प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)
Class - 12
Hindi Core
4. ऐन फ्रैंक- डायरी के पन्ने
पाठ्य पुस्तक के प्रश्न - अभ्यास
प्रश्न-1. “यह साठ लाख लोगों की तरफ़ से बोलने वाली एक आवाज़ है। एक
ऐसी आवाज़, जो किसी संत या कवि की नहीं, बल्कि एक साधारण लड़की की है।" इल्पा
इहरनबुर्ग की इस टिप्पणी के संदर्भ में ऐन फ्रैंक की डायरी के पठित अंशों पर विचार
करें।
उत्तर
:- ऐन फ्रैंक एक तेरह बरस की यहूदी बच्ची थी। हिटलर के नस्लवाद का इन्हें शिकार बनना
पड़ा। हिटलर पूरे विश्व से यहूदियों को मिटा देना चाहता था। जर्मनी का राष्ट्रपति बनते
ही उसने अमानवीय अत्याचार आरंभ कर दिए। उसे यहूदियों से इतनी नफ़रत थी कि उन्हें मारने
के लिए अनेक यातना शिविर बनाए। प्राप्त दस्तावेज़ों के आधार पर देखा जाए तो उसने
60 लाख यहूदियों का नरसंहार किया। इसे अब तक का सबसे बड़ा नरसंहार और आधुनिक इतिहास
का काला अध्याय माना जाता है।
ऐन
फ्रैंक एक यहूदी परिवार की साधारण बच्ची थी। हिटलर की बर्बरता की वजह से उसे सपरिवार
दो वर्ष तक अज्ञातवास में गुजारना पड़ा था। ऐन संवेदनशील एवं मानवीय सोच से भरी थी
उसने अपनी डायरी में गुप्तावास के दौरान भोगे गए यथार्थ का वर्णन मार्मिक ढंग से किया
है।
डायरी
में भूख प्यास, आतंक मानवीय संवेदना, प्रेम बढ़ती उम्र की आशाएं, हवाई हमले का डर,
पकड़े जाने का डर, तेरह वर्ष के किशोर मन की कल्पनाएं, पूरी दुनिया से अलग-थलग पड़
जाने का दर्द, प्रकृति के प्रति संवेदना, मानसिक और शारीरिक जरूरतें, हंसी-मजाक, युद्ध
की पीड़ा और अकेलेपन के यथार्थ का मार्मिक और सजीव चित्रण किया है।
इस
डायरी में विद्यमान यथार्थ उस समय की भयानकता को कितना सरलता से उकेर देता है, देखते
ही बनता है। ऐसा कोई मंझा हुआ कवि या संत भी नहीं कर पाता। इसमें कल्पना या बनावट नहीं
है। इसमें जो है, वह केवल सत्य है। जिसे एक मासूम सी बच्ची ने अपनी मासूमियत से उकेरा
है। वह अनजाने में ऐसे हज़ारों लोगों का प्रतिनिधित्व करने लगती है, जो उसी के समान
इस यातना को झेल रहे थे।
प्रश्न 2: काश कोई तो होता जो मेरी भावनाओं को गंभीरता से समझ पाता।
अफ़सोस, ऐसा व्यक्ति मुझे अब तक नहीं मिला.....” क्या आपको लगता है कि ऐन के इस कथन
में उसके डायरी लेखन का कारण छिपा है।
उत्तर-
मुझे लगता है कि कोई ऐन फ्रैंक की भावनाओं को गंभीरता से नहीं समझ पाया इसलिए उसे डायरी
का सहारा लेना पड़ा। ऐन का स्वभाव बहुत अलग था। लोग उसे घमंडी, अक्खड़ और जिद्दी समझा
करते थे। उसने स्वयं कहा है कि सभी उससे परेशान थे। सब उसे टोकते थे। उसे समझाते रहते
थे। लेकिन कोई उसे समझ नहीं पाता था। जैसे उसे कहा जाता था, वो वैसी बिलकुल नहीं थी।
परिवार तथा उसके मध्य एक खाई थी। उस खाई को वह कम नहीं कर पा रही थी। यही कारण था कि
वह सबसे कटने लगी। वह डायरी से अपने मन की बात कर सकती थी। अपनी परेशानियाँ, अपनी सोच,
अपनी भावनाओं को किसी से कह नहीं पाती थी। उसे लगता था कि कोई उसे समझ नहीं पा रहा
है। वह सबके मध्य स्वयं को अकेला पाती थी। यदि वह कुछ कहना चाहती थी, तो उसे डांट दिया
जाता था। यही कारण था कि उसने डायरी को अपना मित्र बनाया। इसमें वह संबोधन के लिए किट्टी
नाम का सहारा लेती है। उसे ही अपने दिल की बात बताती है। इस तरह डायरी उन दोनों के
मध्य होने वाली बात को संजोकर रखने का एक माध्यम बन जाती है।
प्रश्न 3: प्रकृति प्रदत्त प्रजनन शक्ति के उपयोग का अधिकार बच्चे पैदा
करें या न करें अथवा कितने बच्चे पैदा करें इस की स्वतंत्रता स्त्री से छीन कर हमारी
विश्व व्यवस्था ने न सिर्फ़ स्त्री को व्यक्तित्व- विकास के अनेक अवसरों से वंचित किया
है बल्कि जनांधिक्य की समस्या भी पैदा की है।' ऐन की डायरी के 13 जून, 1944 के अंश
में व्यक्त विचारों के संदर्भ में इस कथन का औचित्य ढूँदें।
उत्तर-
ऐन अपनी डायरी के 13 जून, 1944 के अंश में जो विचार व्यक्त करती है, वह इस प्रकार है-
स्त्रियों को प्रकृति ने माँ बनने का अधिकार दिया है। वही एक ऐसी है, जो बच्चे को अपने
गर्भ में रखती है और जन्म देती है। एक तरफ यह जहाँ औरत के लिए गौरवपूर्ण बात है, वहीं
इसने औरत की स्वतंत्रता तथा विकास को रोका है। प्रायः विवाह इसलिए किया जाता है ताकि
वंश को चलाया जा सके। यहाँ पर स्त्रियों के पास स्वतंत्रता नहीं होती है कि वह माँ
बने या न बने। उसे विवश किया जाता है कि वह माँ बने और केवल बेटे की ही माँ बने इस
तरह उसके बच्चे पैदा करने के अधिकार पर अतिक्रमण किया जाता है। यदि एक बार में संतान
रूप में बेटा प्राप्त हो जाता है, तो वह स्त्री के लिए राहत भरा होता है। यदि बेटे
के स्थान पर बेटी उत्पन्न हो जाए, तो तब तक उसे संतान को जन्म देने के लिए विवश किया
जाता है, जब तक संतान के रूप में बेटा न मिले। इस तरह स्त्री को प्रताड़ित किया जाता
है। जहाँ वह शारीरिक रूप से कमज़ोर हुई, वहीं उसकी व्यक्तित्व छिन्न-भिन्न हो जाता
है। उसके स्त्रीत्व की हत्या होती है। उसके व्यक्तित्व को उभरकर आने नहीं दिया जाता।
उसे पुरुष के नीचे ही समझा जाता है और पुरुष के आगे सिर नहीं उठाने दिया जाता है। फलस्वरूप
वह एक ऐसे व्यक्तित्व की मालिक बनकर उभरती है, जिसे पुरुष की गुलामी करना स्वीकार होता
है। उसका अपना कोई व्यक्तित्व नहीं होता है। पुरुष की आज्ञा ही उसका धर्म होता है और
बेटे की माँ बनना उसका गौरव। फिर चाहे जनसंख्या का स्तर कितना भी बढ़ जाए। भारत में
पुत्र प्राप्ति की इच्छा जनसंख्या वृद्धि का सबसे बड़ा कारण रहा है।
प्रश्न- 4. “ऐन की डायरी अगर एक ऐतिहासिक दौर का जीवंत दस्तावेज़ है,
तो साथ ही उसके निजी सुख-दुख और भावनात्मक उथल- पुथल का भी। इन पृष्ठों में दोनों का
फ़र्क मिट गया है।” इस कथन पर विचार करते हुए अपनी सहमति या असहमति तर्कपूर्वक व्यक्त
करें।
उत्तर
:- ऐन की डायरी में ऐतिहासिक निजी सुख-दुख तथा भावनात्मक उथल-पुथल इत्यादि सभी गुण
मिलते हैं। उसने डायरी लिखी ही निजी सुख-दुख और भावनात्मक उथल-पुथल को दर्शाने हेतु
। लेकिन उसकी लेखनी में इतनी सरलता और स्पष्टवादिता है किं वह ऐतिहासिक दौर का भी जीवंत
दस्तावेज़ बन गई है।
उसने
जब यह डायरी लिखी, तब उसके जीवन में भयंकर बदलाव आ चुका था। हिटलर जर्मनी का राष्ट्रपति
बन चूका था। यहूदियों के प्रति उसकी नफ़रत शैतान बनकर आ खड़ी हुई। उसने जर्मनी से यहूदियों
का सफाया करने की ठान ली थी। अपने परिवार को बचाने के उद्देश्य से ऐन के पिता अपने
आफिस के कार्यालय में स्थित गुप्त स्थान पर छिप गए। वहाँ पर अकेलेपन से लड़ने के लिए
ऐन ने अपनी डायरी का सहारा लिया। यह डायरी उसकी जिजीविषा का उत्तम उदाहरण है। वह एक
संवेदनशील लड़की है। उसकी डायरी में जहाँ-तहाँ उसकी संवेदनशीलता के प्रमाण मिलते हैं।
वह अपने आस-पास राजनैतिक, सामाजिक, पारिवारिक बदलावों को महसूस ही नहीं करती बल्कि
उनमें चिन्तन-मनन भी करती है। गुप्त आवास में रहते हुए वह हर पक्ष पर विचार करती है
और उसे शब्दों के रूप में उकेरती है। उसकी डायरी में हर स्थिति का सटीक ब्यौरा मिलता
है। अतः हम कह सकते हैं कि ऐन की डायरी अगर एक ऐतिहासिक दौर का जीवंत दस्तावेज़ है,
तो साथ ही उसके निजी सुख-दुख और भावनात्मक उथल-पुथल का भी । इन पृष्ठों में दोनों का
फ़र्क मिट गया है।
प्रश्न 5. ऐन ने अपनी डायरी 'किट्टी' (एक निर्जीव गुड़िया) को संबोधित
चिट्ठी की शक्ल में लिखने की ज़रूरत क्यों महसूस की होगी?
उत्तर
: ऐन संवेदशील लड़की थी। लोगों के मध्य उसकी छवि अक्खड़, घमंडी तथा जिद्दी लड़की की
थी। यही कारण था कि वह सबसे कटी-कटी रहती है। लोग उसकी बातों को समझने में अयोग्य थे।
ऐसा भी हो सकता है कि छोटी बच्ची में वे ऐसे विचारों का समावेश सहन न कर पाते हों।
ऐसे में ऐन और उनके मध्य खाई बन गई थी। इसे पाटना दोनों के वश में न था। अतः अपने मन
में उठने वाले भावों तथा विचारों को ऐन डायरी में लिखती है। अपनी डायरी वह किट्टी को
संबोधित करके लिखती है। यह उसकी गुड़िया का नाम था। किट्टी उसकी बातें सुनती है। उससे
बहस नहीं करती। उसे खराब नहीं कहती है। बस उसके विचारों को सुनकर चुप रहती है। उसकी
बातें गुप्त रखती है। यही कारण है हो सकता है कि ऐन को किट्टी को संबोधित करके चिट्ठी
लिखने की आवश्यकता पड़ी हो।
(अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर) दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. हिटलर किसे दुनिया से मिटा देना चाहता था तथा उसने कितनी
हत्याएं की थी?
उत्तर
: हिटलर दुनिया से यहूदियों को मिटा देना चाहता था क्योंकि वह यहूदियों से नफरत करता
था इसलिए उनपर अपमानजनक नियम कानून थोपता रहता था। हिटलर के डर से पहूदी अपने लिए सुरक्षित
स्थानों को खोजते फिरते थे। वे अंधकारमय कमरों में जीवन जीने के लिए मजबूर थे। अगर
उन्हें पकड़ लिया जाता था तो उन्हें तरह- तरह की यातनायें दी जाती थी। प्राप्त दस्तावेज़ों
में पाया गया कि हिटलर ने लगभग 60 लाख यहूदियों का नरसंहार किया। यह अब तक का सबसे
बड़ा नरसंहार है यही कारण था कि यहूदी मारे-मारे फिरते थे।
प्रश्न 2. यहूदियों पर किस प्रकार के जुल्म किये गये?
उत्तर
: यहूदियों पर तरह-तरह के अत्याचार किए जा रहे थे जैसे भेदभाव - पूर्ण और अपमानजनक
नियम-कायदों को मानने के लिए मजबूर किया जाना। यहूदी अज्ञातवास में निरंतर अँधेरे कमरों
में जीवन जीने को मजबूर थे। हिटलर की नाज़ी फ़ौज का खौफ उन्हें हर वक़्त सताया करता
था। गेस्टापो जो हिटलर की खुफ़िया पुलिस थी वह जगह - जगह छापे मार कर यहूदियों को अज्ञातवास
में से भी ढूंढ निकालती और पातनागृह में डाल देती। चारों ओर अराजकता फैली हुई थी, नाज़ियों
का अंत्याचार, लम्बे समय तक गुप्त स्थानों पर छुपे रहने वाले लोगों, गोलीबारी का आतंक,
भूख, गरीबी, बीमारी, मानसिक तनाव, जानवरों सा जीवन, चोरी आदि का भय चलता जा रहा था
जो कि बेहद अमानवीय व्यवहार था।
प्रश्न 3. “ऐन की डायरी में व्यक्तिगत और ऐतिहासिक पृष्ठ का फ़र्क मिट
गया है" इस कथन की व्याख्या कीजिये।
उत्तर:-
ऐन के डायरी में व्यक्तिगत और ऐतिहासिक पृष्ठ का फ़र्क मिट गया है इस कथन से आशय है
कि ऐन के अपने परिवार, विशेषतः माँ और सहयोगियों से मतभेद, एकांत का दुःख, दूसरों द्वारा
स्वयं पर किये गए आक्षेप, डांट-फटकार, खीझ, निराशा, पीटर के साथ सम्बन्ध, प्रकृति के
लिए बेचैनी आदि का वर्णन मिलता है। ऐन की डायरी के पृष्ठों में युद्ध की विभीषिका के
साथ-साथ व्यक्तिगत सुख- दुःख भी दिखते हैं। इसलिए ऐसा कहा गया है। क्योंकि पृष्ठभूमि
दूसरा विश्वयुद्ध है। उसकी यंत्रणा है जिसका व्यक्तिगत रूप से भी पूरे जीवन पर असर
निश्चित है। समानांतर रास्ते पर ऐन की भावनात्मक पीड़ा भी चल रही है और यही वजह है
कि दोनों तड़प और वेदना एक दूसरे में समाकर एक सामान्य पीड़ा बन गई है।
प्रश्न 4. ऐन ने एक निर्जीव गुड़िया को अपना काल्पनिक दोस्त क्यों बना
लिया? स्पष्ट कीजिये।
उत्तर:-
ऐन एक निर्जीव गुड़िया को अपना काल्पनिक दोस्त इसलिए बनाया क्योंकि जब ऐन निर्वासन
में थी, वह मात्र तेरह वर्ष की थी। उससे बात करने और उसकी भावनाओं को समझने वाला कोई
नहीं था और वह बड़ों की बात सुनकर परेशान हो चुकी थी और जब इंसान अकेला होता है, उसके
मन में अनेक कल्पनाएँ जन्म ले लेती हैं और उसकी आवश्यकता ही आविष्कार के लिए प्रेरित
करती है। ऐसे माहौल में वह अपनी उसी निर्जीव गुड़िया से बात करती थी और वह अनुभवों
और भावनाओं को फिर अपनी डायरी के माध्यम से व्यक्त करती है।
प्रश्न 5. ऐन ने अपने छुपने की जगह का वर्णन किस प्रकार किया है?
उत्तर:-
ऐन ने अपने छुपने की जगह का वर्णन कुछ इस प्रकार किया है तल मंजिल पर बना बड़ा सा गोदाम
काम करने की जगह और भंडार घर के रूप में इस्तेमाल होता है। इसके अलग अलग हिस्से बने
हुए हैं। ये हिस्से गोदाम, पिसाई का कमरा वगैरह है जहाँ इलायची, लौंग और काली मिर्च
वगैरह पीसे जाते हैं। गोदाम के दरवाजे से ही सटा हुआ एक बाहर का दरवाजा है जो ऑफिस
का प्रवेश द्वार है। ऑफिस के दरवाजे के एकदम अंदर की तरफ एक दूसरा दरवाजा है और उसके
पीछे सीढ़ियाँ हैं। सीढ़ियाँ ऊपर चढ़ें तो एक और दरवाजा आता है, जिस पर आर-पार दिखाई
न देने वाले काँच की खिड़की लगी है। इस पर काले अक्षरों में कार्यालय लिखा हुआ है यही
आगे वाला बड़ा पानी फ्रंट ऑफिस है।"
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न-1. सैनिक किस बात पर गर्व करते हैं?
उत्तर
:- घायल सैनिक अपने ज़ख़्मों को दिखाते हुए गर्व महसूस करते हैं क्योंकि जिस सैनिक
को जितने ज्यादा घाव लगते हैं, वह उतना ही गर्व से भर जाता है।
प्रश्न 2. ऐन फ्रेंक को क्या मुंह जबानी याद रहता था और कैसे?
उत्तर:-
ऐन फ्रैंक को फिल्मों की समीक्षाएं और उनमें काम कर रहे मुख्य नायक व नायिकाओं के नाम
मुंह जबानी याद रहती थी, क्योंकि मिस्टर कुगलर उसके लिए पत्रिका सिनेमा एंड थियेटर
लाते थे जिसे वह पढ़ा करती थी।
प्रश्न 3. ऐन फ्रैंक का परिवार अज्ञातवास में क्यों चला गया था?
उत्तर:-
ऐन फ्रैंक का परिवार अज्ञातवास में हिटलर के अत्याचारों से बचने के लिए चला गया था।
क्योंकि ऐन फ्रैंक का परिवार यहूदी था हिटलर यहूदी लोगों से नफरत किया करता था और वह
दुनिया से यहूदी लोगों को मिटा देना चाहता था।
प्रश्न 4. इल्पा इहरनबुर्ग ने ऐन के लिए क्या टिप्पणी की थी?
उत्तर
:- इल्या इहरनबुर्ग ने ऐन के लिए टिप्पणी की थी कि यह साठ लाख लोगों की तरफ से बोलने
वाली एक आवाज़ है। एक ऐसी आवाज है, जो किसी संत या कवि की नहीं बल्कि एक साधारण लड़की
की है।"
प्रश्न-5. ऐन फ्रैंक की डायरी का कौन-सा कथन उसके अन्दर के दुःख को
बताता है ?
उत्तर:
ऐन फ्रैंक की डायरी का यह कथन उसके अन्दर के दुःख को बताता है" काश कोई तो होता
जो मेरी भावनाओं को गंभीरता से समझ पाता। अफसोस, ऐसा व्यक्ति मुझे अब तक नहीं मिला...."
प्रश्न 6. ऐन को किस कारण लगा था कि उसकी दुनिया पूरी तरह से उलट-पुलट
गई थी ?
उत्तर-
ऐन के घर बुधवार 8 जुलाई, 1942 को संदेश आया था कि उसकी सोलह वर्षीय बहन मार्गोट को
ए०एस०एस० से बुलावा आया था। इस बुलावे का अर्थ उसे यातना शिविर से बुलाया जाना था जिसमें
उसे जर्मन सैनिकों की दया पर छोड़ देना था। ऐन के माता-पिता को यह बिल्कुल भी स्वीकार
नहीं था इसलिए उन्होंने तुरंत अज्ञातवास में चले जाने का निश्चय कर लिया था। इससे ऐन
को लगा था उसकी दुनिया पूरी तरह से उलट-पुलट हो गई थी।
प्रश्न 7 अज्ञातवास की बात सुनकर ऐन के मन में छिपने की कौन-सी जगह
आई थी?
उत्तर:-
वे कहाँ छिपेंगे-किसी के घर में? शहर में? किसी परछत्ती पर? यहाँ? कहाँ? वह यह किसी
से पूछ नहीं सकती थी पर ये प्रश्न उसके मन में उठ रहे थे।
प्रश्न- 8 ऐन ने अपने थैले में क्या-क्या भरा था?क्यों?
उत्तर:-
ऐन ने अपने थैले में डायरी, कलर, रुमाल, स्कूली किताबें, कंघी और पुरानी चिट्ठियाँ
भरी थीं। वह कपड़ों की तुलना में स्मृतियों को अधिक महत्व देना चाहती थी।
प्रश्न 9. ऐन की डायरी के 13 जून, 1944 के अंश में स्त्रियों के लिए
क्या लिखा गया था?
उत्तर:-
ऐन की डायरी के 13 जून, 1944 के अंश में स्त्रियों के लिए यह लिखा गया था कि प्रकृति
प्रदत्त प्रजनन शक्ति के उपयोग का अधिकार बच्चे पैदा करें या न करें अथवा कितने बच्चे
पैदा करें इस की स्वतंत्रता स्त्री से छीन कर हमारी विश्व व्यवस्था ने न सिर्फ स्त्री
को व्यक्तित्व विकास के अनेक अवसरों से वंचित किया है बल्कि जनांधिक्य की समस्या भी
पैदा की है।'
प्रश्न 10. ऐन की डायरी में किसका वर्णन है तथा इसे ऐतेहासिक दस्तावेज
क्यों कहा जाना चाहिए?
उत्तर:-
ऐन फ्रैंक ने अपनी डायरी में यहूदी परिवारों पर हुए अकल्पनीय यातनाओं का वर्णन किया
है जो द्वितीय विश्वयुद्ध के समय हुआ था लेकिन साथ ही ये एक जीवंत दस्तावेज़ भी है
जिसमें ऐन के निजी गया है, सुख-दुःख और भावनात्मक उथल-पुथल के बारे में बताया दूसरे
विश्वयुद्ध के समय यहूदी परिवारों पर हुए अकल्पनीय यातनाओं, उनकी पीड़ाओं के वर्णन
के कारण ही यह डायरी एक ऐतिहासिक दौर का जीवंत दस्तावेज है।
प्रश्न 11. खाने की टेबल पर ऐन को कौन-सी कहानियाँ सुननी पड़ती थी?
उत्तर:-
खाने की टेबल पर ऐन को अच्छे खाने और राजनीति के बारे में बहुत सी कहानियाँ सुननी पड़ती
थी। ऐन लिखती है कि अगर खाने के वक्त बातचीत राजनीति या अच्छे खाने के बारे में नहीं
हो रही होती तो मम्मी या मिसेज वान दान अपने बचपन की उन कहानियों को लेकर बैठ जाती
हैं जो हम हजार बार सुन चुके हैं पा फिर इसेल शुरू हो जाते थे खूबसूरत रेस के घोड़े,
उनकी चार्लोट का महँगा वॉर्डरोब, लीक करती नावे, चार बरस की उम्र में तैर सकने वाले
बच्चे, दर्द करती माँसपेशियों और डरे हुए मरीज आदि के किस्से सुनने पड़ते थे।
प्रश्न 12. अज्ञातवास में जाने के पहले लोगों ने क्या-क्या पहन रखा
था?
उत्तर:-
अज्ञातवास पर जाते समय उन चारों ने इतने अधिक कपड़े पहने थे मानो वे अपनी रात फ्रिज
में गुजारने जा रहे हों वे अपने साथ अधिक से अधिक कपड़े ले जाना चाहते थे। सबने दो
बनियानें, तीन पैंटें, एक ड्रेस, उसके ऊपर एक स्कर्ट, एक जैकेट, एक बरसाती, दो जोड़ी
स्टाकिंग्स, भारी जूते, एक केस एक स्कार्फ और इनके अतिरिक्त और भी बहुत कुछ पहना था।
प्रश्न 13. ऐन ने अपनी बिल्ली को कहाँ और किसकी देख-रेख में छोड़ दिया
उत्तर
:- उन्होंने अपनी बिल्ली को पड़ोसियों के यहाँ छोड़ दिया था। वे ही अब उसकी देखभाल
करने वाले थे। वे रसोई में बिल्ली के लिए सेर भर मीट भी छोड़ गए थे।
उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न- 1. ऐन फ्रेंक कौन थी?
उत्तर:-
ऐन फ्रेंक यहूदी परिवार में जन्मी एक तेरह साल की बच्ची थी।
प्रश्न- 2. घर के कायदे कानून का कौन सही से पालन नहीं करता है?
उत्तर:-
घर के कायदे क़ानूनों का सही से पालन मिस्टर डसेल के द्वारा नहीं किया जाता था।
प्रश्न 3. ऐन फ्रैंक का परिवार कहाँ छुपने वाला था?
उत्तर:-
ऐन फ्रैंक का परिवार उसके पिताजी के कार्यालय की इमारत में छुपने वाला था।
प्रश्न 4. जॉन और मिस्टर क्लीमेन को किसके बारे में बात करना अच्छा
लगता है?
उत्तर:-
जॉन और मिस्टर क्लीमेन को उन लोगों के बारे में बात करना अच्छा लगता था जो अज्ञातवास
में छुपे या भूमिगत हो गए हों।
प्रश्न 5. इज्युईडेन पर ब्रिटिश सेना का हमला कैसा था?
उत्तर:-
इज्मुईडेन पर 550 टन गोला बारूद ब्रिटिश सेना के 350 वायुयानों के द्वारा बरसाया गया
था।
प्रश्न 6. ऐन फ्रैंक के पिता के ऑफिस में कौन- कौन कार्य करता था?
उत्तर:-
ऐन फ्रैंक के पिता के ऑफिस में बहुत कम लोग ही काम किया करते थे। मिस्टर क्लीमेन मिस्टर
कुगलर, मिएप और बेप वोस्कुइल जो तेइस बरस की टाइपिस्ट थीं।
प्रश्न 7. मिस्टर डसेल किसके साथ पत्राचार कर रहे थे तथा उनके पत्र
कौन डील करता है?
उत्तर:-
मिस्टर डसेल चार्लोट और बाकी लोगों के साथ पत्राचार कर रहे थे तथा उनके पत्रों को डील
उनकी डच अध्यापिका मार्गोट किया करती है।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न उत्तर
प्रश्न 1. ऐन का कौन-सा ऐसा शौक था जिसे उसके घरवाले पसंद नहीं करते
थे?
क.
हर समय पढ़ाई करना
ख. नई-नई केश सज्जा करना
ग.
बहुत बोलना
घ.
गीत गाना
प्रश्न 2. मिस्टर डसेल के बारे में लेखिका ने किस विशेषण का प्रयोग
किया है।
क. चुगलखोर
ख.
कंजूस
ग.
अनुशासनप्रिय
घ.
दयालु
प्रश्न 3. मिस्टर डसेल लेखिका की शिकायत किससे करता था?
क.
लेखिका के पापा से
ख. लेखिका की मम्मी से
ग.
लेखिका की बहन से
घ.
मिस्टर वान दान से
प्रश्न 4. कौन-सा देश जर्मनी के विरुद्ध युद्ध में शामिल नहीं हुआ था
?
क.
इंग्लैंड
ख.
फ्रांस
ग. टर्की
घ.
अमेरिका
प्रश्न 5. कौन-सी मुद्रा अवैध घोषित की गई थी?
क.
100 गिल्डर का नोट
ख.
500 गिल्डर का नोट
ग.
1 गिल्डर का नोट
घ. 1000 गिल्डर का नोट
प्रश्न 6. घायल सैनिकों से कौन बातचीत करता था?
क. हिटलर
ख.
चर्चिल
ग.
विल्सन
घ.
जॉनसन
प्रश्न 7 . घायल सैनिक अपने जख्म दिखाते हुए क्या महसूस कर रहे थे?
क.
दुख
ख.
पीड़ा
ग. गर्व
घ.
निराशा
प्रश्न 8. हर सोमवार को लेखिका के लिए सिनेमा और पिपेटर पत्रिका कौन
लेकर आते थे?
क. मिस्टर कुगलर
ख.
मिस्टर उसेन
ग.
पापा
घ.
मिस्टर वान दान
प्रश्न 9. किसको जन्मजात बहादुर कहा गया है?
क.
हिटलर को
ख. चर्चिल को
ग.
विल्सन को
घ.
मिस्टर वान दान को
प्रश्न 10. ऐन किनको मूर्ख समझती है?
क. मिसेज़ वान दान और मिस्टर डसेल को
ख.
मिस्टर वान दान और मिसेज़ वान दान
ग.
मिस्टर डसेन और मिसेज़ डसेल को
घ.
मागट को और मिसेज़ वान दान
प्रश्न 11. ऐन किसको शांतिदापिनी और आशादायिनी मानती है?
क.
प्रेम को
ख.
मित्रता को
ग.
रात को
घ. प्रकृति को
प्रश्न 12. युद्ध के समय ब्लैक मार्केट में जूते का नया तला कितने का
मिलता था ?
क. 7.50 गिन्डर का
ख.
5 गिन्डर का
ग.
6 गिन्दर का
घ.
8 गिन्दर का
प्रश्न 13. मिस्टर डसेल किस कारण से लेखिका से खफा था?
क.
झगड़ा करने के कारण
ख.
तकिया उठाने के कारण
ग.
पीटर के साथ छत पर जाने के कारण
घ. बात नही सुनने के कारण
प्रश्न-14. 13 जून, 1944 को ऐन कितने वर्ष की हो गई थी।
क.
12 वर्ष की
ख.
13 वर्ष की
ग. 15 वर्ष की
घ.
14 वर्ष की
प्रश्न-15. जन्मदिन पर ऐन को क्या मिले थे?
क.
केवल फूल
ख.
केवल कपड़े
ग.
वन पुस्तकें
घ. बहुत से उपहार
प्रश्न-16. ऐन ने पीटर को किस प्रकार का व्यक्ति कहा है।
क.
सज्जन
ख.
चालाक
ग . घुन्ना
घ.
डरपोक
प्रश्न-17. ऐन फ्रैंक ने डायरी का आरंभ किस तिथि से किया?
क.
9 जुलाई, 1943 को
ख. 8 जुलाई, 1942 को
ग.
9 जुलाई, 1942 को
घ.
10 जुलाई, 1942 को
प्रश्न-18. ऐन फ्रैंक की बड़ी बहन का नाम क्या था?
क.
किट्री
ख.
बिट्टी
ग. मार्गोट
घ.
बेप
प्रश्न-19. ऐन फ्रैंक के पापा को किसके बुलावे का नोटिस मिला था?
क.
एन०एस० एस०
ख.
आर०एस० एस०
ग.
एम०एस० एस०
घ. ए०एस० एस
प्रश्न-20. मिस्टर वान दान ऐन फ्रैंक के पापा का क्या लगता था?
क.
बड़ा भाई
ख.
छोटा भाई
ग.
मित्र
घ. बिजनेस पार्टनर
प्रश्न-21. ए०एस०एस० के बुलावे का क्या मतलब था?
क.
पुलिस द्वारा गिरफ्तारी
ख. यातना शिविर में जाना
ग.
अस्पताल में जाना
घ.
फाँसी पर चढ़ना
प्रश्न-22. ऐन फ्रैंक किस धर्म से संबंधित थी?
क.
ईसाई धर्म से
ख.
मुस्लिम धर्म से
ग. यहूदी धर्म से
घ.
बौद्ध धर्म से
प्रश्न-23. ए०एस०एस० का बुलावा किसके लिए आया था?
क.
वान दान के लिए
ख.
पापा के लिए
ग.
ऐन फ्रैंक के लिए
घ. मार्गोट के लिए
प्रश्न-24. ऐन फ्रैंक के परिवार ने बुलावे के कारण क्या फैसला लिया?
क.
यातना शिविर में जाने का
ख. अज्ञातवास में जाने का
ग.
भागने का
घ.
यहूदी अस्पताल जाने का
प्रश्न-25. अज्ञातवास में जाने के लिए ऐन फ्रैंक के परिवार की किसने
सहायता की ?
क.
हैलो ने
ख.
डसेल ने
ग. मिएप ने
घ.
वान दान
प्रश्न-26. ऐन फ्रैंक ने अपनी बिल्ली को कहाँ पर छोड़ा?
क.
सड़क पर
ख.
जंगल में
ग. पड़ोसियों के पास
घ.
उद्यान में
प्रश्न-27. ऐन फ्रैंक के परिवार ने पहले कब अज्ञातवास में जाने का फैसला
लिया था?
क. 16 जुलाई को
ख.
15 जुलाई को
ग.
17 जुलाई को
घ.
18 जुलाई को
प्रश्न-28. ऐन फ्रैंक का परिवार कहाँ पर छिपकर रहा ?
क. पापा के ऑफ़िस की इमारत में
ख.
मिस्टर वान दान के ऑफिस में
ग.
मिएप के घर में
घ.
मिस्टर डसेल के घर में
प्रश्न-29. ऐन के परिवार ने कितना वक्त छिपकर गुजारा?
क. 2 वर्ष
ख.
3 वर्ष
ग.
4 वर्ष
घ.
5 वर्ष
प्रश्न- 30. मार्गोट की कितनी आयु थी ?
क.
17 वर्ष
ख.
16 वर्ष
ग. 15 वर्ष
घ.
18 वर्ष
प्रश्न- 31. ऐन के परिवार की पालतू बिल्ली का क्या नाम था?
क.
मूझा
ख.
बूझा
ग.
मूर्जा
घ. मूर्त्ते
प्रश्न-32. ऐन के घरवालों ने खिड़कियों को किससे ढक रखा था?
क.
चादरों से
ख.
कागजों से
ग.
ईंटों से
घ. ब्लैक आऊट वाले पर्दो से
प्रश्न- 33. ऐन को किसका लंबा उपदेश सुनना पड़ता था?
क.
पापा का
ख.
मिस्टर वान दान का
ग.
मिस्टर डसेल
घ. माँ का
JCERT/JAC Hindi Core प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)
विषय सूची
आरोह भाग -2 | |
काव्य - खंड | |
1. | |
2. | |
3. | |
4. | |
5. | |
6. | |
7. | |
8. | तुलसीदास-कवितावली (उत्तर कांड से),लक्ष्मण मूर्च्छा और राम का विलाप |
9. | |
10. | |
11. | |
गद्य - खंड | |
12. | |
13. | |
14. | |
15. | |
16. | |
17. | |
18. | बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर-श्रम विभाजन और जाति-प्रथा,मेरी कल्पना का आदर्श समाज |
वितान भाग- 2 | |
1. | |
2. | |
3. | |
4. | |
अभिव्यक्ति और माध्यम | |
1. | |
2. | |
3. | |
4. | |
5. | |
6. | |
7. | |
8. | |
Solved Paper 2023 |