प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)
Class - 10
Social Science (Civics)
3. लोकतंत्र और विविधता
वस्तुनिष्ठ प्रश्न-
1. काले दस्ताने और बंधी मुट्ठियां प्रतीक थी.
A.
क्रोध की
B.
शांति की
C.
अश्वेत शक्ति की
D.
खुशी की
उत्तर
- C. अश्वेत शक्ति की
2. पीटर नॉर्मन संबंधित थे
A.
ब्रिटेन से
B.
अमेरिका से
C.
बेल्जियम से
D.
ऑस्ट्रेलिया से
उत्तर
-D. ऑस्ट्रेलिया से
3. स्मिथ और कार्लोस कौन थे?
A.
एफ्रो- अमेरिकन
B.
श्रीलंकाई
C.
अमेरिकी
D.
भारतीय
उतर
- A. एफ्रो-अमेरिकन
4. अमेरिका के सामाजिक विभाजन का क्या कारण था?
A.
अमीर और गरीब
B.
आधुनिक और रूढ़िवाद
C.
श्वेत और अश्वेत
D.
इनमें से कोई नहीं
उत्तर
-C. श्वेत और अश्वेत
5. उत्तरी आयरलैंड और नीदरलैंड देश है
A.
ईसाई बहुल
B.
हिंदू बहुल
C
इस्लाम बहुल
D.
सिख बहुल
उत्तर-A.
ईसाई बहुल
6. आज विश्व के बहुत से देश हो गए है....
A.
असामाजिक
B.
खेल प्रेमी
C.
बहु-सांस्कृतिक
D.
छोटे देश
उत्तर-C.
बहु- सांस्कृतिक
7. अश्वेत शक्ति आंदोलन कब से कब तक हुआ था?
A.
1966 से 1975
B
1960 से 1972
C.
1954 से 1968
D.
1965 से 1970
उत्तर
-A. 1966 से 1975
8. अमेरिका में नागरिक अधिकार आंदोलन कितने वर्षों तक चला?
A.
12 से 13 वर्ष
B.
13 से 14 वर्ष
C.
14 से 15 वर्ष
D.
15 से 16 वर्ष
उत्तर
-C. 14 से 15 वर्ष
9. अमेरिका में नागरिक अधिकार आंदोलन किस अश्वेत नेता की अगुवाई में
चलाया गया था?
A
मार्टिन लूथर किंग जूनियर
B.
नेल्सन मंडेला
C.
जॉन कार्लोस
D.
स्मिथ
उत्तर-
A मार्टिन लूथर किंग जूनियर
10. पीटर नॉर्मन की मृत्यु कब हुई?
A
2005
B.
2006
C.
2007
D.
2008.
उतर
- B. 2006
11. ब्रिटेन में नेशनलिस्ट पार्टी किस वर्ग का समर्थन कर रही थी ?
A.
कैथोलिक
B.
प्रोटेस्टेंट
C.
दोनों का
D.
इनमें से कोई नहीं
उत्तर
- A कैथोलिक
12. ब्रिटेन में प्रोटेस्टेंट लोगों का प्रतिनिधित्व कौन सी पार्टी
कर रही थी?
A.
नेशनलिस्ट पार्टी
B.
यूनियनिस्ट पार्टी
C.
दोनों पार्टी कर रही थी
D.
इनमें से कोई नहीं
उत्तर
- B. यूनियनिस्ट पार्टी
13. अश्वेत लोगों के आत्म गौरव का प्रतीक क्या है?
A.
गले में काला मफलर
B.
काले दस्ताने
C.
मोती की माला
D.
बंधी हुई मुट्ठी
उत्तर
- A गले में काला मफलर
14. सामाजिक विभाजन की राजनीति का परिणाम निर्भर करता है?
A
चार चीजों पर
B.
सात चीजों पर
C.
दो चीजों पर
D.
तीन चीजों पर
उत्तर
- D. तीन चीजों पर
15. सैन होज स्टेट यूनिवर्सिटी ने अपने पुरातन छात्रों का अभिनंदन कैसे
किया ?
A.
पुरस्कार देकर
B.
विश्वविद्यालय में उन्हें नौकरी देकर
C.
विश्वविद्यालय में उनकी 20 फीट मूर्ति लगवाई
D.
इनमें से कोई नहीं
उत्तर
- C. विश्वविद्यालय में उनकी 20 फीट मूर्ति लगवाई
16. मेक्सिको ओलंपिक की कहानी किस आंदोलन से संबंधित है?
A.
अश्वेत शक्ति आंदोलन
B.
नारीवादी आंदोलन
C.
नागरिक अधिकार आंदोलन
D
नस्लभेद आंदोलन
उत्तर-
C. नागरिक अधिकार आंदोलन
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
1. एफ्रो-अमेरिकी का क्या अर्थ है?
उत्तर-
एफ्रो- अमेरिकन या अश्वेत अमेरिकी या अश्वेत शब्द उन अफ्रीकी लोगों के वंशजों के लिए
प्रयुक्त होता है। जिन्हें 17 वीं सदी से लेकर 19 वीं सदी की शुरुआत तक अमेरिका में
गुलाम बनाकर लाया गया था।
2 नस्लभेद का क्या अर्थ है?
उत्तर
- नस्लभेद का अर्थ है किसी देश अथवा समाज में नस्ल के आधार पर कुछ लोगों को नीचा या
हीन समझना।
3. अश्वेत शक्ति आंदोलन से क्या समझते हैं?
उत्तर-
अश्वेत शक्ति आंदोलन 1966 में उभरा और 1975 तक चलता रहा । नस्लवाद को लेकर इस आंदोलन
का रवैया ज्यादा उम्र था। इसका मानना था कि अमेरिका में नस्लवाद मिटाने के लिए हिंसा
का सहारा लेने में कोई हर्ज नहीं है।
4. समरूप समाज का क्या अर्थ है?
उत्तर-
एक ऐसा समाज जिसमें सामुदायिक, सांस्कृतिक या जातीय विभिन्नताएं ज्यादा गहरी नहीं होती
है।
5. अमेरिका में नागरिक अधिकार आंदोलन क्यों चलाया गया और यह किन लोगों
के द्वारा चलाया गया था ?
उत्तर
- एफ्रो-अमेरिकी लोगों के विरुद्ध होने वाले नस्ल आधारित भेदभाव को मिटाने के लिए नागरिक
अधिकार आंदोलन चलाया गया था। यह आंदोलन मार्टिन लूथर किंग जूनियर की अगवाई में शुरू
की गई थी।
6. सामाजिक विभाजन किसे कहते हैं?
उत्तर-
जो विभाजन क्षेत्र, जाति, रंग, नस्ल, लिंग आदि के आधार पर भेद किया जाए तो उसे सामाजिक
विभाजन कहते हैं।
7. टॉमी स्मिथ तथा जॉन कार्लोस ने 1968 में मेक्सिको शहर में हुए ओलंपिक
खेलों के समय संयुक्त राज्य अमेरिका में होने वाले रंगभेद के मसले के प्रति अंतर्राष्ट्रीय
बिरादरी का ध्यान किस प्रकार आकर्षित किया?
उत्तर-
उन दोनों ने बिना जूते के केवल मोजे पहनकर अंतर्राष्ट्रीय मंच पर जाकर पुरस्कार लिया।
स्मिथ ने काला मफलर पहना और कार्लोस ने मारे गए अश्वेत लोग की याद में काले मानकों
की एक माला पहनी थी।
8. टॉमी स्मिथ और जॉन कार्लोस के बीच समानता बताइए?
उत्तर
- टॉमी स्मिथ और जॉन कार्लोस दोनों ने रंगभेद के खिलाफ आवाज उठाई थी।
9. "सामाजिक विभाजन हमेशा खतरनाक नहीं होते हैं" इस कथन के
पक्ष में उदाहरण दीजिए ?
उत्तर-
कुछ ऐसे देश हैं जहां सामाजिक विभाजन तो है परंतु खतरनाक नहीं है जैसे उतरी आयरलैंड
और नीदरलैंड में अधिकांश लोग कैथोलिक और प्रोटेस्टेंट ईसाई है। नीदरलैंड में कैथोलिक
और प्रोटेस्टेंट दोनों ही समान रूप से अमीर और गरीब है, इसलिए दोनों में भेदभाव नहीं
रहता है।
10. सैन होज स्टेट यूनिवर्सिटी ने अपनी पुरातन छात्रों का अभिनंदन कैसे
किया?
उत्तर-
सैन होज स्टेट यूनिवर्सिटी ने अपने पुरातन छात्रों का अभिनंदन विश्वविद्यालय के भीतर
20 फीट की मूर्ति लगवा कर किया।
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. सामाजिक अंतर कब और कैसे सामाजिक विभाजन का रूप ले लेते हैं?
उत्तर
- सामाजिक विभिन्नता का अर्थ है जाति, भाषा अथवा संस्कृति के कारण लोगों के समूह में
अंतर होना। यह सामाजिक विभाजन तब बन जाती है जब कोई सामाजिक विभिन्नताएं किसी अन्य
सामाजिक विभिन्नता में मिल जाती है। दूसरे शब्दों में जब दो या दो से अधिक सामाजिक
विभिन्नताएं किसी अन्य सामाजिक विभिन्नता से मिल जाती है तो सामाजिक विभाजन बन जाता
है। उदाहरण के लिए अमेरिका में अश्वेत और श्वेत में अंतर उन भिन्न जाति के कारण है.
जो समाज की समाजिक विभिन्नता है। यह सामाजिक विभाजन तब बन जाता है जब आय संबंधी कारकों
को भी उसमें देखा जाने लगता है। अश्वेत गरीब तथा बेघर होते हैं, जबकि श्वेत अमीर तथा
शिक्षित होते हैं। इन्हीं कारणों से अश्वेत सामाजिक उत्पीड़न का शिकार होते हैं। जब
एक तरह का समाजिक अंतर अन्य लोगों को यह महसूस होने लगता है कि वे दूसरे समुदाय के
हैं तो इससे एक सामाजिक विभाजन की स्थिति पैदा होती है।
2. 1968 में मेक्सिको ओलंपिक खेलों में कौन सी घटना घटी ?
उत्तर-
1968 में मेक्सिको में होने वाले ओलंपिक खेलों में 200 मीटर की दौड़ में दो एफ्रो-अमेरिकी
धावकों टॉमी स्मिथ और जॉन कार्लोस ने क्रमशः स्वर्ण और कांस्य पदक जीते। दोनों ने अमेरिकी
समाज में हो रहे रंगभेद नीति का विरोध करने के लिए केवल मोजे पहनकर पुरस्कार लिया और
यह जताने की कोशिश की की अमेरिकी अश्वेत लोग गरीब हैं। स्मिथ ने अपने गले में एक काला
मफलर जैसा परिधान भी पहना था जो अश्वेत लोगों के आत्म गौरव का प्रतीक था। कार्लोस ने
मारे गए अश्वेत लोगों की याद में काले मानकों की एक माला पहनी थी। उन दोनों द्वारा
राष्ट्रगान बजते समय सिर झुकाए हुए और मुठ्ठी ताने हुए खड़े रहने का तात्पर्य था कि
वे असहाय है परंतु वे अपना संघर्ष जारी रखेंगे। काले दस्ताने और बंधी हुई मुट्ठियां
अश्वेत शक्ति का प्रतीक थी। इन प्रतीकों और तौर-तरीकों से उन्होंने अमेरिका में होने
वाले रंगभेद के प्रति अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी का ध्यान खींचने का प्रयत्न किया।
3. क्या सभी सामाजिक अन्तर सामाजिक विभाजन में बदल जाते हैं?
उत्तर-
नहीं, हर सामाजिक अंतर सामाजिक विभाजन में तब्दील नहीं होता है। सामाजिक अंतर लोगों
के बीच बंटवारे का एक बड़ा कारण जरूर होता है किंतु यही अंतर कई बार अलग-अलग तरह के
लोगों के बीच पुल का काम भी करती है। सामाजिक विभाजन तब होता है जब कुछ सामाजिक अंतर
दूसरी अनेक विभिन्नताओं से ऊपर और बड़े हो जाते हैं। सद व्यवहार, सह-विचार, ईमानदारी
और वफादारी से कई बार सामाजिक विभाजन भी भाईचारे और प्रेम में बदल जाते हैं। उदाहरण
स्वरूप स्मिथ और कार्लोस एफ्रो- अमेरिकी और नॉर्मन श्वेत जाति एवं वे आस्ट्रेलिया के
रहने वाले थे। फिर भी उन्होंने लोगों का साथ दिया क्योंकि उन लोगों के साथ अन्याय हो
रहा था। इस प्रकार सामाजिक अंतर तो हर समाज में रहेंगे परंतु उन्हें अपनी मूर्खता,
कठोरता, अन्यायपूर्ण व्यवहार से उन्हें सामाजिक विभाजन में बदलना नहीं चाहिए।
4. हर सामाजिक विभिन्नता सामाजिक विभाजन का रूप नहीं लेती ? एक उदाहरण
लिखिए?
उत्तर
- पद्यपि सामाजिक विभिन्नता सामाजिक विभाजन को जन्म देती है, फिर भी हर समाजिक भिन्नता
सामाजिक विभाजन का रूप नहीं लेती है। कभी-कभी सामाजिक भित्रता दो समूहों के बीच संयोजक
कड़ी का भी कार्य करती है। एक समूह के लोग अपने समूह से बाहर भी समानता तथा असमानता
का अनुभव करते हैं। जैसे 1968 में मेक्सिको ओलंपिक में जब दो अश्वेत खिलाड़ियों ने
रंगभेद के खिलाफ असंतोष व्यक्त किया तो रजत पदक विजेता एक गैर अश्वेत ऑस्ट्रेलिया खिलाड़ी
नॉर्मल ने उनका साथ दिया। इस प्रकार हम देखते हैं कि सामाजिक भिन्नता के बावजूद अश्वेत
और गैर- अश्वेत दोनों ने रंगभेद की नीति का विरोध किया। यहां सामाजिक भिन्नता सामाजिक
विभाजन का रूप नहीं ले सकी।
5. सामाजिक विभाजन अधिकांशतः जन्म पर आधारित होता है। व्याख्या करें?
उत्तर-
व्यक्ति किस वर्ग, जाति, धर्म या समुदाय में जन्म लेता है, यह उसके वश में नहीं होता।
वह जिस समुदाय, धर्म, जाति या समाज में जन्म लेता है। उसे उसी का सदस्य माना जाता है।
लेकिन यह पहचान विभाजनकारी हो यह आवश्यक नहीं। जन्म के आधार पर व्यक्ति की अलग-अलग
सामुदायिक पहचान हो सकती है। लेकिन अपने पेशे, सांस्कृतिक गतिविधियों और रहन-सहन के
आधार पर अनेक सामाजिक समूहों का निर्माण करता है जो जन्म पर आधारित नहीं होती। वास्तव
में सामाजिक विभाजन अधिकांशतः जन्म पर आधारित न होकर आर्थिक विषमताओं, आपसी हितों के
टकराव, अन्याय, भेदभाव आदि के कारण होते है।
6. जहां सामाजिक अंतर एक दूसरे से टकराते हैं वह सामाजिक विभाजन होता
है। व्याख्या करें?
उत्तर-
सामाजिक अंतर सामाजिक विभाजन को जन्म देता है। परंतु यह आवश्यक नहीं कि प्रत्येक सामाजिक
अंतर सामाजिक विभाजन का कारण बने। सामाजिक विभाजन तब होता है जब कुछ सामाजिक अंतर दूसरी
अनेक विभिन्नता से ऊपर तथा बड़े हो जाए। उदाहरण के लिए आयरलैंड के लोग ईसाई धर्म के
दो पंथ प्रोटेस्टेंट तथा कैथोलिक में बंटे हैं। वहां कैथोलिक समुदाय की हालत सामान्य
तौर पर प्रोटेस्टेंट समुदाय से काफी बेहतर है तथा उनके साथ भेदभाव होता रहा है। इसके
कारण सामाजिक अंतर में भी भीषण तनाव एवं टकराव की स्थिति बन गई तथा इसने सामाजिक विभाजन
का रूप ले लिया। वहीं दूसरी ओर नीदरलैंड में भी दोनों समुदाय है लेकिन दोनों समुदाय
में अमीर और गरीब मिल जाएंगे। इसके इसके कारण वहां भेदभाव का तनाव नहीं है तथा सामाजिक
विभाजन जैसी कोई स्थिति नहीं बनती है।
7. भारत जैसे बड़े देशों में सामाजिक विभाजन होते हैं। व्याख्या करें?
उत्तर
- भारतीय समाज की सामाजिक संरचना एक समान नहीं है। भारत में विभिन्न धर्मों, भाषा,
जाति, वर्ग के लोग निवास करते हैं। भारतीय संविधान असमानता में समानता की नीति लाता
है। जहां सभी लोगों को धर्म, भाषा, जाति के आधार पर अलग- अलग नियम नहीं दिए गए हैं।
सभी के लिए एक ही कानून व्यवस्था है इसलिए सामाजिक विविधता होने के बावजूद सामाजिक
विभाजन का कोई स्थान नहीं है। भारत जैसे विशाल देश में सामाजिक विभाजन के बावजूद एकता
को स्थापित करने के लिए नियम कानून बनाए गए हैं। जो अनेकता में एकता को दर्शाता है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
1. सामाजिक विभाजन की राजनीति के परिणाम तय करने वाले तीन कारकों की
चर्चा करें?
उत्तर
- सामाजिक विभाजन की राजनीति के परिणाम को तय करने वाले तीन कारक निम्नलिखित है
(क)
लोग अपनी पहचान को किस प्रकार देखते हैं- सर्वप्रथम
सभी परिणाम इस बात पर निर्भर करते हैं कि लोग किस तरह से उनकी पहचान को स्वीकार करते
हैं। प्रायः यह देखा जाता है कि अपनी पहचान को लेकर लोगों में यह धारणा रहती है कि
यदि वह अकेले हैं तो उनकी पहचान कर पाना मुश्किल हो जाता है।
(ख)
राजनीतिक दलों की भूमिका यह इस बात पर निर्भर करता
है कि राजनीतिक दल के नेता किस ढंग से किसी समुदाय की मांग उठाते हैं। यदि राजनीतिक
नेताओं द्वारा एक समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हुए यदि ऐसी मांगों को उठाया जाता है,
जो संवैधानिक है। तो ऐसे मांगों को समायोजित करना आसान हो जाता है।
(ग)
सरकार का रवैया यह इस बात पर निर्भर करता है कि सरकार
विभिन्न समुदायों की मांगों पर किस तरह की प्रतिक्रिया व्यक्त करते हैं। यदि किसी समुदाय
की वाजिब मांगों को सरकार द्वारा नहीं माना जाता है तो इससे सामाजिक विभाजन होता है,
जिससे देश की अखंडता को खतरा हो सकता है।
2. सामाजिक विभाजन किस तरह से राजनीति को प्रभावित करते हैं। दो उदाहरण
दें?
उत्तर
- सामाजिक विभाजन हर छोटे- बड़े देशों में विद्यमान है । यदि सामाजिक विभाजन राजनीतिक
विभाजन बन जाए तो उनका परिणाम बड़ा भयानक हो सकता है। राजनीतिक दलों के बीच प्रतिस्पर्धा
होती है। जब भी राजनीतिक दल कुछ सामाजिक विभाजन को अपना समर्थन देते हैं तब इससे राजनीतिक
विभाजन होने की संभावना रहती है, साथ ही यदि यह सामाजिक विभाजन या उनसे जुड़ी राजनीतिक
पार्टियां संविधान की मर्यादा में न रहते हुए कार्य करें तो यह सामाजिक विभाजन सदा
ही हानिकारक साबित होते हैं। उदाहरण: उत्तरी आयरलैंड का धार्मिक विभाजन जातीय राजनीतिक
संघर्ष को जन्म दिया। आयरलैंड में ईसाई धर्म के दो प्रमुख संप्रदाय हैं, प्रोटेस्टेन्ट
और कैथोलिक। उत्तरी भाग में 53% प्रोटेस्टेंट और 44% रोमन कैथोलिक निवास करते है। काफी
समय से इन दोनों गुटों के बीच झगड़ा चल रहा था। कैथोलिक उत्तरी आयरलैंड को आयरलैंड
गणराज्य में शामिल करना चाहते थे और प्रोटेस्टेंट ब्रिटेन के साथ रहना चाहते थे। इसके
कारण वर्षों तक हिंसा हुई, और हजारों लोग मारे गए। अंत में दोनों पक्षों ने 1998 को
एक शांति संधि पर हस्ताक्षर किए और संघर्ष विराम की घोषणा की। दूसरा उदाहरण युगोस्लाविया
का है। युगोस्लाविया में सामाजिक विभाजन का अंत सुखद नहीं हुआ क्योंकि धार्मिक और जातीय
आधार पर राजनीतिक होड़ में युगोस्लाविया कई भागों में विभाजित हो गई।
3. लोकतंत्र किन स्थितियों में सामाजिक विविधता को संभालता है और उनके
बीच सामंजस्य बैठता है?
उत्तर - लोकतांत्रिक व्यवस्थाएं अनेक तरह से सामाजिक विभाजन को संभालती है। इससे इनके बीच टकराव का विस्फोटक या हिंसक रूप लेने का अंदेशा थोड़ा कम हो जाता है। कोई भी समाज अपने विभिन्न समूह के बीच के टकराव को स्थाई तौर पर खत्म नहीं कर सकता । इनके बीच बातचीत से सामंजस्य बैठाने का तरीका विकसित कर सकते हैं। सामाजिक अंतर, विभाजन और टकराव को संभालना निश्चित रूप से लोकतांत्रिक व्यवस्था का एक बड़ा गुण है। इसके लिए लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं को कुछ शर्तों को पूरा करना होता है। लोकतंत्र का अर्थ बहुमत की राय से शासन करना नहीं है, परन्तु बहुमत को सदा ही अल्पमत का ध्यान रखना होता है। उसके साथ मिलकर काम करने की जरूरत होती है । तभी सरकार जनता की इच्छा के अनुसार प्रतिनिधित्व कर सकती है। बहुमत के शासन का अर्थ धर्म, नस्ल अथवा भाषा के आधार पर बहुसंख्यक का शासन नहीं होता है। बहुमत के शासन का अर्थ होता है कि हर निर्णय, फैसले या चुनाव में अलग-अलग लोग और समूहके बीच बहुमत का निर्माण करना होता है। लेकिन लोकतंत्र तभी एक लोकतंत्र रहता है जब तक प्रत्येक नागरिक को किसी ना किसी अवसर पर बहुमत का हिस्सा बनने का मौका मिलता है।
विषय-सूची
इतिहास | भारत और समकालीन विश्व- 2 |
1. | |
2. | |
3. | |
4. | |
5. | |
भूगोल | समकालीन भारत- 2 |
1. | |
2. | |
3. | |
4. | |
5. | |
6. | |
7. | |
नागरिक शास्त्र | लोकतांत्रिक राजनीति-2 |
1. | |
2. | |
3. | |
4. | |
5. | |
6. | |
7. | |
8. | |
अर्थशास्त्र | आर्थिक विकास की समझ |
1. | |
2. | |
3. | |
4. | |
5 | |