

c. कोविड

d. उक्त सभी

21. अर्थशास्त्र का पिता किसे माना जाता है?

a. रॉबिन्सन

b. एल्फ्रेड मार्शल

c. सैम्यूलसन

d. एडम स्मिथ

22. "अर्थशास्त्र" नामक पुस्तक किसकी रचना है?

a. एडम स्मिथ

b. चाणक्य

c. सैम्यूलसन

d. एल्फ्रेड मार्शल

23. "वेल्थ ऑफ नेशन्स" नामक पुस्तक किसकी रचना है?

a. एल्फ्रेड मार्शल

b. चाणक्य

c. एडम स्मिथ

d. सैम्यूलसन

24. "राष्ट्रों की संपत्ति की प्रकृति एवं कारणों की खोज" नामक शीर्षक किसकी रचना है?

a. एल्फ्रेड मार्शल

b. पिगू

c. सैम्यूलसन

d. एडम स्मिथ

25. अर्थशास्त्र के मूल में है-

a. इच्छाएं

b. चयन

c. दुर्लभता

d. (b) तथा (c) दोनों

26. अर्थशास्त्र का धन संबंधी दृष्टिकोण किसने प्रस्तुत किया है?

a. रॉबिन्सन

b. एल्फ्रेड मार्शल

c. सैम्यूलसन

d. एडम स्मिथ

27. अर्थशास्त्र जीवन के सामान्य कारोबार के संदर्भ में मनुष्य के किस कार्य के अध्ययन से संबंधित है?

a. सामान्य कार्य से

b. सामाजिक कार्य से

c. आर्थिक कार्य से

d. गैर-आर्थिक कार्य से

28. सांख्यिकी का कार्य निम्न में से कौन नहीं है?

a. संख्याओं का संकलन

b. संख्याओं का वर्गीकरण

c. संख्याओं का विश्लेषण

d. संख्याओं का अमूर्तता

29. श्याम हसुंआ का विनिर्माण बिक्री के उद्देश्य से करता है, यहाँ श्याम है-

a. एक उपभोक्ता

b. एक विक्रेता

c. एक उत्पादक

d. एक वितरणकर्ता

30. हमारे दैनिक बोलचाल की भाषा में सांख्यिकी शब्द का प्रयोग दो भिन्न अर्थों में होता है-

a. एकवचन

b. एकवचन तथा द्विवचन

c. ‌द्विवचन तथा बहुवचन

d. एकवचन तथा बहुवचन

31. एकवचन के रूप में सांख्यिकी का तात्पर्य है-

a. केवल संख्याओं के संकलन से

b. केवल संख्याओं के वर्गीकरण से

c. केवल संख्याओं के विश्लेषण से

d. संख्याओं के संकलन, वर्गीकरण तथा प्रयोग का विज्ञान से

32. बहुवचन के रूप में सांख्यिकी का तात्पर्य है-

a. संख्याओं के संकलन, वर्गीकरण तथा प्रयोग का विज्ञान से

b. अव्यवस्थित रूप से संग्रहीत चित्रात्मक तथ्यों से

c. अव्यवस्थित रूप से संग्रहीत मनोवैज्ञानिक तथ्यों से

d. व्यवस्थित रूप से संग्रहीत संख्यात्मक तथ्यों से

33. बहुवचन के रूप में सांख्यिकी का सरल अर्थ है-

a. चित्रों से

b. आँकड़ें से

c. गणित से

d. प्रयोग से

अतिलघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

1. अर्थशास्त्र क्या है?

उत्तर- अर्थशास्त्र विभिन्न प्रकार की आर्थिक क्रियाकलापों में संलग्न मनुष्य का अध्ययन है।

2. उत्पादन क्या है?

उत्तर- वस्तुओं के विनिर्माण की क्रिया उत्पादन कहलाती है।

3. उत्पादक किसे कहते हैं?

उत्तर- वह जो बाजार के लिए वस्तुओं का विनिर्माण करता है, उत्पादक कहलाता है।

4. उपभोक्ता किसे कहते हैं?

उत्तर- वह व्यक्ति जो स्वयं अथवा परिवार के सदस्यों की आवश्यकताओं को संतुष्ट करने के लिए वस्तुएं खरीदता है, उपभोक्ता कहलाता है।

5. विक्रेता से क्या तात्पर्य है?

उत्तर- वह जो लाभ के लिए वस्तुओं को बेचता है, विक्रेता कहलाता है।

6. आर्थिक क्रिया से क्या तात्पर्य है?

उत्तर- धन प्राप्ति के लिए किए जाने वाले कार्य, आर्थिक क्रिया कहलाते हैं।

7. विनिर्माण से क्या तात्पर्य है?

उत्तर- प्राथमिक क्षेत्र से प्राप्त किसी वस्तु से उद्योग क्षेत्र की सहायता से दूसरी वस्तु का निर्माण करना विनिर्माण है।

8. आँकड़ें क्या हैं?

उत्तर- बड़ी संख्या में विशेष सूचना प्राप्त करने के लिए व्यवस्थित क्रमबद्ध संख्याओं का समुच्चय आँकड़ें हैं।

9. सांख्यिकी से क्या तात्पर्य है?

उत्तर- सांख्यिकी का तात्पर्य "व्यवस्थित रूप से संग्रहीत संख्यात्मक तथ्यों" से है।

10. एकवचन के रूप में सांख्यिकी का क्या अर्थ है?

उत्तर- एकवचन के रूप में सांख्यिकी का अर्थ- कोई 'सांख्यिकीय तथ्य' अथवा 'संख्याओं के संकलन, वर्गीकरण तथा प्रयोग का विज्ञान' से है।

लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

1. आर्थिक क्रियाकलापों के प्रमुख प्रकारों के बारे में लिखिए।

उत्तर- धन प्राप्ति के उद्देश्य से किए जाने वाले कार्य आर्थिक क्रियाकलाप कहलातें हैं। आर्थिक क्रियाकलापों के प्रमुख प्रकार निम्नांकित प्रकार से हैं- उपभोग, उत्पादन तथा वितरण।

i) उपभोग कोई व्यक्ति जो स्वयं अथवा परिवार के सदस्यों की आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु वस्तुएं खरीदता है तथा संतुष्टि की प्राप्ति करता है; उपभोग कहलाता है।

ii) उत्पादन - वस्तुओं के विनिर्माण की क्रिया उत्पादन कहलाती है।

iii) वितरण राष्ट्रीय आय या कुल आय, जो देश में कुल उत्पादन से प्राप्त होती है उसे मजदूरी, लगान, ब्याज तथा लाभ के बीच विभाजित करना; वितरण कहलाता है। दूसरे शब्दों में, राष्ट्रीय आय का मजदूरी, लगान, ब्याज तथा लाभ में विभाजन, वितरण है।

2. अर्थशास्त्र में किसका अध्ययन किया जाता है?

उत्तर- अर्थशास्त्र विभिन्न प्रकार की आर्थिक क्रियाकलापों में संलग्न मनुष्यों का अध्ययन है। एल्फ्रेड मार्शल के अनुसार, "अर्थशास्त्र जीवन के सामान्य कारोबार के संदर्भ में मनुष्य के अध्ययन से संबंधित है।

अर्थशास्त्र के अध्ययन को आर्थिक क्रियाकलापों के आधार पर प्रायः तीन भागों में बाँटा जाता है उपभोग, उत्पादन तथा वितरण। इसके अंतर्गत निम्नांकित प्रकार से अध्ययन किया जाता है-

i) उपभोग का अध्ययन कोई उपभोक्ता यह निर्णय कैसे लेता है कि, वह अपनी निश्चित आय और वस्तुओं की ज्ञात कीमतों को जानते हए अनेक वैकल्पिक वस्तुओं में से किन वस्तुओं को खरीदे, यह उपभोग का अध्ययन है।

ii) उत्पादन का अध्ययन कोई उत्पादक यह चयन कैसे करता है कि, वह लागत और वस्तुओं की ज्ञात कीमतों को जानते हुए बाजार के लिए क्या उत्पादन करे; यह उत्पादन का अध्ययन है।

iii) वितरण का अध्ययन राष्ट्रीय आय या कुल आय, जो देश में कुल उत्पादन से प्राप्त होती है उसे मजदूरी, लगॉन, ब्याज तथा लाभ के बीच कैसे विभाजित किया जाता है; यह वितरण का अध्ययन है।

3. चयन की समस्या से आप क्या समझते हैं?

उत्तर- हमारी आवश्यकताएं या इच्छाएं असीमित हैं, जबकि उसकी पूर्ति के साधन सीमित हैं। इन साधनों का वैकल्पिक प्रयोग संभव होता है। संसाधनों का वैकल्पिक प्रयोग ही चयन की समस्या को उत्पन्न करता है। इसके मूल में साधनों की सीमितता या दुर्लभता है। चयन की समस्या एक आर्थिक समस्या है। इस प्रकार, असीमित आवश्यकताओं और सीमित साधनों से संसाधनों का वैकल्पिक प्रयोग, चयन की समस्या कहलाता है।

4. सांख्यिकी से आप क्या समझते हैं?

उत्तर- अर्थपूर्ण निष्कर्ष निकालने के लिए ऑकड़ों के संग्रह, संगठन, प्रस्तुतीकरण तथा विश्लेषण करने की विधि सांख्यिकी कहलाती है।

हमारे दैनिक बोलचाल की भाषा में सांख्यिकी शब्द का प्रयोग दो भिन्न अर्थों एकवचन तथा बहवचन रूप में होता है। एकवचन रूप में सांख्यिकी का अर्थ- 'संख्याओं के संकलन, वर्गीकरण तथा प्रयोग का विज्ञान' अथवा कोई 'सांख्यिकीय तथ्य' से है जबकि बह्वचन रूप में सांख्यिकी का अर्थ- "व्यवस्थित रूप से संग्रहीत संख्यात्मक तथ्यों" से है। बहुवचन के रूप में सांख्यिकी का सरल अर्थ- 'आँकड़ें से हैं।

सांख्यिकी अथवा आँकड़ों से हमारा तात्पर्य मात्रात्मक एवं गुणात्मक उन दोनों प्रकार के तथ्यों से है, जिनका अर्थशास्त्र में प्रयोग किया जाता है।

5. सांख्यिकी में अपनाई जाने वाली प्रमुख विधियों को लिखिए।

उत्तर- सांख्यिकी में अपनाई जाने वाली प्रमुख विधियां निम्नांकित प्रकार से हैं-

i) आँकड़ों का संग्रह,

ii) आँकड़ों का संगठन,

iii) आँकड़ों का प्रस्तुतीकरण तथा

iv) आँकड़ों का विश्लेषण।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर

1. अर्थशास्त्र क्या है? आर्थिक क्रियाकलापों के प्रमुख प्रकारों के बारे में बतलाइए।

उत्तर- अर्थशास्त्र विभिन्न प्रकार की आर्थिक क्रियाकलापों में संलग्न मनुष्य का अध्ययन है। एल्फ्रेड मार्शल के अनुसार, "अर्थशास्त्र जीवन के सामान्य कारोबार के संदर्भ में मनुष्य के अध्ययन से संबंधित है।" जबकि एडम स्मिथ महोदय के अनुसार, "अर्थशास्त्र धन का विज्ञान है।" अर्थशास्त्र के मूल में दुर्लभता की धारणा है। इस प्रकार, अर्थशास्त्र सामान्यतः आर्थिक क्रियाकलापों का अध्ययन है।

धन प्राप्ति के उद्देश्य से किए जाने वाले कार्य आर्थिक क्रियाकलाप कहलातें हैं। अर्थशास्त्र में आर्थिक क्रियाकलापों को मुख्यतः निम्नांकित प्रकारों में बाँटा जा सकता है- i) उत्पादन ii) उपभोग, iii) वितरण तथा iv) विनिमय।

i) उत्पादन यह एक प्रमुख आर्थिक क्रिया है, जिसके दवारा वस्तुओं एवं सेवाओं की उपयोगिता में वृद्धि की जाती है। उपयोगिता का सृजन करना ही उत्पादन कहलाता है। सामान्य अर्थों में, किसी भौतिक वस्तु का निर्माण करना उत्पादन कहलाता है। सामान्यतः वस्तुओं के विनिर्माण की क्रिया उत्पादन कहलाती हैं। कोई उत्पादक यह चयन कैसे करता है कि, वह लागत और वस्तुओं की ज्ञात कीमतों को जानते हुए बाजार के लिए क्या उत्पादन करे; अर्थशास्त्र में यह उत्पादन का अध्ययन है। इसके अंतर्गत इस बात का अध्ययन किया जाता है कि वस्तुओं एवं सेवाओं का उत्पादन कैसे तथा किन साधनों के प्रयोग से होता है। यह अर्थशास्त्र की एक महत्वपूर्ण क्रिया है। किसान द्वारा फसल उपजाना, बढ़ई दद्वारा लकड़ी से बेंच- डेस्क का निर्माण करना आदि क्रियाएँ उत्पादन के उदाहरण हैं।

ii) उपभोग कोई व्यक्ति जो स्वयं अथवा परिवार के सदस्यों की आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु वस्तुएं खरीदता है तथा संतुष्टि की प्राप्ति करता है; उपभोग कहलाता है। यह एक महत्वपूर्ण आर्थिक क्रिया है। इसका संबंध सामान्यतः व्यक्तिगत या सामूहिक आवश्यकताओं की संतुष्टि के लिए वस्तुओं एवं सेवाओं का सकारात्मक रूप से उपयोग करने से है। कोई उपभोक्ता यह निर्णय कैसे लेता है कि, वह अपनी निश्चित आय और वस्तुओं की ज्ञात कीमतों को जानते हुए अनेक वैकल्पिक वस्तुओं में से किन वस्तुओं को खरीदे; यह उपभोग का अध्ययन है। पानी पीना, रोटी खाना आदि क्रियाएँ उपभोग के उदाहरण हैं।

iii) वितरण राष्ट्रीय आय या कुल आय, जो देश में कुल उत्पादन से प्राप्त होती है उसे मजदूरी, लगान, ब्याज तथा लाभ के बीच विभाजित करना; वितरण कहलाता है। दूसरे शब्दों में, राष्ट्रीय आय का मजदूरी, लगान, ब्याज तथा लाभ में विभाजन; वितरण हैं। यह अर्थशास्त्र की एक महत्वपूर्ण क्रिया है। राष्ट्रीय आय या कुल आय, जो देश में कुल उत्पादन से प्राप्त होती है उसे मजदूरी, लगान, ब्याज तथा लाभ के बीच कैसे विभाजित किया जाता है; अर्थशास्त्र में यह वितरण का अध्ययन है। इस क्रिया को प्रायः साधन-कीमत निर्धारण भी कहा जाता है।

iv) विनिमय यह एक महत्वपूर्ण आर्थिक क्रिया है। इसका संबंध सामान्यतः किसी वस्तु एवं सेवाओं के उत्पादन के लिए, उत्पादन के साधनों के क्रय- विक्रय से है। इसके अंतर्गत वस्तु एवं सेवाओं का क्रय-विक्रय प्रायः मुद्रा की सहायता से किया जाता है। इस क्रिया को प्रायः कीमत-निर्धारण भी कहा जाता है।

2. सांख्यिकी क्या है? अर्थशास्त्र में सांख्यिकी के महत्व को बतलाइए।

उत्तर- सांख्यिकी से तात्पर्य- अर्थपूर्ण निष्कर्ष निकालने के लिए आँकड़ों के संग्रह, संगठन, प्रस्तुतीकरण तथा विश्लेषण करने की विधि से है। हमारे दैनिक बोलचाल की भाषा में सांख्यिकी शब्द का प्रयोग दो भिन्न अर्थों एकवचन तथा बह्वचन रूप में होता है।

एकवचन रूप में सांख्यिकी का अर्थ- 'संख्याओं के संकलन, वर्गीकरण तथा प्रयोग का विज्ञान' अथवा कोई 'सांख्यिकीय तथ्य' से है जबकि बहवचन रूप में सांख्यिकी का अर्थ- "व्यवस्थित रूप से संग्रहीत संख्यात्मक तथ्यों से है। बहवचन के रूप में सांख्यिकी का सरल अर्थ- 'आँकड़ें' से हैं। सांख्यिकी अथवा आँकड़ों से हमारा तात्पर्य मात्रात्मक एवं गुणात्मक उन दोनों प्रकार के तथ्यों से है, जिनका अर्थशास्त्र में प्रयोग किया जाता है।

अर्थशास्त्र में सांख्यिकी का महत्व- अर्थशास्त्र में सांख्यिकी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसका प्रयोग विभिन्न आर्थिक कारकों के बीच संबंधों को ज्ञात करने के लिए किया जाता है। सांख्यिकी के अंतर्गत आँकड़ों का प्रयोग करते हुए आर्थिक संबंधों का पता लगाया जाता है और साथ ही उनकी सत्यता की जाँच की जाती है। सांख्यिकीय विधियाँ आर्थिक समस्याओं का विश्लेषण करने तथा उन्हें हल करने के लिए नीतियों के निर्माण में सहायक होते हैं। अर्थशास्त्र में आर्थिक नीतियों के निर्णय की प्रकिया मे सांख्यिकी का महत्वपूर्ण योगदान है। अर्थशास्त्र की विभिन्न शाखाओं में सांख्यिकी का महत्व निम्नांकित प्रकार से है- i) उत्पादन ii) उपभोग, iii) वितरण iv) विनिमय तथा v) राजस्व के क्षेत्र में।

i) उत्पादन के क्षेत्र में- उत्पादन के आँकड़ों से माँग एवं पूर्ति के बीच संतुलन स्थापित करने में मदद मिलती है। उत्पादन के आँकड़ें, देश की कुल उत्पादकता एवं साधनों की सीमांत उत्पादकता को दर्शातें हैं। वर्तमान समय में प्रायः प्रत्येक देश उत्पादन की गणना के आँकड़ें प्रकाशित करते हैं, जिनकी सहायता से राष्ट्रीय उत्पादन तथा राष्ट्रीय आय आदि का आँकलन किया जाता है।

ii) उपभोग के क्षेत्र में- उपभोग के आँकड़ों से देश के - विभिन्न आय वर्ग तथा उनके दवारा किए जाने वाले उपभोग-व्यय का आँकलन किया जाता है। इसकी सहायता से लोगों की औसत और सीमांत उपभोग-प्रवृति का पूर्वानुमान किया जा सकता है।

iii) वितरण के क्षेत्र में- वितरण के आँकड़ों से राष्ट्रीय - आय का आँकलन किया जाता है। उत्पादन के विभिन्न साधनों के बीच मजदूरी, लगान, ब्याज तथा लाभ का विभाजन किस प्रकार किया जाता है, इसको ज्ञात करने में सांख्यिकी सहायता प्रदान करती है।

iv) विनिमय के क्षेत्र- में विनिमय के क्षेत्र में सांख्यिकी - आँकड़ों की सहायता से प्रायः कीमत-निर्धारण के नियम, लागत-मूल्य, आयात-निर्यात, भुगतान- संतुलन आदि का विश्लेषण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

v) राजस्व के क्षेत्र में- राज्य अपनी आय एवं व्यय - का विवरण आँकड़ों की सहायता से प्रदर्शित करते हैं। इससे संबंधित लेखा-जोखा एक प्रकार का सांख्यिकीय पत्र होता है, जिसे हम सामान्यतः बजट कहते हैं। सरकार की आर्थिक नीतियाँ प्रायः सांख्यिकीय तथ्यों पर आधारित होती हैं, जैसे- सरकार की राजकोषीय नीति, घाटे का वित्त- व्यवस्था, कर-नीति, करदेय क्षमता का निर्धारण आदि। इस प्रकार, राजस्व के क्षेत्र में भी सांख्यिकी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। 

JCERT/JAC प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)

विषय सूची

क्र०स०

अध्याय का नाम

अर्थशास्त्र में सांख्यिकी

1.

परिचय

2.

आँकड़ों का संग्रह

3.

आँकड़ों का संगठन

4.

आँकड़ों का प्रस्तुतीकरण

5.

केन्द्रीय प्रवृत्ति की माप

6.

सहसंबंध

7.

सूचकांक

8.

सांख्यिकीय विधियों के उपयोग

भारतीय अर्थव्यवस्था का विकास

1.

स्वतंत्रता के पूर्व संध्या पर भारतीय अर्थव्यवस्था

2.

भारतीय अर्थव्यवस्था (1950-90)

3.

उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण एक समीक्षा

4.

भारत में मानव पूँजी का निर्माण

5.

ग्रामीण विकास

6.

रोजगार संवृद्धि, अनौपचारीकरण एवं अन्य मुद्दे

7.

पर्यावरण और धारणीय विकास

8.

भारत और उसके पड़ोसी देशों के तुलनात्मक विकास अनुभव

Jac Board Class 11 Economics (Arts) 2023 Answer key

Jac Board Class 11 Economics (Sci._Comm.) 2023 Answer key

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